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दो डीमैट खाते होने के फायदे

दो डीमैट खाते होने के फायदे

'इस Email का किया इस्तेमाल, तो हैक हो जाएगा आपका डीमैट खाता', Zerodha के को-फाउंडर नितिन कामत ने चेताया

Zerodha के को-फाउंडर और सीईओ Nithin Kamath ने बताया, 'पिछले साल करीब 65 लाख ग्राहकों ने हमारे प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग की और हमें इनमें से करीब 100 लोगों से फ्रॉड की शिकायतें मिलीं'

देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन ब्रोकिंग फर्म जीरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत (Nithin Kamath) ने मंगलवार 2 अगस्त को कहा कि इंडस्ट्री में सबसे कम फ्रॉड की शिकायतें उनके प्लेटफॉर्म पर आती हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि फ्रॉड के अधिकतर मामले दो तरीके से हो रहे हैं, पहला- ग्राहक खुद गलती से अपना दो डीमैट खाते होने के फायदे लॉगइन डिटेल किसी के साथ शेयर कर रहे हैं और दूसरा कोई उनका ईमेल आईडी हैक कर ले रहा है।

नितिन कामत ने एक ट्वीट में कहा, जीरोधा दो डीमैट खाते होने के फायदे में हैंकिंग की घटनाओं को लेकर कुछ अटकलें सुनी जा रही है। यहां मैं कुछ आंकड़े दे रहा हूं- पिछले साल करीब 65 लाख ग्राहकों ने हमारे प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग की और हमें इनमें से करीब 100 लोगों से फ्रॉड की शिकायतें मिलीं। इसमें से भी 80 मामले ऐसे थे, जहां कस्टमर्स ने अपनी तरफ से लॉगइन डिटेल शेयर किया था। वहीं बाकी 20 मामले ईमेल हैक होने के चलते हुए थे ( सभी ईमेल आईडी रेडिफमेल (RediffMail) की थीं)।"

उन्होंने आगे कहा, दो डीमैट खाते होने के फायदे कुल सक्रिया ग्राहकों के मुकाबले ऐसे मामलों की संख्या या यहां तक कि आने वाली शिकायतों को भी देखें, तो भी हम इस मामले में ब्रोकिंग इंडस्ट्री में सबसे कम है। ऐसे में यह सिर्फ हमारे बारे में नहीं है। आपका ब्रोकर कोई भी हो, आपको सावधान रहना होगा कि आप अपना लॉगिन डिटेल किसी के साथ शेयर न करें और एक सुरक्षित ईमेल आईडी का इस्तेमाल करें।"

क्या आप अपने शेयरों को एक डीमैट से दूसरे डीमैट में ट्रांसफर करना चाहते हैं? | DEMAT TRANSFER

Demat Transfer – शेयर बाज़ार में पैसा लगाने के लिए डीमैट अकाउंट होना बहुत जरूरी है। आप डीमैट खाते के बिना कोई भी शेयर खरीद या व्यापार नहीं कर सकते। डीमैट खाते के माध्यम से व्यापार करना बैंक खाते के माध्यम से लेनदेन करने जैसा है। फर्क सिर्फ इतना है कि आप पैसे के बजाय डीमैट खाते के जरिए शेयर ट्रांसफर करते हैं।
डीमैट के साथ सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि आप एक से अधिक खाते खोल सकते हैं और अपने शेयर या होल्डिंग को अलग-अलग डीमैट खातों में रख सकते हैं। लेकिन अगर आप अपने सभी शेयर एक खाते में ट्रांसफर करना चाहते हैं तो दो डीमैट खाते होने के फायदे आपके पास वह विकल्प भी है।

अगर आप अपना डीमैट अकाउंट ट्रांसफर करना चाहते हैं तो नीचे क्लिक करें

Demat transfer

IPO INVEST के मुताबिक, एक डीमैट खाते से दूसरे डीमैट खाते में शेयरों को स्थानांतरित करने का तरीका आसान है, हालांकि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। कभी-कभी एक साथ कई डीमैट खाते चलाने से उनके रखरखाव में समस्या आती है। कई लोग ब्रोकरेज राशि को बचाने के लिए शेयर ट्रांसफर भी करते हैं।
आप शेयरों को एक डीमैट खाते से दूसरे में स्थानांतरित करना चाह सकते हैं। ऐसा करने के कई कारण हो सकते हैं। उनमें से कुछ हैं:

डीमैट अकाउंट ट्रांसफर करने के कारण- Reasons to transfer Demat Account

1. आपके पास कई डीमैट खाते हो सकते हैं और आप सभी शेयरों को एक ही खाते में समेकित करना चाहेंगे।
2. यह बिल्कुल विपरीत हो सकता है: आप अलग-अलग खातों में शेयरों को अलग करना चाह सकते हैं। यह आमतौर पर सेवानिवृत्ति या बच्चों की शिक्षा या शादी जैसी लंबी अवधि की योजनाओं के लिए किया जाता है।
3. आप अपनी वर्तमान ब्रोकरेज राशि को बचाने के लिए अपने वर्तमान ब्रोकर से डिस्काउंट ब्रोकर में स्विच करना चाह सकते हैं।
4. आप अपनी ट्रेडिंग राशि को बढ़ाने के लिए दैनिक आधार पर अधिक रिपोर्ट और सुझाव प्राप्त करने के लिए एक पूर्ण सेवा दलाल के पास स्विच करना चाह सकते हैं।

शेयरों को एक डीमैट खाते से दूसरे में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया – How to do Demat transfer

हमें पहले भारत में दो राष्ट्रीय डिपॉजिटरी के आधार पर दो प्रकार के ट्रांसफर के बीच अंतर करना चाहिए: एनएसडीएल और सीडीएसएल।
1. इंट्रा-डिपॉजिटरी ट्रांसफर: अगर ट्रांसफर डिपॉजिटरी के भीतर ही होता है, तो इसे इंट्रा-डिपॉजिटरी ट्रांसफर कहा जाता है।
2. इंटर-डिपॉजिटरी ट्रांसफर: यह तब मान्य होता है जब ट्रांसफर एक डिपॉजिटरी से दूसरे डिपॉजिटरी में होता है।

सभी शेयरों को या तो मैन्युअल रूप से या ऑनलाइन स्थानांतरित किया जा सकता है।

मैनुअल प्रक्रिया – Manual Process to Transfer shares from One Demat Account to another Demat Account

मैनुअल प्रक्रिया के लिए, आपको अपने ब्रोकर से डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप (डीआईएस) प्राप्त करनी होगी। डीआईएस में कुछ अनिवार्य फ़ील्ड हैं जिन्हें शेयरों के हस्तांतरण के लिए भरा जाना चाहिए।
1. लाभार्थी स्वामी आईडी (बीओ आईडी) : यह ब्रोकर की 16 अंकों की आईडी है। स्लिप में आपको मौजूदा और नए दोनों ब्रोकरों की आईडी देनी होगी।
2. अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभूति पहचान संख्या (आईएसआईएन) : डीमैट खाते में आपके प्रत्येक शेयर की पहचान करने के लिए यह एक विशिष्ट आईडी संख्या है। इस संख्या का स्पष्ट रूप से उल्लेख करने की आवश्यकता है कि किन शेयरों को वास्तव में स्थानांतरित किया जाना है।
3. ट्रांसफर का तरीका: अगर ट्रांसफर इंट्रा-डिपॉजिटरी होता है, तो आपको ‘ऑफ मार्केट ट्रांसफर’ विकल्प चुनना होगा। अन्यथा, यह ‘इंटर-डिपॉजिटरी ट्रांसफर’ होगा।
एक बार जब आप फॉर्म में उपर्युक्त सभी फ़ील्ड को स्पष्ट रूप से भर देते हैं, तो आपको फॉर्म के नीचे अपना हस्ताक्षर दो डीमैट खाते होने के फायदे करना होगा। हस्ताक्षर डीपी के डेटाबेस में दिए गए हस्ताक्षर से बिल्कुल मेल खाना चाहिए। इसके बाद, आपको इसे मौजूदा ब्रोकर के पास जमा करना होगा। आपको यह तय करने में एक या दो दिन लग सकते हैं कि कौन से शेयर नए डीमैट खाते में ट्रांसफर किए जाएँ।
ब्रोकर इस हस्तांतरण के लिए कुछ शुल्क लगा सकता है। राशि एक ब्रोकर से दूसरे ब्रोकर में भिन्न हो सकती है। हालाँकि, यदि आप डीमैट खाता बंद करते हैं, तो ब्रोकर कोई शुल्क नहीं ले सकता है।

ऑनलाइन प्रक्रिया:- Online Process to Transfer shares from One Demat Account to another Demat Account

सीडीएसएल में एक डीमैट खाते से दूसरे डीमैट खाते में शेयरों को ऑनलाइन स्थानांतरित करने में आपकी मदद करने के लिए ईएएसआईईएसटी नामक एक सुविधा है। शुरू करने से पहले आपको इस वेबसाइट पर अपना पंजीकरण कराना होगा। प्रक्रिया निम्नलिखित में उल्लिखित है:
1. ‘रजिस्टर ऑनलाइन’ लिंक पर क्लिक करें
2. EASIEST विकल्प चुनें
3. विवरण भरें
4. एक प्रिंटआउट लें और डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) को दें।
5. डीपी इसे आगे केंद्रीय डिपॉजिटरी को भेजेगा, जो आपके विवरण को सत्यापित करेगा। आपको कुछ दिनों के भीतर अपने ईमेल में लॉगिन क्रेडेंशियल मिल जाएंगे।
6. लॉगिन करें और अपनी ब्रोकर सूची देखें। अब, आप अपने शेयरों को स्थानांतरित कर सकते हैं।

डीमैट खाता प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें–

शेयरों को दो डीमैट खाते होने के फायदे स्थानांतरित करते समय कर के निहितार्थ:
शेयरों को एक ही व्यक्ति या अलग-अलग व्यक्तियों के विभिन्न डीमैट खातों में स्थानांतरित किया जा सकता है। एक ही व्यक्ति को शेयरों के हस्तांतरण के मामले में, कोई अतिरिक्त कर देयता नहीं होगी।
ध्यान दें कि पूंजीगत लाभ कर की गणना स्टॉक की खरीद की प्रारंभिक तिथि से की जाएगी। स्थानांतरण की तारीख इसे प्रभावित नहीं करेगी।
मान लीजिए आप अलग-अलग व्यक्तियों के खाते में शेयर ट्रांसफर करते हैं। आपको इस तरह के तबादलों का कारण स्पष्ट रूप से बताना होगा। यदि स्थानांतरण उपहार विलेख के माध्यम से समर्थित है और सीमा से अधिक नहीं है, तो कोई अतिरिक्त कर देयता नहीं होगी। यहाँ टैक्स देनदारी मूल खरीद की तारीख से होगी। इसका पता ऑडिट ट्रेल से लगाया जा सकता है।
यदि आप उन शेयरों को स्थानांतरित करते हैं जो दो डीमैट खाते होने के फायदे आपको शुरू में डीमैट हस्तांतरण के माध्यम से प्राप्त हुए हैं, तो आप पूंजीगत लाभ कर के लिए उत्तरदायी होंगे।

Demat Account की पूरी जानकारी — डीमैट अकाउंट क्या है?

अगर आपको स्टॉक या ट्रेडिंग मार्केट में दिलचस्पी है तो आपके लिए यह जानना बहुत ही ज़रूरी है कि Demat Account क्या है? और Zerodha me Demat Account कैसे खोले? Zerodha क्या है? Demat Account कैसे काम करता है? और भी बहुत कुछ आपको आज इस आर्टिकल पोस्ट में दो डीमैट खाते होने के फायदे डीमैट अकाउंट के बारे में जानने को मिलेगा। जानिए Demat Account kya hota hai in Hindi

Demat Account क्या होता है और डीमैट खाता कैसे काम करता है?
Demat Account fees and charges क्या है?
डीमेट अकाउंट कैसे खोलें?
डीमैट अकाउंट के लाभ क्या है?

