शुरुआती गाइड

शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या होता है

शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या होता है

अच्छा शेयर कैसे चुनें? अच्छा शेयर चुननें के तीन आसान तरीके जानिए।

पिछले दिनों मैंने एक लेख लिखा था जिसका विषय था स्टॉक मार्केट में सफल निवेशक कैसे बने। इसमें मैंने बताया था कि हमें हमेशा अच्छा शेयर खरीदना चाहिए। अच्छे शेयर की पहचान के लिए हमें उस कंपनी का Balance Sheet एवं Profit & Loss A/c को अच्छी तरह देखना चाहिए।

कई दोस्तों ने कमेंट किया है कि हमारे पास इतना नॉलेज नहीं है कि हम कंपनी का Balance Sheet एवं Profit & Loss A/c समझ सकें और पढ़ना भी चाहे तो नहीं पढ़ सकते हैं। कुछ shortcut तरीका बताएं जिससे पता लगे किस कंपनी का stock अच्छा है जिसे हम खरीद कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

एक अच्छा शेयर का चुनाव करने से पहले हमें अपने आप से एक बात पूछना होगा कि हम शेयर को खरीद कर कितने दिनों तक रख सकते हैं। यानी हम लंबे समय के लिए शेयर खरीद रहे हैं या फिर एक-दो घंटे के लिए।

आज के समय में बहुत सारे लोग Intraday trading करते हैं। यानी शेयर को 1- 2 घंटे में खरीद कर बेंच देते हैं। यदि आपकी फटाफट लाभ कमाने के लिए शेयर खरीदना चाहते हो उसकी पहचान अलग है। यदि आप शेयर खरीद कर लंबी अवधि यानी 1 साल से ज्यादा रखना चाहते हो उसकी पहचान अलग है।

Intraday trading के लिए अच्छी शेयर की पहचान

यदि आप Intraday trading के लिए शेयर खरीदना चाहते हो उसके लिए आपको कंपनी के बारे में विशेष जानने का कोई आवश्यकता नहीं है। आपको जिस दिन शेयर खरीदना है उस दिन मार्केट के शुरुआती 1 घंटे में शेयर की चाल को देखना है। यदि यह लगातार बढ़ रहा है तो आप उसे खरीद ले। 1- 2 घंटे बाद 2- 4% जो भी लाभ-हानि हुआ उसे बेचते हैं।

जैसे एक उदाहरण द्वारा इसे समझते हैं यदि हमें किसी व्यक्ति के साथ एक-दो घंटे गुजारना है तो हम उसके बारे में विशेष शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या होता है जानकारी नहीं रखना चाहते हैं जैसे उसका स्वभाव कैसा है? किस खानदान से जुड़ा हुआ है? आदि-आदि। हमें 1- 2 घंटे निकाल कर अलग हो जाना है। ठीक उसी प्रकार Intraday trading में हमें उस शेयर को लेना है और बेचना है।

कई कंपनी जो दिवालिया होने के कगार पर रहते हैं लेकिन Intraday trading में 10% से ज्यादा मुनाफा दे देते हैं। क्योंकि कोई पॉजिटिव न्यूज़ उसके शेयर को उछाल देता है। उस समय यह बात का कोई मतलब शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या होता है नहीं कि वह कंपनी दिवालिया होने वाली है या कुछ और।

इसलिए Intraday trading में यदि आपको अच्छे शेयर का चुनाव करना हो आपको भेड़ चाल चलनी पड़ेगी। यानी जो सभी लोग खरीदे हैं उसे ख़रीदो जो सब लोग बेच रहे हैं उसे बेंच दो। इसी चाल से आप इसमें मुनाफा कमा सकते हो और यही एक अच्छे निवेशक की पहचान है।

लंबी अवधि के लिए एक अच्छी शेयर का चुनाव कैसे करें?

यदि आप किसी शेयर को 1 साल या इससे अधिक समय तक खरीद कर रखना चाहते हैं तो इसकी पहचान के लिए कई तरीके हैं। यदि आप के पास कंपनी का Fundamental, Value, Growth, Balance Sheet, Profit and Loss Account, Company Management, Dividend Policy, P/E Ratio इत्यादि जानने का समय है एवं यह सब जानने में रुचि रखते हैं तो इसे जानकर आप कंपनी के बारे में अच्छी जानकारी ले सकते हो और पता लगा सकते हो कि शेयर अच्छा है या खराब है।

लेकिन अगर आप उपरोक्त जानकारी हासिल करने में Interested नहीं हो और कुछ Shortcut अपनाना चाहते हो जिससे पता लगे कौन सा शेयर अच्छा है। इस पहचानने के लिए मैं आपको कुछ अलग तरीका बताऊंगा जो कहीं भी आपको नहीं मिलेगा।

मैं आपको एक अच्छे शेयर चुनाव करने के लिए कुल 3 तरीके बता रहा हूं जो बिल्कुल सरल एवं practical है। चाहे आप financial background से हो या ना हो अच्छे Share का चयन जरुर कर सकते है।

अच्छा शेयर चुननें के 3 तरीके निम्नलिखित है-

1. Mutual Fund Portfolio देखकर

आपको केवल यह करना है कि आप जो भी शेयर लेना चाहते हैं या अभी तक कोई आपने विचार नहीं किया है कौन सा शेयर लेें तो आप तो Top 5 Mutual Fund को Google में सर्च कर ले।

प्रत्येक Mutual Fund में 70 से 80 कंपनी का शेयर शामिल रहता है। आप ऊपर के 10 शेयर को एक नोटबुक में लिखें। इसी प्रकार पांचों Mutual Fund के 10-10 शेयर को नोटबुक में लिख ले।

आप पांचों Mutual Fund से लिखे गए 10-10 शेयरों को आपस में चेक करें कि कौन सा ऐसा कंपनी का शेयर है जो पांचों Mutual Fund या 4 में शामिल है। जो अधिकतर Mutual Fund पोर्टफोलियो में शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या होता है शामिल है वही एक अच्छा शेयर है।

दोस्तों एक Mutual Fund मैनेजर के अंदर कई मार्केट विशेषज्ञ काम करते हैं। वह सभी अच्छी तरह कंपनी के हर एक पहलू को गौर कर उसे अपने Mutual Fund में शामिल करता है।

आप यदि इस प्रकार 5 Mutual Fund जो सबसे अच्छा है उसका Portfolio लिख लेते हैं तो आप कुल 100 मार्केट विशेषज्ञों की चॉइस जान लिए। यह अच्छे शेयर चुनाव का तरीका सबसे सटीक और आसान तरीका है।

जैसे एक उदाहरण देकर हम इसे समझाते हैं। आपने Top 5 Mutual Fund चुन लिया। उस 5 Mutual Fund के 10- 10 शेयर को लिख लिया। मान लेते हैं कि HDFC Bank उस 5 Mutual Fund में से चार के पोर्टफोलियो में शामिल है या SBI 5 में से पांचों में शामिल हैं तो यह दोनों शेयर को चुनाव कर सकते हो।

2. Top Ten Company

यदि आप तरीका नंबर 1 के लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं। यानीं आपके पास समय बिल्कुल शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या होता है भी नहीं है कुछ होमवर्क करने का तो फिर आप Nefty के Top Ten कंपनी में से उस कंपनी को चुन सकते हैं जिसका शेयर वैल्यू ना तो साल का उच्चतम हो ना साल का निम्नतम, यानी बीच में हो। उसका आप शेयर खरीद सकते हैं।

एक उदाहरण लेते हैं। मान लीजिए ICICI Bank का Share निफ्टी के Top Ten शेयर में शामिल है। इसका वर्तमान मूल्य ₹400 प्रति शेयर है। साल का निम्नतम 350 और उच्चतम 450 रुपए हैं तो हम यह शेयर आराम से खरीद सकते हैं।

यह तरीका सबसे आसान है। इससे आसान तरीका आपको कोई भी नहीं बता सकता है।

3. परंपरागत शेयर

आप सोच रहे होंगे कि यह कौन सा शेयर है। दोस्तों यह शेयर हम उसे कहते हैं जिसे हम सालों से देख रहे हैं और अभी भी अच्छी तरह चल रही है।

जैसे आज से 40 साल पहले मेरे पिताजी ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अपना अकाउंट खुलवाया था और आज भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया तेज गति से आगे बढ़ रही हैं। हमें एसबीआई का शेयर जरूर लेना चाहिए क्योंकि यह एक लंबी रेस का घोड़ा साबित हो सकता है।

पारले जी बिस्कुट हम बचपन में खाते आ रहे हैं और आज भी खा रहे हैं। यानी यह कंपनी एक लंबी रेस का घोड़ा है। हमें इसमें जरूर निवेश करना चाहिए।

दोस्तों मैं किसी कंपनी का नाम लेकर उसका विज्ञापन नहीं कर रहा हूं। मैं एक उदाहरण दे रहा हूं कि जो समान आप सालों से उपयोग कर रहे हैं और अभी भी वह अच्छी तरह अपना काम कर रही है। इसलिए उस कंपनी में निवेश कर देना चाहिए यदि आपको कोई विशेष जानकारी नहीं है।

इस प्रकार हमने आपको 3 सरल उपाय बताएं। जिसके द्वारा बिना किसी Financial knowledge के अच्छी stock का चुनाव कर सकते हैं। आप एक बार इसे करके जरूर देखें।

यह तीन तरीका आप अपना सकते हैं। इसमें कोई विशेष पढ़े लिखे लोगों की आवश्यकता नहीं है। 10 साल का बच्चा भी कर सकता है।

मेरे वेबसाइट का नाम स्टेशन गुरुजी हैं। इस पर मैं फ्री में वित्तीय जानकारी शेयर करता रहता हूं। कुछ दिन पहले मैंने Best Electric Vehicle Stocks, Multibagger Stocks, Penny Stocks, P/E Ratio इत्यादि के बारे में जानकारी शेयर किया हूं। आप चाहे तो इसे पढ़ सकते हैं।

दोस्तों स्टॉक मार्केट में खतरा भी बहुत सारे होते हैं। इसीलिए निवेश करने से पहले अच्छी तरह सोच विचार कर ले। किसी से कहने से कहीं भी शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या होता है निवेश ना कर दें।

एक बात और, कर्ज लेकर कभी भी निवेश ना करें। चाहे आप को अपने आप पर कितना भी भरोसा क्यों ना हो। क्योंकि अगर आपको नुकसान हुआ तो आप ज्यादा मुसीबत में पड़ सकते हैं।

मन में और कोई सवाल हो तो हमें जरूर ईमेल करें। हम सही जानकारी देने का प्रयास करेंगे। [email protected]

Stock Volume - How To Use Volume To Improve Your Trading

तो आज मै जिन विषयों पर चर्चा करने जा रही हूँ वो खास तौर पर उन ट्रेडर्स के लिए है जो मार्किट में नए हैं और ये पोस्ट उनके आग्रह पर ही लिख रही हूँ क्योंकि उन्होंने मेरे लेख पढ़ने के बाद मुझसे बोला कि वे अब प्रैक्टिकली भी सीखना चाहते है तो हमें चार्ट बनाना , RSI , Volume , Share Buy Back , डिविडेंड आदि के बारे में भी बतायें तो मै आपको इन सबके विषय में विस्तार से बताउंगी और उसके फायदे और नुक्सान भी बताउंगी

तो दोस्तों चार्ट तो हम बाद में सीखेंगे पहले इसमें इस्तेमाल होने वाले पैरामीटर को जान लेते है और शुरुआत करते हैं वॉल्यूम से कि शेयर वॉल्यूम का शेयर पर क्या असर होता है

Stock Volume - How To Use Volume To Improve Your Trading

Stock Volume का शेयर मार्किट में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है वो यूँ की जैसा मैंने आपको अपनी पिछली पोस्ट शेयर मार्किट से पैसा कमाने का तरीका में बताया भी था की ये ट्रेंड की और पैटर्न की पुष्टि करने में बहुत ज्यादा ट्रेडर्स की मदद करता है बाजार में लोगों का रुझान किस तरफ है ये तो ऐसे ही पता चल जाता है उसकी बढ़त देख कर

