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ब्रोकरेज चार्ज क्या है?

ब्रोकरेज चार्ज क्या है?
जेरोधा में ब्रोकरेज कब काटा जाता है?

Paytm Money में Demat Account कैसे खोलें इसके क्या फायदे हैं ?

इन्ही App में से Paytm Money का अलग ही नाम है. Paytm Money App में भी आप Demat Account खुलवा के Trading और इन्वेस्टिंग कर सकते हो.

लेकिन सवाल यह आता है की इतनी बड़ी कंपनियों के होते हुए भी Paytm Money में हमे Demat Account खोलने की जरूरत क्यों पड़ रही है ? क्या हमे इसमें अकाउंट खुलाना चाहिए ?

इसमें Demat Account खोलने से क्या फायदे मिलते हैं ? इसके साथ ही Paytm Money Charges क्या है? अगर आप Paytm Money में खाता खोलने की सोच रहे हैं तो यह सभी सवाल आपके मन में जरूर आते होंगे.

इस पोस्ट में मै इन सभी सवाल का जवाब दूंगा जिससे आपको सब कुछ समझ में आ जाये उससे पहले जान लेते हैं की Paytm Money App क्या है ? और इसमें अकाउंट कैसे बनाये ?

Paytm Money App क्या है ?

Paytm Money एक ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग App है. इसका ब्रोकरेज प्लान फिक्स और बहुत ही कम है. Paytm Money Claim करता है की इसके Charges बाकियों सी बहुत ही कम है.

इस App से आप म्यूच्यूअल फण्ड, स्टॉक मार्किट और NPS Retirement Funds में इन्वेस्ट कर सकते हो. Paytm Money में कोई हिडन चार्ज नही है.

यह ऐसा प्लेटफार्म है जिसके Charges बाकि कंपनियों के मुकाबले काफी कम है. अगर यह कम charges में बेहतरीन सर्विस देता है तो लोग जरूर से इसे ही इश्तेमाल करना चाहेंगे

हलाकि इसमें आपको अकाउंट ओपनिंग चार्ज 200 रूपए और Annual Platform Fees 300 रूपए देना पड़ता है. इसमें आपको annual maintenance charges नही देना होता है लेकिन उसकी जगह पर Annual Platform Fees देना है.

Paytm Money कई तरह की सुविधा देता है इसमें आप ट्रेडिंग, इन्वेस्टिंग और NPS Retirement Funds में इन्वेस्ट कर सकते हो. आइये जानते हैं Paytm Money में अकाउंट खोलने के क्या क्या लाभ है?

Rating की बात करें तो गूगल प्ले स्टोर पर इसे 4.6 की रेटिंग मिली है जो की बहुत अच्छी बात है और 10 करोड़ (100 Million) से भी ज्यादा डाउनलोड हो चुके हैं यानि एक बड़ी संख्या में लोग इस एप को इश्तेमाल करते हैं.

Paytm Money App के फायदे क्या है?

  • कम चार्ज – Paytm Money में दूसरी कंपनियो के मुकाबले बहुत ही कम चार्ज लिया जाता है.
  • आल इन वन – ट्रेडिंग, इन्वेस्टिंग, आईपीओ और गोल्ड में इन्वेस्ट एक ही जगह कर सकते हो.
  • कोई हिडन चार्ज नही – कोई भी हिडन चार्ज नही लिया जाता है सब कुछ ओपन रखा जाता है.
  • आईपीओ की जानकरी – इसमें आप 24×7 आईपीओ ऑर्डर दे सकते हैं।

Paytm Money App में अकाउंट कैसे खोलें ?

स्टेप 1 – Paytm Money App को डाउनलोड करके ओपन करें फिर Paytm Account से लॉग इन कर लें. अगर आपका Paytm में अकाउंट नही है तो बना लें फिर आगे बढ़ें

स्टेप 2 – Paytm Money में Patym Account से लॉग इन करने पर Sign UP का आप्शन आएगा जहाँ पर आपको अपनी पर्सनल डिटेल जैसे नाम, DOB, जेंडर इत्यादि भरनी होगी.

स्टेप 3 – इसके बाद आपको KYC complete करनी होगी. KYC Complete करने के लिए आपके पास आधार कार्ड ब्रोकरेज चार्ज क्या है? और पैन कार्ड होना चाहिए.

स्टेप 4 – KYC कम्पलीट होने के बाद आपका Demat और Trading अकाउंट खुल जायेगा जिसके बाद आप App को इश्तेमाल कर सकते हो.

Paytm ब्रोकरेज चार्ज क्या है? Money Charges क्या है?

Paytm Money के Charges बाकि ब्रोकरेज कंपनियों के मुकाबले काफी कम है. किसी भी ब्रोकरेज कंपनी में अकाउंट खोलते समय अकाउंट ओपनिंग चार्जेज, काउंट मेंटेनेंस चार्जेज, ट्रेडिंग चार्जेज, डिलीवरी चार्जेज और DP को हम जरूर देखते हैं.

आइये जानते है Paytm Money App, अकाउंट ओपनिंग चार्जेज, काउंट मेंटेनेंस चार्जेज, ट्रेडिंग चार्जेज, डिलीवरी चार्जेज और DP का कितना रूपए लेता है.

अकाउंट ओपनिंग चार्जेस – इसमें जब आप ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करते हो तो आपको 200 रूपए का चार्ज देना होता है जो सिर्फ एक बार ही देना होता है हालाँकि Demat Account Opening charges जीरो है.

अकाउंट मेंटेनेंस चार्जेस – इसमें ट्रेडिंग अकाउंट मेंटेनेंस चार्जेज 300 रूपए पड़ते हैं जिसको सालाना देना होता है हालाँकि Demat Account Maintenance charges जीरो रूपए है.

ट्रेडिंग चार्जेस – Intraday और Option& future के charges काफी कम है. Infact दुसरे ब्रोकरेज कंपनियों से आधे है. आइये जानते हैं कितने है.

  • Intraday Charges – इसमें कम से कम 0.05% और अधिकतम 10 रूपए में से जो भी कम होगा वो चार्ज लिया जायेगा. यानि जब आप कोई शेयर खरीदोगे और फिर बेचोगे तो ब्रोकरेज चार्ज क्या है? ब्रोकरेज 0.05% या 10 रूपए में से जो भी कम होगा वो आपसे लिया जायेगा.
  • F&O Charges – इसमें कम से कम 0.02%/Order और अधिकतम 10 रूपए/Order में से जो भी कम होगा वो चार्ज लिया जाता है.

यानि जब आप कोई स्टॉक खरीदेंगे और फिर बेचेंगे तो एक ट्रेडिंग कम्पलीट होने पर ब्रोकरेज मात्र 20 रूपए देना होगा. टोटल चार्जेज की बात करें तो GST और बाकि charges मिलाके लगभग 30 रूपए काटेंगे.

डिलीवरी चार्जेस – इसमें बहुत ही कम चार्ज आपको देना होता है. जब आप किसी शेयर को काफी दिनों तक होल्ड करते हो तो आपको सिर्फ 0.01 रूपए/आर्डर ही देना होता है.

मान लीजिये आपने किसी शेयर को खरीदा और कई दिन उसको होल्ड करने के बाद बेच दिया तो Paytm Money Brokrage Charge 0.01+0.01 = 0.02 रूपए होगा.

हालाँकि इसमें कुछ दुसरे चार्ज भी लगते हैं जैसे Exchange Turnover Charges, GST, Security Transaction Charges (STT), SEBI Turnover Fees इत्यादि जिससे चार्ज बढ़ जाता है.

Paytm Money Brokerage Calculator क्या है ?

Paytm Money Brokerage Calculator की हेल्प से आप Paytm Money Brokerage को कैलकुलेट कर सकते हो और लगने वले चार्ज को ठीक तरह से समझ सकते हो.

Paytm Money Brokerage Calculator, Paytm Money द्वारा लगने वाले सभी charges को विस्तार से बताता है. इसकी मदद से आप इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग में लगने वाले ब्रोकरेज चार्ज के बारे में विस्तार से जान सकते हो.

Paytm Money Refer and Earn

Paytm Money में Refer and Earn प्रोग्राम भी दिया है. इस प्रोग्राम से भी आप अच्छे पैसे कमा सकते हो. Paytm Money में पर रेफ़र 100 रूपए मिलते हैं.

इस तरह आप ज्यादा से ज्यादा लोगों को Paytm money app refer करके अच्छे पैसे कमा सकते हो. Paytm Money में दूसरों को रेफ़र करके आप 10,000 रूपए तक कमा सकते हो.

अंतिम शब्द – उम्मीद करता हूँ आपको सारी चीजें अच्छे से समझ आ गयी होगी. Paytm Money से सम्बंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए कमेंट करके पूछ सकते हैं

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ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? What Is Trading Account In Hindi

What Is Trading Account

Trading Account Meaning In Hindi – दोस्तों अगर आप इस लेख को पढ़ रहे है तो जरुर आप शेयर मार्केट में इंटरेस्ट रखते हो या फिर शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हो ! अगर आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते है तो आप यह जरुर जानना चाहते होंगे कि ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? ( Trading Account Kya Hai ). यह डीमैट अकाउंट से किस प्रकार अलग है ( Trading Account and Demat Account Difference ) ? यदि आप इन सब बातो को जानना चाहते है तो इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़े ! तो आइये जानते है ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है ? और यह किस प्रकार काम करता है What Is Trading Account In Hindi

ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? What Is Trading Account In Hindi

ट्रेडिंग अकाउंट वह अकाउंट होता है जिसके माध्यम से हम स्टॉक को खरीदने के लिए पैसे का लेनदेन करते है तथा शेयर्स को खरीदने और बेचने के लिए स्टॉक ब्रोकर को ऑर्डर इसी अकाउंट के द्वारा दिया जाता है ! यह अकाउंट एक प्रकार से हमारे बैंक अकाउंट और डीमैट अकाउंट के बिच मध्यस्थता का कार्य करता है !

जब हम ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाते है तो इसे हमारे डीमैट अकाउंट से लिंक कर दिया है ! और जब हमें शेयर्स खरीदने होते है तो हम अपने बैंक अकाउंट से पैसे ट्रेडिंग अकाउंट में डाल देते है ! जब हम शेयर खरीदने का ऑर्डर स्टॉक मार्केट को देते है तो जितने पैसे के shares खरीदते है उतने पैसे हमारे ट्रेडिंग अकाउंट से कट जाते है और जो shares हमें मिलते है वो कुछ समय में हमारे डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते है !

उसी प्रकार जब हम डीमैट अकाउंट में रखे हुए shares को बेचते है तो उन shares के पैसे ब्रोकरेज चार्ज के साथ हमारे ट्रेडिंग अकाउंट में जमा हो जाते है और shares डीमैट अकाउंट से निकलकर खरीदने वाले के अकाउंट में जमा हो जाते है !

सरल शब्दों में हम कह सकते है कि ट्रेडिंग अकाउंट एक प्रकार से शेयरों की ट्रेडिंग करने के लिए होता है , जहाँ पर हमारे shares खरीदने और बेचने का ऑर्डर तथा पैसो के डेबिट और क्रेडिट रिकॉर्ड रखे जाते है ! वर्तमान में सभी प्रकार के ब्रोकर्स हमें एक साथ डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की सुविधा देते है !

ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले ( Trading Account Kaise Khole )

जब भी आप ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाना चाहते है तो इसके लिए आपको स्टॉक ब्रोकर से संपर्क करना होगा ! आप यह अकाउंट स्टॉक ब्रोकर के ऑफिस में जाकर या फिर जिस भी ब्रोकर से ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना चाहते है उसकी वेबसाइट पर जाकर जरुरी डाक्यूमेंट्स submit करके भी यह अकाउंट ओपन कराया जा सकता है !

आपको बता दे की स्टॉक ब्रोकर एक प्रकार से रजिस्टर्ड कंपनी होती है जो SEBI के नियमो के अनुसार चलती है ! वर्तमान में भारत में लगभग 8 हजार से भी ज्यादा स्टॉक ब्रोकर कम्पनी रजिस्टर्ड है ! आपको ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए सही कंपनी का चुनाव करना होगा जिसमे ब्रोकरेज charges तथा वार्षिक शुल्क बहुत कम हो तथा जो आपको अच्छी सुविधाए उपलब्ध करवाए !

ट्रेडिंग अकाउंट के लाभ ( Benefits of Trading Account )

  • वर्तमान में सब कुछ डिजिटल होने से ऑनलाइन ट्रेडिंग काफी आसान और सरल हो गई !
  • इस अकाउंट के माध्यम से जब आप shares खरीदते और बेचते है तो आपके ट्रेडिंग अकाउंट से अपने आप ही पैसे डेबिट और क्रेडिट हो जाते है !
  • आप shares की ट्रेडिंग अपने मोबाइल के माध्यम से कही भी कर सकते है !
  • ऑनलाइन ट्रेडिंग की सुविधा मिलने से निवेशक को अपने ब्रोकर को कॉल करके ऑर्डर देने की जरुरत नही होती है ! उसके द्वारा दिया गया ऑर्डर तुरंत अप्लाई हो जाता है !

ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है

ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता ? और इसके फायदे क्या है ? इन सब बातो को जान लेने के पश्चात् अब आपके मन में यह सवाल चल रहा होगा कि आखिर ये ट्रेडिंग अकाउंट काम कैसे करता है ! आइये जानते है ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है –

जब आप ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग करना चाहते है तो सबसे पहले आपको अपने बैंक अकाउंट के माध्यम से पैसे ट्रेडिंग अकाउंट में ट्रान्सफर करने होंगे ! उसके बाद आप जिस भी कंपनी का शेयर या स्टॉक खरीदना चाहते है तो उसका प्राइस देखना होता है अब उस प्राइस के हिसाब से आप शेयर खरीदने का ऑर्डर प्लेस कर सकते है ! आपके द्वारा दिया गया ऑर्डर स्टॉक एक्सचेंज तक पहुँचता है अब इस ऑर्डर का काउंटर ऑर्डर मिल जाने पर यह ऑर्डर execute हो जाता है !

जब आपके द्वारा दिया गया ऑर्डर complete हो जाता है तो आपके ट्रेडिंग अकाउंट में से पैसे कट जाते है और ख़रीदे गए shares आपके डीमैट अकाउंट में ब्रोकरेज चार्ज और टैक्स कटकर एक या दो दिन में जमा हो जाते है !

इसी प्रकार जब आप डीमैट अकाउंट में रखे हुए ब्रोकरेज चार्ज क्या है? shares को बेचना चाहते है तो बेचे गए शेयर आपके डीमैट अकाउंट से निकलकर खरीदने वाले के डीमैट अकाउंट में ट्रान्सफर हो जाते है और आपके ट्रेडिंग अकाउंट में ब्रोकरेज चार्ज ब्रोकरेज चार्ज क्या है? और टैक्स कटकर पैसे जमा हो जाते है ! इस प्रकार से यह ट्रेडिंग अकाउंट काम करता है !

ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट में अंतर ( Trading Account and Demat Account Difference )

वर्तमान में सभी कंपनियां हमें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट एक साथ देने की सुविधा के कारण हम इन दोनों के बिच क्या अंतर है यह नहीं जान पाते है ! लेकिन यदि आप ध्यान से समझेंगे तो इन दोनों में बहुत ही अंतर है , जो इस प्रकार है –

ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट में मुख्य अंतर यही है कि ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से हम shares को खरीदने और बेचने का ऑर्डर देते है तथा इसमें हम shares को खरीदने के लिए पैसे को जमा रख सकते है , जबकि डीमैट अकाउंट में हम पैसे को जमा नहीं रख सकते यह हमें ख़रीदे गए shares को स्टोर करने अर्थार्त रखने की सुविधा प्रदान करता है !

दोस्तों उम्मीद करता हूँ ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? What Is Trading Account In Hindi लेख आपको पसंद आया होगा ! अगर Trading Account Kya Hai आर्टिकल के सम्बन्ध में आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है !

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I Am Adv. Jagdish Kumawat. Founder of Financeplanhindi.com . Here We Are Share Tax , Finance , Share Market, Insurance Related Articles in Hindi.

जेरोधा में ब्रोकरेज कब काटा जाता है?

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4. ज़ेरोधा ब्रोकरेज कब चार्ज करता है? ज़ेरोधा बीएसई, एनएसई और एमसीएक्स में इंट्राडे और फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस ट्रेडों के लिए ब्रोकरेज चार्ज करता है। ब्रोकरेज चार्ज किया जाता है केवल जब ऑर्डर निष्पादित होता है।

जेरोधा किस समय ब्रोकरेज काटता है?

दिन 3 या टी+2 दिन, सुबह 11 बजे के आसपास शेयर उस व्यक्ति से डेबिट किए जाते हैं जिसने आपको शेयर बेचे और ब्रोकरेज को क्रेडिट किया जिसके साथ आप व्यापार कर रहे हैं, जो दिन के ब्रोकरेज चार्ज क्या है? अंत तक इसे आपके डीमैट खाते में क्रेडिट कर देगा।

क्या ज़ेरोधा ब्रोकरेज चार्ज करता है?

Zerodha चार्ज करता है इक्विटी डिलीवरी ट्रेडों और डायरेक्ट म्यूचुअल फंड के लिए 0 ब्रोकरेज। इंट्राडे और एफएंडओ के लिए, यह प्रति ट्रेड फ्लैट 20 रुपये या 0.03% (जो भी कम हो) चार्ज करता है। ज़ेरोधा के साथ, आप किसी भी लेन-देन के लिए भुगतान की जाने वाली अधिकतम ब्रोकरेज एक ऑर्डर (किसी भी आकार, राशि या खंड) के लिए 20 रुपये है।

मैं अपनी ज़ेरोधा कटौती की जांच कैसे कर सकता हूं?

एक बार करने के बाद, सेगमेंट का चयन करें और उस अवधि के लिए दिनांक चुनें, जिससे आप स्टेटमेंट चाहते हैं, और फिर 'View' पर क्लिक करें। आप इसे 'डाउनलोड' पर क्लिक करके स्प्रेडशीट के रूप में भी डाउनलोड कर सकते हैं। आप वह सारा पैसा देख पाएंगे जो आपके खाते में जोड़ा और काटा गया है।

क्या रद्द किए गए ऑर्डर पर ज़ेरोधा ब्रोकरेज चार्ज करता है?

नहीं, जेरोधा रद्द किए गए ऑर्डर के लिए ब्रोकरेज या कोई अन्य शुल्क नहीं लेता है। … आप केवल उन आदेशों के लिए ब्रोकरेज/शुल्क/प्रभार लेते हैं जो निष्पादित हो जाते हैं, न कि उन आदेशों के लिए जो किसी भी कारण से अस्वीकृत या रद्द हो जाते हैं, चाहे वह स्वतः रद्द हो या मैन्युअल रूप से रद्द हो।

ETF क्या है || ETF ब्रोकरेज चार्ज कितना लगता है ? || ETF brokerage charges

एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, या ईटीएफ (Exchange-traded funds or ETFs) एक प्रकार के म्यूचुअल फंड हैं जिन्होंने हाल ही में भारत के इक्विटी बाजारों में हलचल मचाई है। ईटीएफ बेंचमार्क इंडेक्स की संरचना के लगभग समान पोर्टफोलियो में निवेश करके अपने बेंचमार्क इंडेक्स को ट्रैक करते हैं। इसलिए, ईटीएफ उन निवेशकों से धन एकत्र करते हैं जो विविधीकरण लाभों के लिए समग्र सूचकांक में निवेश करना चाहते हैं।
म्यूचुअल फंड के विपरीत, ईटीएफ निष्क्रिय रूप से प्रबंधित होते हैं और न्यूनतम प्रबंधन व्यय शुल्क लेते हैं, जिसे व्यय अनुपात कहा जाता है। ईटीएफ में निवेश में ब्रोकरेज शुल्क और प्रतिभूति लेनदेन कर जैसे अन्य छोटे शुल्क शामिल हैं। आपको रिटर्न की गणना करते समय ऐसी लागतों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।

ईटीएफ खर्चे की दर (ETF Expense rate)

व्यय अनुपात ईटीएफ या म्यूचुअल फंड में शामिल प्रमुख लागतें हैं। शुद्ध व्यय अनुपात में छूट, प्रतिपूर्ति और व्यापारिक लागत शामिल हैं, जबकि सकल व्यय अनुपात फंड चलाने के लिए उपयोग की जाने वाली कुल म्यूचुअल फंड संपत्ति के प्रतिशत के बराबर है। व्यय अनुपात एक निवेश फंड के वार्षिक फंड परिचालन व्यय का एक उपाय है। इसे प्रबंधन के तहत फंड की संपत्ति (एयूएम) के प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है। फंड के परिचालन खर्चों में प्रशासन, प्रबंधन और विज्ञापन पर खर्च शामिल हैं

