Forex मुद्रा बाजार का पुस्तकालय

माना जा रहा है की इस कदम से मुक्त बाजार संचालन (Open Market Operations) पर निर्भरता कम होगी, जिसका कुल ऋण की राशि में एक बड़ा हिस्सा है। मुक्त बाजार संचालन अधिक होने से दरों पर प्रभाव पड़ता है। इसके लिये बाज़ार सहभागियों (Market Participants) को उस प्रीमियम के साथ बोली लगानी होगी, जो वे रिज़र्व बैंक को स्वैप की अवधि के दौरान देने के लिये तैयार हैं। रिज़र्व बैंक के अनुसार, नीलामी कटऑफ प्रीमियम के आधार पर बहु-मूल्य (Multiple Price) आधारित होगी। इस कदम से रिज़र्व बैंक के विदेशी मुद्रा भंडार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जो 1 मार्च को समाप्त सप्ताह के दौरान 401.7 बिलियन डॉलर था।
नए संसद भवन का मुख्य ढांचा हुआ तैयार
संसद के नए भवन का मुख्य ढांचा तैयार हो चुका है और अब आंतरिक स्तर पर काम (फिनिशिंग) को पूरा किया जा रहा है। टाटा प्रोजेक्ट्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक विनायक पई ने रविवार को यह जानकारी दी। टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड नए संसद भवन का निर्माण कर रही है जिसमें भारत की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक भव्य संविधान हॉल, सांसदों लिए एक लाउंज, एक पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग स्थल बनाया जा रहा है।
पई ने पीटीआई-भाषा से साक्षात्कार में कहा, ‘‘मुख्य ढांचा (नए संसद भवन का) पूरा हो चुका है। हम अब उस चरण में हैं जहां हम आंतरिक साजसज्जा या फिनिशिंग को पूरा कर रहे हैं। यह अपनी तरह का एक खास भवन है। इसलिए वास्तुविदों द्वारा फिनिशिंग के काम को काफी सोच-विचार के बाद पूरा किया जा रहा है। सरकार का कहना है कि संसद का शीतकालीन सत्र नरेंद्र मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत बन रहे नए भवन में होगा।
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60 से अधिक उद्योग पुरस्कारों का विजेता
(द हिंदू से)अर्थव्यवस्था समसामियिकी 3 (14-Mar-2019)
विदेशी विनिमय व्यवस्था के तहत बैंकिंग प्रणाली में 5 अरब डॉलर डालेगा रिज़र्व बैंक(Reserve Bank of India will put $ 5 billion in banking system under the foreign exchange regime)
Posted on March 14th, 2019
भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग प्रणाली Forex मुद्रा बाजार का पुस्तकालय में तीन साल की अवधि तक विदेशी विनिमय व्यवस्था (Foreign Exchange Swap) के तहत पाँच अरब डॉलर की नकदी डालने का फैसला किया है। यह स्वैप या अदला-बदली व्यवस्था रिज़र्व बैंक की ओर से विदेशी मुद्रा विनिमय की खरीद-बिक्री के रूप में होगी। तरलता प्रबंधन के लिये यह तरीका पहली बार उपयोग किया जा रहा है। इसके तहत बैंक की ओर से रिजर्व बैंक को डॉलर बेचे जाएंगे और साथ ही वह स्वैप की अवधि समाप्त होने के बाद इतनी ही राशि के डॉलर की खरीद की सहमति देगा। नकदी के सतत् प्रवाह के मद्देनज़र दीर्घावधि विदेशी विनिमय व्यवस्था के तहत यह राशि बैंकिंग प्रणाली में डाली जाएगी। नकदी के प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिये रिज़र्व बैंक इसी वित्त वर्ष में यह राशि डालेगा। विदेशी करेंसी की अदला-बदली के माध्यम से यह प्रक्रिया 26 मार्च से शुरू होकर 28 मार्च 2022 तक चलेगी। इसके माध्यम से जुटाए गए डॉलर स्वैप की अवधि तक रिज़र्व बैंक के विदेशी मुद्रा भंडार में प्रदर्शित होंगे और रिज़र्व बैंक की आगामी देनदारियों में भी परिलक्षित होंगे।