किन्तु अगर बढ़त हाई वॉल्यूम के साथ होती है तो इसका मतलब कि कुछ विशेष लोग इसमें रूचि दिखा रहे होते हैं और उनके वॉल्यूम इतने अधिक होते हैं कि शेयर का भाव एकदम से बढ़ रहा है इसका आप क्या मतलब निकालेंगे , साफ़ है कि जब कुछ बड़े लोग किसी भी कंपनी में मोटा पैसा इन्वेस्ट कर रहे हैं तो उन्हें अच्छे से मालूम होता है की इसमें क्या बढ़िया न्यूज़ है या आने वाली है

लेकिन जरा सोचिये की आपको कैसे पता चलेगा की किस शेयर में क्या न्यूज़ है या आने वाली है क्योंकि आप बहुत छोटे ट्रेडर हैं और आप केवल न्यूज़ पर या न्यूज़ पेपर पर ही डिपेंड होते हैं और जब आप न्यूज़ सुनकर शेयर खरीदते हो तो बड़े इन्वेस्टर अपना प्रॉफिट बुक कर लेते हैं अब इसका इलाज सिर्फ और सिर्फ एक ही है की जब किसी शेयर में अचानक से वॉल्यूम के साथ खरीदारी हो रही हो तो कुछ और पैरामेटर के साथ अगर ये फिट बैठता है तो इसे छोड़ना नहीं चाहिए तुरंत लपक लेना चाहिए

लेकिन मै वॉल्यूम ( Stock Volume) को डे चार्ट में देखना पसंद करती हूँ और आपको भी सलाह यही दूंगी। आगे कुछ आपको समझाने से पहले मै आपको एक चार्ट दिखाती हूँ जो की आईटी की एक दिग्गज कंपनी है HCL TECH का है इसमें आप देख सकते हैं की 800 पर इसने हाई वोलुम के साथ बढ़त दिखाई और 899 तक जाने के बाद हल्का करेक्शन दिया फिर नॉन स्टॉप भगा है और 1055 तक गया फिर लाल गोले में उसने हाई वॉल्यूम के साथ बिकवाली हुई और शेयर वापिस 899 तक गया

ये दूसरा चित्र पहले वाले चित्र का अगला भाग है जहां शेयर 840 से भगा है और 1050 पर फिर से इसमें हाई वॉल्यूम के साथ बिकवाली हुई और ये फिर वापिस 910 तक आ गया

अब शायद आपका सवाल ये होगा की बहुत से स्टॉक बिना वॉल्यूम के भी लगातार भागते है तो इसमें अच्छी और नई बात क्या है तो मै आपको बता दूँ की बिना वॉल्यूम के शेयर के भागने में आप कॉंफिडेंट नहीं होते हो की ये क्यों भाग रहा है आखिर इसमें ऐसी क्या बात है लेकिन वॉल्यूम के साथ भागने वाले शेयर को आप पकड़ेंगे तो कम ही नुक्सान में होंगे क्योंकि ये तरकिा कम ही फ़ेल होता है जिसका कारण है इसमें स्मार्ट निवेशक की मौजूदगी

आपको जो बात ध्यान रखनी चाहिए वो हैं :-

1. हाई वॉल्यूम + कीमत में बढ़ोतरी तो शेयर लेना चाहिए

2. हाई वॉल्यूम + कीमत में कमी तो इग्नोर करना चाहिए
3. कम वॉल्यूम + कीमत में बढ़ोतरी तो इग्नोर करना चाहिए
4. कम वॉल्यूम + कीमत में कमी तो इग्नोर करना चाहिए

कहने का तात्पर्य ये है की आपको बड़े इन्वेस्टर के साथ काम करना चाहिए जिसे हम स्मार्ट इन्वेस्टर भी कहते हैं ये DIIS और FIIS हैं जैसे HDFC, AXIS बैंक , LIC आदि अब जो मैंने ऊपर आपके दिमाग में जो सवाल हो सकता है बताया था उसका विस्तृत जवाब देती हूँ अगर वॉल्यूम कम हैं तब भी शेयर की कीमत बढ़ रही हैं तो आप क्या देखेंगे और सोचेंगे

२ . क्या कोई बड़ा इन्वेस्टर मार्किट में बुलिश है जिसकी वजह से कीमत बढ़ रही हैं

Ans. कम संभावना है की वे खरीदारी कर रहे हैं

४ . तो अगर वॉल्यूम घट रहे हैं और तब भी शेयर बढ़ रहे हैं तो उसका क्या अर्थ है

Ans. तो इसके दो कारण हो सकते हैं एक ये की खुदरा ट्रेड मतलब आप और हम और दूसरा कि ग्लोबल मार्किट जो हमारे शेयर पर प्रभाव डाल रहा है और ऐसे में आपको सतर्कता के साथ ट्रेड करना चाहिए

अब अंत में कुछ ध्यान देने योग्य बातें मै आपको बता दूँ कि आपको अपने नियम को हमेशा याद रखना है की

1. मजबूती में खरीदारी करना है

2. कमज़ोरी में आपको बिकवाली करना है

3. हमेशा स्मार्ट इन्वेस्टर को फॉलो करना है


7. हाई वॉल्यूम स्मार्ट इन्वेस्टर की मौजूदगी बताता है और हमें हमेशा उनको फॉलो करना चाहिए क्योंकि उनको भविष्य का है और अनुमान होता है कि किस शेयर में कब और क्या न्यूज़ आ रही है

तो दोस्तों मै अपना ये अध्याय यहीं समाप्त करती हूँ कृपया कमेंट में ये अवश्य बताएं की आपको मेरी ये पोस्ट कैसी लगी और आपका कोई सवाल हो या सुझाव हो तो वो भी बताएं अब मिलते हैं अगले अध्याय में जिसमे मै आपको बाय बैक , PE रेश्यो के बारे में बताउंगी ये क्या होते हैं और इनका शेयर की वैल्यू पर क्या असर होता है आप मुझे फॉलो भी कर सकते है आपको शेयर के बारे में मै ऐसी ही काम की जानकारी देती रहूंगी

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iPhone 15 Pro में मिलेंगे ये एक्सक्लूसिव फीचर्स? Apple अपकमिंग आईफोन की देखें 5 खास बातें!

iPhone 15Apple iPhone 15 Pro: एप्पल की अपकमिंग आईफोन सीरीज के प्रो मॉडल्स में कई एक्सक्लूसिव फीचर्स मिलने की उम्मीद है. कंपनी आईफोन 15 के महंगे मॉडल्स और सस्ते मॉडल्स के बीच काफी अंतर रख सकता है. यहां देखें आईफोन 15 के संभावित फीचर्स.

iPhone 15 Pro में मिलेंगे ये एक्सक्लूसिव फीचर्स? Apple अपकमिंग आईफोन की देखें 5 खास बातें!

TV9 Bharatvarsh | Edited By: मौ. जिशान

Updated on: Nov 19, 2022 | 7:37 PM

आईफोन निर्माता कंपनी Apple अगले साल अपकमिंग iPhone 15 सीरीज लॉन्च कर सकती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी सितंबर 2023 में आईफोन 15 लाइनअप की बिक्री शुरू कर सकती है. अगर ऐसा होता है, तो लगभग 10 महीने बाद मार्केट में iPhone 15 नजर आएगा. हालांकि, जब से आईफोन 14 लॉन्च हुआ है, तब से आईफोन 15 की खूब चर्चा हो रही है. अपकमिंग आईफोन सीरीज के संभावित फीचर्स से जुड़ी लीक्स और खबरें सामने आती रहती हैं. अब iPhone 15 Pro के संभावित एक्सक्लूसिव फीचर्स की लीक बाहर आई है. ऐसा अनुमान है कि आईफोन 15 और प्रो मॉडल्स के बीच फीचर्स का काफी अंतर हो सकता है.

एप्पल आईफोन 15 और आईफोन 15 प्रो मॉडल्स के बीच अंतर रखकर बढ़िया कमाई कर सकता है. ऐसा अनुमान मशहूर एनॉलिस्ट मिंग-ची कुओ ने जताया है. उनके मुताबिक आईफोन 15 प्रो का शिपमेंट शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या होता है और एवरेज सेलिंग प्राइस (ASP) बढ़ाया जा सकता है. आइए देखते हैं कि कुओ के अनुसार आईफोन 15 प्रो मॉडल्स के एक्सक्लूसिव फीचर्स क्या हो सकते हैं. इससे जुड़ी 5 खास बातों पर यहां नजर डालिए.

आर्मी चीफ बाजवा के बेटे से होनी थी शादी, उसके 9 दिन पहले अचानक बनीं अरबपति; अब हुआ बड़ा खुलासा

पाकिस्तान आर्मी चीफ ( Pakistan Army Chief) जनरल कमर जावेद बाजवा ( General Qamar Javed Bajwa) 29 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं.

आर्मी चीफ बाजवा के बेटे से होनी थी शादी, उसके 9 दिन पहले अचानक बनीं अरबपति; अब हुआ बड़ा खुलासा

पाकिस्तान आर्मी चीफ ( Pakistan Army Chief) जनरल कमर जावेद बाजवा ( General Qamar Javed Bajwa) 29 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं.

इससे पहले जनरल बाजवा के परिवार की संपत्ति को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है और पता चला है कि पिछले छह साल में उनके परिवार के प्रॉपर्टी में जबरदस्त इजाफा हुआ है. इतना ही नहीं बाजवा के बेटे से शादी करने से 9 दिन पहले ही लाहौर की एक युवती भी अरबपति बन गई.

पाकिस्तानी खोजी वेबसाइट FactFocus ने पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ( Pakistan Army Chief General Qamar Javed Bajwa) के परिवार की संपत्ति को लेकर खुलासा किया है. वेबसाइट ने बताया है कि पाकिस्तान के भीतर और बाहर ज्ञात प्रॉपर्टी और बिजनेस की मौजूदा मार्केट वैल्यू 12.7 बिलियन रुपये से अधिक है.

2 नवंबर 2018 को पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ( General Qamar Javed Bajwa) के बेटे साद बाजवा की शादी लाहौर की रहने वाली महनूर साबिर से हुई थी.

शादी से 9 दिन पहले महनूर साबिर अचानक अरबपति बन गई थीं. अब इसको लेकर पाकिस्तानी खोजी वेबसाइट ने बड़ा खुलासा किया है और बताया है कि महनूर शादी से कुछ दिन पहले अचानक कई संपत्तियों की मालकीन बन गईं , जबकि उनकी अन्य तीन बहनों की संपत्ति मे कोई इजाफा नहीं हुआ.

FactFocus की रिपोर्ट के अनुसार , महनूर साबिर के नाम पर बाजवा के बेटे से शादी के 9 दिन पहले यानी 23 अक्टूबर को गुजरांवाला में 8 डीएएच प्लॉटों का आवंटन कर दिया गया.

हालांकि , नियम के अनुसार , डीएएच द्वारा अधिग्रहित भूमि का स्वामित्व होने के बाद ही प्लॉट आवंटित किए जा सकते हैं. इसके अलावा इस बात का भी खुलासा हुआ है कि 23 अक्टूबर 2018 को ही महनूर 2015 की बैक-डेट में एक कॉन्स्टिट्यूशन वन ग्रैंड हयात अपार्टमेंट की भी मालकिन बनीं.

इसके साथ ही जनरल कमर जावेद बाजवा ( General Qamar Javed Bajwa) के परिवार ने महनूर साबिर के पिता साबिर ' मिठू ' हमीद के साथ जॉइंट में बिजनेस शुरू किया. इसके अलावा साबिर ' मिठू ' हमीद ने पाकिस्तान के बाहर भारी पैसे ट्रांसफर किए और विदेशों में संपत्ति भी खरीदे.

फैक्ट फोकस वेबसाइट ने खुलासा किया है कि जनरल कमर जावेद बाजवा ( General Qamar Javed Bajwa) की बहू के अलावा उनकी पत्नी आयशा भी अरबपति बन चुकी हैं.

रिपोर्ट के अनुसार , आयशा बाजवा ने गुलबर्ग ग्रीन्स इस्लामाबाद और कराची में बड़े फार्म हाउस , लाहौर में कई प्लॉट , डीएचए स्कीम में कमर्शियल प्लॉट और प्लाजा खरीदे हैं. इसके अलावा वह डीएचए लाहौर के फेज IV और फेज VI में दो कमर्शियल प्लाजा की मालकिन बन गई हैं.

