ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स

वित्त मूल बातें

वित्त मूल बातें
5

बजट एवं उनके मूल सिद्धान्त/ Basics of different types of Budgeting (RAS MAINS PAPER 1)

बजट एक प्रकार का वित्तीय विवरण है जो एक निश्चित समयावधि में पूर्व निर्धारित उदेश्य की प्राप्ति हेतु बनाया जाता है।सरकार की आय, व्यय तथा ऋण आदि से सम्बंधित सभी क्रियाओं का निर्धारण बजट के माध्यम से होता है।

बजट सरकार की आय तथा व्यय का एक विवरण प्रपत्र है जिसमे आने वाले वर्ष के लिए आय-व्यय के अनुमानित आंकड़े, सामाजिक-आर्थिक कार्यक्रम तथा आय में वृद्धि तथा व्यय में कमी के लिए उपायों का विवरण होता है।

प्रो. बेस्टबल वित्त मूल बातें के अनुसार-
"बजट से तात्पर्य एक दिए गए समय के लिए वित्तीय प्रबंध से है जिसके साथ विधानसभा में स्वीकृति के लिए पेश करने का सामान्य सुझाव जुड़ा हुआ है।"

फिण्डले शिराज के अनुसार-
"बजट एक रिपोर्ट, एक अनुमान तथा एक प्रस्ताव है। यह एक ऐसा साधन है जिसके द्वारा वित्तीय प्रशासन की सभी विधियों को सम्बंधित किया जाता है, उनकी तुलना की जाती है एवं समन्वय स्थापित किया जाता है।

बजट के प्रकार-

सरकारी बजट को सरकारी आय व व्यय की प्रवृति एवं संतुलन के आधार पर निम्न प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है-

  1. अल्पकालीन बजट-अल्प कालीन वित्तीय आवश्यकता की पूर्ति हेतु।एक माह से कम समयावधि हेतु।
  2. वित्तीय वित्त मूल बातें बजट- एक वर्ष हेतु बनाया गया बजट वित्तीय वित्त मूल बातें बजट कहलाता है।
  3. दीर्घकालीन बजट - 3 वर्ष से अधिक समय के लिए बनाया गया बजट इस श्रेणी मे माना जाता है।जैसे - पूंजीगत बजट।

बजट के अन्य प्रकार-

रोकड बजट- किसी आगामी वित्त वर्ष में होने वाली आय तथा व्यय के अनुमान के आधार पर जो बजट बनाया जाता है उसे रोकड बजट कहते है।

निष्पादन बजट- कार्य के परिणामो या निष्पादन को आधार बनाकर निर्मित किया गया बजट निष्पादन बजट कहलाता है। वित्त मूल बातें इस प्रकार के बजट में खर्च के उद्देश्यों पर जोर देते हुए प्रारम्भ में निर्धारित कर वित्त मूल बातें किया जाता है। कार्य के वित्तीय व भौतिक पक्षों का इसमें समायोजन होता है। यह बजट मूलतः लक्ष्योन्मुखी एवं उद्देश्यपरक प्रणाली पर आधारित होता है।

शून्य आधारित बजट- इस बजट का जनक अमेरिका के पीटर ए पायर को माना जाता है।1979 में अमेरिका वित्त मूल बातें के राष्ट्रीय बजट में राष्ट्रपति जिम्मी कार्टर द्वारा इसे अपनाया गया। यह व्यय पर अंकुश लगाने वाली तार्किक एवं वैज्ञानिक तकनीक है। इसमें मितव्ययिता को सुनिश्चित करते हुए सभी योजनाओ का मूल्याङ्कन किया जाता है तथा जो योजना अथवा कार्यक्रम उपयोगी नहीं हो उसे हटा देते है। प्रबंधकीय तकनीक का प्रयोग होने के कारण यह बजट निर्माण की आधुनिक विधि है। इस बजट प्रणाली को सूर्यास्त बजट प्रणाली भी कहा जाता है।

रेटिंग: 4.47
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 824
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *