क्रिप्टो धन

Ukrainian crypto community is ready to provide a generous reward for any information about crypto-wallets of Russian and Belarusian politicians and their surroundings. War crimes must be pursued and punished! To share info please contact in Telegram: https://t.co/XHidwUQ8bE.— Mykhailo Fedorov (@FedorovMykhailo) February 26, 2022
Cryptocurrency: रूस (Russia) के दिग्गजों के क्रिप्टो करेंसी बटुए पर Ukraine की नजर
राज एक्सप्रेस। यूक्रेन (Ukraine) की सरकार ने लोगों से रूस और बेलारूस (Russia and Belarus) के राजनेताओं के क्रिप्टो करेंसी वॉलेट (cryptocurrency wallets) से संबंधित जानकारी पर कोई भी लीड प्रदान करने का आग्रह किया है। यूक्रेन ने रूस के खिलाफ सुरक्षात्मक मोर्चा संभाल रखा है। रूस ने गुरुवार को अपने पड़ोसी यूक्रेन पर सैन्य चढ़ाई शुरू की थी जो जारी है।
इस बीच यूक्रेन के उप प्रधान मंत्री मायखाइलो फेडोरोव (Mykhailo Fedorov) ने ट्वीट के जरिये रूस पर निशाना साधा। ट्विटर पर उन्होंने एक मुक्तहस्त इनाम प्रदान करने संबंधी तैयारी की जानकारी साझा की।
Ukrainian crypto community is ready to provide a generous reward for any information about crypto-wallets of Russian and Belarusian politicians and their surroundings. War crimes must be pursued and punished! To share info please contact in Telegram: https://t.co/XHidwUQ8bE.
— Mykhailo Fedorov (@FedorovMykhailo) February 26, 2022
अपने ट्विटर हैंडल पर उन्होंने लिखा कि; यूक्रेनी क्रिप्टो समुदाय रूसी और बेलारूसी राजनेताओं और उनके इर्दगिर्द क्रिप्टो वॉलेट के बारे में किसी भी जानकारी के लिए एक मुक्तहस्त इनाम प्रदान करने के लिए तैयार है।
उनके ट्वीट में दर्ज था - "" किसी भी जानकारी को साझा करने के लिए उन्होंने अपने ट्वीट में सोशल मीडिया का पता-ठिकाना भी दर्ज किया।
पुरस्कार निजी, सरकारी नहीं! -
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट पर आधारित बिजनेस टु़डे (Business Today) के लेख के अनुसार इस प्रयास का प्रबंधन करने वाले यूक्रेन के एक वकील, अर्तेम अफियन (Artem Afian) ने कहा कि; राजनेताओं के क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट (cryptocurrency wallet) की जानकारी के पुरस्कारों को यूक्रेन सरकार के बजाय निजी दान द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा।
Ether, Bitcoin cryptocurrency -
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार अफियन ने यह नहीं बताया कि अब तक कितना दान एकत्र किया है, हालांकि, उन्होंने कहा कि; दानदाताओं ने दान मुख्य रूप से ईथर (Ether), साथ ही बिटकॉइन (Bitcoin) और अन्य क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) में दिया है।
सूची जारी करने की योजना -
अफियन ने शीर्ष राजनेताओं के द्वारा उपयोग किए जाने वाले क्रिप्टो वॉलेट पते के साथ मिलान करने की मंशा जताई। उन्होंने कहा कि उन्हें अब तक 500 से अधिक टिप्स मिल चुके हैं। अफियन की योजना ऐसे पतों की एक सूची जारी कर इसे शीर्ष क्रिप्टो एक्सचेंजों (crypto exchanges) के साथ साझा करने की है।
अफियन ने कहा कि उनका लक्ष्य राजनेताओं के इन पतों को "विषाक्त" बनाना और लोगों को उनके साथ व्यापार करने से हतोत्साहित करना है। रिपोर्ट के अनुसार अफियन ने कहा; ""
रूस के कलाकार जद में -
यूक्रेनी वकील के अनुसार डेटा को ब्लॉकचेन एनालिटिक्स फर्म चैनल्यसिस (Chainalysis) के साथ भी साझा किया जाएगा। फर्म ने कहा कि वह निगरानी कर रही है कि क्या रूसी कलाकार देश पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों से बचने के लिए क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन (cryptocurrency transactions) का उपयोग कर रहे हैं।
अफियन ने कहा कि; ""
उन्होंने कहा कि उन्हें व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के बटुए का पता मिलने की उम्मीद नहीं है क्योंकि उन्हें लगता है कि रूसी राष्ट्रपति (Russian President) क्रिप्टोकरेंसियों (cryptocurrencies) का उपयोग नहीं करते हैं।
एलिप्टिक की रिपोर्ट -
इस बीच खबरें हैं कि यूक्रेन (Ukraine) के स्वयंसेवी क्रिप्टो दान समूह ने बिटकॉइन (bitcoin) से 4 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया है। लंदन आधारित एलिप्टिक (Elliptic) ने फरवरी माह की शुरुआत में कहा था कि; सीमा के पास रूसी सैनिकों की भीड़ के कारण यूक्रेनी स्वयंसेवकों और हैकिंग समूहों को मिलने वाले दान में बढ़त हुई है।
रायटर के अनुसार कुछ घरेलू नकद हस्तांतरण के लिए आईडी सत्यापन की मांग करते हुए, यूक्रेन ने धन शोधन को रोकने के लिए 2020 में धन के हस्तांतरण पर रोक लगा दी थी। सीमा पार ट्रांस्फर्स भी अनिवार्य निगरानी के अधीन हैं।
ब्लॉकचैन एनालिसिस फर्म एलिप्टिक के अनुसार, रूस द्वारा गुरुवार को आक्रमण शुरू करने के बाद से देश की सेना को उपकरण प्रदान करने वाले एक यूक्रेनी स्वयंसेवी समूह को बिटकॉइन दान में 4 मिलियन डॉलर से अधिक प्राप्त हुए हैं।
यूक्रेनी स्वयंसेवक समूह, कम बैक अलाइव, ने शुक्रवार को अकेले बिटकॉइन दान में $ 3 मिलियन प्राप्त किए। एलिप्टिक (Elliptic) ने कहा, हालांकि दान के पीछे उन लोगों की पहचान स्पष्ट नहीं थी क्योंकि बिटकॉइन और अन्य टोकन गुमनाम रूप से भेजे और प्राप्त किए जा सकते हैं।
कीव आधारित कम बैक अलाइव ग्रुप के मुताबिक वह ड्रोन और स्नाइपर-राइफल स्कोप सहित यूक्रेन की सेना को किट और चिकित्सा आपूर्ति करता है। रॉयटर्स के अनुसार इस महीने की शुरुआत में ग्रुप ने रॉयटर्स को बताया था कि; उसने अगस्त और फरवरी की शुरुआत के बीच एक दर्जन से अधिक लेनदेन में 1 लाख 67 हजार डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी जुटाई थी।
उस समय, कम बैक अलाइव ने कहा था कि; धन अप्रयुक्त रहा और वह "भविष्य की परियोजनाओं" के लिए मूल्यवान क्रिप्टोकरेंसी दान को बचा रहा था।
खतरा यह भी -
क्रिप्टोकरेंसी दान में वृद्धि ऑनलाइन धन उगाहने में क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती भूमिका को रेखांकित करती है। क्योंकि यह आंशिक रूप से गुमनाम संगठनों को धन जुटाने की अनुमति देती है, भले ही वित्तीय फर्म धन के हस्तांतरण की अनुमति न दें। या फिर सख्त जांच न करें।
आपको बता दें, कुछ घरेलू नकद हस्तांतरण के लिए आईडी सत्यापन की मांग करते हुए, यूक्रेन ने धन शोधन को रोकने के लिए 2020 में धन के हस्तांतरण पर रोक लगा दी। सीमा पार क्रिप्टो धन स्थानांतरण भी अनिवार्य निगरानी के अधीन हैं।
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– आर्टिकल मीडिया एवं एजेंसी रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसमें शीर्षक-उप शीर्षक और संबंधित अतिरिक्त जानकारी जोड़ी गई हैं। इसमें प्रकाशित तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।
