Trading के फायदें

सिक्योरिटीज मतलब क्या

सिक्योरिटीज मतलब क्या
इस बार मुहूर्त ट्रेडिंग की टाइमिंग क्या थी?
हिंदू कैलेंडर वर्ष के अनुसार आज मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ संवत 2079 शुरू हो गया।

operation-twist

मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए एक घंटे खुला बाजार: सेंसेक्स 525 अंक चढ़ा, निफ्टी 17700 के ऊपर बंद; ICICI बैंक और नेस्ले टॉप गेनर्स रहे

दिवाली को धन, समृद्धि और सौभाग्य का त्योहार माना जाता है। यह अंधकार पर प्रकाश की, अज्ञान पर ज्ञान की और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। किसी भी धार्मिक त्योहार की तरह, दीवाली पर भी कई मान्यताएं, रीति-रिवाज और परंपराएं है। ऐसी ही एक परंपरा है "मुहूर्त ट्रेडिंग"। इसके लिए शेयर बाजार आज शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे तक खुले।

मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में सेंसेक्स 525 अंक चढ़कर 59,832 अंक पर बंद हुआ तो निफ्टी में 154 अंक की तेजी देखी गई। ये 17731 के स्तर पर बंद हुआ। FMCG को छोड़ सभी सेक्टर्स में खरीदारी नजर आई। निफ्टी बैंक इंडेक्स में सबसे ज्यादा 1.28% की तेजी दर्ज की गई। 30 शेयरों वाले बीएसई सेंसेक्स में 28 बढ़त में बंद हुए जबकि दो लाल निशान में रहे। वहीं निफ्टी 50 इंडेक्स के 47 स्टॉक बढ़कर बंद हुए, जबकि तीन में गिरावट देखी गई।

‘डिलीट किए चैट रिकॉर्ड, बैकअप सर्वर तक गलत पहुंच’: NSE को-लोकेशन घोटाला मामले में CBI को क्या मिला

मुंबई स्थित एनएसई का दफ्तर | फोटो: कॉमन्स

नई दिल्ली: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) को-लोकेशन घोटाला मामले के केंद्र में दिल्ली की ब्रोकरेज कंपनी ‘ओपीजी सिक्योरिटीज’ के मालिक और प्रमोटर ने एनएसई कर्मचारियों के साथ अपनी चैट और ई-मेल सहित महत्वपूर्ण सबूतों को डिलीट कर दिया था. केंद्रीय ब्यूरो ऑफ इंडिया एक्सचेंज में कथित हेराफेरी की जांच कर रही सीबीआई को इस बात के सबूत मिले हैं.

एजेंसी के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि 2010 और 2014 के बीच संजय गुप्ता– ओपीजी सिक्योरिटीज के मालिक और मामले के मुख्य आरोपियों में से एक– और उनके सह-आरोपी ने आपात स्थिति में ‘एनएसई डेटा तक बेहतर पहुंच’ बनाने वाले एक सेकेंडरी सर्वर का इस्तेमाल किया, जिसकी वजह से उन्हें अन्य दलालों से पहले जानकारी मिली और उन्होंने इसका इस्तेमाल अपनी कंपनी के फायदे के लिए किया.सिक्योरिटीज मतलब क्या

अनुचित पहुंच और लाभ

एनएसई का को-लोकेशन घोटाला एक दशक पहले लगाए गए आरोपों से जुड़ा है. सीबीआई ने इस घोटाले के संबंध में पहली बार 2018 में एफआईआर दर्ज की थी. अप्रैल में अपनी पहली चार्जशीट में सीबीआई ने चित्रा रामकृष्ण और एनएसई के पूर्व मुख्य सिक्योरिटीज मतलब क्या परिचालन अधिकारी आनंद सुब्रमण्यम का नाम लिया था. बाद में एजेंसी ने मामले के सिलसिले में फरवरी में सुब्रमण्यम को और फिर मार्च में रामकृष्ण को गिरफ्तार कर लिया था.

एक को-लोकेशन सेट-अप ब्रोकर के कंप्यूटर को स्टॉक एक्सचेंज के सर्वर क्षेत्र में स्थित होने की अनुमति देता. यह अन्य दलालों की तुलना में लगभग दस गुना गति से फायदा पहुंचाता है.

सीबीआई सूत्रों के अनुसार, गुप्ता ने अपनी कंपनी को यह फायदा पहुंचाने के लिए एनएसई के कर्मचारियों को 2010 और 2014 के बीच एनएसई को-लोकेशन फैसिलिटी में अनुचित तरीके से पहुंच पाने सिक्योरिटीज मतलब क्या के लिए रिश्वत दी थी.

गोल्ड पर क्या है सरकार का नया फैसला, कैसे आम आदमी को इससे मिलेगा फायदा, 5 पॉइंट में जानें सबकुछ

गोल्ड पर क्या है सरकार का नया फैसला, कैसे आम आदमी को इससे मिलेगा फायदा, 5 पॉइंट में जानें सबकुछ

वरुण कुमार | Edited By: सुनील चौरसिया

Updated on: Feb 12, 2022 | 8:10 AM

स्टॉक एक्सचेंज पर सोने को खरीदना और बेचना अब हकीकत में तब्दील होने वाला है. बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने बीएसई को इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट्स में ट्रेडिंग के लिए हरी झंडी दे दी. इस कदम से स्पॉट बुलियन एक्सचेंज (Bullion Exchange) शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है. वित्त मंत्रालय ने सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स एक्ट 1956 के तहत इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट्स यानी EGR को सिक्योरिटीज का दर्जा दे दिया. इसका मतलब ये है कि अब आप शेयर्स की तरह ही गोल्ड में भी ट्रेडिंग कर सकते हैं. इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट्स को हम साधारण भाषा में पेपर गोल्ड भी कह सकते हैं. यह एक निवेश इंस्ट्रूमेंट है. शेयर्स की तरह ईजीआर, डीमैट फॉर्म में रखे जाएंगे. खास बात यह है कि आप इन्हें जरूरत पड़ने पर फिजिकल गोल्ड (Gold) में भी कन्वर्ट करा सकते हैं.

SEC Full Form – SEC का पूरा नाम क्या है?

SEC Full Form - SEC का पूरा नाम क्या है?

शेयर मार्केट क्या है ये आपको जरूर मालूम होगा और इससे जुड़ी इसके बारे में भी मालूम होगा इसलिए आपको यह जरूर पता होना चाहिए कि SEC का फुल फॉर्म क्या है (SEC Full Form) और इसका हिंदी मतलब क्या होता है.

निवेश करने से पहले उसमें जो होता है उसकी जानकारी को प्राप्त करना है एवं उसमें सिक्योरिटीज किस प्रकार की है वह भी जानना बेहद जरूरी है ताकि आप खुले मन से निवेश कर सके और इसमें सफलता हासिल कर सकें.

तो अगर आपको नहीं मालूम कि एस ई सी का हिंदी सिक्योरिटीज मतलब क्या में पूरा नाम क्या होता है एवं इसका अर्थ क्या है तो इस पोस्ट को अंत तक पड़े क्योंकि हम इससे जुड़ी जानकारी आपको देने जा रहे हैं.

SEC का फुल फॉर्म क्या है – What is the full form of SEC in Hindi?

SEC का फुल फॉर्म Securities and Exchange Commission है.

इसका हिंदी में पूरा नाम सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन है.

अमेरिकी U.S. Securities and Exchange Commission एक स्वतंत्र संघीय सरकार नियामक एजेंसी है.

जो निवेशकों की सुरक्षा, बाजारों के निष्पक्ष और सीक्वेंस कामकाज को बनाए रखने और पूंजी निर्माण की सुविधा के लिए जिम्मेदार है.

यह कांग्रेस द्वारा 1934 में बाजारों के पहले संघीय नियामक के रूप में बनाया गया था.

यह पब्लिक अपीयरेंस को बढ़ावा देता है. साथ ही इन्वेस्टर को बाजार में धोखाधड़ी और छेड़छाड़ की प्रथाओं से बचाता है.

संयुक्त राज्य अमेरिका में कॉर्पोरेट takeover actions की देख रेख भी करता है. यह अंडरराइटिंग फर्म्स के बीच बुकरनर्स के लिए रजिस्ट्रेशन स्टेटमेंट को भी मंजूरी देता है. ।1

निष्कर्ष

इस आर्टिकल से के माध्यम से हमने आपको बताया कि शेयर मार्केट में रिस्क एवं सिक्योरिटीज क्या है और यह किस प्रकार से लोगों के लिए जानना जरूरी है.

हमने यहां पर आपको बताया कि SEC का फुल फॉर्म क्या है (What is the fulll form of SEC in Hindi)? और इसका अर्थ क्या है.

अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

भारतीय रिज़र्व बैंक का "Operation Twist" क्या है और क्यों शुरू किया गया है?

वर्तमान में भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लगातार गिरावट आती जा रही है, ब्याज की दरें ज्यादा होने के कारण लोग बैंकों से ज्यादा उधार नहीं ले रहे हैं. ऐसे माहौल ने रिज़र्व बैंक ने तय किया है कि अब वह 'ऑपरेशन ट्विस्ट' के जरिये देश में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देगा.

Operation Twist

भारत के केन्द्रीय बैंक RBI ने 23 दिसम्बर,2019 को एक बड़ा कदम उठाते हुए ‘ऑपरेशन ट्विस्ट’ को शुरू किया है. यह ऑपरेशन देश की आर्थिक हालत को सुधारने की दिशा में उठाया गया है बड़ा मौद्रिक कदम है. इस ‘ऑपरेशन ट्विस्ट’ के बारे में जानने से पहले इसके इतिहास को जानना जरूरी है.

‘ऑपरेशन ट्विस्ट’ का इतिहास (History of Operation Twist)

रेटिंग: 4.26
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 876
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *