एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत

ग्रिड ट्रेडिंग क्या है?
ग्रिड ट्रेडिंग एक ट्रेडिंग बॉट है जो फ्यूचर्स अनुबंधों की खरीद और बिक्री को स्वचालित करती है। इसे एक कॉन्फिगर की गई मूल्य सीमा के भीतर पूर्व निर्धारित अंतराल पर बाजार में ऑर्डर देने के लिए डिजाइन किया गया है।
ग्रिड ट्रेडिंग तब होती एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत है जब ऑर्डर एक निर्धारित मूल्य से ऊपर और नीचे रखे जाते हैं, जिससे बढ़ती कीमतों पर ऑर्डर का एक ग्रिड तैयार होता है। इस तरह, यह एक ट्रेडिंग ग्रिड का निर्माण करता है। उदाहरण के लिए, कोई व्यापारी बिटकॉइन के बाजार मूल्य से प्रत्येक $1,000 पर खरीद-ऑर्डर दे सकते हैं, साथ ही बिटकॉइन के बाजार मूल्य से प्रत्येक $1,000 पर बिक्री-ऑर्डर भी दे सकते/सकती हैं। यह विभिन्न परिस्थितियों का लाभ उठाता है।
ग्रिड ट्रेडिंग अस्थिर और साइडवे मार्केट में सबसे अच्छा प्रदर्शन करती है जब मूल्य में एक निश्चित दायरा के अंदर उतार-चढ़ाव होता है। यह तकनीक छोटे मूल्य परिवर्तनों पर लाभ कमाने के लिए है। आप जितने अधिक ग्रिड शामिल करेंगे/करेंगी, व्यापारों की आवृत्ति उतनी ही अधिक होगी। हालांकि,यह एक खर्च के साथ आता है क्योंकि प्रत्येक ऑर्डर से आपको होने वाला लाभ कम होते हैं।
इस प्रकार, यह कई व्यापारों से कम लाभ कमाने वाली रणनीति बनाम कम आवृत्ति वाली रणनीति के बीच एक ट्रेडऑफ है लेकिन प्रति ऑर्डर एक बड़ा लाभ उत्पन्न करता है।
बायनेन्स ग्रिड ट्रेडिंग अब USDⓈ-M फ्यूचर्स पर लाइव है। उपयोगकर्ता ग्रिड की ऊपरी और निचली सीमा और ग्रिड की संख्या निर्धारित करने के लिए ग्रिड के मापदंडों को अनुकूलित और सेट कर सकते हैं। एक बार ग्रिड बन जाने के बाद, सिस्टम स्वचालित रूप से पूर्व निर्धारित कीमतों पर ऑर्डर खरीदेगा या बेचेगा।
मान लीजिए कि आप अगले 24 घंटों में बिटकॉइन की कीमत $50,000 से $60,000 के आसपास रहने की उम्मीद करते/करती हैं। इस मामले में, आप इस अनुमानित सीमा के अंदर व्यापार करने के लिए ग्रिड ट्रेडिंग सिस्टम सेट कर सकते/सकती हैं।
- मूल्य दायरा की ऊपरी और निचली सीमा,
- कॉन्फिगर की गई मूल्य सीमा के भीतर रखे जाने वाले ऑर्डर की संख्या,
- प्रत्येक खरीद और बिक्री-सीमित ऑर्डर के बीच की चौड़ाई।
इस परिदृश्य में, जैसे ही बिटकॉइन की कीमत $ 55,000 तक गिरती है, ग्रिड ट्रेडिंग बॉट बाजार की तुलना में कम कीमत पर खरीद पोजीशन को जमा करेगा। जैसे ही कीमतों में सुधार होगा, बॉट बाजार की तुलना में अधिक कीमत पर बेचेगा। यह रणनीति अनिवार्य रूप से मूल्य प्रत्यावर्तन से लाभ का प्रयास करती है।
जोखिम चेतावनी: एक रणनीतिक व्यापारिक उपकरण के रूप में ग्रिड ट्रेडिंग को बायनेन्स की वित्तीय या निवेश सलाह के रूप में नहीं लेना चाहिए। ग्रिड ट्रेडिंग का उपयोग आपके विवेक पर और आपके अपने स्वयं के जोखिम पर किया जाता है। आपके द्वारा सुविधाओं के उपयोग किए जाने से उत्पन्न होने वाले किसी भी नुकसान के लिए बायनेन्स आपके प्रति उत्तरदायी नहीं होगा। यह अनुशंसा की जाती है कि उपयोगकर्ताओं को ग्रिड ट्रेडिंग ट्यूटोरियल को पढ़ना और पूरी तरह से समझना चाहिए और अपनी वित्तीय क्षमता के भीतर जोखिम नियंत्रण और तर्कसंगत व्यापार करना चाहिए।
