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स्मार्ट निवेश

स्मार्ट निवेश
2. लक्ष्य को लेकर समझ साफ हो
कहा जाता है कि दूसरे को देखकर पैसे बचाना सीखें. लेकिन निवेश हमेशा अपने बजट के मुताबिक करना चाहिए. किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए उससे जुड़े तमाम पहलुओं को लेकर समझ साफ होना चाहिए. उदाहरण के तौर पर आप कहां निवेश कर रहे हैं? कितने साल के लिए कर रहे हैं? और जो रिटर्न मिल रहा है वो लक्ष्य हासिल होगा या नहीं. साल-दर-साल आमदनी में बढ़ोतरी होगी फिर उसको कहां निवेश करें.

क्या है SIP के जरिए Mutual Fund में निवेश का सही तरीका? कैसे बनें स्मार्ट इन्वेस्टर

Mutual Fund स्मार्ट निवेश में SIP या दूसरे तरीकों से निवेश का मतलब यही है कि बुरे वक्त में निवेश जारी रखा जा सके। स्मार्ट इन्वेस्टर इस बात का अनुमान नहीं लगाते कि मार्केट किस दिशा में जा रहे हैं। वो निवेश का सही जरिया तलाश लेते हैं।

धीरेंद्र कुमार, नई दिल्ली। कंपनी की बुनियादी बातों पर ध्यान देने वाले उनके लाभ, वृद्धि, मूल्यांकन जैसी बातों को अच्छी तरह से जानते हैं। यह सब जानना-समझना ही कई साल के निवेश में सही नतीजे देता है। यह बातें किसी एक दिन का नंबर तय नहीं करतीं। स्क्रीन पर नजर आने वाले नंबर मौजूदा दामों पर होने वाली सप्लाई और डिमांड के आधार पर तय होते हैं।

डिमांड ज्यादा होने पर दाम तब तक ऊपर जाते हैं जब तक दोनों एक ही स्तर पर नहीं आ जाते। यही माइक्रो-इकोनमिक्स की सबसे बुनियादी बात है। शेयर मार्केट एक शानदार प्रयोगशाला है जिसमें इसी का अध्ययन होता है।

शेयर मार्केट में बदलाव अचानक क्यों होते हैं

असल अर्थव्यवस्था में सप्लाई-डिमांड और धन की सप्लाई में मायने रखने वाला बदलाव कई महीनों या वर्षों में आता है। शेयर मार्केट में यह कुछ ही दिनों, घंटों या मिनटों और सेकेंडों में हो जाता है। बुनियादी कारकों के आधार पर चलने वाले निवेशक जिन बातों पर भरोसा करते हैं वो केंद्र में बनी रहती हैं, मगर शार्ट-टर्म के बदलावों का चक्र अलग होता है।

आखिर इन शार्ट-टर्म बदलावों को क्या ड्राइव करता है? कभी आप टीवी पर कोई बिजनेस चैनल खोलें या किसी न्यूज वेबसाइट को देखें तो पाएंगे कि हाल ही के किसी आकंड़े या घटना का कारण बताया जाएगा। इसमें, तेल के दाम, ब्याज दर, राजनीतिक घटनाएं या कुछ भी हो सकता है।

बाजार कैसे अपनी दिशा बदलता है

असल में ज्यादातर को इन बदलावों के कारण और तर्क पता नहीं होते। सच तो ये है कि इनका पता नहीं लगाया जा सकता। जो कारण आपको मीडिया और सोशल मीडिया से पता चलते हैं, वो घटना के बाद की ईजाद होते हैं। जो स्टाक में निवेश करते हैं उनके पास दूसरी कई तरह की जानकारियों पर आधारित विश्लेषण होते हैं, जो इससे भी विस्तृत होते हैं। आप कैसे अनुमान लगाएंगे कि मार्केट ऊंचाई पर हैं या नीचे।

अनुमान पर आधारित आंकड़े या मान्यताओं पर बने नियमों को यह कह कर प्रमोट किया जाता है कि मार्केट इतना ऊंचा है कि वो अब जल्द ही गिरने वाला है या फिर इतने नीचे है कि अब बढ़ना शुरू हो जाएगा। मिसाल के तौर पर- रिकार्ड हाई वैल्युएशन, इक्विटी में बड़ी संख्या में नए निवेशकों का आना, इक्विटी मार्केट में वाल्यूम का ज्यादा होना और इसी तरह की दूसरी स्थितियां मार्केट के शीर्ष पर होने के संकेत माने जाते हैं। मार्केट का नीचे होना इन सब बातों का उलटा होना होता है। आपको क्या लगता है कि ये संकेत काम आते हैं। काम आने से मतलब है कि इन संकेतों से आप जान सकें कि मार्केट अपनी दिशा बदलेगा।

एसआईपी से मार्केट क्रैश की चिंता नहीं

सच तो ये है कि आप ऐसा नहीं कर सकते। जैसे टीवी एंकर हर रोज के बदलावों के कारण बताते हैं, वैसे ही ये भी बाद में दिए गए स्पष्टीकरण हैं। हालांकि अपवाद हमेशा ही होते हैं। सही होगा, अगर आप मार्केट की चाल को लेकर अपने (या दूसरों के) विश्वास के आधार पर कभी निवेश न करें।

निवेशकों को अपना निवेश, भविष्य के अनुमान पर न करके इन्वेस्टमेंट की क्वालिटी पर, और उस दाम पर स्मार्ट निवेश करना चाहिए, जो सही आंतरिक कारकों पर आधारित हो। म्यूचुअल फंड इन्वेस्टर्स के लिए समस्या से निबटना और भी आसान है। उन्हें दो या तीन इक्विटी फंड चुनने चाहिए, जिनका लंबे अर्से का अच्छा रिकार्ड हो। उन्हें अपना निवेश एसआइपी के जरिये किस्तों में करना चाहिए और मार्केट क्रैश की चिंता नहीं करनी चाहिए।

(लेखक वैल्यू रिसर्च आनलाइन डाट काम के सीईओ हैं। ये उनके निजी विचार हैं।)

कैसे बनें स्मार्ट निवेशक? राह आसान है, केवल अपनाएं ये 5 फॉर्मूले

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हर इंसान का एक लक्ष्य होता है और उसी को ध्यान में रखकर आगे बढ़ता है. लेकिन लक्ष्य का चुनाव करना थोड़ा मुश्किल काम है. निजी जिंदगी हो या फिर निवेश का रास्ता, सही लक्ष्य से ही मंजिल मिलती है. अगर आप निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो फिर ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. खासकर नए निवेशक इन पांच बिंदुओं को ध्यान में रखकर अगर निवेश का पहला कदम उठाएंगे तो राह आसान हो जाएगी.

निवेश का लक्ष्य तय हो

1. निवेश का लक्ष्य तय हो
नए निवेशक को सबसे पहले आमदनी और खर्च के बीच के संतुलन को समझना होगा. महीने में कितनी कमाई है, उसका सही से ब्योरा होना चाहिए. उसके बाद फिर खर्च को उसमें अलग करने की जरूरत होगी. आमदनी से खर्च को हटाने के बाद बाकी रकम का एक संतुलित हिस्सा निवेश के लिए रखना चाहिए. ऐसा नहीं कि एक महीने में बहुत बड़ी राशि निवेश कर दें, और फिर दूसरे महीने निवेश के लिए सोचने पड़े. इसलिए निवेश का लक्ष्य तय होना सबसे जरूरी है, यानी आपका गोल क्या है?

स्मार्ट निवेश युक्तियाँ: शुरुआती लोगों के लिए निवेश करना आसान हो गया

आजकल जैसे-जैसे पैसे की क़ीमत बढ़ती जा रही है लोग स्मार्ट इन्वेस्टमेंट टिप्स के गुप्त मंत्र ढूंढते नज़र आ रहे हैं। क्या आप उनमें से एक हैं? लेकिन असल में,निवेश चालाकी से कोई रॉकेट साइंस नहीं है और न ही इसके लिए कोई गुप्त मंत्र हैं। आपको बस खुद से कुछ सवाल पूछने की जरूरत है। क्या हैपैसे निवेश करने के सर्वोत्तम तरीके? पैसा कहां निवेश करें? आप पैसा क्यों निवेश करना चाहते हैं? क्योंकि आपको वित्तीय सुरक्षा की आवश्यकता है? और उस वित्तीय सुरक्षा को प्राप्त करने का सबसे उपयुक्त तरीका क्या है? यह करने के लिए हैपैसे स्मार्ट निवेश बचाएं और लंबी अवधि के लिए एक स्मार्ट निवेश करें ताकि भविष्य में आपके पास वित्तीय स्थिरता हो। तो, पैसे का निवेश कैसे शुरू करें?

