Crypto मार्केट में आया सुधार

दुनिया भर के स्टॉक मार्केट्स में तेजी का असर Crypto Market पर भी, Bitcoin-Ethereum की कीमतों में उछाल
दुनिया भर के स्टॉक मार्केट (Stock Market) में तेजी है. एशियाई, से लेकर यूरोपीय शेयर बाजार (Share Market) हरे निशान में ट्रेड कर रहे हैं जिसके चलते क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भी तेजी देखी जा रही है.
Cryptocurrency Bitcoin Latest Rates And Market Predictions: क्रिप्टो इन्वेस्टर्स (Cryptocurrency Investors) के लिए अच्छी खबर है। क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन (Bitcoin) में लगातार गिरावट के बाद अब उछाल आने के आसार नजर आ रहे हैं. बता दें कि इंटरनेशनल मार्केट में लगातार सुधार और इन्वेस्टर्स के द्वारा खरीदारी के चलते बिटकॉइन (Bitcoin) अब 1 महीने के बाद अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है.
इस समय बिटकॉइन $22,152 पर ट्रेड (Bitcoin Trade) कर रहा है. बता दें कि 8 जून 2022 के बाद यह पहला मौका है जब बिटकॉइन (Bitcoin) इस लेवल तक पहुंच गया है। बता दें कि पिछले 5 दिनों में बिटकॉइन में 7.78% का उछाल आया है तो वहीं अगर बात की जाए एथेरियम (Ethereum) की की तो इसमें पिछले 5 दिनों में यह 27.22% का उछाल आया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सोमवार को ट्रेडिंग सेशन (Trading Session) में दूसरे क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में भी तेजी देखी जा रही है. बता दें कि क्रिप्टो करेंसी Avalanche और Polygon डबल डिजिट की तेजी के साथ ट्रेड कर रहा है. दुनियां भर की तमाम क्रिप्टोकोर्रेंसी में जून में बड़ी गिरावट के बाद यह महीना क्रिप्टो इन्वेस्टर्स के लिए राहत लेकर आया है.
क्रीटकर्रेंसी मार्केट ने पिछले 24 घंटो के दौरान शानदार तेजी दिखाई है। बता दें कि क्रिप्टो मार्केट वॉल्यूम बीते 24 घंटे में शानदार करीब 12 फीसदी की तेजी के साथ 75 अरब डॉलर के ऊपर ट्रेड कर रहा है।
क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टर्स को बड़ा झटका: निवेशकों के करीब 7 लाख करोड़ डूबे, एक महीने में पहली बार 30,000 डॉलर के नीचे आया बिटक्वॉइन
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों को बड़ा झटका लगा है। भारी बिकवाली के Crypto मार्केट में आया सुधार कारण बिटक्वॉइन एक महीने में पहली बार 30 हजार डॉलर से नीचे पहुंच गया। मंगलवार को दोपहर करीब 12.30 बजे बिटक्वॉइन की कीमत 6.22% की गिरावट के साथ 29,831.70 डॉलर प्रति यूनिट पर कारोबार कर रही थी। इससे पहले 22 जून को बिटक्वॉइन 30 हजार डॉलर के नीचे आया था।
दूसरी क्रिप्टोकरेंसी का हाल
मंगलवार को इथेरियम 7.86% की गिरावट के साथ 1762 डॉलर प्रति यूनिट, टीथर 0.02% की गिरावट के साथ 1 डॉलर प्रति यूनिट, बिनाका क्वॉइन 12.03% की गिरावट के साथ 266 डॉलर प्रति यूनिट, डॉगक्वाइन 7.58% की गिरावट के साथ 0.1662 डॉलर प्रति यूनिट, इथेरियम क्लासिक 7.18% की गिरावट के साथ 39.06 डॉलर प्रति यूनिट पर कारोबार कर रही है।
सोमवार को क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के 98 अरब डॉलर (करीब 7 लाख करोड़ रुपए) डूब गए थे।
ट्रेडर्स ने कहा
कुछ ट्रेडर्स का कहना है कि 30 हजार का सपोर्ट टूटने से ज्यादा नुकसान हो सकता है। अगर यह गिरावट जारी रहती है तो वो किप्टोकरेंसी मार्केट को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है। उनका कहना है कि धीमी आर्थिक वृद्धि और कोविड-19 के डेल्टा वैरियंट के कारण ग्लोबल इक्विटी गिर रही है।
सिंगापुर में क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज लूनो के साथ एशिया पैसिफिक के प्रमुख विजय अय्यर का कहना है कि हमें एक और बुल ट्रेंड फिर से शुरू करने से पहले एक और बेस बनाने की जरूरत है।
अमेरिकी शेयर बाजार में अक्टूबर के बाद सबसे बड़ी गिरावट
सोमवार को डाओ जोन्स में अक्टूबर 2020 के बाद सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। अमेरिकी बाजार में 19 जुलाई को इसमें 2.09% भारी गिरावट रही। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका ने आर्थिक सुधार के संकेत को कमजोर कर दिया है सोमवार को डाओ जोन्स 2.09% गिरावट के साथ 33962 के स्तर पर बंद हुआ। S&P 500 में 1.58% और नैस्डैक में 1.06% Crypto मार्केट में आया सुधार की गिरावट रही।
भारतीय शेयर बाजार पर भी असर
कोरोना की संभावित तीसरी लहर का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिख रहा है। बाजार में आज लगातार तीसरे दिन गिरावट देखी जा रही है। सेंसेक्स करीब आधा परसेंट के साथ और निफ्टी आधा परसेंट से ज्यादा गिरावट के साथ ट्रेड कर रही है।
बिटक्वॉइन 65 हजार डॉलर का स्तर पार कर चुका
अप्रैल के बीच में बिटक्वॉइन 65 हजार डॉलर के स्तर को पार कर गया था। 14 अप्रैल को उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद बिटक्वॉइन की कीमतें लगातार गिर रही हैं। अब तक बिटक्वॉइनकी कीमतों में 50% से ज्यादा की गिरावट आ गई है। अप्रैल में बिटक्वॉइन का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर (74.62 लाख करोड़ रुपए) के आंकड़े को पार कर गया था।
क्या है बिटक्वाइन?
बिटक्वॉइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटक्वॉइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है।
भारत में Crypto का भविष्य क्या? इस एक बिल से प्रभावित होंगे 40 करोड़ लोग
एक आंकड़े के अनुसार भारत की कुल GDP का 3% और भारत के वार्षिक बजट का 17% पैसा लोगों ने Crypto में लगा रखा है. भारत में इस समय करीब 10 ऐसे प्रमुख Crypto Exchanges हैं, जिनके जरिए लोग क्रिप्टो करेंसी खरीदते हैं या बेचते हैं. इसके बदले में ये Exchanges निवेशकों से फीस वसूलते हैं. हालांकि ये फीस बहुत मामूली होती है. लेकिन यही Crypto Exhanges की कमाई का सबसे बड़ा जरिया है.
- 40 करोड़ लोगों को प्रभावित करेगा Crypto बिल
- GDP का 3% और भारत के बजट का 17% पैसा Crypto में
- भारत में क्रिप्टो कंपनियों ने छापे करोड़ों-अरबों रुपये
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नई दिल्ली: भारत सरकार सभी प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currencies) पर प्रतिबंध लगा सकती है. मंगलवाक को एक घंटे में ही Bitcoin समेत तमाम क्रिप्टो करेंसी की कीमतें 15 से 20 प्रतिशत तक गिर गई थीं. हालांकि बुधवार को जब ये सुगबुगाहट हुई कि सरकार क्रिप्टो पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की बजाय इसे नियंत्रित कर सकती है तब क्रिप्टो का बाजार कुछ बेहतर हुआ और Crypto Currencies की कीमतों में थोड़ा सुधार आया.
40 करोड़ लोगों को प्रभावित करेगा बिल
लेकिन ये सब कयास हैं क्योंकि सरकार ने अभी औपचारिक रूप से स्पष्ट नहीं किया है कि Crypto Currecny पर लाए जा रहे नए बिल में क्या होगा? लेकिन एक बात स्पष्ट है कि जो भी फैसला सरकार लेगी, उसका असर भारत के उन 10 करोड़ लोगों पर जरूर पड़ेगा, जिन्होंने किसी ना किसी क्रिप्टो करेंसी में अपना पैसा निवेश किया हुआ है. अगर ऐसा मान लिया जाए कि एक परिवार में औसतन 4 से 5 सदस्य भी हैं तो ये बिल प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से भारत के 40 करोड़ लोगों को प्रभावित करेगा.
भारतीयों पर क्रिप्टो बैन का इतना असर
Crypto पर प्रतिबंध की खबर आने के बाद से लोग उन एक्सचेंजेस की तरफ भी देख रहे हैं, जिनके जरिए भारत के लोगों ने Digital Currecny में 70 हजार करोड़ रुपये निवेश किए हुए हैं. हालांकि Crypto Exchanges तो ये दावा भी करते हैं कि इस बाजार में भारतीयों के 6 लाख करोड़ रुपये लगे हुए हैं. अगर ये बात सही है तो आप कह सकते हैं कि भारत की कुल GDP का 3% और भारत के वार्षिक बजट का 17% पैसा लोगों ने Crypto में लगा रखा है. भारत में इस समय करीब 10 ऐसे प्रमुख Crypto Exchanges हैं, जिनके जरिए लोग क्रिप्टो करेंसी खरीदते हैं या बेचते हैं. इसके बदले में ये Exchanges निवेशकों से फीस वसूलते हैं. हालांकि ये फीस बहुत मामूली होती है. लेकिन यही Crypto Exhanges की कमाई का सबसे बड़ा जरिया है.
सवालों के घेरे में क्रिप्टो एक्सचेंजेस
जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि भारत पूरी दुनिया में Crypto का सबसे बड़ा बाजार है और भारत में जितने लोगों ने शेयर मार्केट में पैसा नहीं लगाया है, उससे कई गुना ज्यादा लोगों ने पिछले 2 वर्षों में क्रिप्टो में निवेश किया है और निवेशकों की इतनी बड़ी संख्या के दम पर ही भारत की वो कंपनियां फल-फूल रही हैं, जो खुद को Crypto Exchange कहती हैं. आज इनमें से ज्यादातर कंपनियों के मालिकों या फिर बड़े अधिकारियों के भी बयान आए हैं. किसी ने इस बात का भरोसा Crypto मार्केट में आया सुधार दिया है कि सरकार क्रिप्टो पर पूरी तरह से प्रतिबंध नहीं लगाएगी, तो किसी ने कहा है कि निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए और ऐसे ही एक एक्सचेंज के मालिक ने तो खुद ट्विटर पर लोगों से पूछा कि अगर सरकार ने क्रिप्टो को बैन कर दिया तो जो डिजिटल करेंसी पहले से चलन में है उनका क्या होगा? इसका सीधा जवाब तो किसी के पास नहीं है लेकिन Crypto मार्केट में आया सुधार इतना तो तय है कि अगर क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगा तो आप अपने बैंक या किसी भी UPI वॉलेट के जरिए क्रिप्टो करेंसी नहीं खरीद पाएंगे और ना ही खरीदी गई क्रिप्टो करेंसी को रुपयों में बदल पाएंगे.
भारत में करोड़ों छाप रहीं कंपनियां
अब क्रिप्टो के निवेशक तो शायद रातों रात करोड़पति नहीं बन पाएंगे लेकिन क्रिप्टो एक्सचेंजेस की शुरुआत करने वाले कई लोग पिछले 2-3 वर्षों में करोड़पति जरूर बन गए हैं. उदाहरण के लिए वर्ष 2018 में Wazir X नाम के क्रिप्टो एक्सचेंजे की शुरुआत करने वाले 35 वर्ष के निश्चल सेठी इस समय करीब 38 करोड़ रुपयों के मालिक हैं. यहां हम एक बात स्पष्ट कर दें कि ये आंकड़े हमें अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स से मिले हैं और हम इसकी पुष्टि नहीं करते. लेकिन जो कंपनियां विज्ञापनों पर इतना खर्च कर रही हैं, जाहिर है उन्हें कहीं से तो मुनाफा हो ही रहा होगा और वो करोड़ों रुपये कमा भी रही होंगी. इसी तरह भारत में एक विदेशी क्रिप्टो एक्सचेंजे काम करता है, जिसका नाम है Coin Base. इस कम्पनी ने इसी साल भारत में काम करना शुरू किया है और अब इसके मालिक ब्रायन आर्मस्ट्रॉन्ग 49 हजार करोड़ रुपये के मालिक बन चुके हैं. इसी तरह भारत के दो क्रिप्टो एक्सचेंजेस Coin Switch और Coin DCX अब Unicorn में बदल चुके हैं यानी इनका बाजार मूल्य 7 हजार 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का हो चुका है.
कंपनियों ने कैसे छापे बेहिसाब नोट?
वर्ष 2018 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भारत में क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाया था, जिसे Crypto मार्केट में आया सुधार 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने हटा दिया था और इतने कम समय में ही करोड़ों निवेशकों के दम पर ये क्रिप्टो एक्सचेंजेस का काम करने वाली कंपनियां हजारों करोड़ रुपये की कंपनियों में बदल गईं और इनके मालिक करोड़पति और अरबपति बन गए. आपने TV पर क्रिप्टो एक्सचेंजेस के विज्ञापन जरूर देखे होंगे, जिनमें आपको बार-बार ये भरोसा दिलाया जाता है कि इसमें निवेश करना बिल्कुल सरल और सुरक्षित है. वर्ष 2021 में ही इन विज्ञापनों पर 150 से 180 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं, और इंटरनेट पर विज्ञापनों का जो बाजार है, उसमें इसी साल जनवरी के महीने तक क्रिप्टो एक्सचेंजेस के विज्ञापनों की हिस्सेदारी 6% थी. जो इसी साल जुलाई तक बढ़कर 46% हो गई.