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Forex मुद्रा बाजार का पुस्तकालय
भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग प्रणाली में तीन साल की अवधि तक विदेशी विनिमय व्यवस्था (Foreign Exchange Swap) के तहत पाँच अरब डॉलर की नकदी डालने का फैसला किया है। यह स्वैप या अदला-बदली व्यवस्था रिज़र्व बैंक की ओर से विदेशी मुद्रा विनिमय की खरीद-बिक्री के रूप में होगी। तरलता प्रबंधन के लिये यह तरीका पहली बार उपयोग किया जा रहा है। इसके तहत बैंक की ओर से रिजर्व बैंक को डॉलर बेचे जाएंगे और साथ ही वह Forex मुद्रा बाजार का पुस्तकालय स्वैप की अवधि समाप्त होने के बाद इतनी ही राशि के डॉलर की खरीद की सहमति देगा। नकदी के सतत् प्रवाह के मद्देनज़र दीर्घावधि विदेशी विनिमय व्यवस्था के तहत यह राशि बैंकिंग प्रणाली में डाली जाएगी। नकदी के प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिये रिज़र्व बैंक इसी वित्त वर्ष में यह राशि डालेगा। विदेशी करेंसी की अदला-बदली के माध्यम से यह प्रक्रिया 26 मार्च से शुरू होकर 28 मार्च 2022 तक चलेगी। इसके माध्यम से जुटाए गए डॉलर स्वैप की अवधि तक रिज़र्व बैंक के विदेशी मुद्रा भंडार में प्रदर्शित होंगे और रिज़र्व बैंक की आगामी देनदारियों में भी परिलक्षित होंगे।
IFFCO देश में खोलेगा 1000 ग्रामीण ई-बाजार
नई दिल्लीः नोटबंदी से परेशान किसानों के लिए इफ्को ने नई सुविधा शुरू की है। इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर को-ऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) किसानों के लिए ग्रामीण ई-बाजार बनाएगा। अगले साल तक देशभर में एक हजार ई-बाजार बनाए जाएंगे,जो प्राथमिक कृषि सहकारी संस्थाओं के जरिए खड़े किए जाएंगे। इनमें किसानों को खेती-किसानी की सलाह सहित उनके उपयोग की सारी चीजें मिलेंगी। इफ्को में किसान चेक देकर खाद या बीज ले सकते हैं।
किसानों को मिलेंगे पूरे दाम
इफको के स्वर्ण जयंती वर्ष में आयोजित किसान और सहकार सम्मेलन में प्रबंध संचालक डॉ. यू.एस अवस्थी ने इफको की आगे की योजना बताई। यूनिवर्सिटी ऑडिटोरियम में हुए सम्मेलन में इंदौर संभाग के विभिन्न जिलों से किसान, सहकारी क्षेत्र के नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे। अवस्थी ने बताया सहकारिता में जीवनभर के संबंध होते हैं, जिन्हें मज़बूत बनाना है। इफको सहकारी संस्थाओं के माध्यम से किसानों को भी डिजिटल युग में ले जाना चाहता है। इससे उनकी उपज खरीदने वाले बिचौलिए खत्म होंगे, इससे उन्हें पूरे दाम मिलेंगे।
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भारतीय रिज़र्व बैंक ( Reserve Bank of India )
भारत के प्रधान बैंक यानि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ( Reserve Bank of India ) का राष्ट्रीयकरण वर्ष 1935 में हुआ था इस बैंक का कार्य भारत में कार्यरत सभी बैंकों पर नजर रखना है बैंकों के सभी नियम और लेन देन के सभी कानून रिजर्व बैंक द्वारा ही परित किये जाते हैं
इसके बाद भारत में बहुत सारे नये बैंक खुले Forex मुद्रा बाजार का पुस्तकालय फिर स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत सरकार ने उन बैंकों का राष्ट्रीयकरण करने का फैसला किया जिनकी जमा राशि 50 करोड या इससे अधिक थी और 19 जुलाई 1969 को 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया, इसके बाद वर्ष 1980 ने 6 और नये बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया, इस प्रकार कुल 20 बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया है, जिसने नाम इस प्रकार हैं -