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क्रिप्टो के बारे में कुछ शब्द

क्रिप्टो के बारे में कुछ शब्द
ऐसी स्थिति में अब एफटीटी की कीमत बहुत गिर गई है। एक हफ्ते पहले यह 24 डॉलर पर कारोबार कर रहा था लेकिन अब यह चार डॉलर से भी नीचे आ गया है।

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Crypto currency: भारत में आशंकाओं के डर से सहम गया डिजिटल करेंसी का भविष्य

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भारत में क्रिप्टो करेंसी (Crypto currency) पर शिकंजा कसने की खबरों के सामने आने के बाद से ही क्रिप्टो मार्केट में इसकी वैल्यू गोते खाने लगी है. क्रिप्टो करेंसी के दामों में गिरावट लगातार जारी है और इनमें 15 फीसदी से भी ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है. दरअसल, लोकसभा बुलेटिन में केंद्र सरकार की ओर से जानकारी दी गई थी कि संसद के शीतकालीन सत्र में द क्रिप्टो क्रिप्टो के बारे में कुछ शब्द करेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिसियल डिजिटल करेंसी बिल 2021 (The Crypto currency & Regulation of Official Digital क्रिप्टो के बारे में कुछ शब्द Currency Bill, 2021) लाया जा सकता है. केंद्र सरकार के इस फैसले को कुछ लोग सही मान रहे हैं, तो कुछ लोग गलत बता रहे हैं. क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर चुके लोगों के बीच इसके बैन होने की आशंकाएं बढ़ गई हैं और लगातार टूटती कीमतों की वजह से भारी नुकसान होना भी तय माना जा रहा है. आसान शब्दों में कहा जाए, तो डिजिटल करेंसी का भविष्य भारत में आशंकाओं के बीच झूल रहा है.

क्रिप्टो करेंसी है 'पंटर गेम'

एक अनुमान के अनुसार, भारत में 1.5 करोड़ से ज्यादा लोग क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल कर रहे हैं. दरअसल, क्रिप्टो करेंसी में पुराने निवेश के जरिये लोगों ने काफी पैसा बनाया है. लेकिन, यह लोगों को जितनी तेजी से मुनाफा देती है, उतनी ही तेजी से घाटा भी पहुंचाती है. दरअसल, क्रिप्टो करेंसी एक तरह का पंटर गेम है. आसान शब्दों में इसे कमोडिटी यानी वायदा बाजार की तरह माना जा सकता है. लेकिन, इस पर किसी तरह का कंट्रोल नहीं है तो इसमें जोखिम की संभावना बहुत ज्यादा होती है. कोरोना महामारी के बाद से ही क्रिप्टो मार्केट में उतार-चढ़ाव बना हुआ है. टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के एक बयान पर इसके भाव बढ़ने लगते हैं, तो चीन के प्रतिबंध लगाने पर क्रिप्टो करेंसी के दामों में गिरावट आने लगती है. भारतीय संसद में क्रिप्टो करेंसी से जुड़ा बिल आने की खबर के बाद से भी इसका भाव लगातार गिर रहा है.

क्या सारी क्रिप्टो करेंसी हो जाएंगी बैन?

केंद्र सरकार क्रिप्टो करेंसी को लेकर क्रिप्टो करेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिसियल डिजिटल करेंसी बिल 2021 लाने जा रही है. ये बिल अभी संसद में पेश होना बाकी है. इस स्थिति में अभी इसके बारे में केवल संभावनाएं जताई जा रही हैं. जिसने लोगों में आशंकाएं बढ़ा दी हैं कि अगर सरकार सारी क्रिप्टो करेंसी को प्रतिबंधित कर देगी, तो निवेशकों का नुकसान होना तय है. भारत में जिन लोगों ने इसमें निवेश किया है, वो फंसने की संभावना है. लेकिन, केंद्र सरकार के इस बिल को लेकर सामने आए संकेतों को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार की ओर से सभी क्रिप्टो करेंसी पर बैन लगाने की संभावना कम नजर आ रही है. दरअसल, क्रिप्टो करेंसी दो तरह की होती है. पहली पब्लिक और दूसरी प्राइवेट. पब्लिक क्रिप्टो करेंसी को ट्रेसेबल क्रिप्टो के बारे में कुछ शब्द करेंसी कहा जा सकता है. क्योंकि, पब्लिक क्रिप्टो करेंसी के ट्रांजैक्शन एक-दूसरे से लिंक होते हैं और उनके लेन-देन के बारे में जानकारी जुटाई जा सकती है. वहीं, प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी में इसके यूजर या लेनदेन की जानकारी को सार्वजनिक नहीं किया जाता है. प्राइवेट क्रिप्‍टो करेंसी के यूजर की प्राइवेसी को बनाए रखा जाता है. जिसकी वजह से इसे ट्रेस करना मुश्किल है.

क्रिप्टो करेंसी को लेकर भारत में क्या योजना बन रही है?

क्रिप्टो करेंसी

भारत सरकार ने संसद में क्रिप्टो करेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ़ ऑफ़िशियल डिजिटल करेंसी बिल पेश करने का फ़ैसला लिया है. इस विधेयक के बारे में जानकारी अब तक सार्वजनिक नहीं है.

यह विधेयक भारत में क्रिप्टो करेंसी के इस्तेमाल को क़ानूनी रूप से नियंत्रित करेगा.

क्रिप्टो करेंसी पर भारत के हर क़दम पर दुनिया की नज़र है. संसद के अगले सत्र में अगर इस विधेयक को पेश किया जाता है तो इस पर निवेशकों की क़रीबी नज़र होगी.

इमेज स्रोत, BEATA ZAWRZEL/NURPHOTO VIA GETTY IMAGES

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण साफ़ कर चुकी हैं कि सरकार की योजना क्रिप्टो करेंसी पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की नहीं है. असल में सरकार क्रिप्टो करेंसी के आधार वाली तकनीक ब्लॉकचेन को रक्षा कवच देना चाहती है.

Visa और मास्टरकार्ड लेकर आए Crypto Credit Card, क्या है अंतर और जानिए कैसे होता है पेमेंट?

Edited by: India TV Paisa Desk
Updated on: December 21, 2021 15:01 IST

Crypto Credit Cards: वीसा और. - India TV Hindi News

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Crypto Credit Cards: वीसा और मास्टरकार्ड लेकर आए क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड, क्या है अंतर और जानिए कैसे होता है पेमेंट?

Highlights

  • मास्टरकार्ड और वीजा नेक्रिप्टोकरेंसी क्रेडिट कार्ड पेश किए हैं
  • क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड का उपयोग भी आप शॉपिंग कर सकते हैं
  • आपको क्रेडिट कार्ड की तरह ही शॉपिंग करने पर रिवॉर्ड मिलते हैं

Crypto Credit Cards: 2021 में जो शब्द सबसे ज्यादा चर्चा में रहा है वह है क्रिप्टो करेंसी। बीते साल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद देश में एक बार फिर से किप्टो की खरीद बिक्री की शुरुआत हुई, जिसके बाद इस साल धड़ाधड़ क्रिप्टो एक्सचेंज भी अस्तित्व में आ गए। अब इससे एक कदम आग बढ़ते हुए बाजार में क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड (cryptocurrency credit cards)की चर्चा शुरू हो गई है।

दरअसल दुनिया की दो सबसे बड़ी पेमेंट कंपनियां मास्टरकार्ड क्रिप्टो के बारे में कुछ शब्द और वीजा ने कुछ क्रिप्टो कंपनियों के साथ मिलकर क्रिप्टोकरेंसी क्रेडिट कार्ड पेश किए हैं। अरबों के क्रिप्टो करेंसी के बाजार में लॉन्च होते ही क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड पर चर्चा शुरू हो गई है। जिस तरह आप बैंकों के क्रेडिट कार्ड को कैश की तरह इस्तेमाल करते हैं, वैसे ही क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड का उपयोग भी आप शॉपिंग या फिर पेमेंट के लिए कर सकते हैं। यहां आपको क्रेडिट कार्ड की तरह ही शॉपिंग करने पर रिवॉर्ड और कैशबैक मिलते हैं।

क्या है crypto credit card?

क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड ठीक आपके बैंक के क्रेडिट कार्ड के समान होता है। बस अंतर यही है कि बैंकों के क्रेडिट या डेबिट कार्ड में नोट करंसी या कॉइन करंसी का इस्तेमाल होता है, लेकिन क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड का पूरी तरह से डिजिटल करंसी या क्रिप्टो करेंसी से जुड़ा होता है। आम क्रेडिट के ट्रांजेक्शन में जैसे हम कैश की जगह कार्ड का प्रयोग करते हैं, वैसे ही क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड में भी हमें बिटकॉइन, इथीरियम या डोजकॉइन देने की जरूरत नहीं होगी।

क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड के जरिये पहले क्रिप्टोकरंसी को उस देश की करंसी में बदला जाता है। फिर पेमेंट करने वाले को दिया जाएगा। इस काम में भी उतना ही समय लगेगा जितना बैंकों के कार्ड से लगता है क्योंकि यह सबकुछ ऑनलाइन हाईटेक सुविधाओं से लैस है।

मिलते हैं रिवॉर्ड पॉइंट

अलग-अलग क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड्स यूजर को अलग-अलग रिवार्ड देते हैं। जेमिनी क्रेडिट कार्ड शॉपिंग करने पर 3% तक का रिवार्ड देता है। लेकिन यह रिवॉर्ड बिटकॉइन में मिलता है। इसे तुरंत यूजर के जेमिनी अकाउंट में जमा कर दिया जाता है। वहीं एक अन्य कार्ड ब्लॉकफाई क्रेडिट कार्ड यूजर को बिटकॉइन और इथेरियम सहित 10 तरह की क्रिप्टोकरेंसी से पेमेंट पर 1.5 फीसदी तक का रिवार्ड देता है।

दुनिया की बड़ी पेमेंट कंपनियां वीसा या मास्टरकार्ड के जरिये क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड बनाए जाते हैं। इसके लिए आपको किसी क्रिप्टो ऑर्गेनाइजेशन से क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड जारी कराना होगा। क्रिप्टो में डील करने वाली कंपनियां एक्सचेंज इस तरह के कार्ड जारी करते हैं।

क्रिप्टो के बारे में कुछ शब्द

(जॉन हॉकिंस, वरिष्ठ व्याख्याता, कैनबरा स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स, इकोनॉमिक्स एंड सोसाइटी, कैनबरा यूनिवर्सिटी)

कैनबरा, 12 नवंबर (द कंवरसेशन) अधिक समय नहीं हुआ जब एफटीएक्स दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग मंचों में से एक था। वर्ष 2019 में स्थापित इस क्रिप्टो एक्सचेंज में बड़ी तेजी से बढ़ोतरी हुई और वर्ष 2022 की शुरुआत में इसका मूल्य 30 अरब डॉलर तक पहुंच गया था। लेकिन पिछले दो हफ्तों में पूरी तस्वीर ही बदल चुकी है।

सबसे पहले एफटीएक्स और परिसंपत्ति-व्यापार फर्म अल्मेडा रिसर्च के संबंधों को लेकर चिंताएं सामने आईं। इस दौरान ग्राहकों के पैसे को एफटीएक्स से अल्मेडा में स्थानांतरित किए जाने की चर्चाएं भी शामिल हैं।

कुछ दिनों बाद सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज और एफटीएक्स के प्रतिद्वंद्वी बिनेंस ने ऐलान किया कि वह एफटीटी टोकन की अपनी होल्डिंग को बेच देगी। इससे घबराए ग्राहक एफटीएक्स से धन निकालने के लिए दौड़ पड़े और यह एक्सचेंज अब पतन के कगार पर पहुंच चुका है। इसकी वेबसाइट पर यह संदेश भी जारी कर दिया गया है कि वह वर्तमान में निकासी की प्रक्रिया में असमर्थ है।

क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास (History of Cryptocurrency in Hindi)

क्रिप्टोकरेंसी की शुरुवात 2009 में हुई थी जिसका नाम बिटकॉइन था. जापान के इंजिनियर सतोषी नाकमोतो ने बिटकॉइन को बनाया था. शुरुवात में यह इतना ज्यादा Popular नहीं था, लेकिन धीरे – धीरे क्रिप्टोकरेंसी के रेट बहुत अधिक बढ़ने लगे और देखते ही देखते क्रिप्टोकरेंसी बहुत अधिक महंगी हो गयी जिसके बाद से लोगों का ध्यान क्रिप्टोकरेंसी पर गया और लोग इसमें निवेश करने लगे.

2009 में क्रिप्टोकरेंसी की Value 1 रूपये थी लेकिन आज 45 लाख 1 बिटकॉइन की Value है. शुरुवात में क्रिप्टोकरेंसी को illegal कर दिया था लेकिन धीरे – धीरे क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता को देखकर कुछ देशों ने इसे Legal कर दिया. अभी भी बहुत सारे ऐसे देश हैं जहाँ क्रिप्टोकरेंसी illegal है. भारत की बात करें तो यहाँ क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से Legal है

कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम

वैसे तो सैकड़ों क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं पर इनमें से कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी जो अच्छा Perform कर रहे हैं उनके नाम निम्न हैं –

  • बिटकॉइन (Bitcoin)
  • इथेरयम (Ethereum)
  • रेडकॉइन (Redcoin)
  • सोलाना (Solana)
  • रिप्पल (Ripple)
  • लाइटकॉइन (Litecoin)
  • मोनेरो (Monero)
  • तेथेर (Tether)
  • डोज़ कॉइन (Dogecoin)
  • शीबा एनु (Shiba Coin)

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे (Advantage of Cryptocurrency in Hindi)

क्रिप्टोकरेंसी के अनेक सारे फायदे हैं जिनमें से कुछ के बारे में हमने लेख में बताया है –

  • क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है, इसमें fraud होने की संभावना बहुत कम है.
  • क्रिप्टोकरेंसी फिजिकल फॉर्म में उपलब्ध नहीं रहती है, इसे हम तिजोरी या बैंक में नहीं रख सकते हैं, जिसके कारण क्रिप्टोकरेंसी के चोरी होने, कट – फट जाने या खो जाने की संभावना नहीं होती है.
  • क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करना बहुत आसान है. आप क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करके अच्छे पैसे कमा सकते हैं.
  • क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना अच्छा विकल्प है, क्योंकि इसकी कीमतों में तेजी से उछाल आते हैं.
  • क्रिप्टोकरेंसी को किसी बैंक, सरकार या देश के द्वारा संचालित नहीं किया जाता है. यह एक स्वतंत्र करेंसी है.
  • क्रिप्टोकरेंसी बहुत Secure है क्योंकि इसमें Cryptography Algorithm का इस्तेमाल किया गया है.
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