इसके साथ ही आयशा बाजवा के अमेरिकी खातों में करीब आधा मिलियन डॉलर पैसे जमा हैं. रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि जब बाजवा पाकिस्तान के आर्मी चीफ नहीं बने थे , उस समय उनकी पत्नी आयशा टैक्सपेयर भी नहीं थीं और उन्होंने खुद को हाउस वाइफ बता रखा था.

ट्रेडिंग वॉल्यूम(trading volume) क्या है इसका विश्लेषण (analysis) कैसे किया जाता है

ट्रेडिंग वॉल्यूम(trading volume) क्या है इसका विश्लेषण (analysis) कैसे किया जाता है

शेयर बाजार में शेयर के ट्रेंडिंग वॉल्यूम (trending volume) का काफी ज्यादा अहम रोल होता है। जिससे कि निवेशक अपने निवेश की रणनीतियां (Strategies) बनाते हैं। ट्रेंडिंग वॉल्यूम हाय, लो या नॉर्मल होता है। इसे देखकर ही निवेशक अपना निर्णय लेते हैं। हम जानेंगे कि ट्रेंडिंग वॉल्यूम शेयर बाजार में किस प्रकार काम करता है और निवेशक इसका विश्लेषण (Analysis) किस प्रकार से कर सकते हैं, जिससे कि उन्हें फायदा हो सके।

ट्रेडिंग वॉल्यूम(trading volume) क्या है

शेयर बाजार में ट्रेंडिंग वॉल्यूम वह संख्या होती है, जो एक निश्चित समय में खरीदे एवं बेचे गए शेयरों की संख्या है। ट्रेंडिंग वॉल्यूम 5 मिनट से लेकर 5 साल तक कैलकुलेट किया जाता है, और निवेशक अपनी निवेश अवधि के अनुसार इसका एनालिसिस करते हैं।

चार्ट पर वॉल्यूम कैसे देखें

शेयर बाजार में आप वॉल्यूम (Volume) को कैंडल या बार की सहायता से देख सकते हैं। जो भी Chart आप उपयोग कर रहे हैं उस चार्ट मैं आप अपने हिसाब से समय चुनकर, उस समय के अंतराल (time interval) के ट्रेंडिंग वॉल्यूम का पता लगा सकते हैं। सामान्यता जब अधिक खरीदी होती है तो कैंडल ग्रीन होती है और यदि अत्यधिक मात्रा में शेयर की बिक्री होती है तो कैंडल लाल होती है। यह कैंडल आपके चुने गए समय के अनुसार बनती है।निवेशक कैंडल का मूविंग एवरेज के साथ में उपयोग कर सकते हैं और अपने निवेश की रणनीति बना सकते हैं।

वॉल्यूम टेबल

केवल वॉल्यूम (Volume) को देखा जाए और उसके साथ जुड़े अन्य पहलुओं को ध्यान नहीं दिया जाए, तो वॉल्यूम (Volume) का कोई मतलब नहीं रह जाता और ना ही इससे कोई निर्णय लिया जा सकता है। परंतु यदि वॉल्यूम (Volume) के साथ में शेयर के अन्य पहलू पर जैसे कि उसकी कीमत का बढ़ना, उसकी कीमत का घटना पर ध्यान दिया जाए, तो यह वॉल्यूम के साथ में काफी अच्छे परिणाम दे सकते हैं। आइए एक टेबल शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या होता है की मदद से जानते हैं कि किस प्रकार वॉल्यूम और कीमत के साथ अपना निर्णय लें।

क्रम सं कीमत वॉल्यूम आगे की उम्मीद
1बढ़तबढ़तबुलिश
2बढ़तगिरावटसावधान-खरीदारी में दम नहीं
3गिरावटबढ़तबेयरिश
4गिरावटगिरावटसावधान-बिकवाली में दम नहीं

वॉल्यूम कैसे काम करता है?

