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ट्रेडिंग सत्र क्या हैं

ट्रेडिंग सत्र क्या हैं
बैंकिंग शेयरों में शानदार तेजी देखने को मिली। नतीजों ट्रेडिंग सत्र क्या हैं के बाद एक्सिस बैंक 10% चढ़ा । वहीं कंज्यूमर गुड्स, मेटल शेयरों पर दबाव देखने को मिला। ब्रॉडर मार्केट पर नजर डालें तो आज मिडकैप, स्मॉलकैप शेयरों में बिकवाली रही। बीएसई का मिड कैप इंडेक्स 0.75 फीसदी की गिरावट के साथ 24,805.15 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं स्मॉलकैप इंडेक्स 0.60 फीसदी टूटकर 28,566.82 के स्तर पर बंद हुआ।

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Muhurat Trading 2022: दीपावली पर शेयर बाजारों में 1 घंटे के लिए होगी मुहूर्त ट्रेडिंग, जानें समय, इसका महत्व और बाकी डिटेल

हिंदू संवत वर्ष 2079 (Samvat 2079) की शुरुआत के पहले दिन दीपावली (Diwali 2022) पर सोमवार 24 अक्टूबर को प्रमुख शेयर बाजार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में एक घंटे का विशेष कारोबारी सत्र होगा, जिससे ‘मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading)’ कहा जाता है।

दोनों शेयर बाजारों ने अलग-अलग सर्कुलर में बताया कि यह ट्रेडिंग सत्र क्या हैं कारोबारी सत्र शाम को 6:15 PM से 7:15 PM के बीच होगा। ब्लॉक डील सेशन शाम 5.45 से शाम 6 बजे तक होगा और प्री-ओपनिंग सेशन शाम 6 बजे से शाम 6.08 बजे के बीच होगा।

दिवाली और लक्ष्मी पूजन के कारण इस दिन नियमित ट्रेडिंग बंद रहेगी। शेयर बाजार बस Muhurat Trading के लिए शाम में एक घंटे के लिए खुलेंगे। यह एक प्रतीकात्मक और पुरानी परंपरा है जिसे ट्रेडिंग कम्युनिटी ने पिछले 100 सालों से अधिक समय से बनाए रखा है और इसे हर साल मनाते हैं। ऐसी मान्यता है कि ‘मुहूर्त’ के दौरान सौदे करना शुभ होता है और यह वित्तीय समृद्धि लाता है।

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ऑनलाइन ब्रोकरेज फर्म अपस्टॉक्स (Upstox) के डायरेक्टर पुनीत माहेश्वरी ने न्यूज एजेंसी से पीटीआई से बातचीत में कहा, "किसी भी नई चीज की शुरुआत करने के लिए दीपावली को सबसे अच्छा वक्त माना जाता है। बाजार में निवेशकों का सेंटीमेंट पॉजिटिव है और विभिन्न सेक्टर्स में खरीदारी हो रही है। माना जाता है कि इस सत्र के दौरान खरीदारी करने पर निवेशक को सालभर लाभ मिलता है।"ट्रेडिंग सत्र क्या हैं

उन्होंने कहा कि यह सत्र केवल एक घंटे का है इसलिए नए कारोबारियों को इस दौरान सतर्कता बरतनी चाहिए क्योंकि बाजार में ट्रेडिंग सत्र क्या हैं उतार-चढ़ाव आता रहता है।

पूरे साल बाजार को रहता है इस खास सत्र का इंतजार, जानिए मुहूर्त ट्रेडिंग से जुड़ी खास बातें

पूरे साल बाजार को रहता है इस खास सत्र का इंतजार, जानिए मुहूर्त ट्रेडिंग से जुड़ी खास बातें

TV9 Bharatvarsh | Edited By: सौरभ शर्मा

Updated on: Oct 24, 2022 | ट्रेडिंग सत्र क्या हैं 9:52 AM

दीवाली के दिन जिस समय हर कोई अपने परिवार वालों के साथ पूजा की तैयारी कर रहा होता है और बाजार में खुली दुकाने और मॉल भी अपना दिन का काम खत्म कर कारोबार बंद करने के जल्दी में होते हैं ठीक उसी वक्त देश का एक सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण बाजार खुलने की तैयारी कर रहा होता है और इस बाजार से जुड़े लोग पूरे उत्साह के साथ इस कारोबार में शामिल होते हैं. ये बाजार है भारत का शेयर बाजार और दीवाली के दिन शेयर बाजार में खास वक्त पर मुहूर्त ट्रेडिंग होती है. करीब एक घंटे का ये विशेष सत्र दीवाली की शाम को आयोजित किया जाता है.

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मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के साथ-साथ लॉन्ग टर्म निवेश के फंडामेंटल वैसे तो साल के बाकी दिनों के समान ही रहते हैं, पर यह एक घंटे का सत्र ऐतिहासिक महत्व रखता है। यह पहली बार 1957 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में एक नए हिंदू कैलेंडर वर्ष की शुरुआत के उपलक्ष्य में शुरू हुआ था और तब से हर साल आयोजित किया जाता है। नए साल का स्वागत करने के लिए, निवेशक आमतौर पर टोकन के रूप में केवल थोड़ी मात्रा में स्टॉक खरीदते हैं।

पर थोड़ी मात्रा में ही क्यों? एक कारण, इस घंटे के दौरान ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होते हैं। इसका कारण यह है कि, एक घंटे की सीमित अवधि में, निवेशकों को उन पोजीशंस को क्लोज करने का समय नहीं मिल पाता है जिन्हें वे सत्र की शुरुआत में ले सकते हैं। इसे देखते हुए वे यह करने से बचते हैं। चूंकि दिवाली पर छुट्टी होती है, इसलिए बाजार में लोग भी रोज़ की तरह सक्रिय नहीं होते हैं।

Diwali Muhurat Trading: कल शेयर बाजार में होगी मुहूर्त ट्रेडिंग, जानें कैसे हुई इसकी शुरुआत

Muhurat Trading 2022 दिवाली के अवसर पर लेनदेन करना शुभ माना जाता है। इस कारण शेयर बाजार मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है। इस बार भी दिवाली के दिन 24 अक्टूबर को एक घंटे के लिए शेयर बाजार खोला जाएगा।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। दिवाली का उत्सव शेयर बाजार के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। इस मौके पर निवेश करना शुभ होता है और माना जाता है कि इससे घर और व्यापार में भी समृद्धि बढ़ती है। इस कारण दिवाली पर छुट्टी के कारण पूरे दिन बंद रहता है लेकिन शाम हो पूजन के समय शेयरों की खरीद और बिक्री करने के लिए शेयर बाजार को करीब एक घंटे के लिए खोला जाता है। इसे ही मुहूर्त ट्रेडिंग कहते हैं।

पहले से चली आ रही इस परंपरा को जारी रखते हुए इस बार दिवाली के दिन 24 अक्टूबर को भी मुहूर्त ट्रेडिंग का सेशन रखा गया है, जिसमें आप शेयरों की खरीद और बिक्री कर सकते हैं।

क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग?

वार्षिक कैलेंडर के अनुसार दिवाली के दिन नए संवत की शुरुआत होती है। 24 अक्टूबर को इस साल नए संवत 2079 की शुरुआत हो रही है। इस दिन व्यापारियों की ओर से पुराने बही खातों को बंद कर नए खोलने की परंपरा रही है। इस कारण लंबे समय से इस दिन शेयरों की खरीद बिक्री के लिए ट्रेडिंग सेशन आयोजित किया जाता रहा है।

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मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत

दिवाली के दिन घरों में देवी लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में देवी लक्ष्मी जी धन और समृद्धि की ट्रेडिंग सत्र क्या हैं ट्रेडिंग सत्र क्या हैं देवी हैं। इस दिन वित्तीय लेनदेन करना शुभ माना जाता है। ट्रेडिंग सत्र क्या हैं इस कारण भारतीय शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत करीब आधी सदी पहले 1957 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर की गई थी, जिसके बाद देश में मौजूद लगभग सभी एक्सचेंजों ने इस परंपरा को अपना लिया। फिर बाद में एनएसई के आने पर 1992 के बाद भी मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा को जारी रखा गया।

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