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क्रिप्टो करेंसी बिल 2021-22 | जानिए क्रिप्टोकरंसी बिल को लेकर PM मोदी ने क्या कहा | crypto currency Bill in India
हो सकता है, आपने क्रिप्टो करेंसी (Crypto currency) का नाम तो सुना हो। परंतु क्या आप जानते हैं? भारत में अभी तक क्रिप्टोकरंसी गैर क़ानूनी है। क्योंकि क्रिप्टो करेंसी को भारत में किसी भी तरह से क़ानूनी तौर पर यूज नहीं किया जाता। भारत में क्रिप्टो करेंसी के तकरीबन डेढ़ से ढाई करोड़ यूजर हैं। यूजर्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए भारत सरकार द्वारा क्रिप्टोकरंसी बिल (Crypto currency Bill 2021-22) लाने की घोषणा की गई थी। शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरंसी एंड रेगुलेशन आफ ऑफिशल डिजिटल करंसी (Crypto currency and Regulation of Official Digital Currency) पर बिल पास करने की बात कही गई है।
भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister of India, Shri Narendra Modi) द्वारा Cryptocurrency Bill को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की हैं और मजबूत रेगुलेटरी स्टेप्स उठाने के संकेत दिए गए हैं। भारत सरकार का मानना है, कि क्रिप्टो करेंसी को लेकर रेगुलेशन नहीं होने से इसका उपयोग टेररिस्ट फीडिंग (terrorist feeding) और काला धन (black money) की आवाजाही में हो सकता है। इसीलिए अभी तक भारत सरकार द्वारा क्रिप्टो करेंसी को लीगल करार नहीं किया गया है। क्रिप्टोकरंसी को लेकर बढ़ते यूजर्स का रुझान देखते क्रिप्टो धन हुए भारत सरकार द्वारा क्रिप्टोकरंसी बिल लाने की प्लानिंग की जा रही है।
Crypto currency Bill 2021-22 | क्रिप्टोकरंसी बिल 2021-22 क्या है?
भारत में बढ़ते हुए क्रिप्टोकरंसी के ट्रेंड को लेकर भारत सरकार द्वारा गाइड लाइन पर मंथन किया जा रहा है। क्रिप्टोकरंसी के नियमन के क्रिप्टो धन लिए केंद्र सरकार की ओर से संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरंसी एवं अधिकारी डिजिटल मुद्रा विनिमय विधेयक पेश किया जाएगा। जिससे क्रिप्टोकरंसी को लेकर भारत में स्थिति स्पष्ट हो सकती है, कि यह भारत में पूर्ण तरह से फेल होगी या इसे गाइडलाइन के आधार पर सुचारू रूप से जारी रखा जा सकता है। सरकार द्वारा क्रिप्टो करेंसी को लेकर जिस बिल को पास किया जाएगा उसका नाम है क्रिप्टोकरंसी एवं अधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनिमय विधेयक 2021 (Cryptocurrency and Official Digital Currency Exchange Bill 2021)
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भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा क्रिप्टो करेंसी पर आधिकारिक तौर पर फ्रेमवर्क तैयार किया जा रहा है, तथा क्रिप्टो करेंसी के इस्तेमाल को लेकर तकनीकी प्रारूप बनाने की योजना पर तैयारी चल रही है। भारत सरकार के रुझान के अनुसार निजी क्रिप्टोकरंसी पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। दरअसल शीतकालीन सत्र में पेश होने वाले 26 दिन सूची में क्रिप्टो करेंसी बिल भी शामिल है। क्रिप्टो धन अब देखना यह है कि कैसे क्रिप्टोकरंसी अपने आप को इंडिया में लीगल साबित करती है या फिर पूर्णतया बेन होती है।
What Prime Minister Narendra Modi said on Cryptocurrency | क्रिप्टोकरंसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा
जैसा कि आप सभी जानते हैं क्रिप्टोकरंसी एक डिजिटल करेंसी है। जिसे इंडिया में लीगल करार नहीं किया गया है। परंतु विदेशों में डिजिटल करेंसी को बहुत अत्यधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है। जिसमें बिटकॉइन (bitcoin) महत्वपूर्ण क्रिप्टोकरंसी कॉइन है, जो कि अब तक की क्रिप्टोकरंसी में सबसे महंगा कॉइन है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा क्रिप्टोकरंसी को लेकर कई मंत्रालयों से उच्च स्तरीय बैठक की जा चुकी है। इसके अलावा सिटी न्यूज़ संवाद कार्यक्रम के दौरान क्रिप्टोकरंसी को क्रिप्टो धन लेकर संबोधन दिया गया, जिसमें पीएम मोदी कहते हैं, “क्रिप्टो करंसी आफ बिटकॉइन का उदाहरण ले लीजिए यह बेहद जरूरी है, कि सभी लोकतांत्रिक क्रिप्टो धन देश इस पर काम करें। साथ ही सुनिश्चित करें, कि यह गलत हाथों में न पड़े। क्योंकि इससे हमारे युवाओं पर गलत असर पड़ सकता है।”
In which countries is cryptocurrency legal | क्रिप्टोकरंसी किन देशों में लीगल है?
क्रिप्टोकरंसी भारत और चीन जैसे देशों में बैन क्रिप्टो धन है। हाल फिलहाल रिजर्व बैंक द्वारा इस पर पूर्णतया बैन लगा रखा है। पर अमेरिका समेत कई बड़े देश इसे अनुकूल स्कीम बना रहे हैं। सेंट्रल अमेरिका के अल सल्वाडोर कि कांग्रेस ने 8 जून 2021 को बिटकॉइन पर कानून पास किया। बिटकॉइन को लीगल टेंडर बनाने क्रिप्टो धन वाला दुनिया का यह पहला देश है। इसके साथ दक्षिण कोरिया जैसे बड़े देश भी क्रिप्टो करेंसी और एक्सचेंज को रेगुलेट करने के लिए कानूनी स्ट्रक्चर बनाने की तैयारी कर रहे हैं। क्रिप्टो करेंसी को क्रिप्टो फ्रेंडली मियामी युवक ने हाल ही में क्रिप्टो एंक्लेव का आयोजन किया। बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी को पूरी दुनिया अपनाने का प्रयास कर रही है। इसी के साथ बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरंसी पर आधारित मैचुअल फंड स्कीम भी लांच की जा चुकी है।
FAQ’s Crypto currency Bill 2021-22
Q . क्रिप्टोकरंसी बिल 2021 क्या है?
Ans. भारत के संविधान सत्र में क्रिप्टोकरंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल पास करने पर मंथन किया जा रहा है। सरकार का मानना है, कि क्रिप्टोकरंसी अभी तक क्रिप्टो धन इंडिया में गैरकानूनी है। क्रिप्टो करेंसी की उपयोगिता को लेकर भारत अभी भी इस पर प्रतिक्रिया नहीं दे पाया है। शीतकालीन सत्र में यदि क्रिप्टोकरंसी बिल 2021 पास होता है, तो इस पर मजबूत गाइडलाइन जरूर बनेगी।
Q. क्या क्रिप्टोकरंसी भारत में लीगल है?
Ans. जी नहीं, अभी क्रिप्टो धन तक भारत में क्रिप्टोकरंसी को लेकर कोई भी कानून पास नहीं किया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा क्रिप्टोकरंसी को बैन किया जा क्रिप्टो धन चुका है। अब शीतकालीन सत्र में 26 विधेयक बिल पास होने वाले हैं। जिसमें क्रिप्टोकरंसी भी शामिल है। यदि बिल पास होता है तो उस सरकार द्वारा इसकी उपयोगिता पर गाइडलाइन जरूर तैयार की जाएगी।
Q. क्रिप्टोकरंसी बिल 2021 कब तक पास होगा?
Ans. शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशल डिजिटल करंसी बिल 2021 पास हो सकता है। परंतु अभी तक बिल को लेकर कोई अपडेट नहीं की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा क्रिप्टोकरंसी को लेकर विभिन्न मंत्रालय एवं उच्च अधिकारियों से वार्तालाप की गई है।
Crypto Exchanges: कितने सेफ हैं भारत के क्रिप्टो एक्सचेंज?
