ओलंपिक व्यापार शुल्क

Olymp Trade पर Forex में ट्रेड कैसे करें स्टेप-वार गाइड (2022 में अपडेट किया गया)
Olymp Trade पर Forex ट्रेडिंग करना आजकल के जमाने में ऑनलाइन पैसा कमाने का लोकप्रिय जरिया बन गया है| आप घर पर रहते हैं और ग्राफ में उतार -चढ़ाव देखते रहते हैं और फिर जितनी जल्दी हो सके अपना मुनाफा निकाल सकते हैं| इस लेख में आपको संक्षेप में बताया जाएगा कि Olymp Trade पर Forex में ट्रेड कैसे करते हैं|
Forex क्या है?
Forex विदेशी – विनिमय पर आधारित दुनिया का सबसे बड़ा ट्रेडिंग बाज़ार है जिसका रोज़ का ट्रेडिंग वॉल्यूम खरबों डॉलर का है|
ठीक-ठीक कहें तो, Forex, Foreign Exchange का संक्षिप्त रूप है: foreign exchange or foreign exchange. FX या spot FX के रूप में भी लिखा जाता है… आप करेंसी खरीदने और बेचने से मुनाफा कमाते हैं क्योंकि उनकी कीमतें हमेशा ओलंपिक व्यापार शुल्क बदलती रहती हैं|
इसका दायरा लगभग 4500 करेंसी ट्रेडिंग संगठनों, अंतर्राष्ट्रीय बैंकों, केंद्र सरकार के बैंकों और वाणिज्यिक कंपनियों तक विस्तृत है| दुनिया के बड़े खिलाड़ी इसमें पैसा लगते हैं| ब्लड इन्वेस्टर, बैंक, हेज फंड और वित्तीय संस्थान इसमें हिस्सा लेने के लिए पूँजी इकठ्ठा करते हैं|
तो, आपके जैसे व्यक्तिगत निवेशक का इस बारे में क्या विचार है? आमतौर पर, इसमें हिस्सा लेने के लिए आपको किसी वित्तीय संस्थान में पूँजी निवेश करना पड़ता है| लेकिन अब, Olymp Trade की मदद से आप Forex बाजारों से सीधे पैसा कमा सकते हैं|
Olymp Trade पर Forex ट्रेड लगाने के लिए गाइड
Forex trading उतनी ही आसान है जितनी कि Fixed Time Trade, तो इनमें केवल दो अंतर हैं| हालाँकि, यह प्लेटफार्म उपयोग में आसान है, लेकिन फिर भी आपको दिशा-निर्देश की जरुरत होगी ताकि कहीं आप कुछ गलत न कर दें|
स्टेप 1: Forex ट्रेडिंग आर्डर लगाने के लिए धनराशि का चयन करें
सही धनराशि का चयन करें जितना कि आप आज हार जाने के लिए तैयार हों|
स्टेप 2: ट्रांजैक्शन शुल्क जांच लें
आपको आर्डर कब लगाना है यह तय करने से ट्रांजैक्शन शुल्क चेक कर लेना महत्वपूर्ण है| आपको ऐसा समय चुनना चाहिए जब शुल्क सबसे कम हो| समय के अनुसार ट्रांजैक्शन शुल्क में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं|
स्टेप 3: मुनाफा निकालने का (प्रॉफिट-टेकिंग) लेवल तय करें ताकि अधिकतम सीमा पर पहुँच जाने पर ऑटोमैटिक रूप से एसेट बेच दी जाए
टेक-प्रॉफिट (मुनाफा निकालना) एक ऐसा प्रॉफिट-टेकिंग पॉइंट है कि जिस बिन्दु पर करेंसी की कीमत अधिकतम सीमा (threshold) पहुँचने पर, आपको उस समय के अनुरूप कीमत मिल जाती है| आपकी करेंसी एक्सचेंज पर सही समय पर ऑटोमैटिक रूप से बेच दी जाती है ताकि आपको मदद मिल सके|
स्टेप 4: ट्रेड पर जोखिम सीमित रखने के लिए stop loss तय करें
अपने जोखिम को कम करने के लिए स्वीकार करने योग्य घाटे के लिए एक धनराशि तय कर लेनी चाहिए, यह घाटा कमीशन की राशि से ज्यादा होना चाहिए|
स्टेप 5: ग्राफ के ट्रेंड का अनुसरण करें और विश्लेषण के लिए Olymp Trade टूल्स का प्रयोग करें
BUY आर्डर लगाना है या SELL आर्डर, यह तय करने के लिए आपको चार्ट के ट्रेंड को देखते रहना चाहिए और सबंधित टूल्स का प्रयोग करना चाहिए| BUY ऑर्डर में, कीमत बढ़ने पर आपका मुनाफा बढ़ जाता है| इसके विपरीत, SELL आर्डर मुनाफा तब ही बढेगा जब कि करेंसी की कीमत नीचे आ जाए|
जब आप यह निर्णय ले लें कि आर्डर कब लगाना है, तो Buy बटन या Sell बटन पर क्लिक ओलंपिक व्यापार शुल्क करें|
स्टेप 6: ट्रांजैक्शन बंद करें और बिक्री के समय को ट्रैक करें
आर्डर कब देना है, यह विश्लेषण करने और निर्णय लेने के बाद, कमांड का इंटरफेस कुछ कुछ ऐसा दिखेगा:
Tokyo Olympics : ओलंपिक से पहले जापान यूं कम कर रहा प्लास्टिक बैग
ओलंपिक से पहले जापान ने प्लास्टिक का कचरा खत्म करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। वित्त मंत्रालय ने अन्य संगठनों के साथ मिलकर सरकारी इमारतों में सुविधा स्टोर्स पर इसकी व्यवहारिक परीक्षण शुरू किया। इसके लिए फरवरी के अंतिम सप्ताह से खुदरा दुकानदार और सुविधा स्टोर्स पर प्लास्टिक बैग के लिए अलग से शुल्क चुकाना होगा। अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग मंत्रालय के भवनों में स्टोर पर मौजूद दुकानों में प्लास्टिक की थैलियां नहीं दी जाएंगी। स्टोर्स पर प्लास्टिक का बैग खरीदने से पहले विशेष कार्ड दिखाना होगा।
कार्ड में प्लास्टिक के कचरे का चित्र बना है, जो इसके खतरे और जागरूकता का संदेश देता है। मंत्रालय के अनुसार यह परीक्षण उभोक्ताओं को समाज के लिए जरूरी निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करता है। विदेश मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और जापान पेटेंट कार्यालय की इमारतों में भी यह परीक्षण शुरू हुआ। विदेश मत्रालय के लासन स्टोर उन ग्राहकों को प्लास्टिक बैग दे रहा है, जो कार्ड पेश करते हैं। 60 से अधिक देश प्लास्टिक बैग पर प्रतिबंध के नियम अमल में ला रहे हैं। तीन हफ्तों बाद प्रत्येक स्टोर पर कार्ड के उपयोग का परीक्षण करने के बाद परिणामों की जांच की जाएगी।
कांग्रेस किसानों का भला होते नहीं देख सकतीः रविशंकर प्रसाद
पटना। कृषि बिल पर विपक्ष की ओलंपिक व्यापार शुल्क ओर से फैलाई जा रही भ्रांतियों पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जमकर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस की दोहरी राजनीति पर करारा प्रहार किया। कांग्रेस की किसान विरोधी राजनीति का पर्दाफाश करते हुए कहा कि कांग्रेस किसानों का भला होते नहीं देख सकती।
उन्होंने कहा, किसानों के संबंध में जो तीन कानून संसद से पारित हुए हैं, वे पूर्ण रूपेण किसानों के हित में हैं। देश के 86 प्रतिशत छोटे और मझौले किसान और बड़े किसानों को बिचौलिए और पारंपरिक मंडियों के जकड़न से मुक्त कर उनकी फसल को भारत में कहीं बेचने और अच्छी कमाई करने का अवसर प्रदान करता है। जो इसका विरोध कर रहे हैं, वो किसानों के हितैषी नहीं, बल्कि बिचौलिए और किसानों का शोषण करनेवालों के साथ खड़े हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों के एमएसपी पर कोई समझौता नहीं होगा और नरेन्द्र मोदी सरकार प्रतिबद्ध है कि ये हमेशा मिलता रहेगा और इसमें लगातार बढ़ोतरी भी होगी। बिल के अनुसार किसान या व्यापारी स्वतंत्र होंगे कि वह किसानों की उपज एक राज्य के अंदर अथवा अंतर राज्य स्तर पर कहीं भी इसे बेच सकते हैं और किसानों को उपलब्ध लाभकारी मूल्य मिल सकते हैं। जो भी व्यापारी किसानों के साथ उनके फसल में व्यापार करता है उनकों तीन दिनों के अंदर उसका भुगतान करना होगा। मंडी क्षेत्र से बाहर में व्यापार या फसलों के बेचने के कारण कोई भी मार्केट फीस, सेस अथवा शुल्क नहीं लगेगा। इस अवसर पर बिहार भाजपा के मीडिया प्रभारी अशोक भट्ट औऱ भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल समेत कई नेतागण मौजूद थे।
कांग्रेस पार्टी का दोहरा चरित्र
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसके समर्थक दलों के स्पष्ट दोहरे मानदंड हैं और पूर्व में इन सुधारों की शुरुआत और समर्थन के बावजूद वो मात्र मोदी विरोध के लिए किसान विरोधी हो गए हैं। 2019 के अपने घोषणा पत्र में कांग्रेस पार्टी ने साफ कहा था कि वह कृषि ओलंपिक व्यापार शुल्क उत्पाद, व्यापार कमेटी नियमों मे अन्तरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को समाप्त करेगी। कांग्रेस पार्टी ने यह भी घोषणा की थी कि वे किसान बाजार स्थापित करेगी ताकि बिना किसी नियंत्रण के किसान अपनी ओलंपिक व्यापार शुल्क फसल को बेच सकें और ईसी एक्ट को समाप्त करेंगे। (एजेंसी, हि.स.)
राष्ट्रीय व्यापार मंडल ने की सुशील पहलवान से अवार्ड वापसी की मांग
गाजियाबाद। राष्ट्रीय व्यापार मंडल के चेयरमैन अशोक भारतीय ने सागर पहलवान की हत्या में गिरफ्तार ओलंपिक पदक विजेता सुशील पहलवान की करतूत की कठोर शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा है कि सुशील पहलवान को वर्तमान स्थितियों में गुस्सा दिखाना चाहिए था, ना कि किसी की हत्या करने पर। यह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है। सुशील पहलवान को स्वयं को पहले कानून के हवाले करना चाहिए था। अशोक भारतीय ने दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बेजल से सुशील से राजीव गांधी खेल रत्न अर्जुन अवार्ड पदम श्री की उपाधि को राष्ट्रपति से वापस कराने की संस्तुति भेजने तथा दिल्ली सरकार से सुशील को नौकरी से निलंबित करने की मांग की है, जिससे समाज में अच्छा संदेश जा सके व मृतक आत्मा को शांति मिल सके।
भारत और यूएई 18 फरवरी को मुक्त व्यापार समझौते पर कर सकते हैं हस्ताक्षर
बिज़नस न्यूज़ डेस्क-सूत्रों ने कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात 18 फरवरी को एक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर कर सकते हैं, जिसके तहत दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों के कई उत्पादों को शुल्क मुक्त कर सकेंगे। पिछले साल सितंबर में, भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने औपचारिक रूप से एक समझौते पर बातचीत शुरू की, जिसे आधिकारिक तौर पर व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) के रूप में जाना जाता है। दो व्यापारिक साझेदार अपने बीच व्यापार किए गए माल की अधिकतम संख्या पर सीमा शुल्क को कम या समाप्त करते हैं। इसके अलावा, वे सेवाओं में व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए मानकों को उदार बनाते हैं। मौजूदा सरकार का यह दूसरा ऐसा समझौता होगा। भारत ने पिछले साल फरवरी में मॉरीशस के साथ व्यापक आर्थिक सहयोग और साझेदारी समझौते (सीईसीपीए) पर हस्ताक्षर किए थे।
एक सूत्र ने कहा, 'भारत-यूएई समझौता तैयार है और इस पर 18 फरवरी को हस्ताक्षर होंगे। 2020-21 में भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय व्यापार .3 43.3 अरब था। 2020-21 में, निर्यात 16.7 बिलियन अमरीकी डालर और आयात 26.7 बिलियन अमरीकी डालर था।पिछले हफ्ते, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि "हम भारत-यूएई व्यापार सौदे पर जल्द ही कुछ घोषणाओं की उम्मीद करते हैं"। इससे पहले, उन्होंने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात पूरे अफ्रीका और दुनिया के कई अन्य हिस्सों का प्रवेश द्वार है। उन्होंने कहा कि यूएई में बड़ी संख्या में भारतीय हैं। कपड़ा, रत्न और आभूषण, चमड़ा, जूते और खाद्य पदार्थों जैसे उत्पादों का एक बड़ा बाजार है।