करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है

क्या आप शेयर ट्रेडिंग के बारे में ये बातें जानते हैं?
आम तौर पर जब शेयर का भाव कम होता है या बाजार में कमजोरी होती है, तब शेयर खरीदने का सबसे अच्छा समय माना जाता है.
आपको यह ध्यान में रखना होगा कि शेयरों में निवेश से काफी जोखिम जुड़ा होता है. अगर आप खुद कंपनियों के नतीजे समझने, उसके शेयरों का मूल्यांकन करने और बाजार की चाल समझ सकते सकते हैं तभी आपको शेयरों में सीधे निवेश करना चाहिए.
किसी कंपनी के शेयर में निवेश करने से पहले उसके कारोबार, शेयरों की सही कीमत (मूल्यांकन) और उसके कारोबार की संभावनाओं को जानना जरूरी है. शेयर बाजार में शेयरों के भाव स्थिर नहीं रहते. आम तौर पर जब शेयर का भाव कम होता है या बाजार में कमजोरी पर शेयर खरीदने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है.
आपने जो शेयर खरीदा है, जब उसका दाम बढ़ जाए तो उसे आप बेच सकते हैं. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग की शुरुआत बहुत कम रकम से की जा सकती है.
शेयर ट्रेडिंग कितने तरह के होते हैं?
1. इंट्रा-डे ट्रेडिंग (Intra Day Trading)
इंट्रा-डे ट्रेडिंग में एक ही दिन में शेयर खरीद कर उसे बेच दिया जाता है. मार्केट खुलने के बाद आप शेयर खरीदते हैं और मार्केट बंद होने से पहले उसे बेच देते हैं.
इसे डे-ट्रेडिंग, MIS (Margin Intra day Square off) आदि भी कहते हैं.
Intra Day ट्रेडिंग के लिए ब्रोकर आपके ट्रेडिंग अकाउंट में मौजूद रकम का 20 गुना आप को मुहैया कराता है. इसका मतलब यह है कि आप उधार रकम लेकर शेयर खरीद सकते हैं और उसी दिन बेच कर उसे वापस कर सकते हैं. यह वास्तव में वैसे निवेशकों के लिए जिन्हें बाजार की बहुत ज्यादा समझ होती है.
2. स्कैल्पर ट्रेडिंग ( Scalper Trading)
यह शेयर ट्रेडिंग का ऐसा तरीका है, जिसमें शेयर को खरीदने के 5-10 मिनट के अंदर ही बेच दिया जाता है. स्कैल्पर ट्रेडिंग किसी कानून के आने या आर्थिक जगत की किसी बड़ी खबर आने पर की जाती है.
शेयर मार्केट के पुराने दिग्गज स्कैल्पर ट्रेडिंग करते हैं. इसमें जोखिम सबसे ज्यादा होता है. स्कैल्पर ट्रेडिंग के लिए ब्रोकर कंपनियां मार्जिन मुहैया कराती हैं.
3. स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) या शार्ट टर्म ट्रेडिंग
स्विंग ट्रेडिंग थोड़े लंबे समय के लिए किया जाता है. इसमें आम तौर पर शेयर खरीदने के बाद उसकी डीमैट अकाउंट में डिलीवरी ले ली जाती है. स्विंग ट्रेडिंग के लिए ब्रोकर कोई मार्जिन मुहैया नहीं कराता है.
अगर आप अपने निवेश के लक्ष्य के हिसाब से 5-10 % लाभ की उम्मीद पर शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर रहे है, तो स्विंग ट्रेडिंग से आप पैसे कमा सकते हैं.
4. LONG TERM ट्रेडिंग
जब आप किसी शेयर को खरीद कर लंबी अवधि के लिए रख लेते हैं तो उसे Long term ट्रेडिंग कहते हैं. स्टॉक मार्केट में ट्रेड करने के बाद अगर आप एक निवेशक के रूप में किसी शेयर में 6 महीने से लेकर कुछ साल तक बने रहें तो यह लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग है.
अगर आप किसी कंपनी के शेयर को एक, तीन या पांच साल या इससे ज्यादा अवधि के लिए खरीदते सकते हैं. कंपनी के कारोबार में अगर तेजी से वृद्धि हो तो लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में आप बहुत अच्छा लाभ कमा सकते हैं.
आप जिन बड़े निवेशकों के बारे में सुनते हैं वे सभी लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग से ही मुनाफा कमाते हैं. इनमें राकेश झुनझुनवाला, पोरिन्जू वेलियथ, डॉली खन्ना जैसे नाम शामिल हैं.
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Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस
अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश की योजना बना रहे हैं तो इनकी ट्रेडिंग के लिए लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.
जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)
Trading in Crypto Currencies: दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. इसमें क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है. इस एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है. जहां इनकी कीमत मांग और आपूर्ति के हिसाब से तय होती है. जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है. इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.
एक्सचेंज फीस
- क्रिप्टो खरीद या करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है.
- फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
नेटवर्क फीस
- क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक तरह से कह सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, यह सुनिश्चित करना इन माइनर्स का काम है. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है.
- आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती है.
वॉलेट फीस
- क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
- क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
(Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
(स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
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Forex Trading Kya Hai, Kaise Kare, Paisa Kaise Kamaye | Forex Trading in Hindi
Forex Trading Kya Hai (forex trading, forex trading kaise kare, forex trading kaise suru kare, forex trading in hindi) फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है, कैसे सुरु करे, फॉरेक्स ट्रेडिंग की संपूर्ण जानकारी हिंदी में
आज के जमाने में करोड़ों लोग फॉरेक्स ट्रेडिंग करके पैसे कमा रहे हैं ऐसे कुछ लोग तो ऐसे में बहुत से लोग फॉरेक्स ट्रेडर्स ट्रेडिंग करके महीने का करोड़ों कमा रहे हैं अगर आप भी फॉरेक्स ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो कर सकते हैं क्योंकि equity marketing, commodity market और क्रिप्टो से बहुत ही सरल होता है क्योंकि अगर आपके पास का नॉलेज कम है तभी आप फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं और यहां पर आपके पैसे बहुत कम चांस होते हैं और इनके बारे में संपूर्ण जानकारी इस लेख में विस्तार पूर्वक बताया गया है आप पढ़ करके फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।
Table of Contents
Forex Trading Kya Hai
अभी जानकारी के लिए बता दें फॉर ट्रेडिंग कोक करेंसी ट्रेडिंग के नाम से भी जाना जाता है और उस ट्रेडिंग एक प्रकार से करसी एक्सचेंज होता क्योंकि आप फॉरेक्स ट्रेडिंग में किसी दूसरे देश की करेंसी खरीदने और बेचने कोई फॉरेस्ट कर दिया फॉर स्प्रेडिंग बहुत ही सरल होता है क्योंकि आप बिना नॉलेज के फार्म ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग पर पैसे डूबने के बहुत कम चांस होते हैं क्योंकि इस पर आपने पैसे पूरी तरह सुरक्षित रहते है और मुनाफा भी कम होता है करेंसी धीरे-धीरे ऊपर और नीचे जाती है इसी प्रकार से पहले काम करता है और इसका मार्केट भी बहुत बड़ा है।
Forex Trading Kaise Suru Kare
अगर आपकी फॉरेक्स ट्रेडिंग करना चाहते हैं और फॉरेस्ट ट्रेडिंग कैसे शुरू करें इसके बारे में जानकारी दो आपको बता दें फॉरेस्ट ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपके पास सेबी रजिस्टर्ड फॉरेक्स ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए आपके पास जिस ब्रोकर का फॉरेक्स ट्रेडिंग अकाउंट हो वह सेबी रजिस्टर्ड होना चाहिए क्योंकि अगर आप भारत के करना चाहते हैं सेबी रजिस्टर्ड फॉरेक्स ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए और फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू करने के लिए पैसे भी ज्यादा होना चाहिए क्योंकि यहां पर मुनाफा कम मिलता है और आपने ज्यादा पैसा लगाएंगे आपको ज्यादा फॉरेक्स ट्रेडिंग में मिलेगा।
फॉरेक्स ट्रेडिंग के लाभ (Benifits of Forex Trading)
अगर आप अपने पैसे को सुरक्षित रखना चाहते हैं और उसे खोना नहीं चाहते तो आप पोस्ट करना चाहिए क्योंकि यहां पर आपके पैसे डूबने के बहुत कम चांस होते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग के लाभ नीचे बताएं गए हैं –
- इसमें आप किसी भी देश की करेंसी खरीद सकते हैं।
- फॉरेक्स ट्रेडिंग आप अपने मोबाइल फोन से भी कर सकते हैं।
- फर्स्ट रेटिंग में पैसे डूबने की भी बहुत कम चांस होते हैं।
- यह बहुत शरीर होता है इससे हर महीने का लाखों कमा सकते हैं।
- हॉर्स ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास किसी फॉरेक्स ब्रोकर का फॉरेक्स ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए।
- इस पर आपके पैसे सुरक्षित रहते है।
फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए टिप्स (Forex Trading Tips)
- सबसे पहले आप किसी ट्रस्टेड फॉरेक्स ब्रोकर के पास फॉरेक्स ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा ले।
- फॉरेक्स ट्रेडिंग पर आप एक सुनिश्चित अमाउंट पर ही पैसे निवेश करें।
- ध्यान रहे आप किसी स्कैम में ना फंसे क्योंकि बहुत से ऐसे स्कैम चलते रहते हैं जो आपको फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर लूट लेते हैं।
- फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू करने से पहले ट्रेडिंग के बारे में सारी जानकारी प्राप्त करें अगर आपके पास ट्रेडिंग की सही जानकारी नहीं है तो आप इसका कोर्स भी कर सकते हैं।
- इसमें पैसे निवेश करने से पहले एक उचित योजना बनाने तभी जाकर आप इसमें सफलता हासिल कर पाएंगे।
फॉरेक्स ट्रेडिंग से ज्यादा पैसे कैसे कमाए
अगर अभी फॉरेक्स ट्रेडिंग करके ज्यादा पैसा कमाना चाहिए इसके लिए आपको एक उचित योजना बनानी होगी क्योंकि अगर आप बिना योजना की इस पर अपने पैसे निवेश करते हैं तब आप ज्यादा पैसे नहीं कमा पाएंगे क्योंकि एक सही योजना से ही आप ट्रेडिंग की दुनिया में अपनापन जमा सकते हैं आपको बता देंगे अगर आप अपनी बुद्धि और सहनशीलता से ट्रेडिंग करते हैं तब आप कभी इस पर लॉस नहीं खाएंगे और आप मिस इसे अच्छा खासा मुनाफा कमाते रहेंगे इसमें अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो हमेशा एक संदेश के साथ अपने पैसे निवेश करें।
कैसे मैंने फॉरेक्स ट्रेडिंग से 10 लाख कमाए
मैंने अपने फॉरेक्स ट्रेडिंग की शुरुआत 2020 में शुरू की थी और शुरुआती दौर पर मैंने बहुत वैसे इस मेड बाय थे लेकिन मेरे पास ज्यादा पैसे ना होने के कारण मैं इस पर कम पैसे ही निवेश करता था हालांकि उसे मेरे पैसे पूर्ण रूप से नहीं डूबते थे क्योंकि जब करेंसी कम मूल्य कम होता था तब मेरे निवेश किए गए पैसे भी कम होना चाहिए फिर बढ़ जाते थे जिसकी वजह से मेरे पैसे कभी भी पूर्ण रूप से नहीं दुबे लेकिन जल्दी करके मैं सीखता गया
अब मुझे फौरन ट्रेडिंग के बारे में काफी नॉलेज हो गया जिसकी वजह से मैं हर महीने डेट से ₹200000 कमा लेता हूं आपकी नॉलेज के लिए बता दूंगा अगर आप भी फॉरेक्स ट्रेडिंग करके पैसे कमाना चाहते हैं तो आपको दृढ़ निश्चय के साथ कार्य करना होगा तभी जाकर आप इसमें सफलता पा सकेंगे।
फॉरेक्स ट्रेडिंग की संपूर्ण जानकारी
Forex Trading FAQ’S
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है ?
इसको करेंसी एक्सेंज भी कहते है, इसमें आप किसी दूसरे देश की करेंसी खरीद कर उसे ज्यादा मुनाफे में बेचा जाता है.
फॉरेक्स ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए ?
फॉरेक्स ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए निरंतर कार्य करे और ज्यादा लाभ के चक्कर में ज्यादा पैसे न निवेश करे और तभी आप फॉरेक्स ट्रेडिंग से पैसे कमा सकेंगे।
Forex Trading kya hai
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? Forex Trading Kya Hota Hai,
नमस्कार डियर पाठक आज के इस लेख में हम जाने वाले हैं, कि फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? (What is Forex Trading) क्योंकि एक इन्वेस्टर के रूप में आपको स्टॉक मार्केट की नॉलेज होनी ही चाहिए, जो एनालिसिस करने में बेहतर रूप से काम आती है। अगर आप स्टॉक पत्रिका पर नयें हैं। तो Allow बटन पर क्लिक करके सब्सक्राइब कर लीजिए चलिए आगे बढ़ते हैं, और जानते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में।
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है, What is Forex Trading?
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? विदेशी मुद्रा बाजार, जहां वर्ल्ड की करेंसी का क्रय विक्रय (Buy-Sell) का मार्केट है जहां इस्तेमाल किया जाने वाला टर्म है। रुपये को डॉलर्स से एक्सचेंज करना हो या डॉलर को यूरो में एक्सचेंज करना हो, यह सब फॉरेक्स यानी कि फॉरेन मार्केट का ही हिस्सा है, और यह चौबीसों घंटे चलने वाला मार्केट है।
आज आप इंटरनेट की मदद से इसे घर बैठकर कर सकते हैं और यहां से पैसे कमा सकते हैं। पर ज्यादा कुछ नहीं एक इंटरनेट कनेक्शन मोबाइल या कंप्यूटर चाहिए और फिर फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट खोल कर आप इसे आसानी से कर सकते हैं।
फॉरेक्स मार्केट या फॉरेन एक्सचेंज क्या है?
फॉरेक्स एक्सचेंज मार्केट या फिर फॉरेन दरअसल और कुछ नहीं बल्कि करंसी ट्रेडिंग के ग्लोबल मार्केट के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला टर्म है। और डियर पाठक 5.3 ट्रिलियन डॉलर दैनिक लेनदेन के साथ यह दुनिया का सबसे बड़ा फाइनेंशियल मार्केट है। इसमें आप चाहे ₹100000 को यूएस डॉलर $ से किसी बैंक से या एयरपोर्ट पर एक्सचेंज करें या फिर $10000 को रुपये से किसी बैंक के जरिए एक्सचेंज कराएं, यह सब फॉरेन मार्केट या फॉरेक्स का ही हिस्सा है।
Forex की सुविधा कौन मुहैया करवाता है?
डियर पाठक आपको बता दें, कि फॉरेक्स लेनदेन को मैनेज करने वाले कोर कस्टमर स्कोर सुविधा प्रोवाइड कराने वाली एजेंसी या बड़ी-बड़ी कंपनियों से लेकर छोटे-मोटे एजेंट ब्रोकर शामिल हो सकते हैं।
क्या फॉरेक्स ट्रेडिंग कोई भी कर सकता है?
जी हां आप भी कर सकते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग, इसमें कोई बड़ी बात नहीं है, आज के दौर में इंटरनेट की मदद से कोई भी इसे घर बैठे हैं। और आपको बस बिल्कुल बड़े-बड़े बैंक और फाइनेंशियल ऑर्गेनाइजेशन की तरह। इंटरनेट कनेक्शन के साथ एक कंप्यूटर की आवश्यकता होगी और एक फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए और फिर बस आप भी कर सकते।
फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे काम करती है?
डियर पाठक आपको बता दें कि फॉरेक्स मार्केट में एक करेंसी को दूसरे करेंसी में चेंज किया जाता है। और इस ट्रेडग में सबसे ध्यान ज्यादा ध्यान रखने वाली बात होती हैं। एक्सचेंज रेट, मतलब एक करेंसी को जब दूसरी करेंसी में एक्सचेंज करेंगे तो उसकी एक्सचेंज करने की दर क्या होगी।
और आपने अक्सर देखा होगा कि रुपए की कीमत डॉलर के मुकाबले इतनी है या डॉलर की कीमत यूरो के मुकाबले इतनी है। अगर सरल भाषा करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है में आप को समझाने का प्रयास करें तो जैसे कि वर्तमान में 1 डॉलर की कीमत 82.40 रुपयों में है यानी कि $1 को खरीदने के लिए आपको 82.40 का भुगतान करना होगा।
फॉरेक्स ट्रेडिंग से पैसा कैसे कमायें।
चलिए यहां पर आपको एक उदाहरण के माध्यम से समझाते हैं। क्या फिर फॉरेक्स मार्केट से पैसे कैसे कमाए जाते हैं? या कमा सकते हैं। या फिर करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है ट्रेडिंग कैसे करें। अब जैसे कि आप यूरोज (EUR) के बदले आप $1,000 (USD) खरीदने का प्लान बनाते हैं। अब मान लीजिए कि जिस वक्त आपने डॉलर खरीदें उस वक्त यूरो/ डॉलर का एक्सचेंज रेट 1.40 था यानी अब आपको $1000 खरीदने के लिए 1400, EUR का भुगतान करना पड़ेगा।
अब कुछ टाइम बाद एक्सचेंज रेट में परिवर्तन होता है और यह बढ़कर 1.50 हो जाता है। यानी की अब अगर आप $1,000 को बेचेंगे तो आपको 1,500 मिलेंगे। और कुछ इस प्रकार आपको यहां पर 100 यूरो का प्रॉफिट हो गया। ठीक इसी प्रकार अगर डॉलर बेचने के वक्त एक्सचेंज रेट 1.30 हो गया तो, आपको उन्हीं $1000 के बदले। 1,300 यूरो मिलेंगे यानी कि 100 यूरो का लॉस उठाना पड़ा।
यहां पर आपको बता दें कि फॉरेक्स मार्केट में बड़ी-बड़ी कंपनियां, बड़े-बड़े ऑपरेटर, एजेंट्स, आदि इसी प्रकार मोटा पैसा फॉरेक्स मार्केट से जनरेट करते हैं।
लेकिन ध्यान रखने योग्य यह बात है। आप इस मार्केट को तभी ट्राई करें जब आपका एनालिसिस आपको यहां पर पॉजिटिव संकेत देता हो ऐसा नहीं है कि आपको लगता है। आपके लगने को मार्केट नहीं मानता है मार्केट आपके एनालिसिस को मानता है।
फॉरेन करंसी एक्सचेंज मार्केट का इतिहास
1970 के पहले तक फॉरेन करंसी एक्सचेंज दरें स्थायी रूप से फिक्स हुआ करती थी। लेकिन 70 के दशक से लगातार यह परिवर्तन होने लगी और तब से एक्सचेंज रेटों का प्रचलन शुरू हो गया
Fixed फॉरेन करेंसी रेट्स
फिक्स्ड फॉरेक्स करंसी रेट्स का चलन, विश्व युद्ध के पहले आर्थिक भेदभाव के मुद्दों की वजह से हुआ, जहां कुछ गिने चुने देशों के पास करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है दूसरे देशों की तुलना में अधिक व्यापारी का अधिकार होते थे। कहने का मतलब उनकी फाइनेंशियल कंडीशन ठीक थी इसीलिए स्वतंत्र व्यापार को बढ़ावा देने के लिए,
अलग-अलग मुद्राओं के बीच परिवर्तन को करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है जरूरी समझा गया, और इसलिए फिक्स फॉरेक्स करंसी रेट्स प्रणाली अस्तित्व मे आयी। और फिर 44 सहयोगी राष्ट्रों के प्रतिनिधियों के सम्मेलन में जुलाई 1944 के पहले तीन हफ्तों के अंदर तय किए गए थे। इस सम्मेलन का आयोजन, ब्रेटनवुड्स, न्यू हेंपशायर US में किया गया था। इसलिए इस प्रणाली को ब्रेटन वुड्सप्रणाली कहा जाता है।
निष्कर्ष, फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? Forex Trading Kya Hota Hai,
आज के इस लेख फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? Forex Trading Kya Hota Hai, के अंदर हमने फॉरेक्स ट्रेडिंग या फिर फॉरेन करेंसी के बारे में जाना और यह भी जाना कि फॉरेक्स ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए जा सकते हैं, और भी बहुत कुछ, डिअर पाठक विदेशी मुद्रा बाजार, जहां वर्ल्ड की करेंसी का क्रय विक्रय (Buy-Sell) का मार्केट है जहां इस्तेमाल किया जाने वाला टर्म है। रुपये को डॉलर्स से एक्सचेंज करना हो या डॉलर को यूरो में एक्सचेंज करना हो, यह सब फॉरेक्स या फॉरेन करेंसी एक्सचेंज के अंतर्गत आता है।
आशा करते हैं आज का लेख फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? Forex Trading Kya Hota Hai, पसंद आया होगा ऐसे ही जानकारी पाने के लिए आप हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़ सकते हैं जहां आपको डेली अपडेट्स मिलती रहती हैं।