वॉल्यूम शेयर बाजार में एक विशेष समय में खरीदे एवं बेचे गए शेयर की संख्या होता है जो कि सीधा लिक्विडिटी (liquidity) को दर्शाता है। सभी एक्सचेंज वॉल्यूम को एक दिन के हिसाब से कैलकुलेट करते हैं। वॉल्यूम शेयर के मूल्य निर्धारण को दर्शाता है। जब वॉल्यूम कम होता है, तब निवेशक कम निवेश करते हैं जिससे गिरावट का अंदाजा लगाया जाता है। इसके विपरीत जब वॉल्यूम बढ़ता है तो शेयर की कीमत भी बढ़ने लगती है । परंतु कुछ परिस्थितियों में ऐसा नहीं शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या होता है होता है।

ट्रेडिंग वॉल्यूम इतना महत्वपूर्ण क्यों?

शेयर बाजार में ट्रेडिंग वॉल्यूम (trading volume) काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है क्योंकि ज्यादा वॉल्यूम ज्यादा इंटरेस्ट दिखाता है। कम वॉल्यूम निवेशकों का कम इंटरेस्ट दिखाता है। वॉल्यूम की सहायता से शेयर एक नई गति या नई दिशा में जा सकता है। और इसका ट्रेंड बुलिस या बियरिश (Bullish or Bearish) हो सकता है। अधिकतर निवेशक वॉल्यूम को अन्य तकनीकी विश्लेषण के साथ में जोड़ कर देखते हैं । जिससे कि वह उचित निर्णय ले सकें।

सापेक्ष वॉल्यूम(relative volume) क्या है और यह कैसे प्रभाव डालता है?

सापेक्ष वॉल्यूम(relative volume) वर्तमान वॉल्यूम की तुलना “सामान्य” वॉल्यूम से करती है और इसे गुणज के रूप में प्रदर्शित करती है। सामान्य वॉल्यूम पिछले दिनों की दिखाई संख्या के लिए दी गई अवधि के लिए औसत वॉल्यूम (average volume) है। जब सापेक्ष वॉल्यूम 10 है, तो यह दिखाता है कि शेयर सामान्य वॉल्यूम का 10 गुना व्यापार कर रहा हैं। यह ट्रेडिंग शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या होता है गतिविधियों में वृद्धि को दर्शाता है जो कि एक महत्वपूर्ण Price चाल का नेतृत्व कर सकते हैं । सापेक्ष वॉल्यूम (relative volume) अधिकांश ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। वॉल्यूम में हुई वृद्धि किसी स्टॉक में अंदर या बाहर धन के प्रवाह (Flow) का संकेत दे सकती है, जो कि निवेशक के निर्णय को दिखता है ।

ट्रेडिंग वॉल्यूम(trading volume)

विश्लेषण

  • बुलिश एनगल्फिंग (Bullish engulfing) पैटर्न का बनना – एक लांग ट्रेड का सुझाव देता है।
  • बुलिश एनगल्फिंग के लो के पास सपोर्ट- शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या होता है सपोर्ट एक स्टॉक में मांग को दिखाता है, निवेशक स्टॉक खरीदने पर गौर कर सकता है।
  • स्टॉक में एक जाना पहचाना कैंडलस्टिक पैटर्न बनना चाहिए।
  • S&R को व्यापार की पुष्टि करनी चाहिए। स्टॉपलॉस भी S&R के आसपास होना चाहिए।
  • शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या होता है
  • एक लांग ट्रेड के लिए, पैटर्न का लो सपोर्ट के आसपास होना चाहिए।
  • एक शॉर्ट ट्रेड के लिए, पैटर्न का हाई रेजिस्टेंस के आसपास होना चाहिए।
  • वॉल्यूम को ट्रेड की पुष्टि करनी चाहिए।
  • खरीदने के दिन और बेचने के दिन वॉल्यूम एवरेज से अधिक होना चाहिए।
  • लो वॉल्यूम उत्साहजनक नहीं है और इसलिए जहां वॉल्यूम कम हो वहाँ ट्रेड करने से बचें।

निष्कर्ष

एक निवेशक को निवेश करने के पूर्व उस Share के ट्रेंडिंग वॉल्यूम को अच्छे से समझना चाहिए और अन्य तकनीकी विश्लेषण के साथ में उसे जोड़ कर देखना चाहिए। जोकि वॉल्यूम (Volume) की अधिक स्पष्ट और सटीक जानकारी दे सके। निवेश करने के पूर्व वॉल्यूम टेबल (volume table) को जरूर देखना चाहिए, जिससे निवेश संबंधी निर्णय ले सके।

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