अस्थिर ब्याज क्या है?

इस बढ़ोतरी के बाद बैंक ने अपनी प्रमुख अल्पकालिक दर को 3.75% से 4% की सीमा तक बढ़ा दिया, जो कि 15 वर्षों में इसका उच्चतम स्तर है। ये बढ़ोतरी कब तक होगी, इसके बार में पॉवेल ने कहा कि उनका लक्ष्य महंगाई दर को 2 प्रतिशत पर लाना है। गौरतलब है कि फिलहाल अमरीका में महंगाई दर करीब 8.2 प्रतिशत है, जो कि काफी अधिक है. जानकारों का कहना है कि इस तरह से बैंक अगर ब्याज दरें बढ़ाता रहा तो इनका करीब 5 प्रतिशत के ऊपर जाना तय है। यानी टर्मिनल ब्याज दर अमरीकी रिजर्व बैंक के लिए अब 5 प्रतिशत के ऊपर हो सकती है।
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चक्कर क्यों आता है
चक्कर आना कमजोर, अस्थिर या सुस्त(स्तंभित) होने की अनुभूति है। यह कुछ मामलों में मतली से संबंधित हो सकता है जबकि कुछ में यह एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति की ओर इशारा कर सकता है। यह निम्नलिखित का संकेत हो सकता है:
- भीतरी कान में गड़बड़ी
- मोशन सिकनेस
- कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव
- खराब रक्त परिसंचरण(ब्लड सर्कुलेशन)
- संक्रमण
- चोट
- पार्किंसंस रोग और मल्टीपल स्केलेरोसिस जैसे तंत्रिका संबंधी विकार(न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स)
- ओवरहीटिंग के साथ-साथ निर्जलीकरण(डीहाइड्रेशन)
- क्या चक्कर आना अपने आप दूर हो सकता है?
आपको चक्कर आने की चिंता कब करनी चाहिए
चक्कर आना एक गंभीर चिंता का विषय नहीं है जब हल्के सिर दर्द के साथ होता है जो क्षणिक या अल्पकालिक होता है। हालांकि, जब कुछ अतिरिक्त लक्षणों की बात आती है, तो यह एक गंभीर चिंता का विषय हो सकता है।
चक्कर आने से संबंधित कुछ संकेत और लक्षण जो हमें चिंतित कर सकते हैं उनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- बुखार
- छाती में दर्द
- दोहरी दृष्टि
- चलने में परेशानी
- गर्दन में अकड़न
- सांस लेने में कठिनाई
- उल्टी
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Introduction:- जब लाल रक्त कोशिकाएं शरीर में कम हो जाती हैं, तब शरीर में खून की कमी हो जाती है जिसे एनीमिया भी कहते है। ऐसे में हम आयरन की मात्रा शरीर में बढ़ा कर घटे हुए हीमोग्लोबिन को बढ़ा सकते हैं। ब्लड कम होने से शरीर की रोगों से लड़ने के क्षमता कम होने लगती है जिससे व्यक्ति को कई तरह के रोग होने का ख़तरा रहता है। ऐसे दूर करें शरीर में खून की कमी, जानिये खून बढ़ाने के आसान उपाय - खून की कमी कैसे दूर करें। Anemia Treatment - खून बढ़ाने के लिए क्या खाएं। - खून बढ़ाने के लिए घरेलू उपाय। - हीमोग्लोबिन ऐसे बढ़ाएं। Treatment In Hindi - 2 मिनट में खून बढ़ाने के उपाय सीहोर। आज के दौर में अनियमित दिनचर्या के चलते कई तरह की बीमारियां पैदा होना शुरू हो गईं हैं। इन्हीं में से एक प्रमुख बीमारी है एनिमिया. जो अधिकांश महिलाओं में पाई जातीं है। इसके चलते जल्द थकान होने से अस्थिर ब्याज क्या है? लेकर कमजोरी महसूस करना आम स्थिति है। दरअसल हमारे शरीर में दो तरह की रक्त कोशिकाएं होती हैं सफेद और लाल। वहीं जब लाल रक्त कोशिकाएं शरीर में कम हो जाती हैं, तब शरीर में खून की कमी हो जाती है जिसे एनीमिया भी कहते है। ऐसे में हम आयरन
अमरीकी फेडरल रिजर्व ने फिर की ब्याज दरें में भारी बढ़ोतरी, भारतीय शेयर बाजार पर नहीं दिखा बड़ा असर
अमरीकी फेडरल रिजर्व ने साल की छठी ब्याज बढ़ोतरी में बुधवार को घोषणा की कि वह अपनी बेंचमार्क ब्याज दर में और 0.75 फीसदी की वृद्धि कर रहा है, जो लगातार चौथी बार 0.75 फीसदी की वृद्धि है। गौर करने की बात ये है कि यह घोषणा 8 नवंबर को होने वाले महत्वपूर्ण मध्यावधि चुनाव से कुछ दिन पहले की गई है। फेडरल रिजर्व बैंक की मीटिंग के बाद आज भारतीय रिजर्व बैंक ने भी एक अप्रत्याशित मीटिंग बुलाई है जिसमें बैंक पिछली बढ़ोतरी औऱ उसके असर पर मंथन करेगा।
Adani Office Dubai: गौतम अडानी दुबई में खोलने जा रहे अपना ऑफिस! जानिए अस्थिर ब्याज क्या है? क्या है उनका दुबई कनेक्शन
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NRE अकाउंट होल्डर्स को PNB ने दिया बड़ा झटका, निवेश पर ब्याज दरें बढ़ाने की बजाय घटाईं
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक इस साल अडानी की निजी संपत्ति में 58 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के बीच यह फैसला लिया जा रहा है. कहा जा रहा है कि यह फैसला गौतम अडानी और उनके परिवार की बढ़ती वैश्विक महत्वाकांक्षाओं को भी दर्शाता है, क्योंकि अडानी समूह भारत में अपने पारंपरिक गढ़ से परे विदेशी बाजार में पैर पसार रहा है. अगर ऐसा होता है तो वह उन अरबपतियों की सूची में शामिल हो जाएंगे जिनके पास अपने धन, व्यक्तिगत निवेश और परोपकार का प्रबंधन करने के लिए पारिवारिक कार्यालय हैं.
