ब्रोकर क्या है?

4 स्टॉक मार्केट के प्रति लोगों की विश्वसनीयता और बढ़ेगी
स्टॉक ब्रोकिंग के बारे मे कितना जानते हैं आप? शेयर मार्केट की जानकारी रहती है इनके पास
आज के युग मे मार्केटिंग, बैंकिग, स्टॉक ब्रोकिंग, अकाउंटेंसी के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है साथ ही इन क्षेत्रों में करियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं। कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए स्टॉक ब्रोकर एक आकर्षक करियर माना जाता है। अगर आप यह समझते हैं कि सेंसेक्स और निफ्टी कैसे काम करता है और आपको इन सब क्षेत्रों में रुचि है तो स्टॉक ब्रोकिंग क्षेत्र का चयन करना आपके करियर के लिए यकीनन सही होगा।
दरअसल, स्टॉक्स और अन्य सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने की प्रोसेस को 'स्टॉक ब्रोकिंग' कहा जाता है। हमारे देश में स्टॉक मार्केट की फील्ड में स्टूडेंट्स के लिए बहुत अच्छे करियर ऑप्शन्स उपलब्ध हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 में इंडियन ब्रोकिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट (पिछले वर्ष की मॉडरेट ग्रोथ रेट) 5-10 फीसदी से ज्यादा है और एस्टीमेटेड रेवेन्यु 19-20 हजार करोड़ के आस-पास रहेगा। इसलिए, भारत में स्टॉक ब्रोकिंग की फील्ड में कैंडिडेट्स का भविष्य आशाजनक है और कुछ वर्षों के वर्क एक्सपीरियंस के बाद इन प्रोफेशनल्स को काफी अच्छा सालाना सैलरी पैकेज भी मिलता है।
स्टॉक ब्रोकर किसे कहते हैं?
स्टॉक ब्रोकर वो होता है जो शेयर मार्केट में अपने क्लाइंट के लेन-देन के मामलों को देखता है। एक स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज और निवेशक के बीच एक कड़ी का काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी निवेशक अपना सौदा शेयर मार्केट में नहीं डाल सकता है। अगर आप शेयर मार्केट में कदम रखना चाहते हैं तो आपको एक डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है, और आपके यह दोनों अकाउंट एक स्टॉक ब्रोकर संभालता है।
वह अपने क्लाइंट को शेयर मार्केट में हो रहें उतार-चढ़ाव की भी जानकारी देता है। वह शेयर मार्केट में कब, कैसे, क्यों पैसे निवेश करना चाहिए यह भी बताता है। अगर किसी को शेयर मार्केट में निवेश करना हो तो स्टॉक ब्रोकर ही सही राय दे सकता है जिससे कि निवेश करने ब्रोकर क्या है? वाले व्यक्ति को फायदा हो।
कोर्सेसस्टॉक ब्रोकर के रूप में अपना करियर बनाने के लिए उम्मीदवार बैंकिंग एंड फाइनेंस में डिप्लोमा कर सकते है। यह एक वर्ष का कोर्स होता है। इसमें बैंकिंग आपरेशंस, फाइने फाइनेस जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
योग्यता
ग्रेजुएशन कर चुके छात्र और ग्रेजुएशन अंतिम वर्ष के छात्र पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं और स्टॉक ब्रोकर बनने की दिशा में अपना पहला कदम रख सकते हैं। इस कोर्स के लिए छात्र को कॉमर्स स्ट्रीम से 50 प्रतिशत अंक के साथ उर्तीण होना चाहिए। इस फील्ड में करियर बनाने वाले छात्रों को बिजनेस अकाउंटिंग और फाइनेंस जैसे क्षेत्रा में रूचि होनी चाहिए।
गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, नई ब्रोकर क्या है? दिल्ली
www.ignou.ac.in
टीकेडब्ल्यूएस इंस्टिट्यूट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस, नई दिल्ली,
www.tkwsibf.edu.in -
आज के युग मे मार्केटिंग, बैंकिग, स्टॉक ब्रोकिंग, अकाउंटेंसी के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है साथ ही इन क्षेत्रों में करियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं। कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए स्टॉक ब्रोकर एक आकर्षक करियर माना जाता है। अगर आप यह समझते हैं कि सेंसेक्स और निफ्टी कैसे काम करता है और आपको इन सब क्षेत्रों में रुचि है तो स्टॉक ब्रोकिंग क्षेत्र का चयन करना आपके करियर के लिए यकीनन सही होगा।
STOCK BROKER KYA HOTA HAI?
हम अपने स्टॉक मार्केट को स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से आर्डर देते है की हमें कौन सा शेयर कितनी मात्र में खरीदना और कौन सा शेयर कब बेचना है, और स्टॉक ब्रोकर हमारे सभी खरीदने और बेचने के आर्डर को स्टॉक मार्केट में कम्पलीट कराने का काम करता है, और इसके बदले वो हमसे जो फीस लेता है उसे ब्रोकरेज कहते है.
आजकल शेयर्स की खरीद और बिक्री पूरी तरह से इन्टरनेट की मदद से होता है, और जैसे ही हम अपने ब्रोकर के पास कोई स्टॉक खरीदने और बेचने का आर्डर देते है,ब्रोकर अगले सेकंड ही उस आर्डर को स्टॉक मार्केट तक पंहुचा देता है, और स्टॉक मार्केट हमारे आर्डर को किसी दुसरे काउंटर आर्डर से मैच करके हमारा आर्डर कम्पलीट कर देता है, ये सब कुछ बहुत फ़ास्ट तरीके से होते है,
STOCK खरीदने और बेचने का आर्डर STOCK BROKER को किस तरह से दिया जाता है?
स्टॉक ब्रोकर को स्टॉक खरीदने और बेचने का आर्डर देने के लिए स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली सुविधा के अनुसार हम आर्डर दे सकते है, जैसे-
- स्टॉक ब्रोकर को फ़ोन करके
- स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली TRADING ACCOUNT में इन्टरनेट की मदद से LOG IN करके,
- स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली मोबाइल APPLICATION आधारित ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से,
यहाँ इस बात को ध्यान में रखना जरुरी है कि आज हम सभी इन्टरनेट का इस्तेमाल मोबइल से ही ज्यादा करते है, और मोबाइल हर वक्त हमारे पास होता है,
इसलिए हमें ब्रोकर के पास अपना अकाउंट ओपन करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली मोबाइल ट्रेडिंग एप्लीकेशन सही तरह से काम करने वाला और उसका USER INTERFACE भी बिलकुल आसन हो,
TYPE OF STOCK BROKER
स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली सर्विस के आधार पर, भारत में MAINLY तीन तरह के स्टॉक ब्रोकर है,
- FULL SERVICE STOCK BROKER
- DISCOUNT BROKER
आइये अब इन तीनो के बारे मे थोड़ी डिटेल्स में बात करते है-
FULL SERVICE STOCK BROKER
फुल सर्विस ब्रोकर अपने क्लाइंट्स को काफी सारी सर्विस देते है, फुल सर्विस देने के कारण इनका ब्रोकरेज फीस भी काफी ज्यादा होता है,
फुल सर्विस ब्रोकर में सबसे ज्यादा POPULAR कुछ स्टॉक ब्रोकर है – ICICI DIRECT, SHERKHAN, और ANGEL BROKING,
फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर के द्वारा दी जाने वाली कुछ मुख्य सर्विस, जैसे –
- स्टॉक एडवाइजरी सर्विस- (कौन सा शेयर कब ख़रीदे और कब बेचे ),
- स्टॉक खरीदने के लिए मार्जिन मनी की सुविधा ,
- फ़ोन पे ट्रेड की सुविधा,
- IPO से शेयर खरीदने की सुविधा
- PORTFOLIO MANAGEMENT की सुविधा,
1 साल का यह कोर्स कर आप भी कमा सकते हैं लाखों रुपये, जानिए- Course के बारे में
नई दिल्ली, जेएनएन। आज के युग में मार्केटिंग, बैंकिंग, स्टॉक ब्रोकिंग, अकाउंटेंसी के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है। साथ ही इन क्षेत्रों में करियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं। कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए स्टॉक ब्रोकर एक आकर्षक करियर मना जाता है। अगर आप यह समझते हैं कि सेंसेक्स और निफ्टी कैसे काम करता है और आपको इन सब क्षेत्रों में रुचि है, तो स्टॉक ब्रोकिंग क्षेत्र का चयन करना आपके करियर के लिए यकीनन सही होगा. ।
फाइनेंशियल शब्दों में स्टॉक्स और अन्य सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने की प्रॉसेस को ‘स्टॉक ब्रोकिंग’ कहा जाता है। हमारे देश में स्टॉक मार्केट के फील्ड में स्टूडेंट्स के लिए अभी बहुत अच्छे करियर ऑप्शंस उपलब्ध हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2018-19 में इंडियन ब्रोकिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट (पिछले वर्ष की मॉडरेट ग्रोथ रेट) 5 से 10 फीसदी से ज्यादा है और एस्टीमेटेड रेवेन्यू 19 से 20 हजार करोड़ के आसपास रहेगा। इसलिए, भारत में स्टॉक ब्रोकिंग के फील्ड में कैंडिडेट्स का भविष्य आशाजनक है और कुछ वर्षों के ब्रोकर क्या है? वर्क एक्सपीरियंस के बाद इन प्रोफेशनल्स को काफी अच्छा सालाना सैलरी पैकेज भी मिलता है।
क्या होता है Broker
ब्रोकर क्या होता है ब्रोकर क्या आप जानते हैं ब्रोकर का असली मतलब क्या होता है तो कर क्या करता है क्या आपको पता है ब्रोकर को हिंदी में क्या कहते हैं आज हम आपको बताएंगे कि ब्रोकर का क्या काम होता है और उसे हिंदी में क्या कहते हैं ब्रोकर को हिंदी में दलाल कहते हैं जो लोगों के काम करवाता है जी हां इसे इंग्लिश में ब्रोकर और हिंदी में दलाल कहा जाता है.
ब्रोकर का काम यह होता है कि वह दोनों पार्टियों के बीच का व्यक्ति होता है वह एक दूसरी पार्टी में डील करवाता है और उनके बीच से कमीशन प्राप्त करता है वही होता है ब्रोकर.
आजकल हर किसी इंडस्ट्री में ब्रोकर फैले हुए हैं चाहे वह रियल स्टेट हो या फिर लाइफ इंश्योरेंस कंपनी या फिर कोई मार्केटिंग कंपनी आजकल हर किसी कंपनी में दलाल फैले हुए हैं चाहे वह सरकारी काम हो या फिर प्राइवेट बिना ब्रोकर के आज के युग में कोई भी कार्य नहीं होगा क्योंकि जब कोई एक पार्टी दूसरे पार्टी को अपना माल बेचती है तो उसको सौदा ब्रोकर ही करवाता है और मैं उसका कुछ प्रतिशत कमीशन लेता है.
इस पोस्ट में इन सवालों का जवाब देने का प्रयास किया गया है.
. life insurance broker kya hota hai.
. false ceiling licence banana hai broker chahiye kolkata.
ऐसी ही बिजनेस से संबंधित खबरों के लिए बने रहिए और पढ़ते रहिए भास्कर जगत न्यूज़
CDSL T PIN क्या है
सेंट्रल डिपॉजिटरी इंडिया लिमिटेड की यह एक एडीशनल सिक्योरिटी है e DIS T PIN के माध्यम से डिमैट अकाउंट में जमा होल्डिंग को बेचने के आदेशों को CDSL सुनिश्चित करता है इस पोस्ट में आपको CDSL T PIN की पूर्ण जानकारी दी जाएगी जैसे कि सीडीएसएल पिन क्या है CDSL T PIN Generate कैसे करें और e DIS T PIN के क्या लाभ है
CDSL T PIN या e DIS T PIN की जानकारी.
स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग करने के लिए आपको डीमेट की आवश्यकता पड़ती है डीमैट अकाउंट खोलने के समय आपको Power of attorney ब्रोकर के पास जमा करनी पड़ती है पावर ऑफ अटॉर्नी का कार्य होता है कि आपके द्वारा बेचे गए शेयरों को ब्रोकर आपके डीमैट अकाउंट से होल्डिंग शेयरों को स्टॉक एक्सचेंज में ट्रांसफर कर सकें इसीलिए ब्रोकर को यह अधिकार दिया जाता है Power of attorney का अधिकार ब्रोकर को इसलिए दिया जाता है कि आपके डिमैट अकाउंट में होल्डिंग शेयरों को वह निकालकर स्टॉक एक्सचेंज में ट्रांसफर कर सके लेकिन कुछ व्यक्तियों को यह संशय हर समय बना रहता है कि Power of attorney से कहीं ब्रोकर उनके डीमेट अकाउंट से उनकी बिना इजाजत के शेयर ना निकाल ले .