अगर कोई एक्सचेंज अपना काम-धंधा समेट ले या सरकार ही उसके कामकाज पर रोक लगा दे, तब उसके क्रिप्टो इन्वेस्टर्स को अपनी जमा-पूंजी से हाथ धोना पड़ सकता है.
अब अगर आपने क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrencies) खरीदी तो फिर उसे स्टोर करने के लिए जरूरत होती है डिजिटल वॉलेट की. ये वॉलेट दो तरह के होते हैं - हॉट वॉलेट, जो इंटरनेट के जरिए आपके डेस्कटॉप या मोबाइल फोन से जुड़े होते हैं. ज्यादातर एक्सचेंज क्रिप्टोकरेंसी स्टोर करने के लिए यही सुविधा देते हैं. दूसरे वॉलेट हैं कोल्ड वॉलेट, जो इंटरनेट से नहीं जुड़े होते और क्रिप्टोकरेंसी स्टोर करने का सबसे सुरक्षित विकल्प है. लेकिन कोल्ड वॉलेट की प्राइवेट कीज (Private Keys) आपको याद रखनी होती है क्योंकि अगर आप इसे भूल गए तो फिर स्टोर की गई क्रिप्टोकरेंसी को भी भूल जाइए.
क्रिप्टो एक्सचेंज की भूमिका बेहद अहम (Role of Crypto Exchanges)
ये सारे डिटेल्स हमने आपको इसलिए बताए ताकि आप समझ जाएं कि पूरा क्रिप्टो यूनिवर्स दरअसल डिजिटल है और इस वजह से इसकी सिक्योरिटी के लिए सारे स्टेकहोल्डर्स को मिलकर काम करना होता है. हैकर्स इसी फिराक में लगे रहते हैं कि कैसे वे इस सिक्योरिटी सिस्टम को तोड़ें और करोड़ों-अरबों की डिजिटल करेंसी हड़प लें. क्रिप्टो एक्सचेंज ऐप्स इन्वेस्टर और क्रिप्टो मार्केट के बीच इंटरफेस का काम करते हैं, इसलिए सुरक्षित एक्सचेंज चुनना क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट के जोखिम भरे सफर का पहला कदम है. ऐसे में आपकी कोशिश होनी चाहिए कि आपका एक्सचेंज कम से कम आपके इन्वेस्टमेंट पर फ्रॉड इंश्योरेंस जरूर दे. इस सेफ्टी फीचर से यूजर को इस बात का भरोसा रहता है कि अगर एकाउंट हैक हो गया और क्रिप्टोकरेंसी चुरा ली गई, तब एक्सचेंज सारे नुकसान की भरपाई का जिम्मा लेगा.
देख-परखकर चुनें क्रिप्टो एक्सचेंज
हाल के दिनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जहां क्रिप्टो इन्वेस्टर्स को कभी नकली एक्सचेंजों ने नकली क्रिप्टोकरेंसी के जरिए धोखा दिया, तो कभी सब कुछ सही होने पर उनके निवेश को साइबर हैकर्स ने जीरो कर दिया. भारत में कई क्रिप्टो एक्सचेंज ऐसे हैं जो कोल्ड वॉलेट, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन और फ्रॉड इंश्योरेंस जैसे सेफ्टी फीचर्स से लैस हैं. हालांकि इसके साथ एक्सचेंज की इन्फ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी भी मजबूत होनी चाहिए. अपना एक्सचेंज फाइनल करने के पहले सिक्योरिटी से जुड़ी सारी जानकारी हासिल कर लीजिए. देश में काम कर रहे कुछ क्रिप्टो एक्सचेंज के नाम हैं: