Trading के फायदें

अच्छा शेयर कैसे चुनें?

अच्छा शेयर कैसे चुनें?
किस कंपनी के शेयर खरीदें और निवेश के लिये शेयर कैसे चुनें

निवेश करना सीखें

अपनी मेहनत की कमाई को सही जगह निवेश करने के लिये सोच-समझकर योजना बनाने की आवश्‍यकता है। निवेश के संदर्भ में लिया गया गलत निर्णय आपकी पूंजी का सफाया कर सकता है। अत:, निवेशक को निवेश करने से पूर्व निवेश के विभिन्‍न विकल्‍पों का गहनता से विश्‍लेषण करना चाहिये। निवेश का एक लोकप्रिय विकल्‍प शेयर बाजार भी है। शेयर बाजार में लाभ कमाने की अपरिमित क्षमता है, इसलिये बहुत से लोग अपनी पूंजी का निवेश यहां करते हैं। इस आलेख में, हम शेयर बाजार में निवेश करने के विभिन्‍न पहलुओं पर गौर करेंगे।

जब आप कोई शेयर (स्‍टॉक) खरीदते हैं, तो आप कंपनी के एक अंश का स्‍वामित्‍व हासिल कर लेते हैं। इसके बदले में, कंपनी जब मुनाफा कमाती है तो लाभांश के रुप में आपको लाभ देती है। लाभांश की राशि इस बात पर निर्भर करती है कि आपके पास कितने शेयर हैं। इसके अतिरिक्‍त, दीर्घ अवधि में शेयर के मूल्‍य में होने वाली वृद्धि से आपकी पूंजी में भी अभिवृद्धि होगी। अतएव, शेयर खरीदने से लाभांश के रुप में नियमित आय प्राप्‍त होगी और दीर्घ अवधि में शेयर के मूल्‍य में होने वाली वृद्धि से संपत्ति में भी अभिवृद्धि होगी।

हालांकि, शेयर बाजार में निवेश करते हुये आपको शेयर का चयन करते हुये काफी सतर्क रहना अच्छा शेयर कैसे चुनें? होगा। अत:, शेयर बाजार में निवेश करने से पूर्व, आपको कुछ बातें सीखने और समझने की आवश्‍यकता है। ये बातें निम्‍न हैं;

शेयर बाजार में निवेश करने से पूर्व जानने योग्‍य बातें

किसी भी शेयर को आंखें मूंद कर न खरीदें

आंख मूंद कर खरीद गया शेयर आपके लिये भारी नुकसानदायक हो सकता है। हमेशा यह सलाह दी जाती है कि शेयर बाजार में निवेश करने से पूर्व शोध एवं विश्‍लेषण करना आवश्‍यक है। एक गलत निर्णय आपकी पूंजी का सफाया कर सकती है। अतएव, शेयर बाजार में निवेश करने से पूर्व आपको अपना वित्तिय लक्ष्‍य निर्धारित करना होगा और कुछ जानकारी प्राप्‍त करती होगी।

शेयर बाजार में पैसे पेड़ पर नहीं फलते

आम तौर पर निवेशक शेयर बाजार में यह सोच कर निवेश करते हैं कि वे असानी से लाभ कमायेंगे। वे शेयर बाजार में कुछ लोगों की कहानी-जिन्‍होंने शेयर बाजार से काफी संपत्ति अर्जित की है, सुनकर निवेश का निर्णय लेते हैं। लेकिन उन्‍हें यह बात भली-भांति समझ लेनी चाहिये कि शेयर बाजार में पैसे पेड़ पर नहीं फलते हैं। बाजार में संपत्ति अर्जित करने के लिये सही शेयर का चयन और दीर्घ अवधि तक निवेश का धैर्य होना आवश्‍यक है।

बुद्धिमानी से आवंटन करें

शेयर बाजार में निवेश करते समय आपको काफी सावधान रहने को आवश्‍यकता है। आपको अपने पैसे के उस भाग को निवेश करने से बचना चाहिये, जिसका नुकसान आप गवारा नहीं कर सकते हैं। निवेश के अन्‍य विकल्‍पों की ही तरह, शेयर बाजार में भी निवेश के साथ कुछ जोखिम अंतर्निहित है, और यदि आप में जोखिम सहने की क्षमता है तो आप दीर्घ अवधि में अच्‍छा प्रतिफल प्राप्‍त कर सकते हैं। संक्षेप में यह बात बेहतर तरीके से समझ लेनी चाहिये कि आकस्मिक निधि का निवेश शेयर बाजार में नहीं करना चाहिये।

ऋण लेकर निवेश करने से बचें

शेयर बाजार में ऋण लेकर निवेश नहीं करना चाहिये। ब्रोकर और बैंक आपको मार्जिन मनी लेकर सौदे करने की इजाजत देते हैं। जब बाजार में तेजी रहती है, तब तक तो ठीक है, मंदी की स्थिति में आपकी पूंजी का भी सफाया हो सकता है। अतएव आपको किसी भी प्रकार का ऋण लेकर निवेश नहीं करना चाहिये और सावधान रहना चाहिये।

दूसरों की नकल न करें और न दूसरों की सुनें

शेयर बाजार में निवेश का निर्णय इस बात से प्रभावित नहीं होना चाहिये कि दूसरे क्‍या कर रहे है अथवा कह रहे हैं। दूसरों की नकल करना उल्‍टा पड़ सकता है और नुकसान हो सकता है। शेयर बाजार में निवेश की सर्वश्रेष्‍ठ रणनीति यह है कि आप अपना शोध स्‍वयं करें और उस पर विश्‍वास करें। यदि आपने अभी-अभी निवेश करना प्रारंभ किया है तो आपको ऐसे व्‍यवसाय में निवेश करना चाहिये जो समझने और विश्‍लेषण करने में आसान हो।

बाजार के उतार – चढ़ाव का आकलन करने से बचें

बहुत से निवेशक बाजार के उतार – चढ़ाव का आकलन करने में अपना नुकसान कर बैठते हैं। बाजार बहुत से चरण से गुजरता है। यदि आप अच्‍छे शेयर में निवेशित रहेंगे तो आप किसी भी चरण में मुनाफा कमायेंगे। बाजार में होने वाली प्रत्‍येक गिरावट, अपने पोर्टफोलियो में अच्‍छे शेयर जोड़ने का अवसर प्रदान करती है। शेयर बाजार में निवेश करते समय सदैव अनुशासित दृष्टिकोण अपनाना चाहिये।

अधिक उम्‍मीद मत करें

शेयर बाजार में निवेश करने वाले, शेयर बाजार से अवास्‍तविक प्रतिफल की उम्‍मीद पाल बैठते हैं। ऐसी उम्‍मीदें तेजी के समय बंधती हैं जब बाजार में 100 प्रतिशत अथवा उससे भी अधिक का मुनाफा होता है। अधिक उम्‍मीद के साथ निवेश करने पर अधिमूल्‍यांकित शेयर के साथ खराब पोर्टफोलियो बनने का डर बना रहता है।

उपरोक्‍त तथ्‍यों से आरंभिक निवेशकों को शेयर बाजार में निवेश करने में मदद मिलेगी। आइये अब हम शेयर बाजार में निवेश की कुछ युक्तियां सीखते हैं।

यह भी पढ़ें: आपको निवेश क्‍यों करना चाहिये ?

शेयर बाजार में निवेश की कुछ युक्तियां

दीर्घ अवधि के लिये लक्ष्‍य निर्धारित करें

शेयर बाजारमें निवेश करने से पूर्व आपके वित्तिय लक्ष्‍य स्‍पष्‍ट होने चाहिये। शेयर बाजार में दीर्घ अवधि के लिये ही निवेश करके संपत्ति अर्जित की जा सकती है। आपको इस समझ के साथ निवेश करना होगा कि निवेश पर आपको कितना प्रतिफल चाहिये और आप दीर्घ अवधि के लिये कितनी पूंजी निवेशित करने के लिये तैयार हैं।

अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें

शेयर बाजार में निवेश करते वक्‍त, नये निवेशकों के लिये अपनी भावनाओं को नियंत्रित रख पाना बहुत मुश्किल होता है। जब शेयर बाजार में निवेश की बात आती है, यह सबसे बड़ी बाधा होती है। भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रख पाने की वजह से निर्णय में गलती हो जाती है और परिणामस्‍वरुप भारी नुकसान हो जाता है। शेयर बाजार में काफी उतार-चढ़ाव का माहौल होता है जिसकी वजह से आरंभिक निवेशकों में तनाव और असुरक्षा की भावना व्याप्‍त होती है। इस परिदृश्‍य में,आरंभिक निवेशकों को यह सलाह दी जाती है कि वे भावनाओं के भंवर जाल में न उलझें और जल्‍दबाजी में निर्णय लेने से बचें।

मूलभूत सिद्धान्‍तोंको समझ

आरंभिक निवेशकों को शयर बाजार में निवेश करने से पूर्व उन मूलभूत सिद्धान्‍तों को समझ लेना चाहिये जिनसे शेयर के मूल्‍य संचालित होते हैं। सबसे पहले, निवेशकों को यह समझ लेना चाहिये कि शेयर का मूल्‍यांकन कैसे होता है, और किस मूल्‍य पर शेयर खरीदना उचित है। दूसरी बात, दीर्घ अवधि का निवेश कंपनी और उस क्षेत्र के बुनियादी मजबूती पर निर्भर करता है। सही शेयर के चयन के लिये मूलभूत सिद्धान्‍तों की समझ काफी महत्‍वपूर्ण है। शेयर के चयन में होने वाली गलती की वजह से दीर्घ कालीन नुकसान हो सकता है। निवेशक सही शेयर के चयन की कला में माहिर होने के लिये शेयर का तकनिकि विश्‍लेषण भी सीख सकते हैं।

विविधता

यह हमेशा सलाह दी जाती है कि, विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो का गठन करना चाहिये। शेयर बाजार में निवेश करते समय, निवेशकों को विभिन्‍न क्षेत्रों के शेयर में निवेश करना चाहिये। जिस प्रकार आपको अपने सभी अंडे एक ही टोकरी में नहीं रखना चाहिये, उसी प्रकार आपको अपनी सारी पूंजी एक ही शेयर में निवेशित नहीं करना चाहिये।

किसी एक शेयर के मूल्‍य में होने वाली गिरावट से आपकी पूरी पुंजी का सफाया हो सकता है। अतएव, जब आप अपने पैसों का निवेश विभि‍न्‍न क्षेत्रों के बहुत से शेयरों में करते हैं तो, आप अपने जोखि‍म को कम करते हैं। य‍ह हो सकता है कि किसी एक क्षेत्र का प्रदर्शन बेहतर नहीं हो तो वहीं दूसरा क्षेत्र बेहतरीन प्रदर्शन करे। विविधतापूर्ण फोर्टफोलियो से कम जोखि‍म के साथ दीर्घ कालीन संपत्‍त‍ि के संग्रहण में सहायता मिलती है।

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किस कंपनी के शेयर खरीदें और निवेश के लिये शेयर कैसे चुनें जिनमें कम रिस्क हो और लाभ की संभावना अधिक हो। ऐसे शेयर चुनना वाकई कठिन हो सकता है जिनमें लाभ की संभावना आधिक हो और जोखिम बहुत ही कम हो। हम ऐसे तरीके सीख सकते हैं जिससे कि हमें अपने निवेश में मुंह की ना खानी पड़े और हमारा पैसा और निवेश बढ़ता ही रहे। सावधानी से चलेंगे तो यहां शेयर मार्केट में आप अच्छा पैसा बना सकते हैं बस आपको पता होना चाहिये कि निवेश के लिये शेयर कैसे चुनें और वह कौन सा तरीका है जिससे कम रिस्क में अधिक पैसा बनाया जा सके।

निवेश के लिये किस कंपनी के शेयर खरीदें

किस कंपनी के शेयर खरीदें और निवेश के लिये शेयर कैसे चुनें

किस कंपनी के शेयर खरीदें। How you can select Shares for investment for high returns and low risk.

किस कंपनी के शेयर खरीदें

हमने आपको पहले भी कई बार बताया है कि कभी भी टिप्स के आधार पर निवेश ना करें। दोस्तों, रिश्तेदारों के बताये टिप्स की अवहेलना करना ही बेहतर होता है। इसी प्रकार आपके ब्रोकर या अन्य कई वेब साइट आपको निवेश के टिप्स और मैसेज भेजते होंगे। सबसे अच्छा तो यह है कि आप स्वयं स्टडी करें और अपने निवेश को समझें। आपको बताते हैं कि फंडामेंटल यानी आधारभूत रूप में मजबूत शेयर कैसे चुन सकते हैं।

आधारभूत रूप में मजबूत किस कंपनी के शेयर खरीदें

जब आप यह सोच रहे हैं कि किस कंपनी के शेयर खरीदें तो आपको इसमें यह देखना होगा कि कंपनी लगातार अच्छे फायनेंशल नतीजे दे रही है कि नहीं। आप तीन से पांच साल तक के नतीजे देख सकते हैं। कंपनी यदि आधारभूत रूप में मजबूत नहीं है तो उसमें निवेश ना करें। इसके लिये आपको जांचना होगा। निवेश के लिये शेयर चुनते हुए निम्न मानकों को जरूर परखें।

EPS ईपीएस

कंपनी कि प्रति शेयर आय की जाँच करें। सालाना ही नहीं आप तिमाही नतीजों में भी देख सकते हैं कि कंपनी का ईपीएस लागातार बढ़ रहा है या नहीं। इसका सीधा अर्थ है कि कंपनी की कमाई बढ़ रही है तो शेयर भी बढ़ेगा ही।

PE Ratio पी/ई रेशो

शेयर की कीमत का प्रति शैयर आय के अनुपात को चेक करें। यदि कंपनी का पीई रेशो अपने उद्योग में दूसरी कंपनियों के मुकाबले कम है तो Sahre के बढ़ने की संभावना आधिक हो सकती है।

Book Value बुक वेल्यू

शेयर की बुक वेल्यू और प्राईज/बुक वेल्यू देखें। अपने उद्योग में दूसरी कंपनियों के मुकाबले कम है या नहीं। तेज़ी से विकास कर रही कंपनी के शेयर की यदि बुक वैल्यू अधिक है तो कंपनी बोनस भी दे सकती है।

Dividend लाभांश

कंपनी लगातार लाभांश यानि Dividend दे रही हो। लाभांश दर यदि प्रति वर्ष बढ़ रही है तो यह एक निवेश करने लायक कंपनी हो सकती है।

यदि यह सब सूचनायें अच्छीं हैं तो कंपनी की बैलेंस शीट भी पढ़ें।

आंकड़े अच्छी तरह समझने के लिये TTM वित्तीय आंकड़े भी देखें।

कंपनी क्या काम करती है

यह समझना बहुत जरूरी है कि जिस Share में आप Invest कर रहे हैं वह कंपनी क्या बनाती है या कौन सी सेवायें देती है। कई प्रॉडक्टस ऐसे होते हैं जो हमारे रोज मर्रा के काम में हम प्रयोग करते हैं, उनके बारे में हमें अच्छी समझ होती है। आप जिस कंपनी के शेयर को खरिदना चाहते हैं वह कंपनी क्या करती है इसकी अपको बहुत अच्छे से समझ होनी चाहिये। कई बार कंपनी के वास्तविक काम को समझने में गलतफहमी हो सकती है। याद रखिये मोबाइल निर्माता और मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियां अलग अलग होतीं हैं। उसी प्रकार मोबाइल सेवा प्रदाता और मोबाइल टॉवर मैनटेनेंस कंपनियां अलग अलग होतीं हैं। उसी प्रकार तेल प्रोसेस कंपनियां और तेल मार्केटिंग कंपनियां भी अलग अलग होतीं हें। इस यरह की गलतफहमी से बचने के लिए कंपनी के बिजनेस को समझना बहुत आवश्यक है।

जिस कंपनी के शेयर खरीद रहे हैं उसका भविष्य भी देखें

जो कंपनी भूत काल में अच्छी थी उस कंपनी का भविष्य कैसा होगा यह भी समझ लें। क्या कंपनी का उत्पाद लंबे समय तक प्रयोग होने वाला होगा। कंपनी कोई ऐसा उत्पाद तो नहीं बनाती जो कुछ सालों में प्रयोग होना ही बंद हो जाये। बदलती तकनीक के जमाने में यह जानना बहुत आवश्यक है। कभी किसी ने सोचा था कि टापराइटर म्यूजियम में रखने की चीज बन जायेंगे?

अपने उद्योग में लीडर

ऐसी कंपनी जिसको उसके कंपीटीटर हरा ना सकते हों। अपने आसपास देखिये, कई प्रॉडक्टस मिल जायेंगे जो घर घर में प्रयोग होते हैं। जैसे कि सर्फ, यहां तक कि वाशिंग पॉवडर की जगह सर्फ ही बोला जाता है। ऐसी कई कंपनियां मिल जायेंगी जिनका अपने उद्योग में बोलबाला है और कोई प्रतिद्वंद्वी उनके नजदीक नहीं पहुंच पाता है। अधिकतर ब्लूचिप शेयर और FMCG शेयर इसी श्रेणी में आते हैं।

कंपनी क्या अनोखा कर रही है

ऐसा काम जो कोई नहीं कर रहा उस उद्योग में। कोई सर्विस सैंटर का नेटवर्क या कोइ प्रॉडक्ट का कॉपीराइट जिसे कोई दूसरा बना नहीं सकता। जैसे मारुति उद्योग का सर्विस नेटवर्क देश भर में फैला है। ऐसी कंपनियां अच्छा शेयर कैसे चुनें? अपने उद्योग में लीडर बन जातीं हैं।

कंपनी पर कर्ज

कंपनियां अपने विस्तार के लिये कर्ज लेती ही हैं और क़र्ज़ लेने में कोई बुराई भी नहीं है। देखने वाली बात है कि कंपनी कितना ब्याज दे रही है वह उसके लाभ के मुकाबले कितना है। आधिक कर्ज वाली कंपनियों से बच कर रहना ही श्रेयकर है।

मेनजमेंट

एक अच्छी मेनजमेंट टीम ही एक अच्छी कंपनी और नतीजे दे सकती है। अच्छी टीम अचानक आने वाले संकटों से भी बचाती है और कंपनी को नई उंचाइयों पर ले जाने में सक्षम होती है। इसके लिए आप उस कंपनी की ग्रुप कंपनियाँ भी देख सकते हैं। जैसे आमतौर पर टाटा ग्रुप की सभी कंपनियाँ अच्छे नतीजे देतीं हैं।

कंपनी का बोनस और डिविडेंड का रिकार्ड भी देखें। यदि मेनजमेंट की नीति लगातार Bonus Share देने की रही है तो यह ना सिर्फ मेनजमेंट के आत्मविश्वास का परिचायक है बल्कि यह कंपनी के भविष्य में भी ऐसा ही करने की संभावनाओं का प्रतीक भी हो सकता है।

किस कंपनी के शेयर खरीदें कैसे निर्धारित करें

किस कंपनी के शेयर खरीदें और निवेश के लिये शेयर कैसे चुनें यह पूरी गारंटी के साथ ऐसे लेख में तो बता पाना मुश्किल है पर यदि आप इन सब बातों का ख्याल रखेंगे जो हमने इस लेख में बताईं हैं तो आपके लाभ की संभावना अवश्य बढ़ जायेगी।

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

जो लोग शेयर बाजार में एक ही दिन में पैसा लगाकर मुनाफा कमाना चाहते हैं उनके लिए इंट्रा डे ट्रेडिंग बेहतर विकल्प है. इसमें पैसा लगाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

Soma Roy | Edited By: मनीष रंजन

Updated on: May 14, 2021 | 10:32 PM

लोग अक्सर कहते हैं कि शेयर बाजार से मोटा कमाया जा सकता है लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है. हालांकि अगर आप बेहतर रणनीति बनाकर लॉन्ग टर्म में सोच कर निवेश करेंगे तो यहां से कमाई की जा सकती है. वहीं इक्विटी मार्केट में इंट्रा डे के जरिए कुछ घंटों में ही अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. इंट्रा डे में डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले पैसा जल्दी बनाया जा सकता है लेकिन इसके जोखि से बचने के लिए आपको बेहतर रणनीति, कंपनी के फाइनेंशियल और एक्सपर्ट की सलाह जैसी चीजों का ध्यान रखना होता है.

क्या है इंड्रा डे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में कुछ घंटो के लिए या एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्रा डे कहा जाता है. मान लिजिए बाजार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक मुनाफा मिल रहा है तो आप उसी समय उस शेयर को बेचकर निकल सकते है. इंट्रा डे में अगर आप शेयर उसी ट्रेंडिग सेशन में नही भी बेचेंगे तो वो अपने आप भी सेल ऑफ हो जाता है. इसका मतलब आपको मुनाफा हो या घाटा हिसाब उसी दिन हो जाता है. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जबतक चाहे होल्ड करके रख सकते हैं. इंट्रा डे में एक बात यह भी है कि आपको ब्रोकरेज ज्यादा देनी पड़ती है. हां लेकिन इस ट्रेडिंग की खास बात यह है कि आप जब चाहे मुनाफा कमा कर निकल सकते है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार में इंट्रा डे में निवेश करें या डिलिवरी ट्रेडिंग करें आपको पहले इसके लिए अपने आप को तैयार करना होता कि आप किसलिए निवेश करना चाहते हैं और आपका लक्ष्य क्या है. फिर इसके बाद आप इसी हिसाब से अपनी रणनीति और एक्सपर्ट के जरिए बाजार से कमाई कर सकते हैं. एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट शमित चौहान के मुताबिक इंट्रा डे में रिस्क को देखते हुए आपकी रणनीति बेहतर होनी चाहिए. इसके लिए आपको 5 अहम बाते ध्यान मं रखनी चाहिए.

1. इंट्रा डे ट्रेडिंग में सिर्फ लिक्विड स्टॉक में पैसा लगाना चाहिए. जबकि वोलेटाइल स्टॉक से दूरी बनानी चाहिए.

2. इंट्रा डे में बहुत ज्यादा स्टॉक की जगह अच्छे 2-3 शेयर्स का चुनाव करना चाहिए.

3. शेयर चुनते वक्त बाजार का ट्रेंड देखना चाहिए. इसके बाद कंपनी की पोर्टफोलियो चेक करें. आप चाहे तो शेयर को लेकर एक्सपर्ट की राय भी ले सकते हैं.

4. इंट्रा डे ट्रेडिंग में स्टॉक में उछाल और गिरावट तेजी से आते है, इसलिए ज्यादा लालच नहीं करना चाहिए और पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस जरूर तय कर लेना चाहिए. जिससे टारगेट पूरा होते देख स्टॉक को सही समय पर बेचा जा सके.

5.इंट्रा डे में अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों की खरीददारी करना बेहतर होता है.

डीमैट अकाउंट से कर सकते हैं ट्रेडिंग

अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.

डिस्क्लेमर : आर्टिकल में इंड्रा डे ट्रेडिंग को लेकर ​बताए गए टिप्स मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं. निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें? | How to Select Stocks for Swing Trading in Hindi?

How to Select Stocks for Swing Trading in Hindi

शेयर मार्केट में ट्रैडिंग के कई विकल्प है, जिन्हे निवेशकर्ता अपनी आवश्यकतानुसार चुन सकता है। जैसे दीर्घकालिक, मध्यकालिक या फिर एक दिन में सम्पन्न होने वाले लेन देन या इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)। दीर्घकालिक के लिए किए गए निवेशों में लाभ का प्रतिशत तो अधिक होता है परन्तु काफी लम्बे समय का इंतज़ार भी करना पड़ता है, कई बार ये अवधि 5 वर्ष या उससे भी अधिक की हो सकती है| इन निवेशों में जोखिम (Risk) तो काफी कम होता हैं लेकिन निवेश के लिए ज्यादा पूंजी (Corpus) की आवश्यकता होती है। अगर बात करे इंट्राडे ट्रेडिंग कि तो उसमे बाजार के बंद होने से पहले ही खरीद-बेच का सौदा कर दिया जाता है, इसमे जोखिम ज्यादा होता है पर ट्रैडिंग के लिए कम पूंजी कि जरूरत होती है। अब चाहे लंबे समय के लिए होने वाले ट्रैडिंग कि बात करे या एक दिन में पूरी होने वाली इंट्राडे ट्रेडिंग की सभी के अपने नफा नुकसान है। इन सबसे थोड़ा सा अलग एक अन्य ट्रैडिंग विकल्प भी है जिसे स्विंग ट्रैडिंग (Swing Trading) कहा जाता है।

स्विंग ट्रैडिंग क्या है? | What is Swing Trading?

स्विंग ट्रैडिंग का उद्देश स्टॉक के मूल्य में गिरावट या बढ़ोतरी को देखकर अपनी पोजिसन को होल्ड करने से है, ये अवधि 24 घंटे से लेकर कुछ हफ्तों तक हो सकती है ।

जहां लंबी अवधि के निवेशों में लाभ अर्जित करने के लिए लंबे समय का इंतजार करना पड़ता है, स्विंग ट्रेडिंग के जरिए निवेशक छोटे-छोटे लाभों को अर्जित कर कम समयावधि में अच्छा लाभ अर्जित किया जा सकता है ।

बाजार और शेयर के सही अनुमान लगाने के लिए ट्रैडर कई टेक्निकल सूचक (Indicator) का प्रयोग भी करते है जो शेयर के सही स्थिति के अनुमान लगाने में सहायक होते है।

स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? | How to Do Swing Trading?

ट्रैडिंग अकाउंट खोले: स्विंग ट्रेडिंग के लिए आपको सर्वप्रथम एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की जरूरत होगी| आजकल कई ट्रेडिंग कंपनियां डेमो अकाउंट भी देती हैं जिनकी मदद से आप ट्रेडिंग को आसानी से समझ पाते हैं और लाइव ट्रैडिंग से पहले अभ्यास कर सकते है ।

बाजार का आंकलन करे: ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के पश्चात आपको बाजार विश्लेषण की जरूरत पड़ेगी, इस पर मदद के लिए कई वित्तीय टूल उपलब्ध हैं जो उचित मार्गदर्शन कर सकते हैं।

स्विंग ट्रैडिंग के लिए शेयर चुने: जब आप बाजार को अच्छे से समझ लिए हैं और अपनी जरूरत के अनुसार जोखिम के लिए तैयार हैं, अब जरूरत है आपको ऐसे स्टॉक या एजेंट की जो आपकी जरूरत के अनुसार फिट बैठता हो।

जोखिम प्रबंधन करे: ट्रेडिंग में यह आवश्यक नहीं है कि आपके द्वारा लिए गए निर्णय हमेशा सही हो और आपको हमेशा लाभ ही प्राप्त हो, कई बार सही बाजार आंकलन और रणनीति के बाद भी अप्रत्याशित हानि उठानी पड़ती है| आपको अपनी वित्तीय जोखिम के अनुसार लाभ या हानि हर तरह के जोखिम के लिए तैयार रहना चाहिए।

अपनी ऐसेट को मॉनिटर करे: अपनी ऐसेट को मॉनिटर करते रहें, देखें कि क्या वह आपकी आशा के अनुरूप प्रदर्शन कर पा रहा है या नही। सही समय पर बाहर निकलना बेहतर विकल्प हो सकता है, लाभ के साथ यहाँ कभी-कभी हानि के साथ भी हमें बाहर निकलना पड़ता है।

How to Select Stock for Swing Trading? | स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें?

बाजार की दिशा: ट्रैड करते समय कुछ ट्रेडर्स मार्केट की स्थिति के अनुसार भी स्टॉक को चुनते हैं इसके लिए कंपनी के स्तिथि, उससे संबधित खबरों पर नजर रखनी चाहिए| कोशिश करे कि बेहतर प्रदर्शन कर रहे स्टॉक को ही चुना जाएI

तरलता या लिक्विडिटी: तरलता स्विंग ट्रेडर्स के लिए एक अच्छा पैमाना हो सकती हैं, अच्छी लिक्विडिटी का अर्थ है ऐसे स्टॉक जोकि ट्रेड मार्केट में बहुत बड़ी मात्रा में खरीदे या बेचे जाते हैं, ये प्रदर्शित करते है कि स्टॉक कि मांग अच्छा शेयर कैसे चुनें? बाजार में अच्छी है, अच्छे तरलता वाले स्टॉक अपेक्षाकृत कम जोखिम के साथ आते हैI

अन्य स्टॉक के साथ तुलना: इसमें स्टॉक की तुलना उसी सेक्टर से संबंधित अन्य स्टॉक के प्रदर्शन के साथ की जाती है ताकि अधिकतम प्रभावशाली या बेहतर प्रदर्शन वाले स्टॉक को चुना जा सके।

स्टॉक का ट्रैडिंग पैटर्न: स्टॉक के पुराने ट्रेडिंग पैटर्न को देखकर ही भविष्य के लिए उस स्टॉक के लिए अनुमान लगाए जाते है, अतः जो स्टॉक एक निश्चित उतार-चढ़ाव को दोहराते हो वो अच्छे विक्लप हो सकते है।

कम बदलाव वाले स्टॉक: ट्रेडर्स ज्यादा जंपी स्टॉक को लेना पसंद नहीं करते हैं, वह उन्हीं स्टॉक में निवेश करते हैं जो कि तुलनात्मक रूप से कम उछाल या गिरावट दिखाते हो ताकि उनके पैटर्न को अच्छे से समझा जा सकेI

Swing Traders | स्विंग ट्रेडर्स

स्विंग ट्रेडिंग, ट्रेडिंग की एक तरीका है, जिसमे स्टॉक को कुछ समयावधि तक अपने पास रखा जाता है और एक निश्चित लाभ को प्राप्त के उदेश्य से सही समय पर बेच दिया जाता है, ये समयावधि 24 घंटे से लेकर कुछ हफ्तों तक हो सकती है।

स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी निवेश शैली है जिसमें स्टॉक को खरीद कर होल्ड कर दिया जाता है, ताकि सही समय देखकर उससे लाभ अर्जित किया जा सके| ये लाभ काफी कम हो सकता है पर संयुक्त रूप से देखने पर ये अच्छी राशि दे सकता है|

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