क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है

ऑप्शन ट्रेडिंग
डेरिवेटिव ट्रेडिंग की मूल धारणा, खासकर ऑप्शंस की जानकारी। ऑप्शंस के भाव तय करने के प्रचलित मॉडल और ऑप्शन ट्रेडिंग में सफलता की रणनीतियां जो विशेष रूप से निफ्टी ऑप्शंस पर आजमाकर देखी गई हैं। यहां के लगभग 30 लेखों से ऑप्शंस ट्रेडिंग को समझा जा सकता है।
अच्छा लाभ मिला निफ्टी ऑप्शंस में
जून महीने के डेरिवेटिव सौदों में निफ्टी ऑप्शन का शुक्रवार से गुरुवार तक का पहला चक्र कल पूरा हो गया। इस दौरान निफ्टी 4.68% बढ़ा है। 29 मई को निफ्टी 9580.30 पर बंद हुआ था, जबकि कल 4 जून को उसका बंद स्तर 10,029.10 का रहा है। आइए, देखते हैं कि हमने शुक्रवार के भावों के आधार पर निफ्टी ऑप्शंस में ट्रेडिंग के जो चार तरीके अपनाए थे, उनका अंततः क्या हश्र हुआ है। बटरफ्लाई स्प्रेड: बटरफ्लाईऔर और भी
जुगत प्रीमियम कमाने या मुनाफे की
ऑप्शन राइटर बाज़ार के बेहद मंजे हुए खिलाड़ी होते हैं। वे ऐसे ही स्ट्राइक मूल्य के ऑप्शन बेचने की जुगत में लगे रहते हैं जिनमें उनको मिला हुआ प्रीमियम हाथ से निकल जाने की गुंजाइश ही न रहे। वे बहुत ज्यादा लालच नहीं करते, लेकिन ज्यादा से ज्यादा ऑप्शन बेचकर अपनी प्रीमियम आय बढ़ाने में लगे रहते हैं। दूसरी तरफ ऑप्शन खरीदनेवाले हैं, जिनमें से अधिकांश रिटेल ट्रेडर हैं और ज्यादा लालच में फंसकर अपना प्रीमियम गंवातेऔर और भी
चंचलता का सूचकांक है बड़े काम का
हमने ऑप्शन के भावों को समझने के दौरान पाया कि इसे निर्धारित करने में वोलैटिलिटी, विशेष रूप से इम्प्लायड वोलैटिलिटी बहुत अहम भूमिका निभाती है। इसी तरह की वोलैटिलिटी को एनएसई का एक सूचकांक हर दिन पेश करता है। वो है India क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है VIX जो निवेशकों में छाई धारणा को दिखाता है कि एक्सपायरी तक निफ्टी कितना ऊपर या नीचे हो सकता है। यह असल में ऑप्शंस के प्रीमियम की इम्प्लायड वोलैटिलिटी की माप है। साथ ही इससेऔर और भी
सीख-समझ लें क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है ऑप्शंस ट्रेडिंग यहां से
हमने ऑप्शन ट्रेडिंग की इस अध्ययन श्रृंखला में शुरू में जाना कि आईटीएम, एटीएम व ओटीएम ऑप्शन का क्या मतलब है, कॉल व पुट ऑप्शन क्या होते हैं, उन्हें खरीदने और बेचने में लाभ का फॉर्मूला क्या है, ऑप्शन राइटर या बेचने वाला ही ज्यादातर क्यों कमाता है, उसे कितना बड़ा मार्जिन देना पड़ता है, आज के ऑप्शन राइटर और कल के बदला फाइनेंसर में क्या समानता है, आदि-इत्यादि। सब कुछ उदाहरण के साथ समझते गए। फिरऔर और भी
उन्हीं रणनीतियों की एक और परीक्षा
ट्रेडिंग बुद्ध में स्टॉक्स ट्रेडिंग का सिलसिला 8 जून को अनलॉक-1 के पहले दिन के साथ दोबारा शुरू हो जाएगा। इस बीच आज से शुक्रवार, 5 जून तक हम ऑप्शन ट्रेडिंग को सीखने, समझने और आजमाने का क्रम जारी रखेंगे। एक बार हम फिर उन्हीं तीन रणनीतियों को बाजार में अपनाते हैं जिनसे हमने पहली बार में ही हफ्ते भर में 77.91 प्रतिशत का सांकेतिक रिटर्न कमाया था। साथ ही एक नया सौदा भी करेंगे। बटरफ्लाई स्प्रेड:और और भी
तीनों की तीनों ही रणनीतियां सफल!
मई के डेरिवेटिव सौदों की एक्सपायरी कल महीने के अंतिम गुरुवार को पूरी हो गई। नतीजा आ चुका है यह देखने का कि हफ्ते भर पहले 21 मई को निफ्टी ऑप्शन में ट्रेडिंग की जो तीन रणनीतियां हमने अपनाई थीं, वे कितनी कामयाब रहीं, उन्होंने कितना कमाया या गंवाया है और उनका रिटर्न कितना रहा है? इसी के आधार पर हम समझ पाएंगे कि इन्हें अपनाने में क्या-क्या दूसरी सावधानियां बरती जानी चाहिए थीं। 21 मई 2020और और भी
जान तो लिया, अब देखें आजमा कर
कोई भी ज्ञान या विद्या तभी तक सार्थक है, जब तक वह व्यवहार की सेवा कर सके। हमने अब तक की 26 कड़ियों में डेरिवेटिव ट्रेडिंग, खासकर ऑप्शन ट्रेडिंग को जानने-समझने की जो कोशिश की, अब उसे व्यवहार के धरातल पर कसने का वक्त आ गया है। अगर वह किसी हद तक रिटेल ट्रेडर के लिए कम से कम रिस्क में ठीकठाक मुनाफा कमाने का माध्यम बन सके, तभी उसे अपनाया जाना चाहिए। अन्यथा, उसे शेयर बाज़ारऔर और भी
डेरिवेटिव्स में भी चले डिमांड-सप्लाई
डेरिवेटिव ट्रेडर बहुत उस्ताद किस्म के प्राणी होते हैं। वे सबसे कम समय में कम से कम रिस्क उठाते हुए ज्यादा से ज्यादा संभव रिटर्न कमाने की जुगत में लगे रहते हैं। वे इसका हवाई ख्वाब नहीं देखते, बल्कि ठोस, समझदार, दमदार कोशिश करते हैं। हालांकि बाज़ार में ज़ीरो रिस्क जैसी कोई चीज़ नहीं होती। और, रिस्क ऐसी तितली नहीं जिसे आप मुठ्ठी में बंदकर रख लें। यहां रिस्क कभी भी बैलून की तरह विस्फोटक हद तकऔर और भी
जितना उतार-चढ़ाव, उतना ही फायदा
कल हमने ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीति के अंतर्गत कवर्ड कॉल, प्रोटेक्टिव पुट, बुल स्प्रेड और बियर स्प्रेड की चर्चा की। आज हम बटरफ्लाई स्प्रेड, स्ट्रैडल और स्ट्रैंगल रणनीति को समझने की कोशिश करेंगे। ये तीनों ही डेल्टा न्यूट्रल रणनीतियां हैं। इनमें हम स्टॉक की तेजी या मंदी को नहीं, बल्कि उसकी वोलैटिलिटी को आधार बना कर ट्रेडिंग रणनीति तैयार करते हैं। हम जान चुके हैं कि वोलैटिलिटी ज्यादा हो तो ऑप्शन के भाव चढ़ जाते हैं और तबऔर और भी
रणनीति कम लागत, सीमित लाभ की
जिस तरह शेयरों के निवेश में पोर्टफोलियो बनाकर रखना होता है ताकि एक का नुकसान दूसरे के फायदे से बराबर होता रहे और हम अपना नुकसान कम से कम रखते हुए ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सकें, उसी तरह ऑप्शन ट्रेडिंग में भी न्यूनतम नुकसान और अधिकतम मुनाफे की रणनीति बनानी पड़ती है। हम पहले ही देख चुके हैं कि ऑप्शन का भाव बाज़ार में वाजिब है या गलत, इसे परखने का कोई पक्का फॉर्मूला या लिटमसऔर और भी
निवेश – तथास्तु
भारत में शेयर बाज़ार से कमाने की कारगर रणनीति यही है कि ट्रेडर मौका देखे तो निवेशक बन जाए तो निवेशक को ज़रूरत पड़े तो ट्रेडर बन जाए। वैसे, दोनों के बीच बड़ी साफ विभाजन रेखा है। ट्रेडर हमेशा सटोरिया होता है। वह बहुत कम जानकारी जुटाकर अनजाने में छलांग लगाता है। वहीं, निवेशक कतई सटोरिया नहीं होता। वह जितना संभव है, उतना जानकर ही दांव लगाता है। वह जो भी शेयर खरीदे, उसके पीछे निष्पक्ष व […]
पेड सेवा
क्या आप जानते हैं?
जर्मन मूल की ग्लोबल ई-पेमेंट कंपनी वायरकार्ड ने बैंकिंग और इसके नजदीकी धंधों में अपने हाथ-पैर पूरी दुनिया में फैला रखे थे। फिर भी उसका कद ऐसा नहीं है कि इसी 25 जून को उसके दिवाला बोल देने से दुनिया के वित्तीय ढांचे पर 2008 जैसा खतरा मंडराने लगे। अलबत्ता, जिस तरह इस मामले में …
अपनों से अपनी बात
भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ रही है और आगे भी बढ़ेगी। लेकिन कहा जा रहा है कि इसका लाभ आम आदमी को पूरा नहीं मिलता। अमीर-गरीब की खाईं बढ़ रही है। बाज़ार को आंख मूंदकर गालियां दी जा रही हैं। लेकिन बाज़ार सचेत लोगों के लिए आय और दौलत के सृजन ही नहीं, वितरण का काम भी …
ऑप्शन ट्रेडिंग टिप्स
शेयर मार्केट के किसी भी सेगमेंट में निवेश करके मुनाफा कमाने के लिए उससे जुड़े प्रत्येक टर्म की जानकारी होना आवश्यक है, जैसे ऑप्शन ट्रेडिंग। कई ट्रेडर्स और निवेशक ऑप्शन ट्रेडिंग को काफी जोखिम भरा मानते है और इनके अनुसार इस ट्रेडिंग सेगमेंट में नुकसान की संभावना ज्यादा रहती है। कई ट्रेडर नुकसान की संभावना को कम करने क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है के लिए अक्सर सही ऑप्शन ट्रेडिंग टिप्स की तलाश में रहते हैं।
ऑप्शन ट्रेडिंग (option trading in hindi) का मतलब आप विशेष सिक्योरिटी को विशेष दिन पर विशेष कीमत पर बेचने या खरीदने का अवसर पाते हैं। लेकिन ऑप्शन ट्रेडिंग के पीछे का विचार यह होता है की यह काफी जटिल और जोखिम भरा है।
लेकिन असलियत में इसे समझना और मुनाफा कमाना काफी आसान है। इसलिए, आज हम ऑप्शन ट्रेडिंग टिप्स के बारे में चर्चा करेंगे। जिसका अनुसरण करके आप आसानी से मुनाफा कमा सकते हैं।
Option Trading Tips in Hindi
ऑप्शन ट्रेडिंग की जटिलता और इससे जुड़े जोखिम की संभावना को खत्म करने के लिए आपको ऑप्शन ट्रेडिंग टिप्स का अनुसरण करना जरुरी है। आप ऑप्शन ट्रेडिंग टिप्स को समझकर आसानी से मुनाफा कमा सकते हैं।
ऑप्शन ट्रेडिंग के 5 टिप्स इस प्रकार हैं:-
1. स्टॉक ट्रेडिंग के अलावा ऑप्शन ट्रेडिंग आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है ।
स्टॉक ट्रेडिंग के दौरान ट्रेडर अक्सर इस समस्या का सामना करते हैं की स्टॉक्स को रखें या बेच दें?
चाहे कोई नया ट्रेडर हो या अनुभवी ट्रेडर, उसे अक्सर इस परेशानी का सामना करना पड़ता है।
लेकिन समस्या का शिकार वैसे लोग होते हैं जिन्हें क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में जानकारी नहीं है क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग में आप ऑप्शन का उपयोग करके आप अपनी पोजीशन को हेज (Hedging meaning in Hindi) कर सकते हैं।
स्टॉक ट्रेडिंग में आप स्टॉक्स खरीदते हैं और उसके कीमत में बढ़ोतरी होने पर आप उसे बेच देते हैं।
लेकिन ऑप्शन ट्रेडिंग में शेयर मार्केट की अस्थिरता (Volatility) के बावजूद आप सही रणनीति का उपयोग करके लाभ कमा सकते हैं।
स्टॉक ट्रेडिंग में स्टॉक की दिशा का सही अनुमान लगाना आपके क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है अनुभव पर निर्भर करता है। वहीं दूसरी ओर ऑप्शन में आप कम निवेश और कम जोखिम के साथ लॉन्ग टर्म या शार्ट टर्म के लिए ट्रेड कर सकते हैं। यह विकल्प आपको स्टॉक ट्रेडिंग में नहीं मिलता है।
ऑप्शन ट्रेडिंग उनलोगों के लिए बेहतर विकल्प है जो कम निवेश और कम जोखिम की संभावना के साथ ट्रेड करना चाहते हैं।
2. स्टॉक ट्रेडिंग की तुलना में आप ऑप्शन ट्रेडिंग से ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं ।
आप विश्वाश करें या नहीं, ऑप्शन ट्रेडिंग में आप नुकसान की स्थिति में भी मुनाफा कमा सकते हैं।
जब आप एक स्टॉक खरीदते हैं, उसके बाद आप स्टॉक की कीमत में बढ़ोतरी होने पर ही मुनाफा कमाते हैं। स्टॉक के शार्ट सेल के समय आप केवल स्टॉक की कीमत में गिरावट आने पर मुनाफा कमाते हैं।
कल्पना करें की आपकी पोजीशन शेयर मार्केट में बुलिश (Bullish) हैं, आप तभी पैसा कमा सकते हैं यदि स्टॉक के कीमत में बढ़ोतरी हो। लेकिन अगर स्टॉक स्थिर हो या उसमें गिरावट की संभावना होती है तब आप मुनाफा नहीं कमा सकते हैं।
ऑप्शन ट्रेडिंग में चाहे मार्केट तेजी (Bullish), मंदी (Bearish) या स्थिर हो, आप फिर भी लाभ कमाने का अवसर पाते हैं।
3. डर और लालच से भी ऑप्शन ट्रेडर ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं ।
प्रसिद्ध स्टॉक मार्केट निवेशक ‘वारेन बुफेट’ का यह कहना है की “जब लोगों के बीच डर हो तब आप लालची बन जाओ और जब लोग लालच करें तब आप डर जाओ” । मुनाफेदार स्टॉक चुनने के लिए इस तथ्य का उपयोग किया जा सकता है।
कोविड के समय स्टॉक मार्केट पूरी तरह क्रैश हो गया था उस समय काफी लोग डरे हुए थे, लेकिन कुछ ऑप्शन ट्रेडर ऐसे भी थे जिन्होने उस समय उस पुरे साल के बराबर मुनाफा कमा लिया। जब शेयर मार्केट में गिरावट हुई थी तब बहुत लोग डर की वजह से अपने शेयर्स बेच रहे थे और वहीं दूसरी ओर कई लोग बहुत ज्यादा निवेश कर रहे थे।
इसका मतलब यह की जब लोगों के बीच डर हो तब आप ज्यादा मुनाफा कमाने का अवसर पाते हैं।
जैसाकि हम जानते हैं की खबर के आधार पर शेयर मार्केट के शेयर प्राइस में गिरावट और उछाल आती है। इस मामले में ऑप्शंस का सही उपयोग करके आप मुनाफा कमा सकते हैं, आपको लालच और भय को समझकर इसमें अवसर देखने की जरुरत होती है।
अनुभवी ट्रेडर बाजार की अस्थिरता का उपयोग करके अक्सर अच्छा कमाते हैं।
4. ऑप्शन पोर्टफोलियो को बढ़ा सकते हैं, इसके जैसा कोई दूसरा टूल उपलब्ध नहीं है ।
स्टॉक ट्रेडिंग में कई बार ऐसी स्थिति आ जाती है, जब शेयर मार्केट क्रैश होने लगता है। अगर आपने अपने पोर्टफोलियो में लॉन्ग टर्म के लिए स्टॉक रखे हैं, जिससे आपके पोर्टफोलियो पर भी काफी ज्यादा असर पड़ता है और आपके पोर्टफोलियो में भी गिरावट आने लगती है।
लेकिन पोर्टफोलियो को बढ़ाने का यह अर्थ नहीं की आप जोखिम जोड़ रहें है बल्कि इसका अर्थ यह हो सकता है की आप ऑप्शंस का उपयोग करके जोखिम को कम और पोर्टफोलियो में आय डालते हैं लेकिन यह स्टॉक ट्रेडिंग में संभव नहीं है।
स्टॉक ट्रेडिंग में गिरावट आने से आपके पोर्टफोलियो में भी गिरावट आने लगती है। आप शेयर मार्केट क्रैश
होने पर नुकसान को नहीं रोक सकते हैं, लेकिन अगर आप अपने पोर्टफोलियो में रखे हुए स्टॉक का ऑप्शन खरीदकर आपकी नुकसान की संभावना खत्म हो जाती है।
5. धैर्य ऑप्शन क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने का जरिया है ।
ट्रेडिंग में अच्छे ट्रेड होते हैं, खराब ट्रेड होते हैं, कुछ जीतने वाले अच्छे ट्रेड होते हैं, जो नुकसान में बदल जाते हैं, कुछ ख़राब ट्रेड होते हैं, जो लाभ में बदल जाते हैं। लेकिन ये सभी तथ्य आपके धैर्य पर निर्भर करता है।
स्टॉक ट्रेडर और ऑप्शन ट्रेडर के बीच एक बात सामान्य है, धैर्य। ट्रेडिंग के दौरान सक्रिय (Active) रहना
जरुरी है क्योंकि सही समय पर सही निर्णय लेना फायदेमंद क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है होता है। लेकिन अगर आप धैर्य के साथ
निर्णय लेते हैं, तब आपके नुकसान की संभावना काफी कम हो जाती है।
अगर आपके पास कोई योजना नहीं है और आप ट्रेडिंग के दौरान सक्रिय नहीं रहते हैं, तब आपके नुकसान होने की संभावना ज्यादा रहती है।
स्मार्ट ट्रेडिंग पर ध्यान केंद्रित करके आप अच्छे और बुरे ट्रेडिंग के बीच अंतर को आसानी से समझ सकते हैं।
विशेषज्ञ हमेशा कहते हैं “Time is Money” और यह वाक्य ऑप्शन बेचने वालों पर सही बैठती है, अब हम जानते हैं की धैर्य से लाभ को बढ़ा सकते हैं लेकिन यह सिर्फ ऑप्शन बेचने वालों के लिए है।
ऑप्शन खरीदने वालों के लिए समय सबसे बड़ा दुश्मन है। क्योंकि ऑप्शन होल्ड करने से समय के साथ ऑप्शन की कीमत कम होती जाएगी।
आप ऑप्शन ट्रेडिंग की जटिलताओं को कम करने के लिए आप ऊपर में बताए गए सभी शेयर मार्केट टिप्स का अनुसरण कर सकते हैं।
स्टॉक ट्रेडिंग में ट्रेडर मार्केट की अस्थिरता के आधार पर मुनाफा कमाते हैं, जिससे उन्हें कई बार नुकसान का भी सामना करना पड़ता है। लेकिन आप ऑप्शन ट्रेडिंग में अस्थिरता होने पर उचित रणनीति का उपयोग करके मुनाफा कमा सकते हैं।
ऑप्शन ट्रेडिंग में मार्केट की स्थिति चाहे तेजी (Bullish) हो, मंदी (Bearish) हो, या स्थिर हो आप मुनाफा कमा सकते हैं।
आप मार्केट की सही स्थिति का पता लगाकर भी शेयर मार्केट में मुनाफा कमा सकते हैं। शेयर मार्केट में गिरावट आने पर भी आप स्टॉक के ऑप्शन चुनकर आप मुनाफा कमा सकते हैं।
आपके ट्रेडिंग के दौरान सक्रिय रहने और धैर्य रखने से आप शेयर मार्केट में मुनाफा कमा सकते हैं। लेकिन आप ऑप्शन बेचने समय ही धैर्य रखें, इससे आपके लाभ में बढ़ोतरी की संभावना क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है रहती है। लेकिन ऑप्शन खरीदने वालों के लिए धैर्य रखना नुकसान दायक होता है क्योंकि ऑप्शन की कीमत समय के साथ कम होती जाएगी।
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व्यापार बनाम निवेश - भाग 1
एक अनुयायी ने मुझसे पूछा कि दोनों में बुनियादी अंतर क्या है और क्या छोटे पूंजी आधार वाले लोगों को व्यापार की तुलना में निवेश करना चाहिए। इसलिए मैंने उस विषय पर अपने विचार साझा करने के बारे में सोचा जो पाठक के मन में भिन्न हो सकता है। यह परिप्रेक्ष्य की बात है और विश्वासों और विचारों के एक जैसे होने की तुलना में विविध होने की अधिक संभावना है।
मैं अगले कुछ साप्ताहिक लेखों पर अपने विचार साझा करने का प्रस्ताव करता हूं जिन्हें आप सप्ताहांत में पढ़ेंगे। जब भी संभव हो, लेख में एक YouTube वीडियो लिंक भी होगा जो दिखाता है कि वास्तविक दुनिया में चीजें कैसे काम करती हैं। यह दृष्टिकोण आपको अवधारणाओं को अच्छी तरह से समझने में मदद करेगा।
एक शुरुआत के रूप में व्यापार शुरू करने के लिए आवश्यक शर्तें--
- डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट।
- राजधानी।
- तकनीकी विश्लेषण या इसी तरह के व्यापारिक दृष्टिकोण का बुनियादी ज्ञान।
- ट्रेडिंग पद्धति
- ट्रेडिंग योजना।
- ये मूलभूत चीजें हैं जिन्हें स्थापित किया जाना है।
निवेशक बनने के लिए आवश्यक शर्तें--
- डीमैट खाता [ट्रेडिंग खाता आवश्यक नहीं है]।
- पूंजी।
- निवेश दृष्टिकोण।
- ये मूलभूत चीजें हैं जिन्हें स्थापित किया जाना है।
ट्रेडिंग और निवेश के बीच मुख्य अंतर क्या है?
एक ट्रेडर एक्सचेंज पर ट्रेड करने वाले एक या कई इंस्ट्रूमेंट्स की कीमतों में शॉर्ट-टर्म मूवमेंट पर कब्जा करना चाहता है।
एक निवेशक लंबी अवधि में रिटर्न को जोड़कर धन बनाने के लिए अपनी पूंजी को तैनात करना चाहता है।
क्या मुझे व्यापारी या निवेशक बनना चाहिए?
मेरे विचार से इसका कोई सही उत्तर नहीं है। हालांकि, मेरा मानना है कि एक निवेशक बनने के लिए, आपके पास अच्छी मात्रा में पूंजी आधार होना चाहिए क्योंकि निवेश एक प्रतीक्षारत खेल है। यह एक मैराथन है न कि स्प्रिंट। अगर मैं आज 3 लाख निवेश करता हूं, तो मैं अगले 6 महीनों में निवेश के दोगुने होने की उम्मीद नहीं कर सकता, जब तक कि निश्चित रूप से, मैं कुछ शेयरों में निवेश करना समाप्त नहीं कर देता, जो एक सपने में चलने का गवाह बनते हैं।
जब भी लोग निवेश की बात करते हैं तो डिफ़ॉल्ट रूप से वे वॉरेन बफे, राकेश झुनझुनवाला और आर के दमानी का उदाहरण लेते हैं। यह एक आम धारणा है कि ये लोग निवेशक हैं न कि व्यापारी। हालांकि, अगर आप गहराई से खुदाई करते हैं तो आपको पता चलेगा कि वॉरेन बफे ऑप्शंस में सबसे बड़े व्यापारियों में से एक है। आरजे और आरकेडी ने सार्वजनिक रूप से साझा किया है कि वे व्यापारी के रूप में अपने लगातार मुनाफे के कारण ही निवेशक बन पाए हैं। व्यापार में, लाभ उठाने की शक्ति के लिए धन्यवाद, जब व्यापार आपके पक्ष में काम करता है तो अच्छी मात्रा में धन प्राप्त करना संभव है। जब आप अपनी ट्रेडिंग पूंजी के साथ ट्रेडों का एक और सेट लेते हैं और लाभ को निवेशित होने देते हैं और इसी तरह श्रृंखला चलती है, तो बाजार में वापस निवेश करने के बाद प्राप्त धन चक्रवृद्धि शुरू हो जाती है।
मुझे पता है कि कई "निवेशक" हैं जो व्यापार को जुआ और समय लेने वाली और नशे की लत के रूप में देखते हैं। अधिक संभावना है या नहीं, वे भी एक बार एक व्यापारी थे क्योंकि क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है जब तक कोई व्यक्ति चांदी और सुनहरे चम्मच के साथ पैदा नहीं होता है, तब तक वह बेस जीरो से निवेशक नहीं बन सकता है, खासकर वर्तमान परिस्थितियों में। यह सार्वभौमिक रूप से सत्य है और यदि आप मेरी पंक्तियों को व्यापार के प्रति पक्षपाती पाते हैं तो आप गहरी खुदाई कर सकते हैं।
क्या मुझे इस बात की चिंता करनी चाहिए कि क्या मैं एक व्यापारी/निवेशक हूँ?
