शेयर बाज़ार मे स्पलीट करने का मतलब क्या है?

TATA Steel Stock Split 10:1 Means: टाटा ने अपने स्टॉक के किये 10 टुकड़े, जानिए क्या होता है स्टॉक स्प्लिट और निवेशकों को क्या होता है फायदा?
TATA Steel Stock Split 10:1 Meaning In Hindi, Stock Split Kya Hota Hai Hindi Mei: स्टॉक स्प्लिट की घोषणा के बाद टाटा स्टील के शेयर (Tata Steel Share) गुरुवार को बाजार खुलने के साथ ही उछाल भरते हुए नजर आए. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शुरुआती कारोबार में Tata Steel के बीएसई (Bombay Stock Exchange) पर शेयरों का भाव 6 फीसदी तक बढ़ गया था. इस आर्टिकल के माध्यम से आज हम जानेंगे की ये स्टॉक स्प्लिट क्या होता है (Stock Split Kya Hota hai) और इससे निवेशकों (Stock Split Benefits) को क्या फायदा होता है।
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Stock Split Kya Hota Hai Hindi Mei, Tata Stock 10:1 Split In Hindi
स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) का मतलब क्या होता है?
स्टॉक स्प्लिट का मतलब (Stock Split Ka Matlab) शेयर विभाजन होता है। सिंपल लैंग्वेज में कहा जाये तो किसी भी एक शेयर (Share) को तोड़कर दो या उससे ज्यादा बना देना। स्टॉक स्प्लिट (Stock Split Process) के जरिए शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियां अपने शेयरों को एक से ज्यादा शेयरों में विभाजित करती हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार जब किसी कंपनी का शेयर काफी महंगा (Expensive Stock) होता है तो छोटे निवेशक (Investors) उसमें निवेश करने से कतराते हैं। ऐसे में इन छोटे निवेशकों को अपनी तरफ अट्रैक्ट के लिए कंपनियां स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) करती है। इसी तरह कई बार मार्केट में डिमांड बढ़ाने के लिए भी कंपनियां स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) करती हैं।
Stock Split से क्यों आती है शेयरों में तेजी?
जैसे की हम जानते हैं स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) से स्टॉक्स के शेयर बाज़ार मे स्पलीट करने का मतलब क्या है? टुकड़े हो जाते हैं, इससे कंपनी के शेयरों की कीमत घट जाती है। ऐसे में स्टॉक मार्किट (Stock Market) में शेयर का अट्रैक्शन बढ़ता है। स्टॉक स्प्लिट से छोटे निवेशकों (Micro Investors) के लिए भी उसमें निवेश करना आसान होता है। ऐसी स्थिति में डिमांड बढ़ने पर शेयर (Share) की कीमतों में फिर से उछाल आता है। फाइनेंस एक्सपर्ट्स के अनुसार कुछ दिन या हफ्तों के लिए उस शेयर में रैली देखने को मिल सकती है।
Stock Split से शेयरधारकों को क्या फायदा होता है?
अगर कोई कंपनी स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) करती है, तो शेयरधारकों (Shareholder) को उसके पास मौजूद हर एक शेयर के लिए जितनी संख्या में शेयर स्प्लिट किया गया है उतना दिया जाता है। इससे शेयरधारक के पास पहले से मौजूद शेयरों की संख्या बढ़ जाती है। जैसे टाटा ने अपने स्टॉक्स को 1:10 किया है, तो टाटा स्टील के शेयर होल्डर्स को अब जितने शेयर हैं उतनो का दस गुना ज्यादा शेयरहोल्डर को मिलेगा।
SHARE MARKET ( STOCK MARKET )
शेयर बाज़ार एक ऐसे जग़ह है जहाँ कंपनियों के शेयर खरीदे-बेचे जा सकते हैं। मतलब कंपनी में हम उसके शेयर खरीद कर हिसेदारी लेते हैं । पहले शेयरों की खरीद-बिक्री मौखिक बोलियों से होती थी और खरीदने-बेचने वाले मुंहजबानी ही सौदे किया करते थे। लेकिन अब यह सब इंटरनेट से स्टॉक एक्सचेंज के नेटवर्क से जुड़ कर करते हैं ।
कंपनी को अपना कारोबार फैलाने के लय रूपए की जरूरत होती है , इसके लय वो बैंक से कर्जा लेते हैं या किसी को अपनी कंपनी की हिसेदारी दे देते हैं या फिर अपनी कंपनी को शेयर बजार में लॉन्च कर देते हैं। शेयर बजार में कंपनी अपनी कंपनी की मार्किट वैल्यू के हिसाब से एक शेयर का मूल्य निर्धारित करके स्टॉक एक्सचेंज से जुड़ जाते हैं ।
उद्हारण ;- कंपनी की कुल मूल्य = शेयर मूल्य * कुल शेयर
( 100000 = 50 रुपए * 2000 शेयर )
हर कंपनी के शेयर फिक्स होते हैं जब तक उसमे कोई स्प्लिट ना हो । स्पलिट ( SPLIT ) से कंपनी के शेयर की वैल्यू कम करके उसको शेयर की गिनती भड़ा देते हैं ।
उद्हारण ;- ( 100000 = 50 रुपए * 2000 शेयर )
स्प्लिट के बाद में = ( 100000 = 40 रुपए * 2500 शेयर )
इस तरह सरल भाषा हम जितने शेयर खरीदते हैं उतनी हमारी कंपनी के प्रॉफिट और लोस्स में हिसेदारी हो जाती है और इसे हम अपनी इच्छा से खरीद और बेच कर मुनाफा कमा सकते हैं। और हम जहा इसे खरीद और बेचते हैं उसको शेयर बजार कहते हैं । यह सब इंटरनेट के जरिए स्टॉक एक्सचेंज में करते हैं ।
इस सप्ताह स्टॉक स्प्लिट के लिए टाटा स्टील की रिकॉर्ड तिथि; विवरण निवेशकों को जानना आवश्यक है
Tata Steel ने अपने स्टॉक को विभाजित करने की घोषणा की है। टाटा स्टील अपने स्टॉक को 1:10 के अनुपात में बांट रही है। इसका मतलब है कि प्रत्येक शेयरधारक को प्रत्येक होल्डिंग के लिए 10 शेयर मिलेंगे। सोमवार को, निवेशकों ने तिमाही नतीजों के साथ टाटा स्टील के शेयरों में खरीदारी की भावना को बनाए रखा और स्टॉक स्प्लिट मुख्य फोकस रहा।
टाटा स्टील: स्टॉक स्प्लिट क्या है?
स्टॉक स्प्लिट के तहत, सूचीबद्ध कंपनी मौजूदा शेयरधारकों को अधिक शेयर जारी करके बकाया शेयरों की संख्या बढ़ाती है। स्टॉक स्प्लिट व्यक्तिगत शेयरों के बाजार मूल्य को भी कम करता है, हालांकि, कंपनी के बाजार पूंजीकरण को बदलने में इसका परिणाम नहीं होता है। उदाहरण के लिए, टाटा स्टील का स्टॉक विभाजन 1:10 अनुपात है, इसका मतलब है कि कंपनी में एक शेयरधारक का एक इक्विटी शेयर बढ़कर 10 शेयर हो जाएगा और पूर्व-विभाजन तिथि पर शेयरों की कीमत भी आगे घट जाएगी। इससे एक शेयरधारक के पास कंपनी में सस्ती कीमत पर अधिक शेयर होंगे।
टाटा स्टील ने प्रत्येक 10 रुपये अंकित मूल्य वाले शेयरों के विभाजन के लिए शेयरधारकों की पात्रता निर्धारित करने के लिए रिकॉर्ड तिथि के रूप में 29 जुलाई तय की है।
बाजार दिशानिर्देशों के अनुसार, कंपनी शेयरधारकों से अनुमोदन प्राप्त करने के बाद ही लाभांश, स्टॉक विभाजन और बोनस मुद्दों जैसे कॉर्पोरेट कार्यों के लिए एक रिकॉर्ड तिथि तय कर सकती है। टाटा स्टील को 28 जून, 2022 को आयोजित कंपनी की 115 वीं वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों की मंजूरी मिली है। स्टॉक विभाजन के लिए 29 जुलाई (शुक्रवार) को रिकॉर्ड तिथि के साथ, इसका मतलब है कि टाटा स्टील के शेयर पूर्व-विभाजन में बदल जाएंगे। 28 जुलाई।
शुक्रवार को बीएसई के अनुसार, 1,14,302 करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण के साथ, टाटा स्टील एक लार्ज-कैप निगम है जो देश के लौह धातु खंड में काम करता है।
टाटा स्टील: स्टॉक स्प्लिट क्यों?