ईटीएफ के लिए व्यय अनुपात 0.1% से 0.7% प्रति वर्ष तक होता है जिसमें फंड हाउस द्वारा चार्ज की जाने वाली सभी फीस शामिल होती है। म्यूचुअल फंड के भीतर, एक प्रत्यक्ष म्यूचुअल फंड प्रति वर्ष लगभग 1% का व्यय अनुपात रखता है। नियमित म्यूचुअल फंड, जो दलालों और एजेंटों के माध्यम से खरीदे जाते हैं, प्रति वर्ष लगभग 1.5-2% का व्यय अनुपात होता है।

ईटीएफ प्रवेश/निकास भार (ETF Entry/Exit Weights)

एंट्री लोड वह कमीशन है जो निवेशक द्वारा फंड मैनेजर को उस फंड में भाग लेने के लिए दिया जाता है। सेबी फंड हाउस को निवेशकों से एंट्री लोड चार्ज करने की अनुमति नहीं देता है।

जब आप फंड से अपना पैसा ब्रोकरेज चार्ज क्या है? निकालते हैं तो एक्जिट लोड फंड द्वारा लिया जाता है। यह फंड हाउस द्वारा निवेशकों को जल्दी निकासी से हतोत्साहित करने के लिए लिया जाने वाला शुल्क है।

चूंकि ईटीएफ स्टॉक एक्सचेंज पर शेयरों की तरह व्यापार करते हैं, ईटीएफ से निपटने में कोई प्रवेश या निकास भार शामिल नहीं है। निवेशक ईटीएफ के शेयरों को अन्य शेयरों की तरह ही खरीद और बेच सकते हैं।

दूसरी ओर, कुछ म्यूचुअल फंड में एक्जिट लोड शामिल होता है। कोई निकास या प्रवेश भार नहीं होने के कारण, ईटीएफ स्टॉक एक्सचेंजों पर अच्छी तरलता का आनंद लेते हैं। सेबी ने म्यूचुअल फंड के लिए 7% तक के एक्जिट लोड की अनुमति दी है, लेकिन अधिकांश म्यूचुअल फंड निवेश के 1 साल के भीतर निकालने पर एयूएम के 1% से शुल्क लेते हैं। अगर आप यूनिट्स को खरीदने के 1 साल बाद उन्हें बेच देते हैं तो कोई एक्जिट लोड नहीं है।

ब्रोकरेज, एसटीटी और अन्य शुल्क (Brokerage, STT ब्रोकरेज चार्ज क्या है? and other charges)

आपका ब्रोकर अपनी सेवाओं के लिए कुछ शुल्क भी लेता है, जिसे ब्रोकरेज शुल्क कहा जाता है। ईटीएफ खरीदने पर औसत ब्रोकरेज शुल्क टर्नओवर मूल्य का 0.01% है।
कुछ शुल्क हैं जो सेबी एक एक्सचेंज से स्टॉक की खरीद पर लगाता है। चूंकि ईटीएफ भी स्टॉक की तरह व्यापार करते हैं और एक्सचेंज में सूचीबद्ध होते हैं, ईटीएफ सेबी से इस तरह के शुल्क आकर्षित करते हैं। इसके अलावा, STT का मतलब प्रतिभूति लेनदेन कर है और यह आपके टर्नओवर मूल्य का 0.01% है।

डीमैट लेनदेन शुल्क आपके शेयरों को डीमैट रूप में रखने के लिए आपके डिपॉजिटरी संस्थान द्वारा शुल्क लिया जाता है। डीटीसी शुल्क रुपये से लेकर। 15-40 आपके ब्रोकर और उसके डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट पर निर्भर करता है।
भारत सरकार द्वारा ब्रोकरेज + लेनदेन शुल्क पर 18% जीएसटी भी लगाया जाता है। ये ईटीएफ और म्यूचुअल फंड दोनों पर लगाए जाते हैं, लेकिन कुल शुल्क का एक बहुत छोटा हिस्सा है।

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