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क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं?

क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं?
What are Overnight Funds: अगर आप रातों-रात पैसा कमाना चाहते हैं और बड़ी रकम एक झटके में चाहिए तो ओवरनाइट फंड्स में निवेश कीजिए. ये ऐसा निवेश है, जो सिर्फ 1 रात के लिए किया जाता है. इसके लिए अलग से कैटेगरी मौजूद है.

छोटी अवधि के लिए डेट फंड्स बेहतर विकल्प

क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं?

यह एक गलत धारणा है कि डेट फंड में कोई रिस्क (जोखिम) नहीं होता क्योंकि वे इक्विटीज़ में निवेश नहीं करते। यह बात सच है कि इक्विटी फंड्स के मुकाबले डेट फंड्स में कम जोखिम होता है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं? डेट फंड्स आपको गारंटी देते हैं कि आपकी रकम को कभी कोई घाटा नहीं होगा। स्टॉक मार्केट में निवेश करने वाले इक्विटी फंड्स के मुकाबले डेट फंड्स डेट और मनी मार्केट की सिक्योरिटीज़ में निवेश करते हैं जहाँ अलग-अलग तरह के रिस्क फैक्टर्स होते हैं।

डेट फंड्स में इंटरेस्ट रेट रिस्क, क्रेडिट रिस्क और लिक्विडिटी रिस्क जैसे जोखिम देखने को मिलते हैं जो कि हमारी जानकारी के स्टॉक मार्केट (शेयर बाज़ार) के रिस्क से काफी अलग हैं। हालांकि इन रिस्क फैक्टर्स को स्टॉक मार्केट (शेयर बाजार) के क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं? आम जोखिम तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन इन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज़ भी नहीं किया जा सकता है।

Debt Mutual Funds: 5 साल में हुई शानदार कमाई, इन स्‍कीम्‍स में 500 रु से शुरू कर सकते हैं SIP

Best performing Debt Mutual Funds: वॉलेटाइल मार्केट में डेट म्‍यूचुअल फंड्स में निवेश के एक बेहतर विकल्‍प है. इक्विटी फंड्स के मुकाबले इस स्‍कीम्‍स में जोखिम कम रहता है.

Mutual Funds Investment: म्‍यूचुअल फंड्स की इक्विटी स्‍कीम्‍स में रिटर्न और रिस्‍क दोनों ही ज्‍यादा होता है. शेयर बाजार में जब उतार-चढ़ाव हो तो निवेशकों को कुछ ऐसी स्‍कीम्‍स का भी ऑप्‍शन चुनना चाहिए, जिनमें रिस्‍क कम और रिटर्न बेहतर हो. हाई वॉलेटाइल मार्केट में डेट म्‍यूचुअल फंड्स (Debt Mutual Funds) में निवेश के एक बेहतर विकल्‍प है. इक्विटी फंड्स के मुकाबले इस स्‍कीम्‍स में जोखिम कम रहता है. डेट फंड्स में फंड मैनजर डिबेंचर्स, सरकारी बॉन्ड और अन्य फिक्‍स्‍ड इनकम एसेट्स में निवेश करते हैं. इसलिए डेट फंड्स में इक्विटी फंड्स के मुकाबले कम जोखिम रहता है. डेट म्‍यूचुअल फंड्स में कई ऐसी स्‍कीम्‍स हैं, जिनका 5 साल का रिटर्न 8 से 9 फीसदी सालाना रहा है. बड़े कॉमर्शियल बैंकों के 5 साल की एफडी के मुकाबले 3-4 फीसदी ज्‍यादा रिटर्न रहा. यहां ऐसे 5 डेट फंड्स के प्रदर्शन की बात कर रहे हैं, जिनमें 500 रुपये से SIP शुरू की जा सकती है.

SBI Magnum Medium Duration Fund

SBI मैग्‍नम मीडियम ड्यूरेशन फंड ने 5 साल में 8.79 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है. इसमें क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं? 1 लाख रुपये का निवेश बढ़कर 1.52 लाख रुपये हो गया. वहीं, 10,000 रुपये मंथली SIP की वैल्‍यू आज 7.50 लाख रुपये हो गई है. इस स्‍कीम में मिनिमम निवेश 5000 रुपये किया जा सकता है. जबकि, मिनिमम 500 रुपये से SIP शुरू कर सकते हैं.

एडलवाइस बैंकिंग एंड PSU डेट फंड ने 5 साल में 8.66 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है. इसमें 1 लाख रुपये का निवेश बढ़कर 1.51 लाख रुपये हो गया. वहीं, 10,000 रुपये मंथली SIP की वैल्‍यू आज 7.56 लाख रुपये हो गई है. इस स्‍कीम में मिनिमम निवेश 5000 रुपये किया जा सकता है. जबकि, मिनिमम 500 रुपये से SIP शुरू कर सकते हैं.

Baroda Credit Risk Fund- Plan B

बड़ौदा क्रेडिट रिस्‍क फंड- प्‍लान बी ने 5 साल में 8.34 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है. इसमें 1 लाख रुपये का निवेश बढ़कर 1.49 लाख रुपये हो गया. वहीं, 10,000 रुपये मंथली SIP की वैल्‍यू आज 7.65 लाख रुपये हो गई है. इस स्‍कीम में मिनिमम निवेश 5000 रुपये किया जा सकता है. जबकि, मिनिमम 500 रुपये से SIP शुरू कर सकते हैं.

HDFC क्रेडिट रिस्‍क फंड क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं? ने 5 साल में 8.11 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है. इसमें क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं? 1 लाख रुपये का निवेश बढ़कर 1.49 लाख रुपये हो गया. वहीं, 10,000 रुपये मंथली SIP की वैल्‍यू आज 7.57 लाख रुपये हो गई है. इस स्‍कीम में मिनिमम निवेश 5000 रुपये किया जा सकता है. जबकि, मिनिमम 500 रुपये से SIP शुरू कर सकते हैं.

Edelweiss Government Securities Fund

एडलवाइस गवर्नमेंट सिक्‍युरिटीज फंड ने 5 साल में 8.23 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है. इसमें 1 लाख रुपये का निवेश बढ़कर 1.51 लाख रुपये हो गया. वहीं, 10,000 रुपये मंथली SIP की वैल्‍यू आज 7.56 लाख रुपये हो गई है. इस स्‍कीम में मिनिमम निवेश 5000 रुपये किया जा सकता है. जबकि, मिनिमम 500 रुपये से SIP शुरू कर सकते हैं.

(नोट: यहां फंड्स के परफॉर्मेंस की जानकारी वैल्‍यू रिसर्च से ली गई है. रिटर्न का आंकड़ा 25 नवंबर 2021 तक का है.)

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां किसी भी तरह से निवेश से सलाह नहीं दी गई है. म्‍यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)

डेट फंड्स में कॉर्पोरेट डिफॉल्ट का रिस्क, फिर भी फायदेमंद

Debt-Fund

सांकेतिक तस्वीर।

डिफॉल्ट एक फीचर है, बग नहीं
आइए, इस सवाल पर दूसरे एंगल से गौर करते हैं। अगर कॉर्पोरेट बॉन्ड में जीरो डिफॉल्ट होने लगे तो क्या कोई कंपनी सरकारी बॉन्ड से अधिक ब्याज ऑफर करेगी? हम सब जानते हैं कि कई कंपनियों को बैंकों ने कर्ज दिया था, जो आज बैड लोन में बदल चुके हैं। ऐसे में क्या यह उम्मीद करना ठीक है कि म्यूचुअल फंड्स ने जिन कंपनियों के बॉन्ड खरीदे हैं, उनमें से कोई डिफॉल्ट नहीं करेगी? मुझे लगता है कि डिफॉल्ट, कॉर्पोरेट बॉन्ड का एक फीचर है, यह बग नहीं है। इसका मतलब यह नहीं है कि म्यूचुअल फंड्स ने कुछ मामलों में गलती नहीं की है। मैं नीचे कुछ पॉइंट्स दे रहा हूं, जिनसे आपको डेट फंड्स में निवेश का फैसला करने में मदद मिलेगी।

लिक्विड फंड से कैसे अलग होते हैं Overnight Funds?

इमरजेंसी फंड के लिए आमतौर पर क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं? लिक्विड फंड्स का इस्तेमाल होता है. लेकिन, पिछले कुछ समय में इमरजेंसी में पैसों के लिए ओवरनाइट फंड्स (Overnight Funds) भी बड़े दावेदार बनकर सामने आए हैं. लिक्विड फंड्स उन सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं जिनकी मैच्योरिटी 91 दिनों तक की होती है जैसे कि ट्रेजरी बिल, कमर्शियल पेपर या डिपॉजिट सर्टिफिकेट्स. जबकि ओवरनाइट फंड्स रेपो ट्रेड्स में निवेश करते हैं जो एक ही दिन में मैच्योर होते हैं. कभी-कभी ये एक दिन के कमर्शियल पेपर में भी पैसा लगाते हैं. ओवरनाइट फंड्स की मैच्योरिटी हर क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं? दिन होने की वजह से इनमें रिस्क लिक्विड फंड से भी कम होता है. लिक्विड फंड्स में मामूली एक्जिट लोड लगता है जबकि ओवरनाइट फंड्स (Overnight Funds) कोई एक्जिट लोड नहीं लगता.

Disclaimer: म्यूचुअल फंड बाजार जोखिमों के अधीन है. किसी भी फंड में निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें.

डेट फंड किसे कहते हैं? फिक्स्ड डिपॉजिट के मुकाबले क्या लिक्विड फंड बेहतर?

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अगर आप अधिकतम तीन साल तक के लिए निवेश करना चाहते हैं, और रिस्क लेने को तैयार नहीं हैं तो फिर आपके सामने पहला विकल्प 'फिक्स्ड डिपॉजिट' का है. लेकिन अगर फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) से थोड़ा ज्यादा रिटर्न चाहते हैं तो फिर डेट फंड (Debt Funds) में निवेश कर सकते हैं.

Fixed Deposit के मुकाबले ज्यादा रिटर्न

दरअसल, डेट फंड कम जोख‍िम के साथ बेहतर रिटर्न हासिल करने में मदद करता है. क्योंकि म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश सबसे ज्यादा फायदे का सौदा माना जाता है. अक्सर देखा गया है कि Fixed Deposit के मुकाबले डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund) में ज्यादा रिटर्न मिल जाता है.

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