घरेलू रेटिंग एजेंसी ICRA ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की जिसमें उसने कहा कि बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ कमोडिटी की कीमतों में तेज वृद्धि से निर्माण उद्योग की लाभप्रदता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा जो पहले से ही प्रमुख कमोडिटी में काफी वृद्धि के कारण इनपुट लागत दबाव से जूझ रहा है। लागत, विशेष रूप से स्टील शेयर बाज़ार मे स्पलीट करने का मतलब क्या है? और सीमेंट। चालू वित्त वर्ष में कंपनियों के ऑपरेटिंग प्रॉफिटेबिलिटी में 100-200 बेसिस प्वाइंट की गिरावट देखने को मिल सकती है।
टाटा स्टील के मामले में, स्टॉक विभाजन से कंपनी को तरलता बढ़ाने में मदद मिलेगी, इस प्रकार मुनाफे पर कमोडिटी की बढ़ती कीमतों के प्रभाव को कुछ हद तक कम किया जा सकेगा।
यह भी देखा गया है कि जब किसी कंपनी के शेयर की कीमत अधिक होती है, तो वह छोटे निवेशकों के लिए शेयरों को अधिक किफायती बनाने के लिए अपने स्टॉक को विभाजित करती है। एक बार जब टाटा स्टील का स्टॉक बदल जाता है और सस्ता हो जाता है, तो यह अधिक निवेशकों को शेयर बाज़ार मे स्पलीट करने का मतलब क्या है? आकर्षित करेगा और ट्रेडिंग वॉल्यूम में वृद्धि होगी।
टाटा स्टील: वित्तीय
कंपनी ने जून 2022 को समाप्त तिमाही के लिए समेकित लाभ में सालाना आधार पर लगभग 13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,765 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की है, जो उच्च इनपुट लागत और कर व्यय से प्रभावित है। तिमाही के दौरान राजस्व 18.6 प्रतिशत बढ़कर तिमाही के दौरान 63,430 करोड़ रुपये हो गया। समेकित ईबीआईटीडीए 15,047 करोड़ रुपये रहा, जो कि यूरोप में इनपुट लागत में तेज वृद्धि के बावजूद, विशेष रूप से कोकिंग कोल और गैस की कीमतों में 7 प्रतिशत की कमी के बावजूद था।
Tata Steel के एक शेयर के बदले मिलेंगे 10 शेयर, कंपनी ने तय की स्टॉक स्प्लिट की रिकॉर्ड डेट
नई दिल्ली. टाटा समूह की कंपनी टाटा स्टील अपने शेयरों को जल्द ही विभाजित (Split) करने वाली है. 1:10 के अनुपात में स्टॉक स्प्लिट करने के लिए कंपनी ने रिकॉर्ड डेट 29 जुलाई 2022 तय की है. बीते दिनों तिमाही नतीजे जारी करते हुए कंपनी स्टॉक स्प्लिट करने की घोषणा की थी. शेयरों के विभाजन के बाद, जिस निवेशक के पास टाटा स्टील का एक शेयर है, उसके पास 10 शेयर हो जाएंगे.
टाटा स्टील के बोर्ड ने मई में स्टॉक स्प्लिट पर मुहर लगाई थी. कंपनी बोर्ड ने तब कहा था कि कैपिटल मार्केट में लिक्विडिटी बढ़ाने, शेयरधारकों का आधार फैलाने और छोटे निवेशकों के लिए कंपनी के शेयर आसानी से उपलब्ध कराने के मकसद से शेयरों का विभाजन करने का निर्णय लिया गया है.
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क्या है स्टॉक स्प्लिट?
स्टॉक स्प्लिट का मतलब है शेयरों की संख्या को ज्यादा शेयर बाज़ार मे स्पलीट करने का मतलब क्या है? करना. आमतौर पर किसी कंपनी के शेयर जब बहुत महंगे हो जाते हैं, तब छोटे निवेशक उन शेयरों में निवेश नहीं कर पाते हैं. ऐसे में कंपनी छोटे निवेशकों को आकर्षित करने और बाजार में मांग बढ़ाने के लिए स्टॉक स्प्लिट का निर्णय लेती है. शेयर स्प्लिट से कंपनी के शेयरों की संख्या बढ़ जाती है. इससे कंपनी के बाजार पूंजीकरण पर कोई असर नहीं होता है. स्टॉक स्प्लिट से शेयर की शेयर बाज़ार मे स्पलीट करने का मतलब क्या है? कीमत घट जाती है. इससे छोटे निवेशकों के लिए शेयरों में निवेश करना आसान हो जाता है. आमतौर शेयर बाज़ार मे स्पलीट करने का मतलब क्या है? पर शेयर बाज़ार मे स्पलीट करने का मतलब क्या है? स्प्लिट के बाद कुछ समय के लिए उन शेयरों में उछाल देखा जाता है.
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आज शेयरों में पहले तेजी, बाद में गिरावट
टाटा स्टील के शेयर आज शुक्रवार 22 जुलाई को हरे निशान में कारोबार कर रहे थे. कारोबार की शुरुआत बढ़त के साथ करने के बाद इंट्राडे में यह शेयर 944 रुपये तक पहुंच गया. हालांकि बाद में बाजार बंद होने तक टाटा स्टील लाल निशान पर आ गया था. आज स्टॉक 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 936.05 रुपये पर क्लोज हुआ है.
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पिछले एक महीने में इस शेयर में 11.19 फीसदी की तेजी आ चुकी है. हालांकि पिछले एक साल की अवधि में टाटा स्टील के शेयरों में 26.52 फीसदी की गिरावट आई है. इसी तरह पिछले शेयर बाज़ार मे स्पलीट करने का मतलब क्या है? छह महीनों में टाटा ग्रुप का यह शेयर 14.90 फीसदी लुढ़क चुका है. वर्ष 2022 में अब तक यह शेयर निवेशकों को 18 फीसदी नुकसान करा चुका है.
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