क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं?

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खोलना अनिवार्य है . आप किसी वित्तीय संस्थान या ब्रोकर के जरिए डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . सबसे पहले आपको इसके लिए एक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) को चुनना होगा . यह एक वित्तीय संस्थान , अधिकृत बैंक या ब्रोकर हो सकता है . आप उनके साथ एक डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . DP को ब्रोकरेज चार्ज , सालाना चार्ज और लीवरेज के आधार पर चुना जाना चाहिए . DP का चयन करने के बाद आपको अकाउंट खोलने का फॉर्म , KYC फॉर्म भरना होगा और उसे जमा करना होगा . इसके साथ आपको कुछ दस्तावेज भी देने होंगे . इनमें पैन कार्ड , रेजिडेंस प्रूफ , आईडी प्रूफ और पासपोर्ट साइज फोटो शामिल हैं .
सरकारी कर्मचारी सावधान, छोटी सी गलती से बंद हो सकती है पेंशन और ग्रेच्युटी !
सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों की पेंशन और ग्रेच्युटी से जुड़े नियमों में बदलाव कर दिया है। अगर सरकारी कर्मचारियों ने सही से अपना काम नहीं किया और दोषी साबित होते है तो उन्हें अपने पेंशन और ग्रेच्युटी से हाथ धोना पड़ सकता हैं।
नए नियम में क्या है?
सरकार ने नए नोटिफिकेशन में कहा है कि अगर कोई भी सरकारी कर्मचारी अपने सेवाकाल के दौरान किसी गंभीर अपराध या लापरवाही में दोषी पाया जाता है तो उसकी पेंशन और ग्रेच्युटी रोकी जा सकती है। केंद्र सरकार ने यह नोटिफिकेशन सीसीएस (पेंशन) नियम 2021 के रूल 8 के तहत जारी किया है। हाल ही में सरकार ने इस नियम में बदलाव किया था। फिलहाल ये नियम केवल केंद्रीय कर्मचारियों पर लागू होगा लेकिन बाद में इसे राज्य सरकारें भी लागू कर सकती है।
किसके पास होगा कार्रवाई का अधिकार
Crorepati बनने के 3 बेस्ट फॉर्मूले- SIP में निवेश दिला देगा तगड़ा मुनाफा, मिलेंगे 10 करोड़ रुपए से ज्यादा
Future investment: अभी से अगर आप फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू करेंगे, तब जाकर फ्यूचर के लिए फंड जोड़ पाएंगे. ऐसे में आप म्यूचुअल फंड में SIP में निवेश कर सकते हैं, जो आपको बेहतर रिटर्न दे सकता है.
Future investment: फ्यूचर के लिए अभी से फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial Planning) शुरू करेंगे, तो आपके लिए फायदा हो सकता है. वहीं अगर आप इन्वेस्टमेंट प्लानिंग (Investment Planning) की सोच रहे हैं, तो आपके लिए ये खबर फायदेमंद साबित हो सकती है. यहां हम बात कर रहे हैं म्यूचुअल फंड में SIP से क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं? निवेश के बारे में. (Investment planning) SIP में अगर आप 30 साल के लिए इन्वेस्ट करते हैं, तो 10 करोड़ से क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं? ज्यादा रकम हासिल कर सकते हैं. इसके लिए हम आपको म्यूचुअल फंड के तीन ऐसे फॉर्मूलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आपको फायदा हो सकता है. ध्यान दें, अगर क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं? कोई व्यक्ति लंबे समय के लिए ज्यादा SIP करता है, तो उसको उतना ही फायदा मिलेगा.
पहला फॉर्मूला
पहला फॉर्मूला है 15*15*15. इस क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं? फॉर्मूले को अपनाकर अगर कोई व्यक्ति 15 सालों के लिए 15 हजार रुपए का निवेश 15% रिटर्न के साथ करता है, तो उसके पास 1.02 करोड़ का फंड इक्ट्ठा हो जाएगा.
इन्वेस्टमेंट के लिए आप दूसरे फॉर्मूले को भी अपना सकते हैं. दूसरा फॉर्मूला है 15*15*30. इस फॉर्मूले के तहत अगर कोई व्यक्ति 30 सालों के लिए 15% रिटर्न के साथ 15 हजार रुपए इन्वेस्ट करता है, तो उसकी 10.51 करोड़ रुपए का फंड कलेक्ट हो जाएगा. इस दौरान वो 54 लाख रुपए का निवेश करेगा और रिटर्न बढ़कर के 9.97 करोड़ रुपए हो जाएगा.
तीसरा- 5 साल की देरी से हो सकता है बड़ा नुकसान
अगर कोई इन्वेस्टर 30 साल की उम्र में निवेश की शुरुआत कर रहा है, तो उसे इसका अधिक फायदा मिलेगा. मान लीजिए निवेशक की
उम्र 30 साल है और 25 साल तक मंथली 5,000 रुपए इन्वेस्ट करता है. ऐसे में उसे 55 साल की उम्र में 12 फीसदी रिटर्न के आधार पर मैच्योरिटी के समय 84,31,033 रुपए मिलेंगे.
- 10 साल के टॉप Mutual Funds और Returns
- SBI स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड : 20.04%
- निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड स्कीम : 18.14%
- इंवेसको इंडिया मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीम : 16.54%
- कोटक इमर्जिंग इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम : 15.95%
- डीएसपी मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीम : 15.27%
(डिस्कलेमर : किसी भी तरह का निवेश करने से पहले एक्सपर्ट से जानकारी कर लें. जी बिजनेस किसी भी तरह के निवेश के लिए आपको सलाह नहीं देता है.)
डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?
TV9 Bharatvarsh | Edited By: मनीष रंजन
Updated on: Oct 20, 2022 | 11:17 AM
शेयर मार्केट में निवेश ( इन्वेस्टमेंट ) शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट ( खातों ) की क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं? जरूरत होती है . ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट , ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट . हर अकाउंट का अपना एक अलग काम होता है , लेकिन ट्रांजैक्शन ( लेन – देन ) को पूरा करने के लिए तीनों एक – दूसरे पर निर्भर होते हैं . शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ये तीन अकाउंट होने चाहिए .
डीमैट अकाउंट क्या है ?
डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है . जैसे एक सेविंग अकाउंट ( बचत खाता ) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है , वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है . डीमैट अकाउंट या डीमैटरियलाइज्ड अकाउंट इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयरों और सिक्योरिटीज को क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं? रखने की सुविधा देता है . ये अकाउंट फिजिकल शेयरों को डीमैटरियलाइज्ड फॉर्म में स्टोर ( संग्रहित ) करते हैं . फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म ( रूप ) में परिवर्तित करने की प्रक्रिया ( प्रोसेस ) को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है . जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो इन शेयरों को डीमैट अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट किया जाता है . डीमैट अकाउंट के प्रकार ( टाइप ) डीमैट अकाउंट खोलते समय निवेशकों को अपने प्रोफाइल के मुताबिक डीमैट अकाउंट का चुनाव सावधानी से करना चाहिए . कोई भी भारतीय मिनटों में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं? सकता है . निवेशक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) के साथ डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . 5 पैसा https://bit.ly/3RreGqO एक ऐसा ही क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं? प्लेटफॉर्म है जहां आप आसानी से अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं . डीमैट अकाउंट चार तरह के होते हैं .
मोदी सरकार का खास उपहार- सरकारी कर्मचारियों के लिए,पढ़ें पूरी खबर
भोपाल। मध्यप्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों में होने वाले लोकसभा चुनावों से ठीक पहले मोदी सरकार की ओर से सरकारी कर्मचारियों को एक बड़ा तोहफा दिया गया है। इसके तहत केंद्र सरकार ने कर्मचारियों के लिए शेयरों और म्यूचुअल फंडों में निवेश के खुलासे की सीमा बढ़ा दी है।
कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी आदेश के अनुसार अब यह क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं? सीमा बढ़ाकर कर्मचारियों के छह माह के मूल वेतन के बराबर क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं? होगी। खुलासे की पुरानी मौद्रिक सीमा 26 साल से अधिक पुरानी है।