Amazon Layoffs 2022: ट्विटर, मेटा और माइक्रोसॉफ्ट के बाद अमेज़न से होगी 10,000 कर्मचारियों की छंटनी, ये है बड़ी वजह
By: ABP Live | Updated at : 15 Nov 2022 09:41 AM (IST)
अमेज़न ले ऑफ ( Image Source : Getty )
Amazon Layoffs 2022: दुनिया की बड़ी दिग्गज रिटेल कंपनी अमेज़न (Amazon) अपने 10,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रही है. इससे पहले सोशल अस्थिर ब्याज क्या है? मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर (Twitter) फिर फेसबुक की मेटा (Meta) और बाद में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने अपना स्टाफ कम किया है. इसके बाद अब अमेज़न (Amazon) भी अपने वर्किंग स्टाफ में छंटनी करने का फैसला लेने जा रही है. इसी हफ्ते कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा सकता है.
ये है बड़ा कारण
सूत्रों के अनुसार अमेज़न कंपनी (Amazon.com Inc) की बिक्री घटती जा रही है, जिसके कारण कंपनी पर लागत कम करने का दबाव बढ़ रहा है. बता दें कि सिर्फ अमेज़न ही नहीं, दूसरी कंपनियों में भी यही हालत है. इसके पीछे वैश्विक मंदी की आशंका है, जिसे देखते हुए बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने खर्चे घटाने में लग गई हैं.
Fixed deposit पर मिल रहा है ज्यादा फायदा, कौन सा बैंक देगा कितना ब्याज? पोस्ट ऑफिस में कितना फायदा? ये रही लिस्ट
Fixed deposit Interest rates 2022: FD कराने वालों को अक्सर ये कन्फ्यूजन रहता है कि उनका पैसा टैक्स फ्री है. ऐसा नहीं है. ब्याज से हुई कमाई पूरी तरह से टैक्सेबल होती है.
FD से मिलने वाले ब्याज को इनकम फ्रॉम अदर सोर्सेज में काउंट किया जाता है. इसलिए इस पर बैंक या पोस्ट ऑफिस TDS काटेंगे. (फाइल फोटो)
Fixed deposit Interest rates 2022: महंगाई बढ़ी तो आरबीआई ने इसे कंट्रोल करने के लिए रेपो रेट में इजाफा करना शुरू किया. इसके बाद बैंकों ने भी लोन की दरों में बढ़ोतरी की. अब पब्लिक की सेविंग्स पर ज्यादा ब्याज मिलने की बारी थी. बैंकों ने डिपॉजिट पर ज्यादा ब्याज देने की शुरुआत की. साल 2020 में कोरोना के टाइम पर जो ब्याज दरें, 3-4 या अस्थिर ब्याज क्या है? 5 फीसदी तक आ गई थी. अब वो फिर से ऊपर की तरफ उड़ान भर रही हैं. मतलब फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) पर अब एक बार फिर ज्यादा ब्याज मिल रहा है. देश के सबसे बड़े बैंक SBI से लेकर एक्सिस बैंक और ICICI HDFC ने भी अपने ग्राहकों को ज्यादा ब्याज देना शुरू किया है. पोस्ट ऑफिस (Post Office) भी इस मामले में पीछे नहीं है. अगर आप भी किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस में फिक्स्ड डिपॉजिट का प्लान कर रहे हैं तो सबसे रेट चेक कर लें. ताकि आप ज्यादा फायदे के लिए निवेश कर सकें. याद रहे फिक्स्ड डिपॉजिट एक सुरक्षित निवेश है, इस पर सरकारी गारंटी होती है.
2 साल की FD पर कहां कितना ब्याज?
SBI | ICICI | HDFC | PNB | Axis | Post Office |
6.25% | 6.40% | 6.50% | 6.25% | 6.50% | 5.70% |
SBI | ICICI | HDFC | PNB | Axis | Post Office |
6.10% | 6.50% | 6.50% | 6.10% | 6.50% | 5.80% |
5 साल की FD पर कहां कितना ब्याज?
SBI | ICICI | HDFC | PNB | Axis | Post Office |
6.10% | 6.60% | 6.50% | 6.10% | 6.50% | 6.70% |
FD कराने वालों को अक्सर ये कन्फ्यूजन रहता है कि उनका पैसा टैक्स फ्री है. ऐसा नहीं है. ब्याज से हुई कमाई पूरी तरह से टैक्सेबल होती है. मान लीजिए आपने एक साल के लिए FD में निवेश किया, तो इस अंतराल में आपने जो ब्याज कमाया उसे आपकी एनुअल इनकम में जोड़ा जाएगा. कुल इनकम के आधार पर आपका टैक्स स्लैब तय होगा. FD से मिलने वाले ब्याज को इनकम फ्रॉम अदर सोर्सेज में काउंट किया जाता है. इसलिए इस पर बैंक या पोस्ट ऑफिस TDS काटेंगे. ब्याज को आपके खाते में जोड़ते वक्त ही TDS काटा जाता है.