स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना

यह सोने में निवेश के सबसे सस्ते विकल्पों में से एक है। इन्हें शेयरों की तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कैश मार्केट में खरीदा-बेचा जा सकता है। गोल्ड ईटीएफ की एक यूनिट एक ग्राम सोने के बराबर होती है। लेकिन गोल्ड ETF में कोई अपर लिमिट नहीं है। गोल्ड ETF में कोई लॉक इन पीरियड नहीं है। इसमें 3 साल का होल्डिंग पीरियड पूरा करने के बाद बेचने पर इंडेक्सेशन बेनीफिट के साथ 20 फीसदी LTCG टैक्स लगता है। वहीं 3 साल से पहले बेचने पर एप्लीकेबल स्लैब रेट से टैक्स लगता है।
खान विभाग समझ नहीं पाया जिंक का फण्डा,लगा 68 करोड़ का चूना
Published: May 01, 2015 10:57:01 am
रुपए में जुडऩे वाली रॉयल्टी को अमरीकी डॉलर में चुकाने का हिंदुस्तान जिंक का फंडा स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना खान विभाग को समझने में एक दशक लग गया। इस अवधि में डॉलर व रुपए के अंतर का गणित नहीं पकड़ सके और करोड़ों का झटका सहना पड़ गया।
गणित समझ में आई, जब तक चोट 68 करोड़ रुपए से पार हो चुकी थी। अब विभाग के अधिकारियों को अंतर की यह राशि वसूलने में पसीने छूट रहे हैं। इधर, जिंक ने इसके खिलाफ केन्द्र सरकार के समक्ष पुनर्विचार स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना आवेदन किया है।
टीटी रेट से नुकसान
आरबीआई डॉलर की क्रय-विक्रय दर तय करता है। टेलीग्राफिक ट्रांसफर (टीटी) रेट में डॉलर की क्रय-विक्रय दर में चार प्रतिशत तक अंतर होता है। डॉलर की विक्रय दर कम और क्रय दर अधिक होती है। जिंक क्रय दर के अनुसार रॉयल्टी का भुगतान करता रहा।
वर्ष 2000 से 2013 तक इसी आधार पर रॉयल्टी भुगतान किया गया। विभाग ने इस आधार पर हुई गणना स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना की 65 करोड़ 17 लाख रुपए से अधिक राशि वसूली योग्य निकाली। इसी प्रकार सिल्वर व कैडमियम की रॉयल्टी राशि में तीन करोड़ 12 लाख रुपए का अंतर मिला। विभाग ने जिंक पर इस आधार पर कुल 68 करोड़ रुपए से अधिक की राशि वसूली योग्य मानी है।
Dangal: हिमाचल प्रदेश में AAP के आने से मुकाबला त्रिकोणीय, क्या बदलेगा रिवाज या बदल जाएगा राज?
- नई दिल्ली ,
- 12 नवंबर 2022,
- अपडेटेड 7:26 PM IST
सियासी दंगल में बात हिमाचल प्रदेश की जहां के अखाड़े में राज्य की किस्मत को लेकर वोटिंग जारी है. वोटिंग का जो सिलसिला सुबह आठ बजे से शुरु हुआ था वो शाम पांच बजे थम जाएगा लेकिन कई सवाल छोड़ जाएगा. क्या हिमाचल में स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना बदलेगा रिवाज या बदल जाएगा राज? क्या हिमाचल की जनता को कांग्रेस की गारंटी पर यकीन है या फिर बीजेपी के संकल्प पर. एक और स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना सवाल जो आम आदमी पार्टी के चुनावी मैदान में आने से गूंज रहा है. क्या कहीं आम आदमी स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना पार्टी दोनों का खेल तो नहीं बिगाड़ देगी? अंजना ओम कश्यप के साथ देखिए दंगल में चर्चा.
पर्सनल फाइनेंस: सोने की अभी और बढ़ सकती है चमक, मुनाफा कमाने के लिए गोल्ड में इन 4 तरीकों से कर सकते हैं निवेश
सोने में निवेशकों का भरोसा बना हुआ है सोने का भाव प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गई है। लोग सोने में खूब निवेश कर रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी गोल्ड खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे पहले आपका ये समझना स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना बहुत जरूरी है कि आप सोना क्यों खरीदना चाहते हैं।आप इसे निवेश के लिए खरीदना चाहते हैं या इसे शादी में देने के लिए लेना चाहते हैं। क्योंकि सोने में 4 तरह से निवेश किया जा सकता है। आप अपनी जरूरत के हिसाब से इसमें निवेश करके फायदा कमा सकते हैं।
वैश्विक मांग के डर से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई
कमोडिटीज 18 नवंबर 2022 ,20:45
© Reuters
में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:
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जेफ्री स्मिथ द्वारा
Investing.com - कच्चे तेल की कीमतें शुक्रवार को सितंबर के बाद से सबसे निचले स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना स्तर पर आ गईं, क्योंकि दुनिया के दो बड़े केंद्रीय बैंकों की कड़ी बातचीत ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए दृष्टिकोण और इसके परिणामस्वरूप तेल की मांग के बारे में आशंकाओं को प्रबल कर दिया।
गुरुवार को स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की हॉकिश टिप्पणियों के बाद यूरोपीय सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड की पहली स्वीकारोक्ति थी कि यूरोजोन के केंद्रीय बैंक को मुद्रास्फीति को कम करने के लिए अर्थव्यवस्था को सक्रिय रूप से धीमा करने के लिए ब्याज दरों को अपने तटस्थ स्तर से ऊपर उठाना होगा।
Gold Price: लगातार गिर रहा सोना क्या और गिरेगा, खरीदें, बेचें या होल्ड करें?
अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed) के ब्याज दर बढ़ाते ही भारत स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना समेत अंतररार्ष्ट्रीय बाजार में सोने (Gold) की चमक फीकी पड़ गई है. शेयर बाजार में निवेश करने को लेकर उत्साही रहने वाले भारतीय सोने को खरा स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना समझते हैं और उसमें निवेश का मौका तलाशते हैं.
एमसीएक्स पर सोने की कीमतों में पिछले सात महीने की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज हुई है तो वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना ढाई साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है.
आइए जानते हैं क्या है सोने का भाव और क्या सोना खरीदने का सही समय आ गया है?
क्या है सोने का भाव?
घरेलू बाजार एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर सोना की कीमतों में 0.25 फीसदी की गिरावट देखी गई है, जो पिछले सात महीने का निचला स्तर है. अब इसकी कीमत 49,321 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई है.