अपनी ग्रिड ट्रेडिंग रणनीति सेट करें
यदि आप बायनेन्स एप का उपयोग कर रहे/रही हैं, तो [फ्यूचर्स] - [USDⓈ-M फ्यूचर्स] - [ग्रिड ट्रेडिंग]पर टैप करें।
2. रणनीति को निष्पादित करने के लिए एक संकेत चिह्न का चयन करें और ग्रिड मापदंड सेट करें। पुष्टि करने के लिए [बनाएं] पर क्लिक करें।
- जब आप वर्तमान में चयनित संकेत चिह्न पर ग्रिड ट्रेडिंग चला रहे/रही हों।
- जब आपके पास चयनित संकेत चिह्न पर ओपन ऑर्डर या पोजीशन हों।
- जब आप हेज पोजीशन मोड में हों, तो कृपया वन-वे मोड में समायोजित करें।
- जब आप काम करने की कुल मात्रा और ट्रिगर ग्रिड ट्रेडिंग की सीमा 10 से अधिक हो जाते/जाती हैं।
ग्रिड ट्रेडिंग युक्ति
उपयोगकर्ता तुरंत ग्रिड लिमिट ऑर्डर शुरू करना चुन सकते हैं या जब बाजार मूल्य एक निश्चित मूल्य पर पहुंच जाए तो ट्रिगर करना चुन सकते हैं। जब चयनित ट्रिगर मूल्य (अंतिम मूल्य या अंकित मूल्य) आपके द्वारा दर्ज किए गए ट्रिगर मूल्य से ऊपर या नीचे गिर जाते हैं, तो ग्रिड ऑर्डर ट्रिगर हो जाएंगे।
प्रारंभिक संरचना नवीनतम बाजार मूल्य (खरीद, बिक्री, मध्य-मूल्य) के अनुसार मूल्य स्तरों की एक श्रृंखला निर्धारित करने के लिए है, बाजार मूल्य से अधिक मूल्य पर बिक्री सीमित ऑर्डर दें, और बाजार मूल्य से कम मूल्य पर एक खरीद सीमित ऑर्डर दें, और मूल्य के ट्रिगर होने की प्रतीक्षा करें।
ध्यान दें कि प्रारंभिक निर्माण के समय सीमित ऑर्डर की संख्या ग्रिड +1 की संख्या है क्योंकि कोई पोजीशन नहीं है। उनमें से एक (नवीनतम बाजार मूल्य के पास वाला) आरंभिक ओपनिंग ऑर्डर है जो निष्पादित होने की प्रतीक्षा कर रहा है;
तटस्थ ग्रिड के लिए, रणनीति बिना किसी प्रारंभिक पोजीशन के शुरू होगी। प्रारंभिक पोजीशन तब शुरू होगा जब बाजार प्रारंभिक निर्माण के बाद निकटतम मूल्य बिंदु से आगे व्यापार करेगा।
व्यापार में होंगे सफल, कारोबार शुरू करने से पहले देख लें हथेली की इन रेखाओं को
व्यापारी वर्ग अक्सर अपने मुनाफे और नुकसान को लेकर आशंकित रहता है। खासतौर पर जब बात किसी नए कारोबार को शुरू करने की हो तो यह टेंशन और भी बढ़ जाती है। लेकिन हस्तरेखा शास्त्र में इसका बड़ा सीधा सा उपाय बताया गया है। यानी कि बिना किसी ज्योतिषी के पास जाए आप खुद ही अपने हाथ की रेखाओं को देखकर अपने व्यापार का भविष्य जान सकते हैं। तो अगर आप भी किसी नए व्यवसाय को शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो एक बार अपनी हथेलियों पर इन रेखाओं को जरूर देख लें।
व्यापार में होंगे सफल, कारोबार शुरू करने से पहले देख लें हथेली की इन रेखाओं को
यदि शनि ग्रह कमजोर हो तो
यदि आपकी हथेली पर शनि ग्रह कमजोर हो तो यह शुभ संकेत नहीं होता है। साथ ही यदि शनि की ऊंगली भी ठीक न हो और शुक्र उठा हुआ तो यह व्यापार में घाटे का संकेतक होता है। हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक कभी भी यदि यह संकेत आपके हाथ में दिखें तो कोई भी नया व्यापार शुरू करने से बचना चाहिए। वहीं व्यवसाय कर रहे हों तो हानि के सापेक्ष पहले से इंतजाम कर लेने चाहिए।
हृदयरेखा मस्तिष्क रेखा पर जा रही हो तो
हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक यदि हथेलियों में हृदयरेखा मस्तिष्क रेखा पर जा रही हो तो यह व्यवसाय के लिए अच्छा संकेत नहीं होता। यदि आपके साथ ऐसा हो तो नया कारोबार शुरू करने से बचें। इसका अर्थ होता है कि व्यवसाय में धीरे-धीरे आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। साथ ही ऐसी रेखा व्यवसाय की उन्नति में भी बाधक होती है। यही वजह है कि हृदयरेखा के मस्तिष्क रेखा पर जाने के संकेत को देखकर ही विद्वानजन कोई भी नया कारोबार शुरू करने की एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत मनाही करते हैं।
भाग्यरेखा और जीवन रेखा खंडित हो तो
यदि आप कोई नया व्यवसाय शुरू करने जा रहे हैं और आपकी हाथ की भाग्यरेखा और जीवनरेखा खंडित हो तो यह शुभ संकेत नहीं होता है। हस्तरेखा शास्त्र की मानें तो ऐसी रेखा होने पर कोई नया कारोबार शुरू करने से बचना चाहिए। ऐसी रेखाएं व्यापार में आए दिन परेशानियां खड़ी करती हैं। यानी कि गाहे-बगाहे आर्थिक हानि होती ही रहती है। साथ ही विरोधी पक्ष लगातार आपको परेशान करते रहते हैं। अगर आपके हाथ में भी ऐसी रेखा हो तो नया व्यवसाय शुरू करने से बचें।
हाथ पतला और सख्त हो तो
यदि आपका हाथ पतला और सख्त हो तो भी व्यवसाय में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक यह अच्छा संकेत नहीं एक व्यापार को समाप्त करने के लिए संकेत होता है। इसका अर्थ होता है कि व्यक्ति के व्यापार पर किसी विरोधी पक्ष की नजर है और वह लगातार नुकसान पहुंचाने के प्रयास करता ही रहेगा। इससे सामने वाले की कार्यक्षमता भी प्रभावित होगी और व्यापार में लगातार नुकसान होने की भी संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
हाथ भारी हो और भाग्यरेखा लहरदार हो तो
हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक यदि किसी व्यक्ति का हाथ भारी हो और भाग्यरेखा लहरदार हो तो यह शुभ संकेत नहीं होता। इसका अर्थ होता है कि व्यक्ति विशेष के व्यापार पर किसी की कुदृष्टि है। इसके चलते आप अपना व्यवसाय बेहतर तरीके से नहीं चला पाएंगे। कहा जाता है कि ऐसी रेखा वाले व्यक्ति तमाम प्रयास करने के बावजूद भी व्यापार को आर्थिक गति नहीं दे पाएंगे। अगर ऐसी रेखाएं हाथ में हो तो नया व्यवसाय शुरू करने से बचना चाहिए। साथ ही व्यवसाय कर रहे हों आर्थिक नुकसान से बचने के लिए रास्ते जरूर तलाश लेने चाहिए।
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता समाप्त, नहीं हुई कोई घोषणा
अमेरिका और चीन के शीर्ष अधिकारियों के बीच बीजिंग में दो दिनों तक चली व्यापार वार्ता शुक्रवार को समाप्त हो गई। अब अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर और वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन समेत अन्य शीर्ष अमेरिकी अधिकारी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। दुनिया के दो शीर्ष अर्थव्यवस्था वाले इन देशों के बीच लंबे से जारी व्यापार तनाव को कम करने के लिए यह बुलाई गई थी। तनाव कम करने के लिए क्या प्रगति हुई इस पर फिलहाल कोई घोषणा नहीं की गई।
व्यापार वार्ता पर पूरी दुनिया की निगाहें लगी हुई थी। बैठक शुरू होने से पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था चीन अमेरिका के साथ व्यापार समझौता के लिए तैयार है। यह एक अच्छा मौका है जब चीन के साथ व्यापार पर वास्तविक समझौता होना चाहिए। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के आर्थिक सलाहकार लैरी कुडलो ने हाल में कहा था कि चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने मिलने की इच्छा जाहिर की है, जो अच्छा संकेत है।
गौरतलब है कि अमेरिका ने चीनी सामान पर 250 अरब डालर का शुल्क लगाया था, जिसके बाद चीन ने भी अमेरिकी उत्पादों पर 110 अरब डालर का शुल्क लगा दिया। पिछले साल 1 दिसंबर को राष्ट्रपति ट्रंप और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग 90 दिनों के लिए व्यापार युद्ध (ट्रेड वॉर) पर विराम के लिए सहमत हुए थे, ताकि इस मुद्दे पर वार्ता हो सके।
अमेरिका और चीन के शीर्ष अधिकारियों के बीच बीजिंग में दो दिनों तक चली व्यापार वार्ता शुक्रवार को समाप्त हो गई। अब अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर और वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन समेत अन्य शीर्ष अमेरिकी अधिकारी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। दुनिया के दो शीर्ष अर्थव्यवस्था वाले इन देशों के बीच लंबे से जारी व्यापार तनाव को कम करने के लिए यह बुलाई गई थी। तनाव कम करने के लिए क्या प्रगति हुई इस पर फिलहाल कोई घोषणा नहीं की गई।
व्यापार वार्ता पर पूरी दुनिया की निगाहें लगी हुई थी। बैठक शुरू होने से पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था चीन अमेरिका के साथ व्यापार समझौता के लिए तैयार है। यह एक अच्छा मौका है जब चीन के साथ व्यापार पर वास्तविक समझौता होना चाहिए। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के आर्थिक सलाहकार लैरी कुडलो ने हाल में कहा था कि चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने मिलने की इच्छा जाहिर की है, जो अच्छा संकेत है।
गौरतलब है कि अमेरिका ने चीनी सामान पर 250 अरब डालर का शुल्क लगाया था, जिसके बाद चीन ने भी अमेरिकी उत्पादों पर 110 अरब डालर का शुल्क लगा दिया। पिछले साल 1 दिसंबर को राष्ट्रपति ट्रंप और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग 90 दिनों के लिए व्यापार युद्ध (ट्रेड वॉर) पर विराम के लिए सहमत हुए थे, ताकि इस मुद्दे पर वार्ता हो सके।
व्यापार युद्ध से अमेरिका और चीन को हो रहा है नुकसान, कम हुआ आयात-निर्यात
दुनिया की दो शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध लगातार जारी है। इन घटनाक्रमों के बीच अगस्त में चीन का अमेरिका के साथ व्यापार दस फीसदी से अधिक घट गया है। हालांकि, दोनों देश आपसी विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत की तैयारी कर रहे हैं लेकिन शुल्क को लेकर मतभेद लगातार गहरा रहे हैं, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर के लिए भी चुनौती बना हुआ है।
चीन में अमेरिकी उत्पादों का आयात घटा
रविवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, चीन में अमेरिकी उत्पादों का आयात माह के दौरान 22.5 फीसदी घटा है। चीन ने अपनी शुल्क दरें बढ़ा दी हैं और कंपनियों को ऑर्डर रद्द करने को भी कहा है जिससे उसका अमेरिका से आयात नीचे आया है। चीन ने अपने निर्यातकों से अमेरिका के स्थान पर अन्य बाजारों में विकल्प तलाशने को कहा है। लेकिन कमजोर होती वैश्विक मांग की वजह से उन्हें इसमें दिक्कतें आ रही हैं।
चीन का वैश्विक निर्यात भी घटा
अगस्त में चीन का वैश्विक निर्यात तीन फीसदी घटा। जुलाई में चीन का वैश्विक निर्यात 12.2 फीसदी बढ़ा था। अमेरिका और चीन के वार्ताकार अक्टूबर में बातचीत की तैयारी कर रहे हैं। इसमें चीन के व्यापार अधिशेष और उसकी प्रौद्योगिकी विकास रणनीति को लेकर चर्चा होगी। दोनों पक्षों ने अभी तक इस गतिरोध को समाप्त करने के लिए किसी तरह की रियायत देने का संकेत नहीं दिया है।
अमेरिकी उपभोक्ताओं को भारी पड़ रहा ट्रेड वॉर
चीन और अमेरिका के बीच चल रहा ट्रेड वॉर खुद अमेरिकी नागरिकों को बेहद भारी पड़ रहा है। करीब एक साल से ज्यादा समय से चल रही ट्रेड वॉर के कारण हो रही शुल्क बढ़ोतरी को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति का मानना है कि यह बोझ चीनी कंपनियों को उठाना पड़ रहा है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसका खामियाजा अमेरिकी कंपनियों और उपभोक्ताओं को ज्यादा उठाना पड़ा है।
दुनिया की दो शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध लगातार जारी है। इन घटनाक्रमों के बीच अगस्त में चीन का अमेरिका के साथ व्यापार दस फीसदी से अधिक घट गया है। हालांकि, दोनों देश आपसी विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत की तैयारी कर रहे हैं लेकिन शुल्क को लेकर मतभेद लगातार गहरा रहे हैं, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर के लिए भी चुनौती बना हुआ है।
चीन में अमेरिकी उत्पादों का आयात घटा
रविवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, चीन में अमेरिकी उत्पादों का आयात माह के दौरान 22.5 फीसदी घटा है। चीन ने अपनी शुल्क दरें बढ़ा दी हैं और कंपनियों को ऑर्डर रद्द करने को भी कहा है जिससे उसका अमेरिका से आयात नीचे आया है। चीन ने अपने निर्यातकों से अमेरिका के स्थान पर अन्य बाजारों में विकल्प तलाशने को कहा है। लेकिन कमजोर होती वैश्विक मांग की वजह से उन्हें इसमें दिक्कतें आ रही हैं।
चीन का वैश्विक निर्यात भी घटा
अगस्त में चीन का वैश्विक निर्यात तीन फीसदी घटा। जुलाई में चीन का वैश्विक निर्यात 12.2 फीसदी बढ़ा था। अमेरिका और चीन के वार्ताकार अक्टूबर में बातचीत की तैयारी कर रहे हैं। इसमें चीन के व्यापार अधिशेष और उसकी प्रौद्योगिकी विकास रणनीति को लेकर चर्चा होगी। दोनों पक्षों ने अभी तक इस गतिरोध को समाप्त करने के लिए किसी तरह की रियायत देने का संकेत नहीं दिया है।
अमेरिकी उपभोक्ताओं को भारी पड़ रहा ट्रेड वॉर
चीन और अमेरिका के बीच चल रहा ट्रेड वॉर खुद अमेरिकी नागरिकों को बेहद भारी पड़ रहा है। करीब एक साल से ज्यादा समय से चल रही ट्रेड वॉर के कारण हो रही शुल्क बढ़ोतरी को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति का मानना है कि यह बोझ चीनी कंपनियों को उठाना पड़ रहा है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसका खामियाजा अमेरिकी कंपनियों और उपभोक्ताओं को ज्यादा उठाना पड़ा है।
बालश्रम और शोषण
2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, भारत में बाल मजदूरों की संख्या 1.01 करोड़ है जिसमें 56 लाख लड़के और 45 लाख लड़कियां हैं। दुनिया भर में कुल मिलाकर 15.20 करोड़ बच्चे – 6.4 करोड़ लड़कियां और 8.8 करोड़ लड़के बाल मजदूर होने का अनुमान लगाया गया है अर्थात दुनिया भर में प्रत्येक 10 बच्चों में से एक बच्चा बाल मजदूर है।
पिछले कुछ सालों से बाल श्रमिकों की दर में कमी आई है। इसके बावजूद बच्चों को कुछ कठिन कार्यों में अभी भी लगाया जा रहा है, जैसे बंधुआ मजदूरी, बाल सैनिक (चाइल्ड सोल्जर) और देह व्यापार। भारत में विभिन्न उद्योगों में बाल मजदूरों को काम करते हुए देखा जा सकता है, जैसे ईंट भट्टों पर काम करना, गलीचा बुनना, कपड़े तैयार करना, घरेलू कामकाज, खानपान सेवाएं (जैसे चाय की दुकान पर) खेतीबाड़ी, मछली पालन और खानों में काम करना आदि। इसके अलावा बच्चों का और भी कई तरह के शोषण का शिकार होने का खतरा बना रहता है जिसमें यौन उत्पीड़न तथा ऑनलाइन एवं अन्य चाइल्ड पोर्नोग्राफी शामिल है।
बाल मजदूरी और शोषण के अनेक कारण हैं जिनमें गरीबी, सामाजिक मापदंड, वयस्कों तथा किशोरों के लिए अच्छे कार्य करने के अवसरों की कमी, प्रवास और इमरजेंसी शामिल हैं। ये सब वज़हें सिर्फ कारण नहीं बल्कि भेदभाव से पैदा होने वाली सामाजिक असमानताओं के परिणाम हैं।
बच्चों का काम स्कूल जाना है न कि मजदूरी करना। बाल मजदूरी बच्चों से स्कूल जाने का अधिकार छीन लेती है और वे पीढ़ी दर पीढ़ी गरीबी के चक्रव्यूह से बाहर नहीं निकल पाते हैं । बाल मजदूरी शिक्षा में बहुत बड़ी रुकावट है, जिससे बच्चों के स्कूल जाने में उनकी उपस्थिति और प्रदर्शन पर खराब प्रभाव पड़ता है।
बाल मजदूरी तथा शोषण की निरंतर मौजूदगी से देश की अर्थव्यवस्था को खतरा होता है और इसके बच्चों पर गंभीर अल्पकालीन और दीर्घकालीन दुष्परिणाम होते हैं जैसे शिक्षा से वंचित हो जाना और उनका शारीरिक व मानसिक विकास ना होने देना।
बाल तस्करी भी बाल मजदूरी से ही जुड़ी है जिसमें हमेशा ही बच्चों का शोषण होता है। ऐसे बच्चों को शारीरिक, मानसिक, यौन तथा भावनात्मक सभी प्रकार के उत्पीड़न सहने पड़ते हैं जैसे बच्चों को वेश्यावृति की ओर जबरदस्ती धकेला जाता है, शादी के लिए मजबूर किया जाता है या गैर-कानूनी तरीके से गोद लिया जाता है, इनसे कम और बिना पैसे के मजदूरी कराना, घरों में नौकर या भिखारी बनाने पर मजबूर किया जाता है और यहां तक कि इनके हाथों में हथियार भी थमा दिए जाते हैं। बाल तस्करी बच्चों के लिए हिंसा, यौन उत्पीड़न तथा एच आई वी संक्रमण (इंफेक्शन) का खतरा पैदा करती है।
बाल मजदूरी तथा शोषण एकीकृत दृष्टिकोण के माध्यम से रोके जा सकते हैं जो बाल सुरक्षा प्रणाली को मज़बूत बनाने के साथ-साथ गरीबी तथा असमानता जैसे मुद्दों, गुणात्मक शिक्षा के बेहतर अवसरों, और बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए जन सहयोग जुटाने में मदद करते हैं।
अध्यापक तथा शिक्षा व्यवसाय से जुड़े अन्य लोग भी बच्चों के हितों की रक्षा के लिए आगे आ सकते हैं और सामाजिक कार्यकर्ताओं जैसे समाज के हितधारकों को बच्चों की उस दयनीय स्थिति से अवगत करा सकते हैं जहां बच्चों में निराशा के साथ-साथ देर तक काम करने के संकेत दिखाई देते हैं। बच्चों को काम से बाहर निकाल कर उन्हें स्कूल भेजने के लिए शोषित परिवारों को जागरूक करने के लिए सरकारी नीतियों में व्यापक बदलाव करने की जरूरत है।
यूनीसेफ, सरकार तथा निजी एंजेसियों के साथ मिलकर बाल मजदूरी समाप्त करने के लिए आवश्यक नीतियां तैयार करता है। यूनिसेफ बाल मजदूरी को जन्म देने वाली उन व्यावसायिक पद्धतियों व उनकी सप्लाई चैन के विकल्प खोजने के लिए काम करता है। यूनिसेफ़ कर्ज़ के अधीन व बंधुआ मजदूरी को खत्म करने में सहायता करने के लिए परिवारों के साथ मिलकर काम करता है । यूनीसेफ उन कार्यक्रमों के एकीकरण के लिए राज्य सरकारों को सहयोग देता है जिनसे बाल मजदूरी समाप्त हो सकती है। हम बाल मजदूरी की सांस्कृतिक स्वीकृति को बदलने में समुदायों को भी सहयोग देते हैं, वहीं दूसरी ओर परिवारों को वैकल्पिक आमदनी, प्री स्कूल, गुणात्मक शिक्षा तथा संरक्षण सेवाओं की पहुंच का भी ध्यान रखते हैं।
बाल मजदूरी समाप्त करने में बच्चों की बात सुनना सफलता के लिए बेहद जरूरी है।
बाल अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र अधिवेशन का एक प्रमुख संदेश यह है कि बच्चों के पास उन्हें प्रभावित करने वाले मामलों पर अपने विचार रखने और उन्हें सुने जाने का अधिकार है । बाल मजदूरी रोकने तथा उसके प्रत्युततर में बच्चों की अहम भूमिका होती है। बाल संरक्षण में वे प्रमुख कारक होते हैं और बहुमूल्य जानकारी दे सकते हैं कि उनकी क्या भागीदारी होनी चाहिए और उन्हें सरकार तथा समाज सुधारकों से क्या अपेक्षाएं हो सकती हैं।