तब तक करिए बस इतना सा काम
हाल ही में हुए T-20 World Cup के दौरान भी सिर्फ दो कंपनियों ने ही TV पर 50 करोड़ रुपये के विज्ञापन दिए थे. जाहिर है कि आम निवेशकों की तरह ये कंपनियां भी क्रिप्टो पर बड़ा दांव खेल रही थीं. लेकिन Crypto के निवेशकों के हाथ शायद अब कुछ ज्यादा नहीं लगने वाला. इस पर आज बहुत सारी प्रतिक्रियाएं भी आई हैं. हालांकि अभी तो ये बिल आने में थोड़ा समय है और एक बार जब ये बिल संसद में पेश होगा तभी स्पष्ट होगा कि भारत में क्रिप्टो का भविष्य क्या है. तब तक अपने निवेश को नियंत्रित कीजिए और अगर आपको आपके निवेश का भविष्य खतरे में लगता है तो अपना पैसा निकाल लीजिए.
Cryptocurrency Price: बिटकॉइन हुआ डालर के पार, बिटकॉइन के दाम में आएगी तेज़ी
Cryptocurrency Price: बिटकॉइन हुआ डालर के पार, बिटकॉइन के दाम में आएगी तेज़ी क्रिप्टोकरेंसी बाजार में आज गिरावट नजर आ रही है। बिटकॉइन 22,000 डॉलर को पार करने के बाद आज 21000 डॉलर के आसपास आ गया। पिछले 24 घंटे के दौरान दुनिया Crypto मार्केट में आया सुधार की सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन 0.12 फीसदी की गिरावट के साथ 21,542 डॉलर पर कारोबार करता नजर आया। आज क्रिप्टोकरेंसी बाजार का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन से नीचे रहा।
बिटकॉइन की कीमतों में इस साल रही गिरावट This year’s decline in bitcoin prices
जून 18 के बाद से बिटकॉइन ऊपर आने की कोशिश कर रहा है। जुलाई 7 के बाद यह 22000 डॉलर के ऊपर आ गया। अब इसमें सुधार नजर आ रहा है। अगर एक्सपर्ट की माने तो आने वाले हफ्तेमें 25000 डॉलर के ऊपर आ सकता है। बिटकॉइन की कीमतों में इस साल 56 फीसदी की गि रावट आ चुकी है। नवंबर, 2021 में बिटकॉइन ने 69,900 डॉलर का उच्चतम स्तर छुआ लेकिन इसके बाद से बिटकॉइन में गिरावट जारी है। फेडरल रिजर्व के ब्याज दरें बढ़ाने और अमेरिका में महंगाई का असर Crypto मार्केट में आया सुधार क्रिप्टो बाजार पर नजर आ रहा है।
ether and dogecoin ईथर और dogecoin
दूसरी ओर ईथर, एथेरियम ब्लॉकचैन से जुड़ी क्रिप्टोकरेंसी लगभगफ्लैट रही और Crypto मार्केट में आया सुधार Crypto मार्केट में आया सुधार 1,214 डॉलर पर आ गई। ये अपने 15 महीने के न्यूनतम स्तर पर है। ये दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। Crypto मार्केट में आया सुधार इस बीच dogecoin आज 0.36 फीसदी चढ़ा और 0.06 डॉलर पर नजर आया। जबकि, शीबा इनु में तेजी नजर आई और ये 0.000011 डॉलर पर कारोबार करता नजर आया।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार में नजर आई तेज There was a sharp rise in the cryptocurrency market
XRP, Solana, BNB, Litecoin, Stellar, Chainlink, Tron, Uniswap, Tether. Polygon, Apecoin, Avalanche, Polkadot में तेजी रही।
1 ट्रिलियन डॉलर से नीचे रहा – क्रिप्टो बाजार का मार्केट कैप Below $1 Trillion – Market Cap of the Crypto Market
ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी बाजार का मार्केट कैप बीते 24 घंटों में 2 फीसदी की गिरावट रही। ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी बाजार का मार्केट कैप 953 बिलियन डॉलर रहा। बीते एक महीने में यह कई बार 1 ट्रिलियन डॉलर से नीचे रहा है। ग्लोबल क्रिप्टो बाजार का मार्केट कैप नवंबर 2021 में अपने पीक या नी 2.9 ट्रिलियन डॉलर था लेकिन इस साल इसमें गिरावट जारी है।
डिस्क्लेमर: बैतूल समाचार निवेश की सलाह नहीं देता है, निवेश से पहले एक्सपर्ट से सलाह अवश्य ले।