स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कैसे करें

India INX की 135 विदेशी एक्सचेंजों में पहुंच
नेशलन स्टॉक एक्सचेंज का एनएसई आईएफएसई (NSE IFSC) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के समर्थन वाले इंडिया इंटरनेशनल एक्सचेंज (India INX) भी जो विदेशों में निवेश की सुविधा प्रदान करते हैं. India INX ने इंटरएक्टिव ब्रोकर्स के साथ करार किया है और इसकी पहुंच 135 विदेशी एक्सचेंजों तक है.
शेयर बाजार क्या है?शेयर मार्केट कैसे काम करता है? कैसे करें शेयर बाजार में निवेश ?
अगर शाब्दिक अर्थ में कहें तो शेयर बाजार किसी सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने-बेचने की जगह है. शेयर का मतलब होता है हिस्सा. बाजार उस जगह को कहते हैं जहां आप खरीद-बिक्री कर सकें.
शेयर बाजार (Stock Market) किसी सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने-बेचने की जगह है. भारत में बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) नाम के दो प्रमुख शेयर बाजार हैं.
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(Bombay Stock Exchange) (National Stock Exchange)
Sensex
बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और Sensex का निर्धारण BSE में लिस्टेड Top 30 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन (कंपनीयों का कुल मूल्य) के आधार पर किया जाता हैं|
अगर सेंसेक्स बढ़ता हैं तो इसका मतलब हैं कि BSE में रजिस्टर्ड ज्यादातर कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं|
Nifty क्या हैं?
Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और इसका निर्धारण NSE में लिस्टेड Top 50 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन आधार पर किया जाता हैं|
अगर Nifty बढ़ता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि NSE में रजिस्टर्ड कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं और अगर Nifty घटता हैं तो इसका अर्थ यह हैं कि NSE की कंपनियों ने बुरा प्रदर्शन किया हैं|
कोई कंपनी BSE/NSE में कैसे लिस्ट होती है?
शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्ट होने के लिए कंपनी को शेयर बाजार से लिखित समझौता करना पड़ता है. इसके बाद कंपनी पूंजी बाजार नियामक SEBI के पास अपने सभी जरूरी दस्तावेज जमा करती है. SEBI की जांच में सूचना सही होने और सभी शर्त के पूरा करते ही कंपनी BSE/NSE में लिस्ट हो जाती है.
स्टॉक बाजार या शेयर बाजार में बड़े रिटर्न की उम्मीद के साथ घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशक (FII या FPI) भी काफी निवेश करते हैं.
कैसे खरीदें Apple और Facebook के शेयर? विदेशी स्टॉक्स में किन तरीकों से कर सकते हैं निवेश, जानिए
विदेशी शेयरों की खरीद बिक्री कई तरीकों से की जा सकती है.
विदेशों में सूचीबद्ध शेयरों (Overseas Listed Equities) में निवेश के लिए म्यूचुअल फंड्स को लोग तरजीह देते हैं. अंतरराष्ट्रीय शेयरों पर फोकस वाली म्यूचुअल फंड्स स्कीमें 31 अगस्त, 2022 तक 38,014 करोड़ रुपये का एसेट मैनेज कर रही थीं.
- News18Hindi
- Last Updated : September 20, 2022, 12:06 IST
वित्त वर्ष 2022 में भारतीयों ने 74.7 करोड़ डॉलर विदेशों में निवेश किए हैं.
सीधे विदेशी स्टॉक एक्सचेंजों में भी भारतीय निवेश कर सकते हैं.
विदेशों में सूचीबद्ध शेयरों में निवेश के लिए म्यूचुअल फंड को लोग तरजीह देते हैं.
नई दिल्ली. भारतीय निवेशकों में विदेशी बाजारों में लिस्ट शेयर (Global stocks) खरीदने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. वित्त वर्ष 2022 में भारतीयों ने 74.7 करोड़ डॉलर विदेशों में निवेश किए हैं. इससे पता चलता है कि विदेशी स्टॉक्स की ओर भारतीय निवेशकों का झुकाव बढ़ रहा है. विदेशी शेयरों की खरीद-बेच कई तरीकों से की जा सकती है. म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) और फिनटेक ऐप के जरिए तो आप निवेश कर ही सकते हैं, साथ ही सीधे विदेशी स्टॉक एक्सचेंजों (Foreign stock exchanges) में भी भारतीय निवेश कर सकते हैं.
Paytm Money से आईपीओ में कैसे लगाएं पैसा, जानिए निवेश की पूरी प्रक्रिया
Updated on: Jan 08, 2021 | 8:18 AM
पेटीएम की सब्सिडरी कंपनी पेटीएम मनी (Paytm Money) ने इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी कि आईपीओ स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कैसे करें लॉन्च किया है. आईपीओ के माध्यम से लोग इसके शेयर खरीद कर कंपनी में निवेश कर सकते हैं. जो लोग आईपीओ में पैसा लगाकर पैसा बनाना चाहते हैं, उनके लिए यह बेहतर मौका है. यह आईपीओ रिटेल इनवेस्टर्स को निवेश करने का खास मौका देता है. ऐसे और भी कंपनियां हैं जो आईपीओ जारी करती हैं और निवेशकों को पैसा लगाने का मौका देती हैं.
जहां तक बात पेटीएम मनी की है तो कंपनी ने अपने ऐप और वेबसाइट पर आईपीओ फीचर की सुविधा दी है जिसके जरिये निवेशक आईपीओ के लिए अप्लाई कर सकते हैं. यह प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल होगी. पेमेंट भी डिजिटल होंगे जहां रिटेल इनवेस्टर्स यूपीए के जरिये पेमेंट कर सकते हैं. अब निवेशकों को चेक और कैश पेमेंट का सहारा नहीं लेना होगा जिसमें काफी वक्त लगता है.
जानिए निवेश की पूरी प्रक्रिया
-पेटीएम मनी ऐप पर लॉग इन करें और डिजिटल केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करें. -आपकी डिटेल वेरीफाई होने के बाद एक डिमेट अकाउंट खुल जाएगा. अब होम स्क्रीन पर आईपीओ सेक्शन पर क्लिक करें. -यहां आपको पिछले और भविष्य में आने वाले आईपीओ स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कैसे करें की जानकारी मिल जाएगी. जिस आईपीओ के एप्लिकेशन की तारीख खुली रहेगी, आप उसके लिए अप्लाई कर सकते हैं. -अगले चरण में बिडिंग की डिटेल भरें. जैसे कि क्वांटिटी, अमाउंट की जानकारी दें. अधिकतम 3 बिड्स की अनुमति है. -इतना करने के बाद यूपीआई आईडी भर दें ताकि आपके बिड का फंड ब्लॉक हो सके. यूपीआई ऐप पर इसकी सूचना आपको मिल जाएगी. -इस सूचना (मैंडेट) को स्वीकार करते ही आपका आवेदन सफलता पूर्वक सबमिट हो जाएगा. -आईपीओ का अलॉटमेंट शुरू होने पर आपको अलॉटमेंट स्टेटस की पूरी जानकारी मिल जाएगी.
आईपीओ का अर्थ है कि कोई भी कंपनी पहली बार स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होती है तो उसे कुछ शेयर जारी करने होते हैं. इसे हम इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी कि आईपीओ कहते हैं. निवेश करने से पहले कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति के बारे में जरूर पता करना चाहिए. इसी आधार पर किसी भी निवेशक को आईपीओ की खरीद-बिक्री करनी चाहिए.
आईपीओ प्राइस बैंड का मतलब क्या होता है
जिन कंपनियों को आईपीओ लाने की इजाजत है, वो अपने शेयरों की कीमत तय करती हैं. इन्फ्रास्ट्रक्चर और कुछ दूसरे क्षेत्रों की कंपनियों को सेबी और बैंकों को रिजर्व बैंक से शेयर की कीमत तय करने स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कैसे करें की अनुमति लेनी होती है. कंपनी का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर बुकरनर के साथ मिलकर प्राइस बैंड तय करता है. भारत में 20 फीसद प्राइस बैंड की इजाजत है. इसका अर्थ है कि बैंड की अधिकतम सीमा फ्लोर प्राइस से 20 फीसद से ज्यादा ऊपर नहीं हो सकती है.
प्राइस बैंड के अलावा बिड लॉट की चर्चा होती है. बिड लॉट का अर्थ उस न्यूनतम शेयर मात्र से होता है जिसके मुताबिक या उसके गुणकार में ही ग्राहकों को आईपीओ के लिए बोली लगानी होती है. इसी क्रम में इशू साइज को भी समझ लेना चाहिए. इशू साइज का अर्थ कुल शेयर की मात्रा से है जिन पर आप बोली लगा सकते हैं. जितना शेयर रिटेल निवेशकों के बोली लगाने के लिए रखा जाता है, उसे रिटेल कहते हैं.
ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग
फॉरेक्स टाइम लिमिटेड (www.forextime.com/eu) साइप्रस प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग द्वारा विनियमित है, जिसका CIF लाइसेंस नंबर है 185/12, तथा यह दक्षिण अफ्रीका के फाइनेंशियल सेक्टर कंडक्ट अथॉरिटी (FSCA) द्वारा लाइसेंस प्राप्त है और इसका FSP नंबर 46614 है। यह कंपनी यूके के फाइनेंशियल कंडक्ट अथॉरिटी के साथ रजिस्टर्ड है, जिसका नंबर 600475 है।
ForexTime (www.forextime.com/uk) फाईनेंशियल कंडक्ट अथॉरिटी द्वारा लाइसेंस नंबर 777911 के अंतर्गत अधिकृत और विनियमित है।
Exinity Limited (www.forextime.com) मॉरीशस गणराज्य के वित्तीय सेवा आयोग द्वारा विनियमित निवेश डीलर है, जिसकी लाइसेंस संख्या C113012295 है।
कार्ड ट्रांजेक्शन स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कैसे करें एफटी ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड, रजिस्टर्ड नंबर HE 335426 और रजिस्टर्ड पता Ioannis Stylianou, 6, Floor 2, Flat 202 2003, Nicosia, Cyprus के माध्यम से प्रोसेस किए जाते हैं। कार्डधारक के पत्राचार के लिए पता: [email protected] व्यवसाय के स्थान का पता: FXTM Tower, 35 Lamprou Konstantara, Kato Polemidia, 4156, Limassol, Cyprus.
पढ़िए विस्तार से
सेबी ने हर सूचीबद्ध कंपनी में कम से कम एक महिला निदेशक रखे जाने के लिए कंपनियों को एक अप्रैल 2015 तक का समय दिया है.
भारत में इस वक्त मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में 4043 और एनएसई में 1462 कंपनियां सूचीबद्ध हैं.
एनएसई और प्राइमडेटाबेस नाम की कंपनी द्वारा संचालित इंडियनबोर्ड्स डॉट कॉम वेबसाइट भारतीय कंपनियों में निदेशकों से जुड़ी जानकारी पर लगातार नज़र रखती है.
वेबसाइट द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक एनएसई की 728 यानी 50 फ़ीसदी कंपनियों में अभी तक एक भी महिला निदेशक नहीं है.
यानी हर सूचीबद्ध कंपनी में कम से कम एक महिला निदेशक होने के सेबी के निर्देश को पूरा करने के लिए तयशुदा समय सीमा तक हर रोज़ औसतन चार महिलाओं को शामिल करना होगा.
किरण मज़ुमदार शॉ मानती हैं कि भारत में कामयाब पेशेवर महिलाएं हैं लेकिन उन्हें बोर्डरूम से बाहर रखा गया है.