पैसे को ब्याज पर लगाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

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अपने पैसे का सही जगह निवेश करने में है समझदारी, जानिए क्यों
ज्यादातर लोग नहीं जानते कि अपने पैसों को सही जगह निवेश करना एक कला है. इसके लिए विवेक के साथ कई अन्य चीजों की जरूरत होती है.
बचत पर ब्याज दरों में गिरावट को देखते हुए अपने बचत खाते में पैसे को निष्क्रिय रखना बड़ी गलती होगी. आपको जो रिटर्न मिलेगा, वह बमुश्किल ही महंगाई से पार पाने के लिए पर्याप्त होगा.
महंगाई से बेहतर रिटर्न देने वाले विकल्पों में निवेश
वित्तीय स्तर पर मजबूत बने रहने के लिए, महंगाई पर जीत हासिल करना सबसे अहम है. महंगाई आपके पैसे के लिए सबसे बड़ा खतरा है. शुक्र है कि इक्विटी के चलते इससे पार पाना कठिन नहीं है. इक्विटी एक ऐसा एसेट क्लास है, जो दीर्घावधि में महंगाई दर से बेहतर रिटर्न देने का दम रखता है. साधारण शब्दों में कहें, तो इक्विटी निवेश के जरिए आप महंगाई दर से अधिक रिटर्न हासिल कर सकते हैं.
इक्विटी में निवेश के दो तरीके हैं- सीधे शेयरों में निवेश या म्यूचुअल फंडों के जरिए निवेश. यदि आप शेयर बाजार के गणित से वाकिफ हैं, उसके चाल-चलन को समझते हैं और प्रमुख बिंदुओं की विस्तृत जानकारी रखते हैं, तो सीधे शेयरों में निवेश कर सकते हैं.
दूसरी तरफ, यदि आप इन बातों को नहीं समझते, तो म्यूचुअल फंडों से निवेश करना बेहतर होगा. इस तरह आप अपने निवेश में विविधता लेकर आएंगे और फंड मैनेजर की एक्सपर्ट सलाह का लाभ भी उठा पाएंगे. म्यूचुअल फंडों में एकमुश्त और एसआईपी, दोनों ही माध्यमों से निवेश कर सकते हैं.
जहां एकमुश्त निवेश में एक साथ बड़ी रकम डाली जाती है, वहीं, सिप के जरिए अनुशासित निवेश किया जाता है. यह बचत की नियमित आदत डालता है और पूर्व निर्धारित अवधि में निश्चित रकम डालने की सुविधा देता है.
जोखिम कम करने के लिए विविधता
वित्तीय समझदारी कहती है कि अपना सारा पैसा एक ही जगह नहीं डालना चाहिए. इसका मतलब है कि आपको अपने पोर्टफोलियो के एसेट क्लास में विविधता रखनी चाहिए ताकि आपका जोखिम कम हो. यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपका पोर्टफोलियो बहुत अधिक केंद्रित नहीं हो. जब आप अधिक इंस्ट्रूमेंट्स (संसाधनों) में निवेश करते हैं, तो एक एसेट श्रेणी की वैल्यू में आई कमी की भरपाई दूसरे में आई तेजी से हो जाएगी.
मसलन, बीते साल जब कोरोना वायरस महामारी से शेयर बाजार में त्राही-त्राही मची थी. गोल्ड ने बेहतरीन रिटर्न दिया था. हालांकि, वित्त वर्ष के अंत तक शेयर बाजार नए रिकॉर्ड स्तरों तक पहुंच गए थे. मगर गोल्ड में आई तेजी ने सभी को हैरान कर दिया था. सौ बात की एक बात यह है कि आपको अपना पैसा विभिन्न एसेट श्रेणियों में लगाना चाहिए ताकि आप सभी वर्गों के अवसरों को भुना सकें.
कर्ज पैसे को ब्याज पर लगाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? से पाएं निजात
जब आप कर्ज में डूबे होते हैं, तो आप अपनी रकम का इस्तेमाल करने से कतराते हैं. इसका बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है. कर्ज आपकी आय का एक बड़ा हिस्सा चट कर जाता है, जिससे आपका वित्तीय बोझ बढ़ता है और आपके विकल्प सीमित हो जाते हैं.
इसलिए अपना कर्ज कम से कम रखना जरूरी होता है. जिस उम्र में कुछ क्लिक्स में झटपट कर्ज मिल सकता है, तो जरूरी है कि तत्काल संतुष्टि की जरूरतों पर अंकुश लगाए और गैर-जरूरी कर्ज पसे दूरी बनाएं. साथ ही, कर्ज लेने से पहले सभी किस्म के शुल्क के बारे में जान लेना ही समझदारी है.
नियमावली के अनुसार, हमेशा असल कर्जदाताओं से कर्ज लेना चाहिए. कभी भी अपनी क्षमता से अधिक कर्ज नहीं उठाना चाहिए क्योंकि यह आपकी वित्तीय योजना की गाड़ी को पटरी से उतार सकता है और आपको कर्ज का जंजाल में फंसा सकता है.
आपातकालीन फंड बनाएं
यदि आपके पास मुश्किल समय के लिए आपातकालीन फंड तैयार है, तो इसका मतलब है कि आप जीवन के कठिन सवालों का सामना करने के लिए तैयार है. कोई भी मेडिकल या वित्तीय आपदा बेहद कम समय में आपके बजट को ऊपर लेकर जा सकती है. आपकी सभी वित्तीय योजनाओं पर पानी फेर सकती है.
आपातकालीन फंड होने पर आप उसका इस्तेमाल मुश्किल समय से निपटने के लिए कर सकते और नियंत्रण अपने हाथ में पा सकते हैं. इस फंड को तैयार करने में समय लग सकता. आमतौर पर यह आपके आठ से छह महीने के घर खर्च के बराबर होना चाहिए. इस फंड को तैयार करते समय आपको पूंजी की सुरक्षा और लिक्विडिटी का विशेष ख्याल रखना चाहिए.
आपातकालीन फंड से रिटर्न कमाने का बारे में नहीं सोचना चाहिए. रिटर्न पाने के चक्कर में संभव है कि आप अपना पैसा अधिक जोखिम और कम लिक्विडिटी वाले इंस्ट्रूमेंट्स में लगा सकते हैं. यह आपके आपातकालीन कोष के उद्देश्य को फेल कर देता है. ऐसे कोष के लिए लिक्विड फंड और बैंकों में एफडी सबसे उपयुक्त विकल्प नजर आते हैं.
निष्कर्ष
आपके वित्तीय लक्ष्यों का समग्र विश्लेषण करने से आप अपने पैसे का सही इस्तेमाल कर सकते हैं. यदि आप जानते हैं कि आप क्या हासिल करना चाहते है, तभी आप अपने लक्ष्य के लिए प्रोत्साहित बने रह सकते हैं. वित्तीय योजना तैयार कर सकते हैं. इसके जरिए आप अपने लिए सही विकल्पों का चयन कर सकते हैं. अपने पैसों से अच्छी कमाई कर सकते हैं.
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Investment: हर महीने 1000 रुपये का निवेश करके बनाएं लाखों, जानिए क्या हैं विकल्प
पैसे से हर किसी की जिंदगी खुशहाल बनी रहती है. पैसा नहीं होने पर लोगों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती हैं. ऐसे में पैसे कमाने के साथ-साथ निवेश भी करते रहना चाहिए. ताकि भविष्य की जरूरतें आसानी से पूरी की जा सकें.
Published: October 29, 2020 5:08 PM IST
आज के आधुनकि जीवन में हर पैसे को ब्याज पर लगाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? किसी की आवश्यकताएं बढ़ती जा रही हैं. इसके साथ कोई भी व्यक्ति जीवन भर काम नहीं करना चाहता है. ऐसे में अपने भविष्य को सुरक्षित करने और सभी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए निवेश करना बहुत आवश्यक हो जाता है.
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लेकिन निवेश करने से पहले अपनी आय का आकलन करना पड़ता है. साथ ही यह भी तय करना पड़ता है कि किस जरूरत को पूरा करने के लिए आप निवेश करना चाह रहे हैं. यह भी तय करना होगा कि कितना पैसा निवेश करना चाहते हैं और कहां पर निवेश करना चाहते हैं.
पहले तो आपको निवेश और बचत के अंतर को समझना जरूरी है. अक्सर लोग बचत तो करते हैं, लेकिन निवेश नहीं करते. जब आप निवेश करते हैं तो आप इसे केवल सुरक्षित नहीं रखते, बल्कि इसे बढ़ाने का प्रयत्न करते हैं. निवेश करने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आपके पास ढेर सारे पैसे हों. आप हर महीने 500 या 1000 रुपये भी निवेश करके अपने भविष्य को सुरक्षित रख सकते हैं.
हम आपको यहां पर ऐसे ही पांच तरीके बता रहे हैं जहां हर महीने 1000 रुपये निवेश करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
कंपनियों के शेयरों में निवेश
शेयर बाजार में विभिन्न कंपनियों के स्टॉक में हर महीने 1000 रुपये निवेश करके आप अपना पोर्टफोलियो अच्छा बना सकते हैं. हालांकि, इतनी कम राशि में आप बड़ी कंपनियों के महंगे स्टॉक्स में निवेश नहीं कर पाएंगे, लेकिन कई ऐसी कंपनियां हैं जो अच्छा ग्रोथ कर रही हैं और उनके शेयर की कीमत 1000 रुपये से कम है. ऐसी कंपनियों का शेयर खरीदकर आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. लेकिन किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले अच्छी तरह रिसर्च करें और शेयर इस मकसद से खरीदें पैसे को ब्याज पर लगाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? कि आपको इसे 7 से 10 साल के बाद बेचना है. इसलिए ऐसी कंपनी के शेयर खरीदें जिसके फंडामेंटल्स काफी मजबूत हों.
रेकरिंग टर्म डिपॉजिट
रेकरिंग डिपॉजिट (RD) एक तरह का टर्म डिपॉजिट है जो निवेशकों की रेगुलर सेविंग की आदत को बढ़ावा देता है. RD अकाउंट में हर महीने मिनिमम 100 रुपये निवेश किया जा सकता है. इसकी अधिकतम मेच्योरिटी 10 साल की है. इसमें ग्राहकों को 3 फीसदी से लेकर 9 फीसदी तक Interest मिलता है. यह भी फिक्स्ड डिपाजिट की तरह फाइनेंशियल इन्वेस्टमेंट आप्शन है, लेकिन यहां निवेश के लिए अधिक सहूलियत है. FD में जहां एक मुश्त पैसा लगाना पड़ता है, RD में आप SIP की तरह अलग-अलग इंस्टालमेंट में मंथली बेसिस पर निवेश कर सकते हैं.
म्यूचुअल फंड्स में निवेश
आप म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) में हर महीने कम से कम 500 रुपये का निवेश भी कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं और वे कंपनियों के शेयरों में निवेश करती हैं. जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड्स निवेश का एक अच्छा विकल्प है. निवेशक अपने वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से Mutual Funds स्कीम चुन सकते हैं. Mutual Funds के किसी डायरेक्ट प्लान में निवेश करने का फायदा यह है कि आपको कमीशन नहीं देना पड़ता है. इसलिए लंबी अवधि के निवेश में आपका रिटर्न बहुत बढ़ जाता है. SIP के जरिये आप इसमें निवेश कर सकते हैं. आप चाहें तो इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Fund), डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund) या हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम (Hybrid Mutual Fund) में निवेश कर सकते हैं.
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) एक छोटी बचत योजना है, जिसमें आप 100 रुपये से लेकर कितनी भी राशि निवेश कर सकते हैं. इस समय इस पर 6.8 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. आप इसे पोस्ट ऑफिस या किसी बैंक से खरीद सकते हैं. इसमें निवेश करने पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत सालाना 1.5 लाख रुपये का टैक्स बेनिफिट मिलता है. अगर आप पांच साल के लिए NSC में हर महीने 1000 रुपये निवेश करते हैं तो एक साल में इसमें 12,000 रुपये जमा होते हैं, लेकिन पांच साल पैसे को ब्याज पर लगाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? के बाद यही अमाउंट 16,674 रुपये हो जाती है.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश करने में सबसे कम जोखिम है. इसमें पैसा डूबने का कोई खतरा नहीं रहता है. अभी PPF पर सालाना 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है और सरकार इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत PPF में निवेश करने पर 1.5 लाख तक का टैक्स लाभ भी देती है. इसका लॉक पीरियड 15 साल है. 15 साल तक अगर आप PPF में हर महीने 1000 रुपये जमा करते हैं तो कुल जमा राशि 1,80,000 हो जाती है, लेकिन बदले में आपको 3,25457 रुपये मिलेंगे. इसके अलावा टैक्स बेनिफिट अलग से मिलेगा.
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PPF Account से जुड़ी ये बातें आपको दे सकती हैं बंपर फायदा, जानिए कैसे होगी ज्यादा कमाई
PPF Account पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी PPF निवेश का एक बेहतरीन ऑप्शन है। सुरक्षित निवेश की तलाश करने वाले ज्यादातर लोग पीपीएफ अकाउंट में ही पैसा लगाना पसंद करते हैं। इसमें मिलने वाले ब्याज पर कोई टैक्स भी नहीं देना होता।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। पीपीएफ अकांउट (PPF Account) में निवेश अधिक सुरक्षित और फायदेमंद समझा जाता है। यह बेवजह भी नहीं है। अगर आप भी अपने भविष्य के लिए एक सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं तो आप पीपीएफ में पैसा लगा सकते हैं। PPF पर लोगों को सबसे ज्यादा भरोसा होता है। इसमें न केवल आप लंबे समय के लिए इन्वेस्ट कर सकते हैं, बल्कि आपको यहां टैक्स में छूट भी मिलती है। इसके अलावा यह पूरी तरह सुरक्षित है। आप जो भी पैसा यहां लगाते हैं, उसमें कोई रिस्क फैक्टर इन्वॉल्व नहीं रहता। इसमें पैसे लगाने का तरीका भी बहुत आसान है।
मात्र 500 रुपये से आप अपना पीपीएफ (Public Provident Fund) अकाउंट खोल सकते हैं। हर महीने आप एक निश्चित राशि इस अकाउंट में जमा कर सकते हैं। फिलहाल इस अकाउंट पैसे को ब्याज पर लगाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? में निवेश करने पर 7.1 फीसद सालाना ब्याज मिल रहा है। PPF में निवेश का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मैच्योरिटी पीरियड के बाद भी आप PPF अकाउंट से पैसा कमा सकते हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं, जिसमें PPF के मैच्योर होने के बाद भी आपका पैसा बढ़ता रहेगा।
पैसा निकाल लेना कितना सही
अगर आपका PPF अकाउंट मैच्योर हो गया है तो आप उसे बंद कर अपना पूरा पैसा निकाल सकते हैं। बता दें कि मैच्योरिटी पर मिलने वाला पूरा अमाउंट टैक्स फ्री होगा। यानी इस पर आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा। आपके पीपीएफ अकाउंट में जितना पैसा है वह सारा का सारा आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगा। लेकिन अगर आपको पैसे की जरूरत नहीं है तो बेहतर होगा कि आप यह पैसा न निकालें।
बढ़ा सकते हैं इन्वेस्टमेंट की अवधि
आप अपने PPF अकाउंट के मैच्योर होने पर उसे 5 साल पैसे को ब्याज पर लगाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? के लिए बढ़ा सकते हैं। कुछ अमाउंट जमा करके आप नया निवेश कर सकते हैं। PPF अकाउंट की अवधि बढ़ाने के लिए आपको मैच्योरिटी से एक साल पहले आवेदन करना होगा। इन 5 सालों के दौरान जरूरत पड़ने पर आप पैसा निकाल भी सकते हैं।
अगर आप PPF अकाउंट मैच्योर होने के बाद कोई एक्शन नहीं लेते तो भी वह डीएक्टिवेट नहीं होता। आपका पीपीफ खाता एक्टिव रहेगा और उस पर कोई पेनाल्टी नहीं लगेगी। अगर आप पैसा निकालना नहीं चाहते या फिर कोई नया निवेश नहीं करना चाहते तो अपने PPF अकाउंट को मैच्योरिटी के बाद 5 सालों के लिए बढ़ा सकते हैं। आपको इस अमाउंट पर ब्याज मिलता रहेगा। इसके लिए न तो आपको बैंक और पोस्ट ऑफिस के चक्कर काटने होंगे न ही किसी पेपरवर्क की जरूरत पड़ेगी।