व्यापारियों को जीएसटी से लाभ

Bharat Jodo Yatra भारत जोड़ो यात्रा: मोदी सरकार ने नोटबंदी व जीएसटी लगाकर रोजगार की रीढ़ की हड्डी तोड़ व्यापारियों को जीएसटी से लाभ दी: राहुल गांधी
वाशिम. मोदी सरकार ने नोटबंदी व जीएसटी लगाकर रोजगार की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी है. यह प्रतिपादन सांसद राहुल गांधी ने किया है. वह भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वाशिम में आने पर स्थानीय डा. बाबासाहब आंबेडकर के पुतले के सामने आयोजित एक कॉर्नर सभा को संबोधित कर रहे थे. उस समय वह बोल रहे थे.
सांसद राहुल गांधी ने कहा कि, भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा है़ मंगलवार को 65 दिन हो गए है. हम पैदल चल रहे है़ 25 किलोमीटर हम चलते है. दिन भर लोगों से बातचीत होती है़ किसान, मजदूर व छोटे दूकानदारों से बातचीत होती है़ यात्रा का लक्ष्य बीजेपी व आरएसएस के लोगो ने हिंदूस्थान में नफरत, हिंसा का डर फैला रखा है़ इसके खिलाफ आवाज उठाना है़ सड़कों पर मुझे हजारों युवा मिले है, उन सबसे पूछता हूं, तो जबाब व्यापारियों को जीएसटी से लाभ मिलता है विद्यापीठ में पढ़ रहे है, इंजीनियरिंग कर रहे है़.
कोई कहता अन्य शिक्षा ले रहे है़ हर कोई कोई ना कोई सपना देखता है़ इस सपने को पूरा करने के लिए रोजगार की जरूरत होती है. लेकिन रोजगार नहीं मिलता उनको मजबूरन मजदूरी या फिर गाड़ी चलाना पड़ता है़ आज यह देश की सच्चाई है़ क्योंकि मोदी सरकार ने नोटबंदी करके गलत जीएसटी लगाकर रोजगार देने की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी है.
उन्होंने कहा कि रोजगार देने के लिए महत्वपूर्ण रहनेवाले स्माल स्केल इंडस्ट्रीज, किसान, व्यापारी रोजगार देते है़ गलत जीएसटी लगाकर छोटे दूकानदारों को मारने के यह दो हथियार है़ इनको खत्म करने के लिए यह हथियार है़ मोदीजी ने कहा था काला धन मिटायेंगे लेकिन नहीं हुआ, लाखो बेरोजगार हुए है़ मोदीजी ने यह क्यो कहा कि, इस का लाभ केवल अपने 2-3 मित्रों को देना चाहते है़ अनेक बिजनेस इन लोगो के हवाले कर दिया. शाला व कालेज का निजीकरण कर दिया़ अस्पताल को निजीकरण कर दिया़ सभी 2-3 लोगो को फायदा दे रहे है़
किसानों का कर्जा कभी माफ नहीं हो सकता़ करोड़पतियों का कर्जा माफ हो जाएगा़ मगर किसानों का कर्जा माफ नहीं हो सकता है़ अरबपति बैंक से कर्जा लेता है वापस नहीं देता तो नानपरफार्मिंग है़ लेकिन किसान 50,000, एक लाख का लोन लेता है तो उसे डिफाल्डर करके उसका घर ले जाते है़ यह क्यो हो रहा है़ खेती में उगाने फसल को सही भाव नहीं मिलता़ यात्रा का लक्ष्य यह है कि इसके खिलाफ खड़ा होना चाहिए़ यूपीए सरकार के समय गैस सिलेंडर का भाव 400 रुपये था़ पेट्रोल 60 रुपये था़ उस समय मोदी कहते थे कि शर्म आनी चाहिए लेकिन अभी नरेंद्र मोदी इस बारे में बात नहीं करते़ मोदीजी के भाषण में रोजगार महंगाई शब्द नहीं सुनाई देता़ सामान्य लोग घिसे जा रहे है. इसलिए यह यात्रा शुरू की है.
यह तिरंगा श्रीनगर तक जाएगा, कोई रोक नहीं सकेंगे़ देश को बाटा जाता है, देश में नफरत फैलायी जाती है. हिंसा फिलायी जाती तो देश का नुकसान होता है. ये लोग कौनसे देशभक्त है, ऐसा सवाल भी उन्होंने उठाया. यह देश अहिंसा का देश है़ भाईचारा का देश है़ इसे कोई तोड़ नहीं सकता़ कार्नर सभा में भारी भीड़ के कारण सभी लोग राहुल गांधी को देखने उमड़ पड़े थे़.
व्यापारियों को दी जीएसटी से होने वाले लाभों की जानकारी
नुमाईश कैम्प स्थित एक सभागार में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वाणिज्य कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर महेश चंद ने कहा कि जीएसटी में पंजीकरण के साथ ही व्यापारी का 10 लाख रूपए का बीमा तुरंत शुरू हो जाता है जिसके लिए उससे कुछ भी चार्ज नहीं लिया जाता। सहायक कमिश्नर उमाशंकर विश्वकर्मा ने कहा कि जीएसटी व्यापारी सम्मान का प्रतीक है। देश व प्रदेश की विकास योजनाओं में जीएसटी के अंतर्गत पंजीकृत व्यापारी की सक्रिय भूमिका है। जीएसटी व्यापारी के लिए उन्नति व अपने व्यापार को बढ़ाने का उपयुक्त माध्यम है। इसके अंतर्गत पंजीकृत व्यापारी देश के किसी भी भाग में माल बेच व खरीद सकता है।
वाणिज्य कर अधिकारी रविंद्र कुमार ने कहा कि जीएसटी कर प्रणाली में समस्त कार्य घर बैठे ही ऑन लाईन सम्पन्न हो जाते हैं। व्यापारी को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य से खरीदे जाने वाले माल पर आईटीसी की निर्बाध सुविधा मिलती है। उन्होंने कहा कि डेढ़ करोड़ रूपए तक वार्षिक कारोबार करने वाले छोटे व मझौले व्यापारी के लिए समाधान योजना है तथा पांच करोड़ रूपए तक की सीमा वाले व्यापारियों के लिए तिमाही रिटर्न की सुविधा है।
व्यापारी सुरक्षा फोरम संस्थान के जिलाध्यक्ष नरेश धीमान ने कहा कि वाणिज्य कर विभाग द्वारा व्यापारियों के साथ मिलकर पंजीकरण का जो अभियान चलाया गया है उससे पंजीकृत व्यापारियों की संख्या में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल के सभी पदाधिकारी व्यापारियों को पंजीकरण कराने के लिए प्रेरित करेंगे तथा पम्पलेट के माध्यम से व्यापारियों को जीएसटी से होने वाले लाभ के बारे में भी अवगत कराया जाएगा।
बैठक में महानगर अध्यक्ष प्रवीण छाबड़ा, युवा महानगर अध्यक्ष संदेश खुराना, रवि वैश्य, बालमुकुंद माहेश्वरी, संजीव शर्मा, गौरव लूथरा, गौरव कक्कड़, मयंक गुप्ता, रमेश काम्बोज, डी. पी. शर्मा, दीपक जुनेजा, संजीव बाटला, भूषण ठकराल आदि व्यापारी मौजूद रहे।
यूपी के व्यापारियों को पेंशन देने पर विचार कर रही सूबे की योगी सरकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि जीएसटी (व्यापारियों को जीएसटी से लाभ GST) में पंजीकृत व्यापारियों को 10 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे उन्हें काफी लाभ होगा.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated : November 13, 2019, 11:52 IST
लखनऊ. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी आदित्यनाथ (Yogi व्यापारियों को जीएसटी से लाभ Adityanath) जीएसटी (GST) में पंजीकृत व्यापारियों (Traders) को 10 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा के साथ ही पेंशन देने पर विचार कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर वाणिज्य कर विभाग के तहत कार्यरत जोनल एडिशनल कमिश्नरों (Zonal Additional Commissioner) के साथ समीक्षा बैठक की. इस अवसर पर उन्होंने इन सभी अधिकारियों को राजस्व संग्रह में तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए राजस्व संग्रह के निर्धारित 77640.10 करोड़ रुपए के वार्षिक लक्ष्य को हर हाल में समयबद्धता के साथ प्राप्त करना सुनिश्चित किया जाए. निर्धारित लक्ष्य से अधिक राजस्व संग्रह के भी प्रयास किए जाएं. उन्होंने सचलदल में तैनात अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा हर 15 दिन में करने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने जीएसटी में पंजीकृत व्यापारियों की संख्या की समीक्षा करते हुए कहा कि इसके तहत व्यापारियों को जीएसटी से लाभ अभी भी बड़ी संख्या में व्यापारियों के पंजीकरण की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि जीएसटी प्रणाली में पंजीकरण के प्रति व्यापारियों को जानकारी देने के दृष्टिगत एक जागरूकता अभियान चलाया जाए और उन्हें इसके फायदों के विषय में भी अवगत कराया जाए. उन्होंने कहा कि व्यापारी कल्याण बोर्ड और वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी आपस में विचार-विमर्श कर और समन्वय स्थापित कर व्यापारी जागरूकता अभियान चलाएं.
10 लाख रुपए का दुर्घटना बिमा भी मिलेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी में पंजीकृत व्यापारियों को 10 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे उन्हें काफी लाभ होगा. साथ ही, आगे चलकर इसके तहत पंजीकृत व्यापारियों को पेंशन देने की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने पर विचार किया जाएगा. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे व्यापारियों को जीएसटी पंजीकरण के फायदों के साथ-साथ इसकी रिटर्न फाइलिंग के विषय में पूरी जानकारी दें, ताकि व्यापारी आसानी से अपने रिटर्न फाइल कर सकें.
रिटर्न फाइल करने में व्यापारियों की करें मदद
मुख्यमंत्री ने कहा कि वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी रिटर्न फाइलिंग में व्यापारियों की पूरी मदद करें. उन्होंने रिटर्न फाइलिंग की लगातार मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए. साथ ही, व्यापारियों को दिए जाने वाले रिफण्ड को समयबद्धता के साथ वापस किया जाना भी सुनिश्चित किया जाए. इसकी प्रक्रिया का सरलीकरण भी किया जाए. उन्होंने जनपद तथा राज्य स्तर पर टॉप-10 जीएसटी रिटर्न पेयर्स को समारोह आयोजित कर सम्मानित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इससे व्यापारियों का उत्साहवर्धन होगा और उनमें एक सकारात्मक सन्देश भी जाएगा.
जीएसटी पंजीयन की नई आदर्श प्रक्रिया से व्यापारियों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशों का पालन करते हुए वाणिज्यिक कर विभाग ने व्यापारियों को जीएसटी से लाभ व्यापारियों को जीएसटी से लाभ जीएसटी पंजीयन प्रक्रिया को सरल बनाते हुए आदर्श प्रक्रिया स्टेण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (SOP) जारी कर दी है। इससे व्यापार करना और ज्यादा सरल हो जाएगा। पूर्व में नए जीएसटी पंजीयन प्राप्त करने में व्यवसाइयों को समस्याएँ आ रही थी।
वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने विभागीय अधिकारियों की सराहना करते हुए कहा कि विभाग व्यवसाइयों को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुविधाएँ देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे वे प्रदेश की अर्थ-व्यवस्था में ज्यादा से ज्यादा योगदान दे सकें।
आयुक्त वाणिज्यिक कर लोकेश कुमारजाटव ने बताया कि जीएसटी पंजीयन के लिए एसओपी जारी करने से व्यवसाइयों तथा विभाग के अधिकारियों की समस्याओं का समाधान हो जाएगा।
ऐसे होगी आसानी
विभाग के अधिकारियों को जीएसटी रजिस्ट्रेशन के आवेदन के साथ संलग्न किए जाने योग्य दस्तावेज, व्यवसाय की प्रकृति के अनुसार सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है।
इन दस्तावेज का सत्यापन स्वयं अधिकारियों द्वारा अलग-अलग विभागों की वेबसाइट से किस प्रकार किया जाना चाहिए, इस संबंध में भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
व्यवसाइयों को अतिरिक्त दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए बाध्य नहीं होना पड़ेगा। इससे पंजीयन जारी करने की प्रक्रिया जल्दी पूरी हो सकेगी।
नई आदर्श प्रक्रिया में अब सिर्फ आवेदक का पैन, आधार, मोबाइल नम्बर, मेल आईडी एवं व्यवसायिक स्थल के प्रमाण के आधार पर ही जीएसटी पंजीयन जारी किया जायेगा।
पंजीयन में एकरूपता
नई एसओपी अनुसार ही पंजीयन की कार्यवाही किए जाने के लिए अधिकारियों को लगातार निर्देशित किया जा रहा है। एसओपी जारी होने से जहाँ एक ओर प्रदेश के जीएसटी विभाग के समस्त कार्यालयों में पंजीयन की प्रक्रिया में एकरूपता सुनिश्चित होगी, वहीं दूसरी ओर व्यवसाइयों के पंजीयन के सत्यापन हेतु अतिरिक्त दस्तावेज प्रस्तुत करने की अनिवार्यता भी समाप्त होगी। विभिन्न व्यवसायिक संगठन एवं विधिक संगठन लंबे समय से ऐसी व्यवस्था की मांग करते आ रहे थे। नई एसओपी से जहाँ एक ओर बोगस पंजीयन में रोक लगेगी वहीं वास्तविक व्यवसाइयों को अनावश्यक दस्तावेज की मांग से मुक्ति मिलेगी और पंजीयन प्राप्त करने की प्रक्रिया में शीघ्रता आएगी।
व्यापारियों को जीएसटी से लाभ
एक व्यापारी थोक विक्रेता से .
