सिक्का बाजार

Updated Tue, 19 Apr 2022 12:15 AM IST
1 या 2 रुपए का सिक्का दिला सकता है 5 से 9 लाख रुपए, जानें कब-कहां और कैसे.
एक वक्त था जब मम्मी-पापा बच्चों को टॉफी के लिए 1 या 2 रुपए का सिक्का देते थे. बच्चों को भी उससे खुशी मिलती थी, लेकिन धीरे-धीरे महंगाई 2 रुपए के सिक्के को खा गई. अब तो 100 रुपए भी पॉकेट मनी के लिए कम पड़ते हैं. लेकिन, अब भी 2 रुपए की ताकत को कम नहीं आंकना चाहिए. यही 2 रुपए का सिक्का आपको लखपति बना सकता है. कैसे.. आइये जानते हैं.
5 लाख रुपए का 2 रुपए का सिक्का
कई लोगों को एंटीक चीजें इकट्ठे करने का शौक होता है. ऐसे एंटीक यानि बेहद पुराने और दुर्लभ सिक्के (Rare Coins) मुंहमांगी कीमत दिला सकते हैं. ई कॉमर्स वेबसाइट क्विकर पर कई तरह के सिक्कों की सेल चलती रहती है. हम जिस सिक्के की बात कर रहे हैं वह 1995 में ढाला गया था. और इस सिक्के के पीछे भारत का नक्शा और नक्शे में झंडा बना है. क्विकर वेबसाइट पर इस दुर्लभ सिक्के की कीमत 5 लाख रुपए है.
2 लाख रुपए का 1 रुपए का सिक्का
भारत की आजादी से पहले वाले क्वीन विक्टोरिया के एक रुपए के सिल्वर कॉइन के बदले 2 लाख रुपए तक मिल सकते हैं. एम्परर जॉर्ज वी किंग के वर्ष 1918 के एक रुपए के ब्रिटिश कॉइन की कीमत तो 9 लाख रुपए तक लगाई गई है. हालांकि यह विक्रेता और खरीदार पर निर्भर करता है कि वे जिस कीमत पर सहमत होते हैं, उस पर सहमत होते हैं, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि इन सिक्कों की भारी मांग है, जिसके लिए लाखों रुपये आसानी से मिल जाएंगे.
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कहां बचें सिक्का और क्या करें?
अगर आपके पास ऐसे सिक्के हैं और उन्हें बेचना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको क्विकर की साइट (https://www.quikr.com/home-lifestyle/old-2-rupees-rare-coin-collection-available-for-sell-lucknow/p/355326365) पर जाकर रजिस्टर करना होगा. सिक्के की एक फोटो लें और इसे साइट पर अपलोड करें. खरीदार आपसे सीधे संपर्क करेंगे. वहां से आप भुगतान और डिलीवरी की शर्तों के अनुसार अपना सिक्का बेच सकते हैं.
आप भी बेचकर कर सकते हैं कमाई
बता दें कि देश के कोने-कोने से लोग अपने एंटीक कलेक्शन यहां डालते हैं और वह लाखों में बिक जाती है. क्विकर देश के एक हजार बड़े-छोटे शहरों तक फैला सिक्का बाजार हुआ है. आपको यह जानकर बहुत हैरानी होगी कि यहां एंटीक क्वॉइन लाखों रुपए में बेचे जा रहे हैं. अगर आपके जानकारों में या फिर सिक्का बाजार आपके पास पुराने सिक्कों का स्टॉक है तो इसे क्विकर पर बेच कर बहुत ही आसानी से लखपति बन सकते हैं.
Indian Currency: अगर आपके पास है यह 2 रुपये का खास सिक्का, तो घर बैठे मिनटों में कमा सकते हैं 5 लाख, जानें- कैसे?
Indian Currency: अगर आपके पास यह 2 रुपये का खास सिक्का है, तो घर बैठे मिनटों में 5 लाख रुपये कमा सकते हैं. सिक्कों के अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्राचीन वस्तुओं की खरीदारी भी तेजी से की जा रही है. पुराने और दुर्लभ सिक्के ऑनलाइन लाखों रुपये में बिक रहे हैं, जिससे मुद्रा के संग्रहकर्ता घर बैठे ही एक झटके में अमीर होते जा रहे हैं.
Updated: January 27, 2022 10:14 AM IST
Indian Currency | Old Coin: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर पुराने और खास सिक्कों के खरीदारों की दिलचस्पी फिर से बढ़ती हुई देखी जा रही है. सिक्कों के अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्राचीन वस्तुओं की खरीदारी भी तेजी से की जा रही है. पुराने और दुर्लभ सिक्के ऑनलाइन लाखों रुपये में बिक रहे हैं, जिससे मुद्रा के संग्रहकर्ता घर बैठे ही एक झटके में अमीर होते जा रहे हैं.
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अगर आपके पास एक दुर्लभ सिक्का या नोट है, तो इसे बेचने के लिए यह सही समय है. यदि आपके पास 2 रुपये का विशेष सिक्का है, तो आप इसे ऑनलाइन बेचकर लगभग 5 लाख रुपये कमा सकते हैं. यहां बताया गया खास सिक्का 1994 सीरीज का है. Zee News Hindi की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सिक्कों की मांग कई गुना बढ़ गई है.
सिक्के के पिछले हिस्से पर विश्व खाद्य दिवस का शिलालेख है. ऑनलाइन क्लासीफाइड पोर्टल क्विकर पर सिक्के की कीमत 5 लाख रुपये तय की गई है. इसी तरह महारानी विक्टोरिया के एक रुपये के चांदी के सिक्के, जो ब्रिटिश शासन के दौरान जारी किए गए थे, का मूल्य वर्गीकृत पोर्टलों पर विक्रेताओं द्वारा 2 लाख रुपये तय किया गया है.
साथ ही 1918 में जारी एक रुपये के सिक्के की कीमत ई-कॉमर्स साइट क्विकर पर उछलकर 9 लाख रुपये हो गई है. आप कुछ सरल चरणों का पालन करके पुराने और संग्रहणीय नोटों और सिक्कों को आसानी से खरीद और बेच भी सकते हैं.
जानें- दुर्लभ सिक्के को बेचकर कैसे कमाएं पांच लाख रुपये
- एक खाता बनाएं या अपने OLX या Quikr खाते में लॉग इन करें.
- अपने सिक्के के लिए एक सूची बनाएं.
- सिक्के के बारे में विवरण जोड़ें और इसे क्या खास बनाता है.
- यह सुनिश्चित करने के लिए सिक्के की तस्वीरें जोड़ें कि लिस्टिंग वास्तविक दिखाई दे.
- वह मूल्य जोड़ें जिस पर आप सिक्का बेचना चाहते हैं.
- सत्यापन के लिए लिस्टिंग जमा करें.
- एक बार लिस्टिंग स्वीकृत हो जाने के बाद, आपको संभावित खरीदारों से कॉल और संदेश प्राप्त होने लगेंगे.
- कीमत और बिक्री की अन्य शर्तों पर बातचीत करने के बाद आप खरीदार को सिक्के बेच सकते हैं.
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पुराना दो रुपये का सिक्का साढ़े तीन में बिक रहा
लखनऊ ब्यूरो
Updated Tue, 19 Apr 2022 12:15 AM IST
सीतापुर। सुनकर आश्चर्य होगा पर यह सच है। दो रुपये का पुराना सिक्का 3.50 रुपये में बिक रहा है। पांच रुपये के पुराने 20 सिक्के जिनकी कीमत 100 रुपये है, वे 115 रुपये में बिक रहे हैं। लालबाग बाजार में सिक्के बदलने का कारोबार फल-फूल रहा है। जिले में कई आभूषण व्यापारी भी पुराने सिक्कों को महंगे दामों पर खरीद रहे हैं। ये सिक्के 1995 से 2005 के बीच के बने हुए हैं।
जिले में पुराने सिक्कों को बदलने का कारोबार तेजी से फल फूल रहा है। पांच रुपये का पुराना सिक्का नये सिक्के से मोटा है। पुराने सिक्के का वजन भी ज्यादा है। इसी तरह दो रुपये का पुराना सिक्का भी नए से वजनदार है। अब इन पुराने सिक्के बाजार से धीरे-धीरे गायब होने लगे हैं। शुरुआत में पांच रुपये के 20 सिक्के जिनकी कीमत सौ रुपये है, इन्हें बदलने पर 110 रुपये मिल जाते थे। पहले कुछ ही व्यापारी इसका काम करते थे।
धीरे-धीरे जब लोगों को इसकी जानकारी हुई तो यह कारोबार अब कई लोग करने लगे हैं। अब पांच रुपये के पुराने 20 सिक्के देने पर 115 रुपये मिल रहे हैं। इसी तरह दो रुपये का पुराना एक सिक्का बदलने पर 3.50 रुपये मिल रहे हैं। यानी एक सिक्के पर सीधे 1.50 रुपये का लाभ मिल रहा है। यह कारोबार लालबाग बाजार में नोट बदलने वाले कर रहे हैं।
कई आभूषण व्यापारी चोरी छिपे बट्टा देकर लोगों से सिक्का ले रहे हैं। सिक्का बदलने वाले व्यापारियों का कहना है कि अगर इसी तरह लोग इस कारोबार में शामिल होते रहे तो आने वाले दिनों में इन सिक्कों की कीमत और अधिक बढ़ जाएगी। जब कीमत से अधिक रुपये का लाभ मिल रहा है तो लोग इन सिक्कों को इकट्ठा करके खूब कमाई कर रहे हैं।
गिलट में हो रहा है उपयोग
एक आभूषण व्यापारी ने बताया कि पुराने पांच व दो रुपये के सिक्के में गिलट धातु का इस्तेमाल किया गया है। इस समय गिलट की धातु बाजार में महंगी हो रही है। इसी वजह से इन सिक्कों का उपयोग अब गिलट के रूप में किया जाने लगा है। इसी वजह से इन सिक्कों को इकट्ठा करके एक साथ गला दिया जाता है। उस गलन में निकली धातु से गिलट की पायल, बिछिया सहित अन्य आइटम बनाए जाते हैं।
नियम विरुद्ध है यह काम
जिले में सिक्के के बदले अतिरिक्त रुपये मिलने की जानकारी नहीं है। न ही इस तरह बदलने का कोई नियम है। अगर कोई ऐसा कर रहा है या सिक्कों को गला रहा है तो यह नियम विरुद्ध है।
- अनल कुमार, एलडीएम
सीतापुर। सुनकर आश्चर्य होगा पर यह सच है। दो रुपये का पुराना सिक्का 3.50 रुपये में बिक रहा है। पांच रुपये के पुराने 20 सिक्के जिनकी कीमत 100 रुपये है, वे 115 रुपये में बिक रहे हैं। लालबाग बाजार में सिक्के बदलने का कारोबार फल-फूल रहा है। जिले में कई आभूषण व्यापारी भी पुराने सिक्कों को महंगे दामों पर खरीद रहे हैं। ये सिक्के 1995 से 2005 के बीच के बने हुए हैं।
जिले में पुराने सिक्कों को बदलने का कारोबार तेजी से फल फूल रहा है। पांच रुपये का पुराना सिक्का नये सिक्के से मोटा है। पुराने सिक्के का वजन भी ज्यादा है। इसी तरह दो रुपये का पुराना सिक्का भी नए से वजनदार है। अब इन पुराने सिक्के बाजार से धीरे-धीरे गायब होने लगे हैं। शुरुआत में पांच रुपये के 20 सिक्के जिनकी कीमत सौ रुपये है, इन्हें बदलने पर 110 रुपये मिल जाते थे। पहले कुछ ही व्यापारी इसका काम करते थे।
धीरे-धीरे जब लोगों को इसकी जानकारी हुई तो यह कारोबार अब कई लोग करने लगे हैं। अब पांच रुपये के पुराने 20 सिक्के देने पर 115 रुपये मिल रहे हैं। इसी तरह दो रुपये का पुराना एक सिक्का बदलने पर 3.50 रुपये मिल रहे हैं। यानी एक सिक्के पर सीधे 1.50 रुपये का लाभ सिक्का बाजार मिल रहा है। यह कारोबार लालबाग बाजार में नोट बदलने वाले कर रहे हैं।
कई आभूषण व्यापारी चोरी छिपे बट्टा देकर लोगों से सिक्का ले रहे हैं। सिक्का बदलने वाले व्यापारियों का कहना है कि अगर इसी तरह लोग इस कारोबार में शामिल होते रहे तो आने वाले दिनों सिक्का बाजार में इन सिक्कों की कीमत और अधिक बढ़ जाएगी। जब कीमत से अधिक रुपये का लाभ मिल रहा है तो लोग इन सिक्कों को इकट्ठा करके खूब कमाई कर रहे हैं।
गिलट में हो रहा है उपयोग
एक आभूषण व्यापारी ने बताया कि पुराने पांच व दो रुपये के सिक्के में गिलट धातु का इस्तेमाल किया गया है। इस समय गिलट की धातु बाजार में महंगी हो रही है। इसी वजह से इन सिक्कों का उपयोग अब गिलट के रूप में किया जाने लगा है। इसी वजह से इन सिक्कों को इकट्ठा करके एक साथ गला दिया जाता है। उस गलन में निकली धातु से गिलट की पायल, बिछिया सहित अन्य आइटम बनाए जाते हैं।
नियम विरुद्ध है यह काम
जिले में सिक्के के बदले अतिरिक्त रुपये मिलने की जानकारी नहीं है। न ही इस तरह बदलने का कोई नियम है। अगर कोई ऐसा कर रहा है या सिक्कों को गला रहा है तो यह नियम विरुद्ध है।
Diwali 2022: चांदी के नाम पर जर्मन सिल्वर तो नहीं खरीद रहे आप, बाजार में नकली सिक्कों की भरमार
Diwali 2022 दिवाली के उत्सव पर बाजार में खरीदारों की भीड़ को देखते हुए कुछ दुकानदार अधिक मुनाफा कमाने के लिए मिलावटी चांदी बेचते हैं। ऐसे में आप हमारी इस आर्टिकल में दी गईं ट्रिक्स को अपनाकर आसानी से असली और नकली सिक्कों में अंतर पता कर सकते हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। दिवाली का मौका है और इस दौरान लोग घरों में पूजन के लिए सोना- चांदी खरीदना पसंद करते हैं। माना जाता है कि दिवाली के समय घर में सोना-चांदी लाने से समृद्धि बढ़ती है और माता लक्ष्मी जी की कृपा आप पर बनी रहती हैं। पिछले कुछ दशकों में सोने की कीमत में काफी उछाल आया है और यह आम आदमी के बजट से बाहर हो गया है। ऐसे में बहुत से लोग दिवाली के उत्सव को मनाने के लिए चांदी के सिक्के या फिर गणेश जी और लक्ष्मी जी की चांदी की सिक्के से ही पूजन करना पसंद करते हैं।
दिवाली के अवसर पर इस कारण चांदी की मांग बढ़ जाती है और कुछ दुकानदार अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में चांदी में मिलावट करना शुरू कर देते हैं। ऐसे में आपको इस बात की पूरी जानकारी होनी चाहिए कि असली और नकली चांदी की कैसे पहचान करें, जिसके बारे में आज हम अपने इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
शुद्ध चांदी के मापदंड
चांदी की शुद्धता के लिए फाइननेस (Fineness) मापदंड उपयोग किया जाता है। यह कुछ हद तक सोने कैरेट की तरह ही होता है। इसमें शुद्धता का मापदंड 999, 925, 900 से तय किया जाता है। यह नंबर जितना अधिक होगा, चांदी भी उतनी ही शुद्ध होगी। यह पूरे राष्ट्रीय स्तर पर मान्य है और इसे ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स द्वारा तय किया गया है।
जर्मन सिल्वर मिलाकर बेचे जाते हैं सिक्के
दिवाली के अवसर पर बाजार में मांग को देखते हुए कई दुकानदार जर्मन सिल्वर और गिलट मिलाकर सिक्के बेचते हैं। यह मिलावट दो तरीके से की जाती है- पहला चांदी के सिक्कों में 30 से 40 प्रतिशत गिलट या फिर जर्मन सिल्वर मिलाकर बेचा जाता है और दूसरा 99 प्रतिशत गिलट या फिर सिक्का बाजार जर्मन सिल्वर के सिक्के बेचे जाते हैं, जिस पर चांदी की पॉलिश की जाती है।
चांदी की शुद्धता कैसे करें पहचान
मैग्नेट टेस्ट
चांदी की सबसे बड़ी खास बात होती है कि धातु होने के बाद भी इसमें कोई भी चुंबकीय गुण नहीं होता है। अगर दुकानदार द्वारा बेची जाने वाली चांदी मैग्नेट से चिपक कर रही है तो समझ लीजिए कि उसमें किसी तरह की मिलावट की गई है और वह असली चांदी नहीं है।
बर्फ से करें टेस्ट
चांदी पर बर्फ अन्य धातुओं के अपेक्षा काफी तेजी से निकलती है। इसके जरिए भी आसानी से आप असली और नकली चांदी में फर्क कर सकते हैं ।
चांदी को घिसकर
चांदी को घिसकर या फिर रगड़कर टेस्ट करना काफी एक अच्छा परीक्षण माना जाता है। चांदी को घिसने पर अगर एक सफेद लाइन बन रही है, तो वह असली है। अगर उसमें किसी और रंग की लाइन बनती है, तो मान लीजिए वह मिलावटी है।
नाइट्रिक एसिड टेस्ट
सोने और चांदी की शुद्धता पहचानने के लिए नाइट्रिक एसिड टेस्ट सबसे अच्छा माना जाता है। इसका प्रयोग विक्रेताओं की ओर से भी किया जाता है। यह लगभग हर सोना-चांदी विक्रेता की दुकान पर उपलब्ध होता है। अगर आप कोई सोने-चांदी से बनी वस्तु खरीद रहे हैं और उस पर नाइट्रिक एसिड डालने पर हरा या नीली रंग हो जाए तो वह मिलावटी है। अगर उसका सफेद या हल्का कला नजर आए तो वो चांदी असली मानी जाती है।
ऐसे तय करें चांदी की कीमत
चांदी की कीमत को शुद्धता के आधार पर तय किया जाता है। इसके लिए आप (चांदी की कीमत * चांदी का वजन * चांदी की शुद्धता = चांदी की कीमत) ये फॉर्मूला उपयोग कर सकते हैं। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि सोना-चांदी खरीदते समय हमेशा विक्रेता से जीएसटी नंबर वाला बिल लें, जिस पर चांदी की प्योरिटी और वजन के बारे में स्पष्ट रुप से लिखा हो, जिससे कोई भी समस्या आने पर आपको मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ें।