मेरा मानना है कि मैं पैसा बनाने के लिए शेयर बाजार में हूं। अब अगर कोई फैशन के हिसाब से यह कहना चाहता है कि मैं यहां धन पैदा करने के लिए आया हूं तो वह एक ही बात को अलग तरीके से कह रहा है। धन बनाने के लिए, किसी को पैसा बनाने की आवश्यकता होती है, और क्या यह वास्तव में मायने रखता है कि आप व्यापार या निवेश करके पैसा कमाते हैं? इसी तरह, क्या यह वास्तव में मायने रखता है कि क्या आप इक्विटी/ऑप्शन/फ्यूचर्स/कमोडिटीज आदि में ट्रेडिंग करके पैसा कमाते हैं? पैसा पैसा है और आपके द्वारा उपयोग किए जाने वाले साधन को यह तय नहीं करना चाहिए कि यह अच्छा है या बुरा - बेशक, जिस तरीके से आप पैसा कमाते हैं वह वैध होना चाहिए।
लेकिन फिर मुझे क्या करना चाहिए?
यदि आप अभी भी स्पष्ट नहीं हैं, तो मेरे विचार से आपका दृष्टिकोण निम्नलिखित होना चाहिए -
यदि आपकी पूंजी 5 लाख से कम है और आप नियमित रूप से पर्याप्त बचत नहीं कर पा रहे हैं, तो आपको ट्रेडिंग पर ध्यान देना चाहिए - यह इंट्राडे/स्विंग/पोजिशनल हो सकता है।
यदि आपकी पूंजी 5 लाख से अधिक है और आप मासिक आधार पर अपनी पूंजी में जोड़ने में सक्षम हैं, तो स्थितिगत व्यापार के साथ निवेश को आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
याद रखें, कोई सही उत्तर नहीं है क्योंकि समय-समय पर परिस्थितियाँ एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति और यहाँ तक कि एक ही व्यक्ति के लिए भी बदलती रहती हैं। पिछले १.५ वर्षों में एक औसत व्यक्ति के लिए चीजें अधिक कठिन और गतिशील हो गई हैं, इसलिए कृपया हर उस चीज से निर्देशित न हों जो आप सुनते हैं, पढ़ते हैं और देखते हैं। सारी जानकारी इकट्ठी करें, जो आप स्वयं कर सकते हैं उसका अध्ययन करें और फिर अपने पैसे कमाने के लक्ष्य तय करें, और फिर उस यात्रा पर आगे बढ़ें जो आपको लगता है कि आपके जीवन जीने के तरीके के अनुकूल है।
आपका पैसा आपकी चिंता और आपका आनंद होना चाहिए और इसके साथ क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इसके बारे में निर्णय लेने के लिए आपसे बेहतर कोई नहीं है।
अगले भाग में, मैं "निवेश" के बारे में और लिखूंगा।
यदि आपके कोई विचार/प्रश्न हैं, तो कृपया साझा करें और मुझे यथासंभव उत्तर देने में खुशी होगी।
Options Trading क्या है? Best Book On Options Trading for Beginners
Best Book On Options Trading for Beginners: क्या आप Options Trading के बारे में जानना चाहते हैं, तो आप सही जगह पर हैं। आज की पोस्ट में, हम आपको Options Trading Strategies से संबंधित बहुत सारी जानकारी देने जा रहे हैं।
इसके साथ ही हम आपको ऐसे 10 Options Trading for Beginners Book के बारे में बताएंगे। जिसकी मदद से आप Options Trading बहुत अच्छे से कर सकते हैं और उससे काफी पैसे कमा सकते हैं।
कुछ भी करने से पहले आपको सिखना बहुत जरूरी है. यदि क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है आप नहीं पढ़ते हैं तो आप कमाते भी नहीं हैं। Trading के इस धंधे में बहुत से लोग आते और चले जाते हैं। क्योंकि उन्हें इस विषय में ज्यादा ज्ञान नहीं होता है.
इसलिए किसी भी काम को करके कमाई करने से पहले उस काम को अच्छे से सिखना बहुत जरूरी है। जिस वजह से आज हम आपके लिए Options Trading से जुड़ी कुछ जरूरी बातें और 10 Top Options Trading Books लेकर आए हैं। जिसे पढ़कर आप Options Trading अच्छे से कर पाएंगे।
तो आइए बिना देर किए ऑप्शंस ट्रेडिंग पर सबसे अच्छी किताबों के बारे में जानते हैं।
फ्यूचर्स और ऑप्शंस क्या हैं? निवेश करने से पहले जरूर जान लें
निवेश से मुनाफा कमाना सभी चाहते हैं. उसके लिए मार्केट में कई तरीके के विकल्प मौजूद हैं. हम आज ऐसे ही विकल्प के बारे में बात करेंगे.
- Money9 Hindi
- Publish Date - August 30, 2022 / 01:31 PM IST
निवेश से मुनाफा कमाना क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है सभी चाहते हैं. उसके लिए मार्केट में कई तरीके के विकल्प मौजूद हैं. हम आज ऐसे ही विकल्प के बारे में बात करेंगे. ये हैं फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस. फ्यूचर एंड ऑप्शन के जरिए सिर्फ शेयर में ही नहीं, बल्कि सोना, चांदी, कृषि वस्तुओं और क्रूड समेत अन्य कई डेरिवेटिव्स में ट्रेडिंग करके पैसा कमाया जा सकता है. फ्यूचर्स और ऑप्शंस को समझने से पहले जिस बाजार में ये उत्पाद खरीदे और बेचे जाते हैं, उनके बारे में जानना जरूरी है. ये दोनों डेरिवेटिव मार्केट के उत्पाद हैं. ऐसे कई प्लेटफॉर्म हैं जहां से ये ट्रेड किए जा सकते हैं. यदि आप अपनी यात्रा शुरू करना चाहते हैं, तो 5paisa.com (https://bit.ly/3RreGqO) वह प्लेटफॉर्म है जो डेरिवेटिव ट्रेडिंग में आपकी यात्रा शुरू करने में आपकी मदद कर सकता है.
डेरिवेटिव क्या होते हैं?
डेरिवेटिव ऐसे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट होते हैं, जो अपनी वैल्यू किसी अंडरलाइंग एसेट (Underlying asset) या बेंचमार्क से प्राप्त करते हैं. उदाहरण के लिए शेयर, बॉन्ड, मुद्रा, जिंस यानी कमोडिटीज और मार्केट इंडेक्स सामान्य डेरिवेटिव में इस्तेमाल होने वाले एसेट हैं. अंडरलाइंग एसेट की कीमत बाजार की स्थितियों के हिसाब से बदलती रहती है. मुख्य रूप से डेरिवेटिव अनुबंध क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है चार प्रकार के होते हैं- फ्यूचर्स, फॉरवर्ड, ऑप्शंस और स्वैप.
फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट क्या है?
फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट के तहत एक ग्राहक किसी एसेट को पहले से तय कीमत पर भविष्य की एक निश्चित तिथि में खरीद या बेच सकता है. फ्यूचर्स में ट्रेड करने वाले दोनों पक्ष कॉन्ट्रैक्ट को पूरा करने के लिए बाध्य होते हैं. इन कॉन्ट्रैक्ट का स्टॉक एक्सचेंज पर कारोबार होता है. फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट की वैल्यू कॉन्ट्रैक्ट समाप्त होने तक बाजार के हिसाब से घटती-बढ़ती है.