ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स

भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब?

भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब?
एथेरियम की बिक्री इस सप्ताह फिर से शुरू हुई, इसकी कीमत में जून में एक और 25 प्रतिशत की गिरावट आई है। हालांकि, ऐसे निराशाजनक परि²श्य में शॉर्ट-वीडियो मेकिंग ऐप चिंगारी द्वारा भारत का अपना गैरी डिजिटल टोकन लगभग 40 फीसदी बढ़ गया है। सबसे तेजी से बढ़ते ब्लॉकचैन सोशल ऐप, चिंगारी ने इस सप्ताह 4 भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? करोड़ मासिक औसत यूजर्स (एमएयू) को सशक्त बनाने के लिए गारी (जीएआरआई) माइनिंग प्रोग्राम की घोषणा की, जो अपने प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिएटर्स और यूजर्स को क्रिप्टो की पेशकश करने वाला दुनिया का पहला सोशल ऐप बन गया है।

बिटकॉइन क्या है? | जाने 1 बिटकॉइन भारतीय मूल्य में कितने रुपयों का है | बिटकॉइन के फायदे और नुकसान | What is Bitcoins in hindi

आजकल के कंप्यूटर वाले दौर में इसका उपयोग बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है। लोग या कंपनी अपनी सेवा के बदले भी बिटकॉइन स्वीकार कर रही हैं और बिटकॉइन के साथ खरीदारी भी की जाने लगी है।
Microsoft और Tesla जैसी विश्व की कुछ दिग्गज कंपनियां भी बिटकॉइन के भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? साथ लेनदेन की शुरुआत कर चुकी हैं।

Bitcoin के बारे में आपने सुना ही होगा बिटकॉइन Crypto Currency का एक रूप है।
लैटिन भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? भाषा का शब्द Crypto जिसका मतलब होता है छुपा हुआ और करेंसी का मतलब है मुद्रा, कुल मिलाकर इसका अर्थ होता है छुपी हुई मुद्रा वर्तमान समय में इस शब्द का प्रयोग बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी के लिए किया जा रहा है।


बिटकॉइन पूरी तरह से एक पहली (विकेंद्रीकृत) डिसेंट्रलाइज्ड मुद्रा है जो किसी भी सेंट्रलाइज्ड बैंक द्वारा संचालित नहीं की जा रही है। इसका संचालन पूरी तरह से डिजिटल है जोकि Crypto Graphy Technique एवं हाई स्पीड कंप्यूटर नेटवर्क्स की सहायता द्वारा किया जाता है। क्रिप्टोग्राफी शब्द का अर्थ कोडिंग लैंग्वेज को क्रैक या सुलझाने की कला से है। जो कि बाइनरी (Binary) या 0 और 1 के form में होती भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? है। इस पर विश्व के किसी भी देश या बैंक का कोई भी हस्तक्षेप नहीं है।

बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया -

बिटकॉइन सन 2008 में (Satoshi Nakamoto) सातोशी नाका मोटो द्वारा बनाया गया था। लेकिन इसे ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के माध्यम से सन 2009 में लांच किया गया था।

Bitcoin का यूज कोई भी कर सकता है इसका कोई एक व्यक्ति मालिक नहीं है।

Bitcoin कहा से आते है, कैसे बनता है बिटकॉइन[Producing of Bitcoins]-

Bitcoin बनाने के लिए माइनिंग मेथड (mining method) का उपयोग किया जाता है। इस माइनिंग मेथड का उपयोग करने वालों को माइनर्स कहते हैं।

यह माइनिंग मेथड एक बहुत ही जटिल प्रोसेस होती है। जहा माइनर्स (mining mathematical problem) माइनिंग मैथमेटिकल प्रॉब्लम और (cryptographic problems) क्रिप्टो ग्राफिक प्रॉब्लम्स सुलझाते है। प्रॉब्लम्स सुलझाने के बाद माइनर्स को बिटकॉइन ब्लॉक (Block) के रूप में प्राप्त होते हैं। सीमित संख्या में (produce) प्रोडयूस होने के कारण इसकी मांग वृद्धि देखी जा रही है।

बिटकॉइन का उपयोग कैसे करें [how भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? to use Bitcoin] -

Bitcoin का उपयोग हम केवल ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के रूप में कर सकते हैं बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है। जो की हमारे वॉलेट में रजिस्टर रहती है। यह P2P (Peer to Peer Network) नेटवर्क पर काम करती है। अगर हम किए गए बिटकॉइन ट्रांजैक्शन के बारे में पता करना चाहे तो इसका रिकॉर्ड पब्लिक लेजर में दिखाई देता है।

आजकल बिटकॉइन को ट्रांजैक्शन के लिए सबसे तेज और अच्छा माना जाने लगा है इसका एक फायदा यह भी है कि इसमें किसी थर्ड पार्टी का इंटरफेयर ना होने की वजह से यह एक अच्छा प्लेटफार्म साबित हो रहा है।

कैसे खरीदते हैं क्रिप्टोकरेंसी और कहां करते हैं स्टोर, भारत में क्या है लीगल भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? स्टेटस? यहां जानें हर बात

  • Paurav Joshi
  • Publish Date - October 14, 2021 / 03:52 PM IST

कैसे खरीदते हैं क्रिप्टोकरेंसी और कहां करते हैं स्टोर, भारत में क्या है लीगल स्टेटस? यहां जानें हर बात

क्रिप्टोकरेंसी को लेकर आजकल खूब चर्चा हो रही है. बिटक्वॉइन (Bitcoin) के एक क्रिप्टोकरेंसी है. क्रिप्टोकरेंसी शुरुआत में बस प्रोग्रामर्स और डेवलपर्स के दिलचस्पी की चीज थी, लेकिन अब भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? इसकी पॉपुलैरिटी इतनी बढ़ गई है कि अब सामान्य व्यक्ति भी इसमें निवेश करने की सोच रहा है. इस आर्टिकल में हमको आप इसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के बारे में विस्तार से बारे में बताएंगे.

खत्म हो रही क्रिप्टो में लोगों की दिलचस्पी? बड़ी बिकवाली जारी रहने से भारतीय निवेशक सावधान

शेयर बाजार 18 जून 2022 ,15:15

खत्म हो रही क्रिप्टो में लोगों की दिलचस्पी? बड़ी बिकवाली जारी रहने से भारतीय निवेशक सावधान

खत्म हो रही क्रिप्टो में लोगों की दिलचस्पी? बड़ी बिकवाली जारी रहने से भारतीय निवेशक सावधान

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

में स्थिति को सफलतापूर्वक भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? जोड़ा गया:

निशांत अरोड़ानई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय इक्विटी बाजार से पैसा निकालना जारी रखा है और भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? इसी बीच वैश्विक आर्थिक मंदी के मद्देनजर क्रिप्टो बाजार और डिजिटल परिसंपत्ति क्षेत्र में बिकवाली भी तेज हो गई है।

क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजेक्शन पर कितना और कैसे कटेगा टैक्स? CBDT ने सबकुछ किया साफ

मोटे तौर पर, टीडीएस काटने की जिम्मेदारी एक्सचेंज पर डाल दी गई है, जिससे उनके लिए रेगुलेटरी और उसके अनुपालन (Compliance) का बोझ बढ़ जाएगा.

  • News18Hindi
  • Last Updated : June 23, 2022, 11:29 IST

नई दिल्ली. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (Central Board of Direct Taxes – CBDT) ने वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (VDA) अथवा क्रिप्टो एसेट्स पर टैक्स (TDS) को लेकर दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं. एक जुलाई 2022, मतलब अगले महीने की एक तारीख से, ये लागू हो जाएंगे.

अब वर्चुअल एसेट्स की बिक्री के लिए किए गए भुगतान पर 1 फीसदी का टीडीएस (Tax Deducted at Source) लगाया जाएगा. यह टैक्स एक साल में 10,000 रुपये से ज्यादा की क्रिप्टोकरेंसी के लिए की गई पेमेंट पर लागू होगा. इस बार का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसकी घोषणा की थी. इसे फाइनेंस एक्ट 2022 के सेक्शन 194एस के तहत पेश किया गया था.

Cryptocurrency: लोगों में कम होता जा रहा है क्रिप्टो का क्रेज? बाजार की हालत में हो सकते हैं ये बड़े उलटफेर, आप भी हो जाएं सावधान

Cryptocurrency: अगर यही हाल रहा तो इस साल बिटकॉइन की कीमत 14,000 डॉलर तक भी लुढ़क सकती है। छोटी क्रिप्टोकरेंसी भी गिर गई हैं, जो बिटकॉइन के साथ मिलकर चलती हैं। दूसरा सबसे बड़ा डिजिटल टोकन, एथेरियम, 12 प्रतिशत गिरकर 1,045 डॉलर पर आ गया है, जो 15 महीने का नया निचला स्तर है।

नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय इक्विटी बाजार से पैसा निकालना जारी रखा भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? है और इसी बीच वैश्विक आर्थिक मंदी के मद्देनजर क्रिप्टो बाजार और डिजिटल परिसंपत्ति क्षेत्र में बिकवाली भी तेज हो गई है। कॉइनमार्केटकैप के आंकड़ों के अनुसार, इस सप्ताह पूरे क्रिप्टोकरेंसी बाजार से 200 अरब डॉलर से अधिक का सफाया हो गया और फरवरी 2021 के बाद पहली बार वैश्विक क्रिप्टो बाजार पूंजीकरण 1 खरब डॉलर से नीचे गिर गया। उच्च महंगाई दर, बढ़ती ब्याज दरों, रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन के लॉकडाउन जैसे कारकों से उत्पन्न अस्थिर बाजार स्थितियों के बीच बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में गिरावट के कारण भारत में पहले से ही डूबते नजर आ रहे क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भी भारी बिकवाली देखी जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में क्रिप्टो निवेशक और व्यापारी वर्तमान में सावधानी बरत रहे हैं और क्रिप्टो खरीदारी में एक खास गिरावट देखी गई है। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स के सह-संस्थापक निश्चल शेट्टी ने कहा, भारतीय निवेशक सतर्क हैं और वेट एंड वॉच (बाजार पर नजर रखते हुए इंतजार) ²ष्टिकोण अपना रहे हैं।

रेटिंग: 4.97
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 373
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *