फाइनेंस कितने प्रकार का होता है?

प्रॉपर्टी पर लोन
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Finance Kya Hai? What is Finance in Hindi 2022 जानिए Finance के कितने प्रकार हैं Useful Information
Finance एक ऐसा शब्द है जिसके पीछे दुनिया का हर कोई लगा है। Finance शब्द एक न एक बार सभी ने सुना होता है। लेकिन समस्या तब उत्पन्न होती है जब Finance का मतलब जानना होता है। Finance Kya Hai इसके बारे में जानने के लिए आपको कई तरीके मिल जायेंगे।
परंतु वे कितने असरदार होंगे इसकी कोई गारंटी नहीं है। इसलिए जब बात Finance की हो तो आपको Serious होकर ऐसे Platform का Selection करना चाहिए जो भरोसेमंद हो। इसके लिए आप Technoyukti पर भरोसा कर सकते हैं।
स्वागत है आपका Technoyukti के एक और हिन्दी ब्लॉग में। आज हम आपको बताएंगे कि Finance Kya Hai, Finance के कितने प्रकार होते हैं आदि। दोस्तों आज के समय में Finance का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। इसे देखते हुए आप के समक्ष इस लेख की प्रस्तुति कर रहा हूं।
Table of Contents
Finance Kya Hai (What is Finance in Hindi)
Finance एक बहुत ही Broad Topic है जिसे हम एक बार में Cover नहीं कर सकते हैं। फिर भी हम आपको उस स्तर तक जानकारी प्रदान करेंगे जिससे आपको पूरी जानकारी प्राप्त हो जायेगी।
दोस्तों फाइनेंस एक ऐसी युक्ति है जिसकी सहायता के बिना व्यक्ति, बिजनेस अथवा सरकारी दफ्तर सबका ठप्प होना निश्चित है। किसी भी व्यापार को करने के लिए Finance एक अग्रणी भूमिका निभाता है। इस समय धन सभी की आवश्यकता बन गया है।
अगर देखा जाए तो किसी को भी Personal Growth के लिए फाइनेंस की आवश्यकता होती है। तभी वह अपने साथ साथ अपने परिवार की देख रेख सही से कर पाता है। आगे हम पढ़ेंगे कि व्यक्ति अपनी कमाई और खर्चों में कैसे तालमेल बैठाए।
बात करें वित्तीय क्षेत्र की तो यह आर्थिक, सामाजिक तथा राजनीतिक सभी को प्रभावित करता है। क्योंकि Finance और Money परस्पर एक दूसरे के सहयोगी होते हैं तथा विनिमय का कार्य भी करते हैं, और हमें पता है किसी भी संस्था के संचालन के लिए Capital की आवश्यकता होती है जोकि Finance के बिना संभव नहीं है।
इन्ही Finance की कठिनाइयों को दूर करने के लिए भारत में कई Finance Companies कार्यरत हैं। जो किसी के वित्तीय समस्याओं को दूर करने का काम कर रही हैं। इससे लोगों की जरूरतें तो पूरी हो रही हैं साथ ही Finance Company भी अच्छा मुनाफा कमा रही है।
Finance का हिन्दी अर्थ क्या है (Finance Meaning in Hindi)
Finance एक Term है जिसकी सहायता से व्यक्ति, बिजनेस तथा प्रशासनिक रूप से कार्य करने वाले लोगों को अपने खर्चों और कमाई को सुचारू रूप से व्यवस्थित करने में तथा शिक्षा पर खर्च व Investements से संबंधित जानकारी प्राप्त होती है।
अगर सरलतम रूप में इसे सूखे तो फाइनेंस का हिन्दी अर्थ होता है वित्त। जिसका प्रयोग Capital या Fund के प्रबंधन के लिए किया जाता है। इस प्रकार के प्रबंधन के लिए आज कल अनेकों संस्थाएं खुल गई हैं जिनकी सहायता से Capital और Fund की समस्या को विनिमय करके Solve किया जा सकता है।
Finance कितने प्रकार के होते हैं (Types of Finance in Hindi)
Finance को मुख्यातः 3 भागों में विभाजित किया गया है जिनकी चर्चा हम आगे करेंगे। उससे पहले आपको बता दें कि जितने भी तरह के फाइनेंस होते हैं उनका कार्य तो लगभग एक जैसा होता है जैसे. पैसा लोन पर देना, व्यापार के लिए कैपिटल की व्यवस्था आदि। तो चलिए जानते हैं कि फाइनेंस के तीन प्रकार कौन कौन से हैं।
1. Personal Finance Kya Hai (What is Personal Finance in Hindi)
यह एक प्रकार का निजी वित्त या व्यक्तिगत वित्त होता है। जोकि किसी परिवार के मुखिया की आमदनी पर निर्भर करता है। अतः फाइनेंस की मदद से वह व्यक्ति अपने पैसे को कैसे खर्च करें कहां निवेश करें तथा शिक्षा के प्रबंधन के लिए आदि।
2. Corporate Finance Kya Hai (What is Corporate Finance in Hindi)
जैसा कि इसके नाम से पता चल रहा है। यह Corporate Sector में कार्य करने वाली संस्थाओं के लिए होता है। इसमें Company के निवेश, बचत व Share Distribution से संबंधित जानकारी होती है।
3. Public Finance Kya Hai (What is Public Finance in Hindi)
इसे हिन्दी में लोक वित्त कहते हैं। इस प्रकार के फाइनेंस का संबंध सरकार द्वारा की जाने वाली गतिविधियों से होता है। इस प्रकार के फाइनेंस से सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में किए गए आय व व्यय के संबंध में आकलन होता है।
इसमें केंद्र तथा राज्य सरकार तथा प्रशासनिक व सरकारी कर्मचारियों द्वारा किए गए खर्चे का लेखा जोखा का विस्तृत अध्ययन किया जाता है।
Finance के फायदे क्या है (Advantages of Finance in Hindi)
किसी संस्था को चलाने के लिए हम मौजूदा फाइनेंस कंपनियों से आग्रह कर सकते हैं की वे हमारे बिजनेस में इन्वेस्टमेंट करें। अगर फाइनेंस कंपनी इन्वेस्ट करती है तो वह आपसे से एक निश्चित दर पर ब्याज वसूल करती है।
इससे कंपनी को भी फायदा होता है और आपकी संस्था को Investment भी मिल जाता है। व्यक्तिगत लोन के लिए भी फाइनेंस कंपनी अनेकों ऑफर देती रहती हैं। Fund Raising के लिए भी फाइनेंस मददगार है।
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Conclusion
आज के लेख में मैंने आपको Finance Kya Hai (What is Finance in Hindi) के बारे में जानकारी प्रदान की है। इस लेख का निष्कर्ष यही है कि आप जब भी फाइनेंस कितने प्रकार का होता है? कहीं से Loan लेने जाए तो वहां की नियम तथा शर्तें जरूर पढ़ें। और कोशिश करें कि कम से कम ब्याज दर पर आपको Loan मिले।
इस समय देखा जाए तो बहुत सी Finance Companies हैं जो यह कार्य कर रही हैं। आपको फंड की आवश्यकता हो तो सबसे पहले आपको कंपनी के इतिहास और भविष्य को देखना है और सबसे Important है आप उस Finance Company की Performance देखें।
आशा करते हैं यह जानकारी Finance Kya Hai आपके लिए Helpful साबित हुई होगी। अगर इस लेख से आपको थोड़ी सी भी जानकारी मिली हो तो कृपया Comment करके हमारा मनोबल जरूर बढ़ाएं।
ऐसी ही महत्त्वपूर्ण जानकारी भविष्य में पाने के लिए हमारे ब्लॉग Technoyukti को Subscribe करें तथा अपने दोस्तों के साथ Share जरूर करें।
लेख पढ़ने के लिए हृदय की गहराईयों से आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
पर्सनल लोन कितने प्रकार के होते हैं –
क्या आप पर्सनल लोन के बारे में जानना चाहते है की पर्सनल लोन क्या होता है पर्सनल लोन कितने प्रकार के होते हैं. पर्सनल लोन कितना तक मिल सकता है. इन सभी प्रश्नो के अतिरिक्त कई प्रश्नो के उत्तर इस लेख में जानेंगे पर्सनल लोन सम्बंधित जानकारी के लिए इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़े पूर्ण जानकारी मालूम हो जायेगा।
पर्सनल लोन अधिकतर लोग अपने जीवन की खुवाहिसो को पूरा करने के लिए लेते है चाहे देश विदेश घूमना हो, अपनी शादी या घर के किसी मेंबर की शादी हो, जेवर खरीदने के लिए हो, पढाई करने के लिए लोन हो, या किसी अन्य कार्य को पूरा करने के लिए हो आप पर्सनल लोन ले सकते है अपने इन सभी कार्यो के अलावा भी किसी कार्य के लोन ले सकते है।
वैसे पर्सनल लोन आप किसी भी कार्य के लिए ले सकते है जैसे आपको पर्सनल लोन का रकम बैंक में मिल जाये आप उसे निकालकर किसी कार्य के लिए इस्तेमाल में ले सकते है बिना किसी प्रकार का कोई जमानत जमा किये हुए पर्सनल लोन लेने के लिए कोई अधिक दस्तावेज की आवश्यकता नहीं पड़ती है इस लोन सुविधा को किसी बैंक या फाइनेंस कंपनी से लिया जा सकता है।
पर्सनल लोन की ब्याज दर भी कोई खास नहीं होता है सरकारी बैंको के द्वारा कम से कम 9.60 फीसदी में मिल जाता है कई बैंको का इससे अधिक होता है कुछ बैंक इसी ब्याज दर पर अपने ग्राहक को लोन्स मुहैया करवा देते है पर्सनल लोन बड़ी आसानी से बैंक के द्वारा दे दिया जाता है अन्य लोन्स के मुकाबले, इस लिए किसी छोटे बड़े कामो को करने के लिए पर्सनल लोन ले सकते है।
पर्सनल लोन कितने प्रकार के होते हैं – Loan kitne prakar ke hote hain?
सबसे पहले हमे ये जानने की आवश्यकता है की पर्सनल लोन क्या होता है तो मैं आपको बता दू जब हमे पैसो की आवश्यकता पड़ती है चाहे वो किसी कार्य के लिए हो कोई इमरजेंसी आ पड़ती है उस वक़्त हमें बैंक से लोन दीखता है बैंक सभी व्यक्ति के ज़रूरतों पर पड़ने वाली रकम की भरपाई करता है चाहे वो व्हीकल लोन लेना हो, होम लोन लेने हो, प्रॉपर्टी लोन लेना हो, एजुकेशन लोन लेना हो, मकान लोन लेना हो, या पर्सनल लोन लेना हो,
इस वक़्त पर बैंक हमारी मदद के पैसे देता है फिर उस पैसो से हम लोग अपने कार्यो को पूरा करते है और उस रकम को किस्तों में बैंक को वापस कर देते है।
बैंक हर एक चीज पर लोन मुहैया करवाता है लेकिन सभी लोन सुविधा को लेना का दस्तावेज अलग अलग होता है अलग अलग प्रकिर्या हो सकती है लोन तो अधिकतर बैंक और फाइनेंस कंपनी सभी तरह के मुहैया करवाते है उसी में पर्सनल भी लोन आता है जो किसी भी बैंक से लिया जा सकता है पर्सनल लोन अकसर लोग अपने ज़रूरतों को पूरा करने के लिए लेते है जैसे घर घर बनवाना हो शादी करना हो घूमना हो मन पसंद चीजों को खरीदना हो ज्वेलरी फाइनेंस कितने प्रकार का होता है? खरीदना हो आदि के लिए बैंक से पर्सनल लोन लिया जाता है।
किसी भी बैंक से लोन लेने से पहले हम सभी आवेदक को बैंक के शर्तो और नियमो को जानना ज़रूरी है जैसे लोन लेने के बाद रीपेमेंट कैसे होगा कितने किस्तों में वापस करना होगा क्या क्या डॉक्यूमेंट लगेंगे कितनी रकम तक मुझे मिल सकता है कितने ब्याज दर पर बैंक हमे लोन देगा और लोन से सम्बंधित चीजों पर विचार से जानना ज़रूरी है।
पर्सनल लोन के प्रकार
वैसे पर्सनल लोन कई प्रकार के हो सकते है किस काम के लिए क्या करने के लिए आप लोन ले रहे है ये बैंक को बताना ज़रूरी है इसी लिए सभी बैंक अलग अलग पर्सनल लोन उधारकर्ता को मुहैया करवाते है।
- वैवाहिक लोन
- हॉलिडे लोन
- एनआरआई लोन
- फ्रेशर फंडिंग
वैवाहिक लोन अक्सर लोग अपनी और अपने बेटा बेटी भाई बहन या किसी परिजन की शादी में पैसो को खर्च करने के लिए लेते है इस लिए वैवाहिक लोन लेते है फॉर्म में ये मेंशन करना होता है आप एक्सएक्ट किस काम के लिए लोन ले रहे है।
हॉलिडे लोन वर्तमान समय में भाग दौड़ भरी जिंदगी से लोग ऊबकर अपने कार्यालय की छुट्टियों के दिनों में घूमना पसंद करते है एक दूसरे स्टेट में घूमना अच्छी जगहों को एक्स्प्लोर करना देश विदेश घूमना अधिकतर लोग पसंद करते है तो इसके लिए भी आप बैंक से लोन ले सकते है।
एनआरआई लोन घूमने विवाह करने और अपने घर को नया रूप देने के लिए बैंक से लोन ले सकते है इन सभी कार्यो के लिए बैंक लोन देने के लिए बैठा है कभी भी जाकर बैंक से लोन के लिए बात कर सकते है अधिकतक बैंक से पर्सनल लोन बहुत जल्दी पास कर दिया जाता है और लोन्स के मुकाबले।
फ्रेशर फंडिंग अपने सपनो को सही में देख सकते है फ्रेशर फंडिंग में आपको बैंक से लोन मिल जाता है इस लिए आप अपने सपनो को सच्चाई में तब्दील कर सकते है और नौकरी पाकर इन लोन्स रकम को चूका सकते है।
पर्सनल लोन कितना तक मिल सकता है?
इस प्रश्न का उत्तर अक्सर वो खोजते है जो बैंक से या किसी फाइनेंस संस्था से पर्सनल लोन लेते है तो मैं आपको बता दू पर्सनल आपके इनकम स्रोत्र यानि सैलरी पर निर्भर करता है यदि आपकी सैलरी अच्छी है तो आप बैंक से 10 लाख से लेकर 25 लाख तक न्यूनतम डॉक्यूमेंट के साथ पर्सनल लोन प्राप्त कर सकते है।
सभी बैंक आपके सैलरी स्लिप के मुताबिक निर्धारित करती है की आपको कितना पर्सनल लोन में रकम मिलना चाहिए इस लिए बैंक कम से कम और ज्यादा से ज्यादा पैसो को देने में उधारकर्ता की मदद करता है।
पर्सनल लोन पर कितना ब्याज लगता है?
पर्सनल लोन की तो ऊपर लेख में बात हो चुकी है लेकिन जो सबसे ज़रूरी प्रश्न है वो ये है पर्सनल लोन पर कितना ब्याज देना होता है यह सभी बैंको का अलग अलग ब्याज रेट हो सकती है लेकिन जो देश के बड़े बैंक है वो 9.60 फीसदी ब्याज दर पर उधारकर्ता को देते है कम से कम ब्याज दर यही होता है अधिकतर बैंको की, इससे अधिक भी हो सकता है सभी बैंको का फिक्स्ड नहीं होता है इसलिए कभी भी लोन के लिए बैंक से बात करे तो ब्याज दर के बारे में ज़रूर जानकारी प्राप्त करले ताकि लोन रकम चुकाने में आपको परेशानी न हो।
सबसे सस्ता पर्सनल लोन कौन सी बैंक देती है?
लोन्स अधिकतर बैंक और फाइनेंस कंपनी देती है फाइनेंस कितने प्रकार का होता है? चाहे पर्सनल लोन हो या कोई दूसरा लोन हो आपको सभी बैंको में लोन्स की सुविधा मिल जाएगी चाहे वो सरकारी बैंक हो या फिर कोई प्राइवेट बैंक हो बड़ी आसानी से आप लोन्स प्राप्त कर सकते है क्योकि बैंक की अधिकतर कमाई लोन्स के पैसो से ही होती है।
आशा है इस लेख में बताई गयी जानकारी पर्सनल लोन कितने प्रकार के होते हैं. आपको समझ आया होगा और आपके द्वारा खोजे जा रहे प्रश्नो के उत्तर आपको मिल गए होंगे ऐसे ही जानकारी के लिए आप हमारे ब्लॉग पर विजिट कर सकते है और नयी नयी जानकारी ब्लॉग से प्राप्त कर सकते है यदि इसके अलावा आपका कोई और प्रश्न है तो आप कमेंट बॉक्स के जरिये पूछ सकते है उसका उत्तर आपको कमेंट के जरिये ही मिल जायेगा।
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फाइनेंस क्या है? what is finance In Hindi
दोस्तों Star In Hindi में आपका स्वागत है। आज हम फाइनेंस क्या है, What is finance in Hindi के बारे में जानेंगे। हम लोग बचपन से ही सुनते आए हैं ,what is finance लेकिन आज तक अच्छे से समझ में नहीं आ पा रहा है परंतु आज के बाद आपको इंटरनेट पर सर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी ।more
इस लेख में आपको संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाएगी। फाइनेंस के बारे में। बने रहे हमारे साथ । क्या आप इस के बारे में जानते है ? Top 10 money management Tips in hindi
Finance Meaning In Hindi
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि अधिकतर शब्द French या letin भाषा में से लिया गये है। उसी प्रकार फाइनेंस को भी French भाषा से लिया गया है। जो हम हिंदी में वित्त के नाम से जानते हैं।
Finance Meaning In h Hindi
हम लोग कहीं नाम सुनते हैं जैसे फाइनेंस डिपार्टमेंट, फाइनेंस सलाहकार,फाइनेंस संस्था आदि है। जिसको हम फाइनेंस के नाम से जानते हैं। यह सभी वित्त पर आधारित है जिसमें वित्त का लेन-देन किया जाता है, या आदान प्रदान किया जाता है।
For more Knowledge
Finance kya hai फाइनेंस क्या है| What is finance in Hindi
दोस्तों finance वित्तीय प्रणाली है। जिसके माध्यम से हम लेनदेन करते हैं। यहां फाइनेंस एक बहुत ही बड़ा टॉपिक है, जिसको यदि आप इसके बारे में जितना पढ़ोगे उतना ही कम है।
क्योंकि फाइनेंस में कई चीजें आती है। सरकार इसके ऊपर डिपेंड रहती है। जो कि आप सभी जानते हैं जब गवर्नमेंट्स बजट पास करती है। तो वह एक फाइनेंशियल प्लानिंग होती है पूरे साल की। उसी में सब कुछ होता है कितना पैसा है, लगाना है, यह फाइनेंशियल बजट होता है।
जिससे हिंदी में वित्तीय बजट के नाम से भी जानते हैं। इस प्रकार सरकार ने इन वित्तीय बजट को सही तरीके से लगाने के लिए अलग-अलग डिपार्टमेंट बनाए होते हैं। जो सिर्फ उन्हीं कामों में ध्यान रखते हैं। जो बैंक होते हैं फाइनेंस कितने प्रकार का होता है? वह भी एक वित्तीय संस्थाएं होती है।जहां वित्त की देन लेन की जाती है। क्या आप जानते हैं फाइनेंस में कितने प्रकार के होते हैं? आइए इसके बारे में जानते हैं ।
Type of finance | फाइनेंस के प्रकार
दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं फाइनेंस के आधुनिक युग में तीन भागों में विभाजित किया गया है ।
1 व्यक्तिगत वित्त Personal फाइनेंस
2 निगम वित्त corporative फाइनेंस
3 लोक वित्त public फाइनेंस
इन तीनों फाइनेंस के प्रकारों का कार्य समान ही होता है । जैसे कि सही इन्वेस्ट करना, कम ब्याज पर लोन, देना जो देनदारी होती है । उनके लिए फंड की व्यवस्था करना। और भी कई कार्य है जो बैंकिंग के लिए होते हैं।
1 Personal फाइनेंस क्या होता है what is personal finance in hindi
पर्सनल फाइनेंस क्या होता है? जैसा कि आप सभी जानते हैं कि वहां पर्सनल फाइनेंस आ गया जहां व्यक्तिगत होता है। जो व्यक्ति अपने पर्सनल कार्य फाइनेंस कितने प्रकार का होता है? के फाइनेंस कितने प्रकार का होता है? लिए वित्त का प्रबंध करता है उसे ही personal फाइनेंस कहलाता है। जैसा शादी कर, कार लेना आदि।
2 कॉरपोरेट फाइनेंस क्या होता है। What is corporative Fianace in hindi
कॉरपोरेट फाइनेंस क्या होता है। ( What is finance in Hindi ) जैसा कि आप सभी जानते हैं corporative इसमें वे संगठन कंपनी या फिर समूह होता है। जिसको हम निगम वित्त के नाम से भी जानते हैं ।
इन संगठनों या समूहों मे कमाई,बचत खर्च आदि को प्लानिंग की जाती है। ताकि फाइनेंस के अनुसार फ्रीडम मिल सके। इन संस्थाओं के कुछ Rules होते हैं। जिनको ध्यान से रखकर फाइनेंशियल फ्रीडम की प्लानिंग की जाती है।
3 पब्लिक फाइनेंस क्या है, What is Public Fianace in Hindi
पब्लिक फाइनेंस क्या होता है? जैसा कि आप सभी जानते हैं पब्लिक फाइनेंस है यदि इन्हें हम टुकड़ों मैं समझेंगे। इसमें आपको अच्छे से समझ में आएगा पब्लिक मतलब जनता दूसरा है।
फाइनेंस मतलब वित्त सरकार जो जनता के खर्च के लिए खर्च करती है।उस प्रकार विवरण पब्लिक फाइनेंस में दर्ज किया जाता है। इसमें सरकार जब लोन या कर्ज लेती है। या बोले तो सरकार जनता के खर्च के विधि का प्रबंध करती है।इसका फाइनेंस कितने प्रकार का होता है? विवरण पब्लिक फाइनेंस में शामिल किया जाता है।
क्लासिफिकेशन फाइनेंस क्या होता है? what is clssification fianane in hindi
What is finance in Hindi, इनमे से क्लासिफिकेशन फाइनेंस में वह सभी फाइनल जाते हैं, जो किसी प्रोडक्ट में खरीदने पर आप पर महीने EMI भरते हैं। और उसे प्रोडक्ट का भुगतान करते हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं मार्केट में बहुत सारी कंपनियां हैं जो फाइनेंस पर प्रोडक्ट बेचती है। जैसे अमेजॉन, फ्लिपकार्ट आदि।
यदि मान मान फाइनेंस कितने प्रकार का होता है? लीजिए आप अमेजॉन में एक लैपटॉप खरीदते हैं, और उसे लैपटॉप की कीमत ₹65000 हैं और उस में यह EMI का ऑप्शन आता है। तो आप किसी बैंक क्रेडिट कार्ड की मदद से उसे 6 महीने के फाइनेंस पर खरीद लेते हैं। जिसमें कुछ कंडीशन होती है।
यदि आप 6 महीने में सही समय पर एमआई जमा कराते हैं तो आपको जीरो परसेंट ब्याज देना पड़ेगा।यदि आप समय पर EMIजमा नहीं कराते है । तो आपको कुछ परसेंट ब्याज देना पड़ सकता है इसमें कुछ समय के अनुसार फाइनेंस किया जाता है जिससे निम्न है।
1 आपातकाली वित्त short term finance
यदि हम किसी बैंक की या संस्था से 12 महीने के लिए loan लेते है वह short term finance कहलाती है।
2 मध्यकालीन वित्त, medieval finance
इसमें आप 12 महीने से 5 वर्ष की अवधि कारण किसी बैंक के संस्था से लेते हैं तो इसे आप medieval finance कहलाते है।
3 दीर्घकालीन वित Long term finance
Long term finance में कम से कम 5 वर्ष से अधिक समय के लिए Loan के लिए जाता है। जिसमें आप किसी परसम्पत्तियो के निर्माण के लिए उपयोग में लाया जाता है।
Financial जानकारी क्यों जरूरी है
Why to financial knowledge In Hindi यदि आप एक अच्छे वित्तीय प्रबंधन करना चाहते हैं। तो आपको फाइनेंसियल नॉलेज लेना बहुत ही जरूरी है ।क्योंकि आपने देखा होगा कई लोगों के पास बहुत पैसा होता है,जो लास्ट समय तक उसको पैसे की आवश्यकता की पूर्ति कर पा लेता है।
तो भी आराम से दूसरा जो लास्ट समय तक भी मेहनत कर, कुछ पैसा अपने पास नहीं रख पाता है। ऐसा क्यों होता है।कभी आपने सोचा है? कि ऐसा आखिर क्यों होता है। क्योंकि जिसको फाइनेंसियल की जानकारी है। वह सही जगह उस पैसों को इन्वेस्ट करके एक अच्छा रिटर्न कमाना चाहता है।
ताकि उसके पास पैसा हमेशा आता है।दूसरा जिसको फाइनेंसियल की जानकारी नहीं होती फाइनेंस कितने प्रकार का होता है? है। वह कई इन्वेस्ट नहीं कर पाता है, ना कुछ बिजनेस स्टार्ट नहीं कर पाता है। उसके पास वित्त की कमी होती है।क्योंकि उसके पास फाइनेंस की जानकारी नहीं होती है इसलिए आपके पास फाइनेंस की जानकारी होना बहुत ही जरूरी है।
concussion
दोस्तों what is finance In Hindi , Finance Meaning in Hindi का सीधा सा मतलब रुपयों या पैसा के प्रबंधन से होता है. इसमें देखा जाए तो यह पैसा अपना या किसी कंपनी या सरकार का हो सकता है।
दोस्तों मैं आशा करता हूं कि what is finance In hindi या फाइनेंस क्या है इसके बारे में आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा पसंद आए हैं तो दोस्तों को शेयर करें।