मोमबत्ती योजना

Lohardaga
1983 ई0 में राँची को विभाजित कर तीन जिले यथा राँची, गुमला और लोहरदगा के निर्माण के फलस्वरूप लोहरदगा जिला के रूप में अस्तित्व में आया | जिले का नामकरण लोहरदगा शहर के नाम पर किया गया जो जिले का प्रशासनिक मुख्यालय बना |और पढ़ें …
कमलदेव हत्याकांड : परिजनों ने कहा – छोटे अपराधी को गिरफ्तार कर बड़े लोगों को बचा रही प्रशासन, सीबीआई जांच के लिए करेंगे आमरण अनशन
Chakradharpur : चक्रधरपुर के भारत भवन के पास हिंदूवादी नेता कमलदेव गिरि की बम मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने अब तक हत्या के मुख्य साजिशकर्ता समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है. इधर, मोमबत्ती योजना दिवंगत कमलदेव गिरि के परिजनों ने गिरफ्तारी को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि मोमबत्ती योजना पुलिस कुछ एक लोगों को गिरफ्तार कर सफेदपोश को बचा रही है. परिजनों ने इसके लिए सीबीआई जांच की मांग की है. शुक्रवार को श्याम नारायण शौण्डिक धर्मशाला परिसर में परिजनों ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. इस दौरान दिवंगत कमल देवगिरी के बड़े भाई उमाशंकर गिरि, फूलनदेव गिरि और बहन पूजा गिरि ने कहा कि 2 साल पहले भी कमलदेव को जान से मारने को धमकी मिली थी वहीं हत्या के 15 दिन पहले भी जान से मारने की धमकी मिली थी और इसकी लिखित शिकायत पुलिस प्रशासन को दी गई थी. लेकिन पुलिस द्वारा कोई करवाई नहीं की गई जिस कारण कमलदेव की दिनदहाड़े एक साजिश के तहत हत्या कर दी गई और हत्या को आपसी रंजिश बताया जा रहा है. यह चक्रधरपुर के जनता भी जानती है कि यह आपसी रंजिश नहीं है, बल्कि एक साजिश के तहत उसकी हत्या की गई है जिसमें कई लोग शामिल है. इसकी सीबीआई जांच की जाए. इसके लिए झारखंड के जनता जगह-जगह हस्ताक्षर अभियान भी चला रही है. परिजनों ने कहा कि उन्हे मुआवजा या नौकरी नहीं चाहिए, बस जो अपराधी कमल देव मोमबत्ती योजना हत्याकांड में गिरफ्तार हुए हैं उसकी नार्को और पॉलो ग्राफी टेस्ट करा कर आम जनता के सामने लाया जाएगा तो सच्चाई सामने आ जाएगा. परिवार के सदस्यों ने यह भी आरोप मोमबत्ती योजना लगाया कि जिस अपराधी को गिरफ्तार किया गया मोमबत्ती योजना उसका चेहरा जनता के सामने नहीं लाया गया जबकि पिछले दिनों पूर्व विधायक गुरुचरण नायक हमला का आरोपी नक्सली को खुलेआम पुलिस चेहरा दिखा रही है. शनिवार से परिवार के सदस्य सीबीआई जांच के लिए आमरण अनशन करेंगे. इससे पहले शुक्रवार शाम को एक मोमबत्ती जुलूस निकालकर लोगों को समर्थन देने का आह्वान करेंगे.
Sukanya Samridhi Yojana: बदल गए सुकन्या समृद्धि मोमबत्ती योजना योजना के नियम! अब इन बेटियों को मिलेगा लाभ, जानिए पूरी डिटेल
Sukanya Samridhi Yojana: भारत सरकार की तरफ से हर वर्ग के लिए कोई ना कोई योजना चलाई जाती है। इसमें लड़कियों के लिए भी एक स्पेशल स्कीम है। सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में से एक है। यह योजना न केवल जोखिम-मुक्त रिटर्न प्रदान करती है बल्कि उनकी बेटियों की शादी जैसे बड़े लक्ष्यों के लिए एक योजना में भी मदद करती है।
सुकन्या समृद्धि खाता अभिभावकों द्वारा 10 साल से कम उम्र की लड़की के लिए खोला जा सकता है। हालांकि, एक व्यक्ति बालिका के नाम पर केवल एक ही खाता खोला जा सकता है। इस योजना में प्रति परिवार केवल दो बालिकाएं शामिल हो सकती हैं। इस प्रकार, दोनों बालिकाओं के लिए एक-एक खाता खोला जा सकता है।
हालांकि, माता-पिता या अभिभावक जिनके तीन बच्चे हैं, वे भी तीसरा खाता खोल सकते हैं, बशर्ते वे सरकार द्वारा निर्दिष्ट मानदंडों को पूरा करते हों।
तीन लड़कियों के लिए कैसे खोल सकते हैं खाता
सरकार ने कहा है कि पहली डिलीवरी के दौरान जुड़वां लड़कियां हो जाएं और दूसरी डिलीवरी के दौरान भी लड़की हो जाए तो सुकन्या समृद्धि खाता खोला जा सकता है। इसलिए, यदि किसी व्यक्ति की तीन लड़कियां हैं और उनमें से दो जुड़वां हैं, तो तीनों को सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) के तहत कवर किया जाएगा।
ब्याज दर कितनी है?
SSY योजना में 7.6 प्रतिशत की आकर्षक ब्याज मिलती है। योजना से अर्जित ब्याज आय आयकर अधिनियम 1961 की धारा -10 के तहत पूरी तरह से कर मुक्त है। साथ ही, योजना में किया गया निवेश अधिनियम की धारा 80-सी के तहत कटौती के लिए योग्य है। जब न्यूनतम निवेश राशि की बात आती है, तो खाते में कम से कम 250 रुपये और अधिकतम 1,50,000 रुपये प्रति वर्ष 15 साल की अवधि के लिए निवेश किया जा सकता है। जमा राशि 21 वर्षों में परिपक्व होगी।
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