एक व्यापारी थोक विक्रेता से कोई वस्तु खरीदने में गलत ढंग से `2%` का लाभ उठाता हैं और उस वस्तु को फुटकर विक्रेता के यहाँ बेचने पर फिर गलत ढंग से `2%` का लाभ उठाता हैं। उसका लाभ प्रतिशत ज्ञात कीजिए।
Updated On: 27-06-2022
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Aap ko kya acha nahi laga
दोस्तों आज का सवाल है एक व्यापारी थोक विक्रेता से कोई वस्तु खरीदने में गलत ढंग से 2% का लाभ उठाता है और उस वस्तु को फुटकर विक्रेता के यहां बेचने पर फिर गलत ढंग से 2% का लाभ उठाता है उसका लाभ प्रतिशत ज्ञात कीजिए तो दोस्तों मान लेते हैं थोक व्यापारी के यहां उस वस्तु का मूल्य एक्स रुपए हैं माना हो व्यापारी के यहां वस्तु का मूल्य ₹8 है थोक विक्रेता थोक व्यापारी या विक्रेता के यहां वस्तु का मूल्य वस्तु का मूल्य
₹100 है तो उसको हमने कितना मालिया तौर पर व्यापारियों को जीएसटी से लाभ मान लिया अब जो छोटा व्यापारी है उसने 2% का लाभ उठाया इसका मतलब व्यापारी ने वस्तु को ₹98 का खरीदा ठीक है तो व्यापारी ने व्यापारी ने वस्तु को क्या किया कितने में ₹98 में ठीक है तो 2% के यहां पर उसको लाभ मिल गया इसके बाद वह फुटकर विक्रेता के पास जाता है और वस्तु को भेजता है 2% के लाभ पर
उसने वस्तु को कितने रुपए में बेचा फिर व्यापारी फुटकर विक्रेता फुटकर विक्रेता को वह तो भेजता है वस्तु बेचता है कि के बराबर कितने रुपए में भेजता है 2% के लाभ पर ठीक है तो ₹100 का उसका मूल्य था 2% का मतलब ₹102 पर उसने उसको बेचा ठीक है तो व्यापारी का कुल लाभ कितना हुआ तथा
व्यापारी का कोई लाभ ठीक है तो व्यापारी का खुला हुआ 98 का उसने वास खरीदा ठीक है और 102 का बेचा तो व्यापारियों को जीएसटी से लाभ मतलब 102 - 98 कितना रुपए का उसको लाभ हुआ ₹4 का उसको लाभ हो गया अब हमें लाभ प्रतिशत निकालने हैं लाभ प्रतिशत का सूत्र क्या होता है लाभ बराबर लाभ प्रतिशत सॉरी लाभ प्रतिशत बराबर लाभ बटे क्रय मूल्य * तो व्यापारी के लिए लाभ था ₹4 का उसने उसको क्या किया ₹98 पर * तो
तो यह हो जाएगा 400 बटे 982 से भाग दे देंगे तो दोस्तों बटे कितना हो जाएगा चार दूनी आठ और नौ 2 अट्ठारह तो 200 बटे और इंशा उसका लाभ प्रतिशत आया लाभ प्रतिशत तो दोस्तों बटे 493 कितना हो जाएगा चार सही पर बैठे उड़न चार दोस्तों उसका लाभ प्रतिशत है चार सही 4 बटा 49% का लाभांश लाभ प्रतिशत है उसने इस पूरे सोते पर