शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है?

Sensex | सेंसेक्स क्या होता है | सेंसेक्स में कितनी कंपनी है
Share Market तथा Stock Market एक ऐसा बाजार है जहाँ बहुत से शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है? संगठन के हिस्सा क्रय -विक्रय किया जाता है ये एक ऐसा स्थान है जहाँ ज्यादा या तो बहुत अधिक पैसा कमा लेते हैं या तो उन्हें हानि हो जाता है। किसी संगठन का शेयर खरीदने का आशय यह है कि उस समूह में भागीदारी बन जाता है।
सेंसेक्स क्या है (Sensex kya hai)
सेंसेक्स दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है पहला है Sens और दूसरा है Index के Ex से सम्मिलित होकर बना है। इंडियन कैपिटल मार्केट को इंडेक्स करने वाली संवेदनात्मक सूचकांक है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की क्रम सूची करता है। इसलिए इससे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज कहा जाता है।
- मुक्त प्लॉट बाजार पूंजीकरण पद्धति के आधार पर की जाती है।
Sensex की कार्य विधि
लेकिन 1 जनवरी 1986 को प्रथम बार प्रकट होने के तदुपरांत सूचकांक वर्तमान तक मुंबई शेयर मार्केट के लिए निर्देशक का कार्य करता है।
सूचकांक जो आधार वर्ष है जो 1978 से 1989 से मौजूद है इसका आधार वर्ष उस समय के लिए 100% है।
यह आधार वर्ष तथा आधार मूल्य कहने का अर्थ यह है कि किसी भी समय का सूचकांक को वर्ष 1978 से 1989 के बाजार आकार तथा आधार मूल्य से गणना किया जाता है आप अधिक जानकारी के लिए नीचे पढ़ सकते हैं।
उस समय सूचकांक को सिर्फ 100 पॉइंट से ही शुरू किया गया था, यह इसलिए किया गया था क्योंकि किसी भी सूचकांक का गणना करना थोड़ा मुश्किल था, उसको सरल बनाने के लिए 100 पॉइंट अपनाया गया है।
इसको आप इस तरह से समझ सकते हैं यदि शेयर मार्केटिंग का कारोबार 10% बढ़ता है तो सूचकांक का वैल्यू 110 पॉइंट हो जाता है।
स्टॉक एक्सचेंज में सूचीपत्रित कंपनियों के मूल्यों में होने वाले बदलाव तीर तथा न्यूनता को अग्रेषित करता है
यदि कोई कंपनी है बहुत ही अच्छा अभिव्यक्ति करता है तो उसकी शेयर की बढ़ोतरी होती है।
- यदि कोई कंपनी अपने प्रोडक्ट को ठीक तरीके से प्रमोट नहीं करती है तो उसे बहुत नुकसान उठाना पड़ता है।
- शेयर होल्डर उनके द्वारा उस प्रोडक्ट को विक्रय कर दिया जाता है जिससे कंपनी को नुकसान देनी पड़ती है।
- बांबे शेयर बाजार जिसे मुंबई शेयर बाजार के नाम से जाना जाता है
- उसमें करीबन 55 सौ से ज्यादा कंपनियां आते हैं।
- लेकिन सूचकांक सभी कंपनियों को इंडेक्स नहीं करता है क्योंकि इसकी कुछ नीतियां अलग होती है।
ब्लू चिप कंपनी क्या है
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज सूचकांक में रजिस्टर कंपनियों में से सबसे ज्यादा एक्टिव, मार्केट कैप के भाग से अधिक, धन संबंधी रूप से अधिक मजबूत और इंडियन शेयर मार्केट में मजबूती से बांधे हुए हैं।
- लेकिन इनमें से कुछ ऐसी कंपनी है जो औद्योगिक क्षेत्र में आते हैं।
- ये औधोगिक कंपनियां इंडियन इकोनामी के अधिकांश क्षेत्रों में निरूपण करता है।
- इसलिए इसे ब्लू चिप कंपनी कहां जाता है।
Sensex कंपनियां कैसे चुनते हैं
इसके अंतर्गत 30 कम्पनियाँ आते हैं ,इन पीस समूह को चुनाव करने के लिए एक विशिष्ट समूह बनाई जाती है।
इसे इंडेक्स समिति के नाम से जाना जाता है।
इस संगठन में योग्य उम्मीदवार चुना जाता है। जिसमें ज्यादातर अर्थशास्त्री, प्रबंधक, सरकार और बैंक विशेषज्ञ शामिल होते हैं।
उसके लिए निम्नलिखित शर्तें लागू की जाते हैं
- किसी भी कंपनी या संगठन से कम क्रियात्मक रूप से 1 साल से शेयर मार्केट में रजिस्टर होना अनिवार्य है।
- कंपनी के शेयर का हर दिन विक्रय और क्रय किया जाना चाहिए।
- इन तीस कंपनियों की सूची पत्र में मुक्त प्लॉट बाजार पंजीकरण बेहतर होना चाहिए।
- हर दिन के ट्रेड और उसका मूल्य कैलकुलेशन देश के बड़ी-बड़ी कंपनियां यह संगठन इसमें शामिल होना चाहिए।
सेंसेक्स में कितनी कंपनियां होती हैं
मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में प्रचलित तेज और कसौटी इस साल लघु एवं कुटीर उद्योग लगभग 60 कंपनियां लिस्टेड है और 2022 में इसकी बढ़ने की संभावना है अगर हम पीटीआई की जानकारी के अनुसार उसकी व्याख्या करें। सेंसेक्स विशेषज्ञों द्वारा रिकॉर्ड स्टेट की बात करें तो इस साल लगभग 50% सूचीबद्ध तरीके से बढ़ोतरी हो सकती है।
अगर कंप्लीट कंपनियों की बात करें तो लगभग इसमें 343 कंपनियां लिस्टेड हैं विशेषज्ञों की जानकारी के अनुसार बाजार में पूंजीकरण लगभग 238 लाख करोड़ से भी अधिक पहुंच गया है ।
Stock Market Opening: शेयर बाजार में हरियाली, सेंसेक्स 200 अंक चढ़कर 54,000 के करीब, Nifty 16100 के पार
Stock Market Today 26 May 2022: आज मई की एक्सपायरी का दिन है और शेयर बाजार ऊपरी लेवल पर आ चुका है.
By: ABP Live | Updated at : 26 May 2022 10:35 AM (IST)
Edited By: Meenakshi
शेयर बाजार (फाइल फोटो)
Stock Market Today 26 May 2022: आज शेयर बाजार की चाल देखें तो इसमें निचले दायरे में कारोबार हो रहा था लेकिन प्री-मार्केट सैटल होते होते स्टॉक मार्केट ऊपर आ चुका है. आज मई की एक्सपायरी का दिन है और शेयर बाजार ऊपरी लेवल पर आ चुका है.
कैसे खुला बाजार
आज बाजार की ओपनिंग में निफ्टी 79.20 अंकों की तेजी के साथ 0.49 फीसदी चढ़कर खुलने में कामयाब हुआ है और 16105 पर खुला है. वहीं बीएसई के सेंसेक्स में 201.58 अंकों की उछाल के साथ 0.38 फीसदी की बढ़त के साथ 53950.94 पर ट्रेड ओपन हुआ है.
निफ्टी का हाल
आज के कारोबार में एनएसई के निफ्टी के 50 शेयरों में से 35 में तेजी के हरे निशान के साथ कारोबार देखा जा रहा है और 15 शेयर गिरावट के लाल निशान के साथ कारोबार कर रहे हैं. वहीं बैंक निफ्टी में 300 अंक यानी 0.88 फीसदी की तेजी के साथ 34640 के लेवल पर कारोबार हो रहा है.
आज के चढ़ने वाले शेयर्स
नेस्ले 1.33 फीसदी और विप्रो 1.20 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहे हैं. एचडीएफसी बैंक में भी 1.20 फीसदी का उछाल देखा जा रहा है. टेक महिंद्रा में 1.15 फीसदी की तेजी देखी जा रही है और 1.12 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहा है.
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आज के गिरने वाले शेयर्स
बीपीसीएल 2.21 फीसदी और ओएनजीसी 2.13 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं. यूपीएल में 1.57 फीसदी की कमजोरी है और श्री सीमेंट 1.15 फीसदी टूटा है. एशियन पेंट्स में 1.14 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है.
सेक्टोरियल इंडेक्स
आज के सेक्टोरियल इंडेक्स में देखा जाए तो ऑटो, एफएमसीजी, मेटल, रियलटी और ऑयल एंड गैस शेयरों में गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है. सबसे ज्यादा तेजी फाइनेंशियल सेक्टर, बैंक और आईटी इंडेक्स में देखी जा रही है.
प्री-ओपनिंग में बाजार
प्री-ओपनिंग में शेयर बाजार का हाल देखें तो एनएसई का 30 शेयरों वाला इंडेक्स निफ्टी 79.20 अंकों की तेजी के साथ 0.49 फीसदी चढ़कर कारोबार कर रहा है. निफ्टी में 16105 का लेवल देखा जा रहा है. वहीं बीएसई का सेंसेक्स 201.58 अंकों की उछाल के साथ 0.38 फीसदी की बढ़त के साथ 53950.94 पर ट्रेड कर रहा है.
एशियाई बाजारों का हाल
आज एशियाई बाजारों में मिलाजुला कारोबार देखने को मिल रहा है. जापान का निक्केई और चीन का शंघाई कंपोजिट हरे निशान में नजर आ रहे हैं. कोस्पी में भी तेजी देखी जा रही है. इसके अलावा हैंगसेंग, स्ट्रेट टाइम्स और ताइवान के बाजार गिरावट के लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं.
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Published at : 26 May 2022 09:22 AM (IST) Tags: Stock Market sensex nifty हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
शेयर बाजार खुलते ही चंद मिनटों में 1185 अंक उछला सेंसेक्स, जानिए किन 3 वजहों से आई ये तेजी
सोमवार को सेंसेक्स में करीब 638 अंकों कि गिरावट देखने को मिली. वहीं आज मंगलवार को सेंसेक्स करीब 1185 अंक तक उछल गया है. आइए जानते हैं किन वजहों से बाजार में ये तेजी देखने को मिल रही है.
शेयर बाजार (Share Market Latest Update) के लिए इस सप्ताह की शुरुआत भले ही बहुत ही खराब रही हो, लेकिन महानवमी (Navratri) के मौके पर सेंसेक्स (Sensex) में तगड़ा उछाल देखा जा रहा है. बाजार खुलने के महज चंद मिनटों में ही सेंसेक्स 1185 अंक तक उछल गया. हालांकि, उसके बाद इसमें मामूली उतार-चढ़ाव देखने को मिला. निफ्टी में भी शानदार तेजी देखने को मिली है और वह करीब 350 अंक तक चढ़ गया. सवाल ये है कि आखिर ये तेजी आई क्यों? आइए जानते हैं किन 3 बड़ी वजहों (Why share market rising) के चलते आज शेयर बाजार में तेजी देखी जा रही है.
1- अमेरिकी डॉलर और ट्रेजरी यील्ड में गिरावट
आज शेयर बाजार में शानदार तेजी की सबसे बड़ी वजह अमेरिका से देखने को मिल रही है. अमेरिकी डॉलर में गिरावट देखी गई है और साथ ही ट्रेजरी यील्ड में भी गिरावट आई है, जिसके चलते भारत का इक्विटी बाजार तेजी के साथ खुला है. बैंकिंग और वित्तीय शेयरों ने शेयर बाजार की तेजी की अगुआई की है.
2- एफआईआई ने की वापसी?
भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट की वजह अक्सर रिटेल निवेशक नहीं होते हैं. ठीक उसी तरह बड़ी तेजी का क्रेडिट भी रिटेल निवेशकों को कभी-कभार ही जाता है. बाजार की तेजी की सबसे बड़ी वजह होते हैं विदेशी निवेशक यानी एफआईआई. जब वह बाजार से पैसा निकालने लगते हैं तो बाजार गिरता है, जब खरीदारी करते हैं तो बाजार चढ़ता है. मुमकिन है कि आज सेंसेक्स में तगड़े उछाल की एक बड़ी वजह एफआईआई हों.
3- हर साल अक्टूबर में होता है ऐसा
भारत में अक्टूबर का महीना तमाम त्योहारों से भरा रहता है. इसी महीने नवमी, दशहरा, भैया दूज, दिवाली जैसे कई अहम त्योहार आते हैं. इन सब की वजह से अक्टूबर के महीने में हमेशा ही शेयर बाजार शानदार तेजी दिखाता है. पिछले 10 में से 8 सालों में इस महीने में सेंसेक्स ने पॉजिटिव रिटर्न दिए हैं. उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी अक्टूबर का महीना हर साल की तरह शानदार रिटर्न देगा.
एक दिन पहले ही सेंसेक्स में आई थी भारी गिरावट
वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख और विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी रहने से घरेलू शेयर बाजारों (Stock Markets) में सोमवार को गिरावट रही. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स (BSE Sensex) 638.11 अंक टूटकर 56,788.81 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 743.52 अंक तक नीचे चला गया था. पूरे दिन में सेंसेक्स ने 57,454.84 का उच्च स्तर और 56,683.40 का निम्न स्तर छुआ.
सेंसेक्स के शेयरों में मारुति सुजुकी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंडसइंड बैंक, ITC, बजाज फाइनेंस, भारतीय स्टेट बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक प्रमुख रूप से नुकसान में रहे. सबसे ज्यादा 3.16 प्रतिशत मारुति का शेयर गिरा है. इसके बाद हिंदुस्तान यूनिलीवर है, जो 2.77 प्रतिशत टूटा है. बीएसई पर लिस्टेड 30 कंपनियों में से 4 को छोड़ बाकी 26 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए हैं. डॉ. रेड्डीज, NTPC, भारती एयरटेल और विप्रो लाभ में रहे.
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जानिए 30 साल में कब-कब लोअर सर्किट की वजह से शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है? बंद हुआ शेयर बाजार में कारोबार?
नई दिल्ली। दुनिया भर में कोरोना के कहर से बाजार में हाहाकार की स्थिति है। शेयर बाजार में गुरुवार को लोअर सर्किट लगते-लगते बचा। बाजार बार-बार लोअर सर्किट यानी 10 फीसदी की गिरावट के करीब पहुंच रहा था, लेकिन गनीमत रही कि हर बार वह रिकवर होता गया। लेकिन शुक्रवार को कारोबार शुरू होने के कुछ ही मिनटों में 10 फीसदी से अधिक की गिरावट आई और निफ्टी का कारोबार 45 मिनट के लिए बंद कर दिया गया। जब शेयर बाजार दोबारा खुला तो निफ्टी में धीरे-धीरे मजबूती दिखी। लेकिन कारोबार फिर डाउन हो गया। तब से बाजार में कारोबार का उतार-चढ़ाव जारी है।
अगर शुक्रवार को सेंसेक्स में गिरावट की बात करें तो यह विगत 12 सालों में सबसे बड़ी गिरावट साबित हुई। इससे पहले 2008 में इतनी ही बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी। गुरुवार के कारोबार में तो लोअर सर्किट नहीं लगा, लेकिन सेंसेक्स में शुक्रवार को 9.43 फीसदी की गिरावट के बाद ही लोअर सर्किट लगा दिया गया और 45 मिनट के लिए कारोबार बंद कर दिया गया। जब शेयर बाजार दोबारा खुला तो सेंसेक्स में मजबूती देखने को मिली। आइए हम आपको बताते हैं कि पिछले तीन दशक में शेयर बाजार के इतिहास में इससे पहले ऐसे चार और मौके आ चुके हैं, जब सेंसेक्स में लोअर सर्किट लगा और शेयर बाजार ठप हो गया था।
कब-कब लगा शेयर बाजार में लगा लोअर सर्किट
- पहला मौका 21 दिसंबर, 1990 में आया था जब सेंसेक्स में 16.19 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। इस गिरावट के बाद शेयर बाजार 1034.96 के स्तर पर पहुंच गया था।
- शेयर बाजार के इतिहास में दूसरी बड़ी गिरावट 28 अप्रैल, 1992 में आई थी। तब सेंसेक्स में 12.77 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। उस दिन शेयर बाजार 3896.90 के स्तर पर बंद हुआ था।
- तीसरा मौका 17 मई, 2004 का था जब शेयर बाजार में 11.14 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। तब शेयर बाजार 4505.16 के स्तर पर जाकर बंद हुआ था।
- शेयर बाजार के इतिहास में चैथी बार बड़ी गिरावट 24 अक्टूबर, 2008 में आई थी। तब सेंसेक्स में 10.96 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। उस दिन शेयर बाजार 8701.07 के शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है? स्तर पर बंद हुआ था।
- आज पांचवी बार शेयर बाजार के इतिहास में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। 13 मार्च, 2020 को 10 फीसदी से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। आज शेयर बाजार 3600 के स्तर पर बंद हुआ।
इसके अलावा गुरुवार को सेंसेक्स 8.18 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ था। लेकिन इससे पहले सेंसेक्स कई बार इससे अधिक गिरावट के साथ भी बंद हुआ है। चार बार लोअर सर्किट के अलावा 12 मई, 1992 को सेंसेक्स में 9.76 फीसदी की गिरावट आई, 19 जनवरी, 1990 को 8.92 फीसदी, 6 मई, 1992 को 8.14 फीसदी, 30 नवंबर, 1990 को 8.30 फीसदी और 31 मार्च, 1997 को 8.26 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी।
क्या होता है लोअर सर्किट ?
शेयर बाजार में अगर 10 फीसदी या उससे अधिक का फेरबदल हो जाता है तो कारोबार एक निश्चित समय के लिए रोक दिया जाता है। अगर ये बदलाव गिरावट की वजह से आता है तो उसे लोअर सर्किट कहते हैं और अगर ये बदलाव बढ़ोत्तरी के चलते आता है तो उसे अपर सर्किट कहते हैं। दिन के अलग-अलग समय के हिसाब से अलग-अलग अवधि के लिए बाजार बंद होते हैं। साथ ही गिरावट के हिसाब से भी ये तय किया जाता है कि कितनी देर के लिए बाजार बंद होगा या फिर पूरे दिन के लिए बाजार बंद किया जाएगा।