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स्मार्ट इन्वेस्टमेंट टिप्स: जानिए पैसे का निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका

निवेश और स्मार्ट निवेश के बीच बहुत पतली रेखा है। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आप इसे सही चुनकर सही करते हैंनिवेश योजना. नीचे कुछ स्मार्ट निवेश युक्तियाँ दी गई हैं या साझा करेंमंडी बताए गए टिप्स जो आपको अपने लिए एक बेहतर निवेश विकल्प चुनने में मदद करेंगे।

निवेश शुरू करने से पहले पालन करने वाली पहली स्मार्ट निवेश युक्तियों में से एक है अपने निवेश को समझना। हमें उन उपकरणों में निवेश नहीं करना चाहिए जिन्हें हम नहीं जानते हैं। ऐसा ही होगाम्यूचुअल फंड्स,सोने के बंधन, स्टॉक या सावधि जमा, उन्हें अंदर से समझें और फिर निवेश करें। बता दें, अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपको पता होना चाहिए कि म्यूच्यूअल फण्ड क्या है,नहीं हैं, फंड का प्रदर्शन, प्रवेश और निकास भार, वे कैसे संबंधित हैं, म्युचुअल फंड रिटर्न कराधान से कैसे प्रभावित होते हैं और आपको क्यों करना चाहिएम्युचुअल फंड में निवेश.

शांत रहें और धन निवेश विकल्पों को जानें

एक बार निवेश करने के बाद, धैर्यपूर्वक अपने धन के बढ़ने की प्रतीक्षा करें। किसी भी निवेश के लिए, स्वस्थ उत्पादन करने में कुछ समय लगता है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि अधिकांश स्मार्ट निवेश वाहन लंबी अवधि के लिए निवेश करने पर पर्याप्त रिटर्न देते हैं। इसलिए, बाजारों के बढ़ने का इंतजार करें और देखें कि आपका पैसा कैसे बढ़ता है।

स्मार्ट निवेश करने से पहले एक और महत्वपूर्ण बात पर विचार करना शामिल हैटैक्स सेविंग निवेश आपके पोर्टफोलियो में विकल्प। आप टैक्स ब्रैकेट के अंतर्गत आते हैं या नहीं, इसे शामिल करने की सलाह दी जाती हैकर बचाने वाला आपकी शुरुआती कमाई के दिनों से। कुछ कर बचत निवेशों में शामिल हैं-

ए। राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस)

एनपीएस सभी के लिए खुला है, लेकिन सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य है। एकइन्वेस्टर एनपीएस योजना में न्यूनतम INR 500 प्रति माह या INR 6000 वार्षिक जमा कर सकते हैं। के लिए यह एक अच्छी योजना हैसेवानिवृत्ति योजना साथ ही क्योंकि निकासी के समय कोई प्रत्यक्ष कर छूट नहीं है क्योंकि कर अधिनियम, 1961 के अनुसार राशि कर-मुक्त है।

बदलते समय में बदल गया निवेश का तरीका, एक्सपर्ट्स से जानें अनिश्चित समय की तैयारी करते हैं स्मार्ट निवेशक

Invest in market: कोरोना महामारी के बाद निवेशकों के निवेश करने के तरीके में बहुत स्मार्ट निवेश बदलाव आया है. आइए जानते हैं कि कैसे आप अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग को बढ़ा सकते हैं.

Invest in market: कोरोना महामारी आने के बाद पिछले तीन साल में जैसे बाजार का माहौल, अर्थव्यस्था और हमारे आस-पास की पूरी दुनिया बदली है, स्मार्ट निवेश उसने हम सबको बहुत कुछ सिखाया है. इतना कुछ हमने शायद पिछले एक दशक में नहीं सीखा था. कोरोना महामारी के बाद से बाजार में निवेश करने वाले इन्वेस्टर्स को बहुत कुछ सीखने को मिला है. Covid 19 के समय जिस तरह से बाकी सभी गतिविधियां थम सी गई थीं, निवेशकों ने बाजार में निवेश करने और टीके रहने के कई सारे नए गुर सीख लिए हैं. इसे ऐसे भी देख सकते हैं कि 2020 के मुकाबले 2022 में मार्केट में रिकॉर्ड इन्वेस्टमेंट हो रही है. लोग SIP की तरफ भी काफी आकर्षित हो रहे हैं. फुल सर्किल फाइनेंशियल प्लानर के फाउंडर कल्पेश आशर और क्रिडेन्स वेल्थ एडवायजर्स के सीईओ कीर्तन शाह से जानते हैं कि कैसे अब आगे आप अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग को बढ़ा सकते हैं.

ग्लोबल बाजार में निवेश

  • अमेरिका में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर
  • महंगाई से बचने के लिए,ब्याज दरों में बढ़ोतरी जारी
  • रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध चिंता का कारण
  • अमेरिका, यूरोप, यूके में मंदी की आशंका

घरेलू बाजार, मौके अपार

  • भारत तेजी से बढ़ती पांचवी अर्थव्यवस्था
  • भारत महंगाई को काबू में करने की बेहतर स्थिति में
  • भारतीय बाजारों पर FIIs का भरोसा लौटा
  • दुनिया की चीन पर घटती आत्मनिर्भरता

विदेश निवेश-अभी सही?

  • विदेशी निवेश डायवर्सिफिकेशन के लिए सही
  • पोर्टफोलियो में 10-15% ही एक्सपोजर रखें
  • निवेशक जोखिम क्षमता अनुसार निवेश करें
  • लंबी अवधि के निवेश के लिए फायदेमंद
  • कम से कम 5 साल का नजरिया रखें

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स्टेप-अप SIP

  • आय के साथ SIP रकम बढ़ाने का विकल्प
  • सालाना 10-20% स्टेप-अप SIP कर सकते हैं
  • म्यूचुअल फंड में स्टेप-अप SIP का विकल्प
  • नई SIP की जगह,मौजूदा SIP को स्टेप-अप विकल्प
  • घर,बच्चे की शिक्षा,रिटायरमेंट जैसे लक्ष्यों के लिए कारगर

₹20 हजार की SIP

इन्वेस्टर्स को 20 स्मार्ट निवेश हजार रुपये की SIP पर 20 साल की अवधि के 11 फीसदी की रिटर्न के साथ कुल 1.73 करोड़ का कॉर्पस मिलता है. जबकि स्टेप-अप @10% के साथ आपको 20 हजार रुपये की SIP पर 20 साल बाद 3.72 करोड़ रुपये मिलते हैं.

थर्ड पार्टी प्लेटफार्म का उपयोग

एक बेहद स्मार्ट निवेशक बनने की दिशा में तीसरा कदम विभिन्न थर्ड पार्टी प्लेटफॉर्म्‍स का उपयोग करना है। यह विविध पोर्टफोलियो बनाने और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निवेश करने के लिए डिजिटल ब्रोकर्स के ब्रोकिंग ऐप के साथ एकीकृत होंगे। आधुनिक निवेश उत्पाद आपको कम लागत वाला, लंबी अवधि का पोर्टफोलियो बनाने में सक्षम बनाते हैं। यह इक्विटी में निवेश करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है।

लगातार अलर्ट रहें

स्टॉक ब्रोकिंग ऐप्स उपयोग करने का एक और फ़ायदा है बाजार पर लगातार अलर्ट रहना। रोजमर्रा के कामों के साथ बाजार पर नज़र रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन ऐप द्वारा दिए गए इंपोर्टेटेंट डेवलपमेंट के अलर्ट आपको बेहतर निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं। यदि विवेकपूर्ण तरीके से इसका उपयोग किया जाता है, तो अलर्ट आपको अपडेट रखते हुए लाभ अर्जित करने में आपकी सहायता कर सकते हैं।

निवेश शिक्षा मंच

डिजिटल ब्रोकर्स (Digital Brokers) निवेश शिक्षा मंच भी प्रदान करते हैं। ये वित्तीय बाजारों के लिए एक व्यापक गाइड की तरह हैं। बिगिनर्स से लेकर निवेशकों तक, कोई भी इन प्लेटफॉर्म्‍स से जुड़ सकता है और पूंजी बाजार के माध्यम से अपना रास्ता सीख सकता है। बाजार के कामकाज से लेकर कारोबार की बुनियादी बातों और व्यापारिक रणनीतियों तक सब कुछ सीख सकते हैं।

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