ब्रोकर उद्धरण

# तुम ही अनपढ़ थे,वरना खूली # किताब थे हम।।
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ब्रोकर उद्धरण
हार्ट ब्रोकर
दिल का मरीज़
75 मर्डर 25 जेल 04 रिहा 97 लाइफ 96 वाइफ
Don'ब्रोकर उद्धरण t worry it's my phon. read more
हार्ट ब्रोकर
दिल का मरीज़
75 मर्डर 25 जेल 04 रिहा 97 लाइफ 96 वाइफ
Don't worry it's my phon. read more
सवाल रंग कानो मे झुमका और हाथो मे चाय,,
काश कि मिल जाओ तुम,
तो इश्क मुकम्मल हो जाय।।
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#मिज़ाज जुदा था # हमारा,बेहद #लाजवाब थे हम।
# तुम ही अनपढ़ थे,वरना खूली # किताब थे हम।।
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कभी ये मत भूलना।
हम तुमसे मोहब्बत करते है।।
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सुनो__
अब तो एक मुद्दत हो गई socal distancing निभाते निभाते।
अब तो आ के गले लगा लो मुझे।।
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ना मेरी याद आती है,ना मै याद आता हूं।
तुम्हे और तुम्हारी बातों को मै खूब जानता हूं।।
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अगर सब कुछ मिल जायगा जिंदगी में तो
तमन्ना किसकी करोगे।
कुछ अधूरी ख्वाहिशे तो जिंदगी जीने का मज़ा देती है।।
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कभी किसी को खुद से कमजोर नहीं समझना।
क्युकी पूरी दुनिया को अपने अंदर समा लेने वाला समंदर एक बूंद तेल को नहीं डूबा सकता। ।
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ब्रोकर उद्धरण
विदेशी मुद्रा बाजार के पेशेवरों के एक समूह द्वारा एफएक्ससीसी को 2010 में स्थापित किया गया था, वित्तीय बाजारों में अपने लंबे अनुभव के आधार पर, वे ब्रोकर उद्धरण उच्च स्तर के मानकों के आधार पर एक सेवा बनाने का प्रयास करते थे जो वे ग्राहकों के रूप में मांग करेंगे। कंपनी में वित्तीय उद्योग में व्यापक अनुभव वाले पेशेवरों की एक समर्पित टीम शामिल है।
उद्योग में सबसे अधिक ग्राहक केंद्रित प्रस्ताव प्रदान करना। हम अपने ग्राहकों की सफलता के लिए प्रतिबद्ध हैं, खुदरा विदेशी मुद्रा व्यापार बाजार में सबसे अधिक और सबसे पारदर्शी आदेश प्रक्रिया के माध्यम से प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण प्रदान करते हैं। एफएक्ससीसी का मुख्य उद्देश्य अपने ग्राहकों को उनकी यात्रा के हर चरण के दौरान एक बेजोड़ व्यापारिक अनुभव का आनंद लेते हुए, उनके कौशल को विकसित करने के लिए आवश्यक सभी उपकरणों के साथ सशक्त बनाना है।
भरोसेमंद, पारदर्शी और निष्पक्ष
एफएक्ससीसी का ईसीएन / एसटीपी मॉडल पेशेवरों, सक्रिय व्यापारियों, हेज फंड मैनेजरों और कॉर्पोरेट ग्राहकों को रियल टाइम स्ट्रीमिंग और प्रतिस्पर्धी मल्टीबैंक लिक्विडिटी प्रोवाइडर्स से सीधे प्रतिस्पर्धी मूल्य प्रदान करता है।
ईसीएन / एसटीपी मॉडल एफएक्ससीसी ग्राहकों को अधिक स्तर के खेल के मैदान पर व्यापार करने की स्वतंत्रता देता है। एफएक्ससीसी ने व्यापारियों के लिए अधिक नियंत्रण के साथ विदेशी मुद्रा की दुनिया को अधिक पारदर्शी बनाने में कड़ी मेहनत की है।
उल्लिखित व्यावसायिक मॉडल सीधे प्रसंस्करण (एसटीपी) के माध्यम से उपयोग करने पर आधारित है, जहां सभी एफएक्ससीसी ग्राहक के आदेश प्रतिस्पर्धी और योग्य वित्तीय संस्थानों को भेजे जाते हैं, जो किसी भी मूल्य चिह्न-अप या अपने ग्राहकों के बीच हितों के टकराव की क्षमता को समाप्त करते हैं।
एफएक्ससीसी का 'नो डीलिंग डेस्क' का निष्पादन मॉडल बिना किसी डीलर के हस्तक्षेप और फिर से उद्धरण के साथ आता है। क्लाइंट ट्रेडों को इसकी तरलता प्रदाताओं द्वारा एफएक्ससीसी को प्रदान की गई कीमतों पर बनाया जाता है। मूल्य एग्रीगेटर स्वचालित रूप से इनको स्कैन करता है, इसलिए व्यापारियों को केवल सबसे अच्छी उपलब्ध बोली / मूल्य संयोजन प्राप्त करने का आश्वासन दिया जाता है, यह सुनिश्चित करते हुए कि सभी आदेश वास्तव में प्रतिस्पर्धी और पारदर्शी तरीके से निष्पादित किए जाते हैं।
जब आप कर सकते हैं तो स्टैंडर्ड के लिए सेटल क्यों
अंतर अनुभव?
अनुभवी और स्थापित
आपकी अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए सर्वोत्तम प्रक्रियाओं और प्रक्रियाओं का पालन करते हुए, 2010 के बाद से ट्रेडर्स की तरफ
अनुभव और ज्ञान के उच्च स्तर होने के बाद, हम आदर्श रूप से अपने ग्राहकों की जरूरतों को समझने और उनकी महत्वाकांक्षाओं और निवेश लक्ष्यों को प्राप्त करने में व्यापारियों का समर्थन करने के लिए रखे जाते हैं। संसाधनों का एक अनूठा सूट प्रदान करके, सेवाओं का एक वीआईपी स्तर, विश्व स्तर के समर्थन के साथ संयुक्त 24 / 5, हमारा कम लागत वाला व्यापारिक वातावरण सफल होने के लिए आदर्श आधार प्रदान करता है।
सच एसटीपी निष्पादन
ईसीएन (इलेक्ट्रॉनिक संचार नेटवर्क) वातावरण में प्रोसेसिंग ऑर्डर की पूर्ति के माध्यम से हमारे ट्रेडिंग अवसरों और संभावित सफलता को स्वचालित रूप से सीधे उपयोग करके बढ़ाया जाता है।
एफएक्ससीसी ग्राहक तत्काल पुष्टि के साथ लाइव स्ट्रीमिंग, बाजार में सर्वश्रेष्ठ निष्पादन योग्य कीमतों का लाभ उठाते हुए विदेशी मुद्रा का व्यापार कर सकते हैं। हस्तक्षेप करने के लिए कोई डीलिंग डेस्क नहीं है, कोई पुन: उद्धरण नहीं हैं।
ग्राहक केंद्रित
हम अपने ग्राहकों की सफलता के लिए प्रतिबद्ध हैं, खुदरा विदेशी मुद्रा व्यापार बाजार में सबसे अधिक और सबसे पारदर्शी आदेश प्रक्रिया के माध्यम से प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण प्रदान करते हैं। ECN XL, जिसे ZERO खाते के रूप में भी जाना जाता है, सबसे प्रभावी ट्रेडिंग खातों में से एक है।
लाभ का आनंद लें और 0.0 पिप्स, शून्य कमीशन, शून्य स्वैप, शून्य चिह्न और शून्य जमा शुल्क के रूप में कम से शुरू होने वाले स्प्रेड के साथ व्यापार शुरू करें।
ठोस नियामक पर्यावरण
केन्द्रीय सफाई लिमिटेड
निवेश कंपनी पंजीकृत
वानुअतु गणराज्य में
पंजीकरण संख्या 14576 के साथ।
एफएक्स सेंट्रल सफाई लिमिटेड
CySEC द्वारा अधिकृत और विनियमित
साइप्रस इंवेस्टमेंट फर्म (CIF) के रूप में
लाइसेंस संख्या 121 / 10 के साथ।
निवेशकों के लिए सेबी ने किए नए निर्देश जारी : जानिए क्या है निर्देश अथवा हो सकता है बड़ा नुकसान
मुंबई. सेबी ने निवेशकों की सुरक्षा के लिए कुछ जरूरी दिशा-निर्देश जारी करते हुए नियमों में कई महत्वपूर्ण बदलाव कर दिए. सेबी ने अपने सर्कुलर में कहा है कि निवेशक इन निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करें, वरना उन्हें बड़ा नुकसान हो सकता हैं.
निवेशक केवल रेजिस्टर्ड स्टॉक ब्रोकर के साथ ही व्यवहार करें. जिस ब्रोकर के साथ निवेशक लेन-देन कर रहे हों. उसके रेजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की प्रारंभिक जांच कर लें.फिक्सड/गारंटीकृत/नियमित रिटर्न/कैपिटल प्रोटेक्शन प्लांस से सावधान रहें. ब्रोकर या उनके औथोरइज्ड व्यक्ति या उनका कोई भी प्रतिनिधि आपके इन्वेस्ट पर फिक्सड रिटर्न देने के लिए औथोरइज्ड नहीं है या आपके द्वारा दिये गए पैसो पर ब्याज का भुगतान करने के लिए कोई लोन समझौता करने के लिए औथोरइज्ड नहीं है. सुनिश्चित करें कि पे-आउट की तारीख से एक वर्किंग डे के अंदर आपके खाते में धनराशि/सिक्योरिटी (शेयर) का पेमेंट हो गया हो। तय करें कि अपने ट्रेड के 24 घंटों के अंदर कॉन्ट्रैक्ट नोट मिलते हों.
निवेशक ध्यान दें : डिपॉजिटरी से प्राप्त ज्वाइंट अकाउंट की जानकारी (Consolidated Account Statement- CAS) नियमित रूप से वेरिफाई करते रहें। अपने ट्रेड/लेनदेन के साथ जुड़ाव स्थापित करें. आपके खाते में इस प्रकार का कोई व्यवहार पाए जाने पर आपका दिवालिया ब्रोकर संबंधी दावा निरस्त कर दिया जाएगा. अपने केवाईसी पेपर में सभी जरूरी जानकारी स्वयं भरें और ब्रोकर से अपने केवाईसी पेपर पर नियम अनुसार साइन की हुई कॉपी प्राप्त करें. साथ ही उन सभी शर्तों की जांच करें, जिन्हें आपने सहमति दी है. इलेक्ट्रॉनिक (ई-मेल) कॉन्ट्रैक्ट की फाइनेंशियल डिटेल्स का चयन सिर्फ तभी करें. जब आप खुद कंप्यूटर के जानकार हों और आपका अपना ई-मेल अकाउंट हो और आप उसे प्रतिदिन चेक करते हो. सुनिश्चित करें कि आपके स्टॉक ब्रोकर के पास हमेशा आपका नया और सही कांटैक्ट डिटेल हो. जैसे ईमेल आईडी/मोबाइल नंबर/ ईमेल और मोबाइल नंबर जरूरी है और एक्सचेंज रिकॉर्ड में अपडेट के लिए आपको अपने ब्रोकर को मोबाइल नंबर देना होगा. यदि आपको एक्सचेंज में नियमित रूप से संदेश नहीं मिल रहे हैं, तो आप अपने स्टॉक ब्रोकर से इस मामले की शिकायत कर सकते हैं. फिक्सड/गारंटीकृत/नियमित रिटर्न/कैपिटल प्रोटेक्शन योजनाओं से पूरी तरह सर्तक रहें। ब्रोकर या उनका कोई भी प्रतिनिधि/कर्मचारी आपके इन्वेस्ट पर फिक्सड/गारंटीकृत/नियमित रिटर्न/कैपिटल प्रिजरवेसन देने के लिए अधिकारिक नहीं हैं। आपके द्वारा दिए गए पैसों पर ब्याज का भुगतान करने या कोई लोन समझौता करने के लिए वैध नहीं है। इसके लिए आपको सर्तक रहना होगा.
कैसे बनें एक सफल प्रॉपर्टी डीलर? 5 Tips
Real Estate Business दुनिया के सबसे बड़ा बिजनेसों में गिना जाता है. शायद आपको जानकार आश्चर्य हो की अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी इस बिजनेस के माहिर खिलाड़ी हैं.
दोस्तों, रियल एस्टेट बिजनेस यानि अचल संपत्ति या ज़मीन, मकान, दुकान इत्यादि खरीदने-बेचने या किराए पर देने का व्यापार भारत में तेजी से बढ़ रहा है. और इसी वजह से आज की तारीख में इस व्यापार में अनगिनत अवसर उपलब्ध हैं. उन्ही अवसरों में से एक बेहद अहम और फायदेमंद opportunity है Real Estate Consultant या property dealer बनने की.
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कौन होता है प्रॉपर्टी डीलर / रियल एस्टेट कंसल्टेंट / रियल एस्टेट ब्रोकर / प्रॉपर्टी एजेंट ?
Property dealer वह व्यक्ति होता है जो मकान, दुकान, जमीन इत्यादि की बिक्री करने अथवा किराए पर उठाने में एक mediator का काम करता है. एक तरह से वह प्रॉपर्टी ओनर और बायर या किरायेदार के बीच का ब्रिज होता है और इन दोनों पार्टियों को आपस में मिलाकर डील फाइनल कराता है. इस काम के बदले में उसे commission या brokerage मिलती है जो कुछ हज़ार से लेकर कई लाख रुपये तक हो सकती है.
कोई रियल एस्टेट प्रॉपर्टी एजेंट कितनी brokerage कमा सकता है?
अमूमन कोई प्रॉपर्टी किराए पर उठवाने पर agent, आधे महीने से लेकर 2 महीने तक का रेंट बतौर कमीशन ले सकता है. वह दोनों तरफ से कमीशन लेता है- owner से भी और tenant से भी. और प्रॉपर्टी की सेल पर उसे जितने में प्रॉपर्टी बिकी उसका आधा से 2% तक कमीशन मिल सकता है. बहुत से रियल एस्टेट एजेंट इसी काम से हर महीने लाखों रूपये तक कमाते हैं.
एक रियल एस्टेट एजेंट / property dealer क्या-क्या करता है?
- property खोजना
- ओनर से डील करना
- ग्राहक का पता लगाना
- प्रॉपर्टी दिखाना
- प्रॉपर्टी का रख-रखाव- जैसे रंगवाना, मरम्मत करवाना, इत्यादि
- डील फाइनल होने पर rent agreement बनवाना
- जमीन बिकने पर registry office में ज़मीन रजिस्टर कराना
- दुकान बिकने पर related papers तैयार कराना.
- मकान खाली होते वक़्त चेक करना कि
- मकान सही हालत में है
- बिजली बिल जमा है
- हाउस टैक्स जमा है
- इत्यादि
Note: ज़रूरी नहीं कि हर मामले में यहाँ mentioned सारी चीजें आपको करनी पड़ें. क्या करना पड़ता है ये case to case differ करेगा.
Property Dealer या Consultant बनना एक ऐसा काम है जिसमे आप बिना किसी लागत के अचल संपत्ति कमा सकते है. इस काम में सफल होने के लिए नीचे दिये गए 5 महत्वपूर्ण टिप्स जरूर पढ़ें:
एक सफल रियल एस्टेट प्रॉपर्टी डीलर बनने के 5 टिप्स
यह कारोबार शुरू करने के लिए ज्यादा तकनीकी शिक्षा की जरुरत नहीं है. कुछ निजी संस्था ऐसे कोर्स कराती हैं लेकिन यह कारोबार आप अनुभव से ज्यादा अच्छी तरह सीख सकते है. लगभग 6 महीने से 1 साल का अनुभव इस कारोबार को शुरू करने के लिए सही है.
- प्रॉपर्टी किस माध्यम से आप ढूंढ सकते हैं
- ग्राहक कैसे आपको मिल सकते हैं
- क़ानूनी दस्तावेज कौनसे जरुरी है
- प्रैक्टिकल वर्क कैसे करें
- फ्लैट, जमीन इत्यादि से सम्बंधित mathematical calculation
As a property dealer आपको मकान मालिक या land owner के साथ साथ अपने ग्राहकों से भी रोजाना डील करना होगा. ऐसे में आपकी communication skills अच्छी होनी चाहियें. आपको न सिर्फ concerned parties से politely बात करना आना चाहिए बल्कि आपको अपनी हर एक activity में trust factor को सबसे अधिक महत्त्व देना चाहिए.
इस बिजनेस में कई बार property owner खुद प्रॉपर्टी ब्रोकर उद्धरण दिखाने के लिए मौजूद नहीं होता और अपने premises की चाभी रियल एस्टेट एजेंट को देता है. इसलिए अगर आप ट्रस्ट फैक्टर में फिट नहीं होंगे तो कम ही लोग आपके साथ डील करेंगे. ट्रस्ट पैदा करने का सबसे आसान तरीका है – अपना एक ऑफिस खोलकर काम करें, transparency बनाए रखें, और जो commitment करें उसे पूरा करें.
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सबसे पहले आप यह कारोबार आप किस क्षेत्र में करना चाहते है उस क्षेत्र की पूरी मालूमात आपको होनी जरूरी है हाथ में एक मोबाइल और घूमने के लिए दुपहिया है तो एकदम बढ़िया सबसे पहले पूरे क्षेत्र में घूमकर कौन सी प्रॉपर्टी किराए ब्रोकर उद्धरण से और बेचने के लिए है इसकी एक लिस्ट बनानी होगी.
- दैनिक अखबार से हर रोज आपको अच्छी प्रॉपर्टी की जानकारी मिलेगी
- इंटरनेट पर Magic Bricks, 99एकर्स, Quikr, कॉमनफ्लोर और ऐसी बहुत सारी वेबसाईट से प्रॉपर्टी मिल सकती है
- सोशल नेटवर्क पर बनाए गए ग्रुप फेसबुक ग्रुप पेज व्हाट्स ऍप ग्रुप से भी अच्छी information निकाली जा सकती है
- और सबसे जरुरी है पहचान यानि अपने contacts के माध्यम से property locate करना
एक बार मेहनत करके आगे आपने properties का डेटाबेस तैयार कर लिया तो अब बस आपको उनके लिए एक सही ग्राहक ढूँढना बाकी रह जाएगा.
कारोबार करने के लिए आपको ग्राहकों की जरूरत होती है. यह ग्राहक आपको इन माध्यमों से मिल सकते हैं:
- ऑफिस खोलकर- ऑफिस सही जगह पर होना जरूरी है जहां से ग्राहक आपसे आसानी से संपर्क कर सके
- अखबार – अखबार में छोटे-छोटे विज्ञापन देकर
- इंटरनेट – मॅजिक ब्रिक्स- ९९एकर्स- क्विकर- कॉमनफ्लोर कुछ ऐसी वेबसाइट है जो रियल एस्टेट के विज्ञापन करती है इन वेबसाइट के पैकेज ले के विज्ञापन के जरिये भी आपको ग्राहक मिल सकते हैं
- आप खुदकी वेबसाइट बनाके और उसे google, facebook आदि पे प्रमोट करके भी आप ग्राहक बना सकते हैं
- और रियल एस्टेट के लिए जस्ट डायल भी ग्राहक से संपर्क करने का अच्छा माध्यम है
एक बार अगर किसी ग्राहक से कांटेक्ट हो जाए तो पूरी कोशिश करिए ब्रोकर उद्धरण कि आप उसे उसके मन लायक प्रोपर्टी दिखा दें. Actually, इस field में competition बहुत है और अगर आप थोड़े से भी ढीले पड़े तो आपका बिजनेस किसी और के पास चला जाएगा.
- रेजिडेंशियल – यानि apartment flat, बंगलो, रो हाउस, मकान जिसमे लोग रहते हैं
- कॉमर्शियल – बिजनेस के लिए दुकान, show-room, इत्यादि
- इंडस्ट्रीअल – फैक्ट्री या manufacturing unit setup करने के लिए जगह
- जमीन
बतौर कंसल्टेंट आप इन properties को या तो किराए पर उठवाते हैं या इनकी sale कराते हैं.
किराये पर –
इसमें रेंटल के आधार पर डील करवा के आपको ब्रोकरेज मिल सकता है. इसके लिए आपको सबसे पहले ग्राहक को available properties दिखानी पड़ती है. चूँकि working days में लोग बीजी होते हैं इसलिए Sunday या छुट्टी के दिन ज्यादातर लोग प्रॉपर्टी देखना पसंद करते हैं. As an agent आपको किसी भी समय क्लाइंट को entertain करने के लिए तैयार रहना चाहिए. एक बार establish हो जाने के बाद आप कुछ employees hire करके उनसे भी ये काम करवा सकते हैं.
बहुत बार मालिक और ग्राहक की कीमत आपस में मिलती नहीं है और इसी वजह से ज्यादातर डील materialize नहीं हो पाती है. मालिक और ग्राहक को किसी एक कीमत के लिए राजी करना आपका काम है अगर आप इसमें सफल होते है तो आपको ब्रोकरेज मिलता है यह ब्रोकरेज 1 से 2 महीने ब्रोकर उद्धरण का किराया या फिर जिस पर बात बन जाए वो होता है.
सेल करा कर-
Property sale करा के यानि बिक्री की डील करवा के भी ब्रोकरेज मिल सकता है. यह ब्रोकरेज प्रॉपर्टी की कीमत का 1 ब्रोकर उद्धरण ब्रोकर उद्धरण से 1 प्रतिशत होता है.
For example: अगर आप 25 लाख रुपये का फ्लैट सेल कराते हैं तो आपको 2% के हिसाब से 50 हजार ब्रोकरेज मिलेगा.
लेकिन दोस्तों यह इतना आसान काम नहीं है. कोई भी डील इतनी आसानी से फाइनल नहीं होती. अकसर कीमत को लेकर parties agree नहीं होतीं, कभी-कभी loan pass न होने पर भी दिक्कत आ जाती है. लेकिन अगर सारी बाधाओं को पार कर के डील पक्की हो जाती है तो आपकी चांदी ही चांदी. 🙂
Friends, real estate के काम में patience और मेहनत जरूरी है. कई लोग कुछ दिनों तक यह काम करने का प्रयास करते है. लेकिन शुरुआत में कामयाबी ना मिलने से वे निराश हो जाते हैं और काम छोड़ देते हैं. ऐसे वक्त में धैर्य बनाए रखें और पूरी मेहनत और इमानदारी से काम करते रहें आपको सफलता ज़रूर मिलेगी!
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Stock Market Beginner Tips – Problems and Solution
नमस्कार दोस्तों आजकल लोग पैसे कमाने के लिए कई सारे रास्ते है। उनमेसे एक रास्ता शेयर मार्केट (Share Market) भी है जिसे स्टोक मार्केट (Stock Market) भी कहा जाता है। शेयर मार्केट एक एसी जगह है जहा लोग अपना पैसा invest करके पैसे कमाते है। लेकिन यहाँ पे पैसे खोने का भी जोखिम होता है, खास करके जो नए है शेयर मार्केट में। अगर आप शेयर मार्केट में नए हो तो आपके लिए ये पोस्ट Stock Market Beginner Tips बहुत ही लाभदायक है। आज हम इस टॉपिक के जरिये जानेंगे की invest करते समय कोनसी बाते ध्यान में रखे।
Tips For New Invester In Stock Market – A Beginner’s Guide – शेयर बाजार में नए निवेशकों के लिए टिप्स
- Online Broker
- How to choose Share Broker?
- Whom to choose as Deposit Participant?
- What to do if there is a complaint against companies broker or DP?
- What is the way to get information about companies?
- What does it take to open an account with a stockbroker?
Online Broker / ऑनलाइन दलाल
एक ऑनलाइन ब्रोकर वह है जो इलेक्ट्रॉनिक नेटवर्क पर सुरक्षा की खरीद और बिक्री की सुविधा प्रदान करता है। लेन-देन आमतौर पर ब्रोकर के स्वामित्व वाले ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से किया जाता है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग सुविधाजनक है, क्योंकि आप ऑर्डर दे सकते हैं, उद्धरण देख सकते हैं और कहीं से भी बदलाव ब्रोकर उद्धरण कर सकते हैं। पारंपरिक ब्रोकर के माध्यम से ट्रेडिंग की तुलना में ऑनलाइन ट्रेडिंग अधिक लागत प्रभावी है।
जैसे-जैसे 21वीं सदी में वित्तीय सेवाओं का क्षेत्र आगे बढ़ा है, ऑनलाइन दलालों ने अपनी साइटों और मोबाइल ऐप पर शैक्षिक सामग्री सहित और अधिक सुविधाएँ जोड़ी हैं।
शेयर ब्रोकर का चुनाव कैसे करें? – How to select Share Broker?
बीएसई और एनएसई की वेबसाइट पर ब्रोकरों की सूची उपलब्ध है। इसके अलावा ब्रोकर भी अपनी जानकारियों अनेक माध्य में से प्रकाशित करवाते रहते हैं परंतु शेयर ब्रोकर का चुनाव करते समय उनका ट्रैक रिकॉर्ड जरूर लेना चाहिए और यदि वह आपके घर पर ऑफिस के निकट हो तो उसका चयन सुविधाजनक होगा। अब तो अनेक बैंक में ही ब्रोकरों का कारोबार करते हैं। उनमें से भी किसी को चुना जा सकता है।
डिपॉजिट पार्टिसिपेट के रुप में किस का चुनाव करें? – Whom to choose as Deposit Participant?
सामान्यतया, शेयरों में निवेश करने के लिए, आपको एक निवेश खाते की आवश्यकता होती है। जहां तक हो सके यदि आपका ब्रोकर ऐसे सेवा उपलब्ध कराता है। तो उसी से सेवा ले अथवा अपने घर या ऑफिस के निकट इस प्रकार की सेवा उपलब्ध करवाने वाले का अपना डीपी चुने।
अधिकांश बैंक डीपी है। उसमें से अपने पसंद के बैंक के पास डेबिट खाता खुलवाएं। उदहारण के लिए HDFC Bank, Kotak Bank, ICICI Bank, Axis Bank, Yes Bank, Bank Of India। आप अपने डिबेट और अकाउंट का रिकॉर्ड ठीक-ठाक रखें। उस को दी जाने वाली सूचना ठीक से रखें। अपने इंस्ट्रक्शंस स्लीप को संभाल कर रखें।
कंपनियों ब्रोकर या डीपी के विरुद्ध शिकायत है तो क्या करें? – What to do if there is a complaint against companies broker or DP?
कंपनियों के विरूद्ध शिकायत होने पर शेयर बाजार के इन्वेस्टर सर्विस विभाग के अंतरिक्ष से भी के संपर्क किया जा सकता है । ब्रोकर के विरुद्ध शिकायत होने पर शेयर बाजार में शिकायत की जा सकती है। और यदि शेयर बाजार का संतोषजनक समाधान ना करे तो उसकी शिकायत सेबी से भी की जा सकती है। डीपी के विरुद्ध शिकायत होने पर यह शिकायत डिपॉजिट के पास की जा सकती है। इस मामले में अंतिम पड़ाव सेबी ही है।
कंपनियों के बारे में जानकारी लेने का क्या रास्ता है? – What is the way to get information about companies?
हालांकि दैनिक उतार-चढ़ाव पर चिंता करना आपके पोर्टफोलियो के स्वास्थ्य के लिए बहुत कुछ नहीं करेगा – या आपके खुद के लिए – निश्चित रूप से ऐसे समय होंगे जब आपको अपने स्टॉक या अन्य निवेशों ब्रोकर उद्धरण की जांच करने की आवश्यकता होगी।
बिजनेस चैनलों अखबारों और आर्थिक समीक्षा करने वाली कंपनियों का इससे संबंधित समाचार देती रहती है। इसके अंतरिक शेयर बाजार की वेबसाइट पर कंपनियों के परिणाम से लेकर अन्य डेवलपमेंट के समाचार आते रहते हैं। कंपनियों की स्वयं की वेबसाइट पर भी जानकारी उपलब्ध होती है। स्वतंत्र रिसर्च एजेंसी और ब्रोकरों की रिसर्च रिपोर्ट औरों की जानकारी भी समय-समय पर प्रकाशित होती रहती है। टीवी न्यूज़ चैनलों पर भी कंपनियों के नवीनतम समाचार आते रहते हैं।
शेयर ब्रोकर के पास खाता खुलवाने के लिए क्या करना पड़ता है / What does it take to open an account with a stockbroker?
शेयर ब्रोकरों को एक ग्राहक के रूप में आपको तमाम जानकारी देनी होती है। और एक करार पर हस्ताक्षर करने होते हैं तो अभी तुरंत ब्रोकर आपको एक यूनिक आईडेंटिफिकेशन नंबर देता है। इस प्रकार डीपी को भी अपनी जानकारी देनी होती है। विशेष बात यह है कि खाता खुलवाने के लिए आपको अपना इनकम टैक्स पैन परमानेंट अकाउंट नंबर देना जरूरी है। इसके बिना ब्रोकर के पास खाता नहीं खुलवाया जा सकता है। शेयर बाजार पर सौदा करने से रखने ब्रोकर उद्धरण के लिए पेन आवश्यक हो गया है।
शेयर बाजार में पैन (Pan Card) का मतलब / What is Pan in Stock Market?
एक बात स्पष्ट रूप से समझ ले लेनी चाहिए कि शेयर बाजार में निवेश करने का ब्रोकर उद्धरण सौदा करनी है। आईपीओ पर आवेदन करने के लिए अभी इनकम टैक्स परमानेंट अकाउंट नंबर आवश्यक है। इसी प्रकार शेयर बाजार में कारोबार करने के लिए डेबिट अकाउंट होना भी जरूरी है। पैन कार्ड के बिना डेबिट अकाउंट डेबिट खाता नहीं खुलवाया जा सकता है।
इसी प्रकार अब शेयर बाजार पर सौदा पैन नंबर के बिना संभव नहीं है। इनकम टैक्स के पिन नंबर का नाम सुनकर घबराने की आवश्यकता नहीं है। कंप्यूटर के इस युग में इनकम टैक्स संबंधी पारदर्शिता बढ़ गई है। इसलिए शेयर बाजारों का सौदा करने वाला निर्देशकों की संख्या की बहुत चिंता नहीं करनी चाहिए शेयरों पर मिलने वाले लाभांश को सरकार ने कर मुक्त रखा है। अर्थात कंपनी में अपने लाभ में शेयरधारकों को प्रति वर्ष लाभांश के रूप में जोड़ दीजिए उसमे कोई टैक्स नहीं लगता।
इसके अतिरिक्त शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों को सरकार ने अन्य कई कर लाभ भी दिए हैं। शेयर धारक किसी के शेयर को जब इसके खरीदने के 12 महीने के अंदर बेचकर लाभ कमाता है। तो इस लाभ पर शॉर्ट टर्म कैपिटल लाभ कमाया जा सकता है। इसे लोंग टर्म कैपिटल गैन कहा जाता है और इस लाभ पर कोई कर नहीं लगता। इसका अर्थ यह हुआ कि जो निवेशक खरीदी गए शेरों को बाहर महीने के बाद बेचकर उस लाभ कमाते हैं तो इससे लाभ पर कोई कर नहीं लगता।