Demat Account क्या होता है और डीमैट खाता कैसे काम करता है?

demat account

डीमैट खाता (Demat Account) डीमैटरीकृत खाते ( Demat erialized Accounts) का एक संक्षिप्त रूप है जहा Demat erialized का मतलब विमुद्रीकृत होता है और इस प्रकार Demat erialized Account का मतलब विमुद्रीकृत खाता होता है।

पुराने दिनों में डिजिटलाइजेशन से पहले शेयरों को भौतिक फाइलों के रूप में रखा जाता था, आज के दो डीमैट खाते होने के फायदे समय में इस डीमैट खाते के माध्यम से लोग स्टॉक मार्केट में शेयरों को खरीदने और बेचने का काम करते है।

बैंक अकाउंट्स यानी बैंक खाते के सन्द्रभ में देखे तो डीमैट अकाउंट्स में शेयरों को डिजिटली ऑनलाइन यानी इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखा जाता है जबकि बैंक अकाउंट में पैसो को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखा जाता है यदि आपके पास डीमैट अकाउंट / Demat Account है तो आप आसानी से शेयरों का स्थानांतरण डिजिटली ऑनलाइन कर सकते है।

मूल रूप से डीमैट अकाउंट्स वित्तीय प्रतिभूतियों (Financial Securities) को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखने के लिए बनाए जाते है और भारत में इन डीमैट खातों का रखरखाव दो डिपॉजिटरी संगठनों, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड द्वारा किया जाता है।

आज व्यापार में हर किसी के लिए डीमैटरियलाइजेशन यानी डीमैट खाते को अपनाना फ़ायदेमंद साबित हुआ है और शेयरों को बेचने व खरीदने का काम Demat Account के ज़रिए मोबाइल फोन पर आसानी से किया जा रहा है।

Demat Account fees and charges क्या है?

आप बहुत ही कम पैसो में अकाउंट खोलकर आसानी से स्टॉक मार्केट में शेयरों को खरीद सकते है। डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए आपको अकाउंट ओपनिंग फीस के तौर पर केवल 300 से 700 रुपये खर्च करने पड़ते है लेकिन अकाउंट के रखरखाव यानी वार्षिक प्रबंधन के लिए अलग से एक चार्ज लिया जाता है जो हर ब्रोकर यानी दलाली कंपनी अलग – अलग चार्ज करती है, इसके अलावा भी और फीस जैसे संरक्षक शुल्क, लेनदेन शुल्क आदि भरनी पड़ती है।

डीमेट अकाउंट कैसे खोलें?

डीमैट अकाउंट खोलने को लिए सबसे पहले आपको किसी सेबी पंजीकृत स्टॉक ब्रोकर (SEBI Registered Stock Broker) या सब-ब्रोकर से संपर्क करना होता है और डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको पासवर्ड साइज़ फोटो, पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ, कैंसल्ड चेक आदि सब दस्तावेज़ो की जरूरत होती है।

वायदा और विकल्प ट्रेडिंग (Futures and Options Trading) के लिए आपको 6 महीने तक का अपना बैंक स्टेटमेंट भी देना जरूरी होता है। Zerodha जोकि एक सेबी पंजीकृत स्टॉक ब्रोकर कंपनी है, अगर आप इसमे डीमैट अकाउंट खोलना चाहते है तो इसका विवरण नीचे दिया गया है।

Zerodha में Demat Account कैसे खोलें?

डीमैट अकाउंट या डीमैट ख़ाता ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो तरीक़ो से खोला जा सकता है Zerodha में डीमैट खाता कैसे खोलें? की पूरी जानकारी हमारे दूसरे पोस्ट में दी गयी है, उसका लिंक नीचे दिया है इस पर क्लिक करके आप पूरा प्रोसेस जान पाएँगे –

What is Demat Account Meaning in Hindi

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आज के समय में शेयर बाजार में पैसा निवेश करना इतना आसान हो गया है की आप बस थोड़े समय में आप डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए बहुत से एप्लीकेशन उपलब्ध है ,लेकिन 1996 से पहले शेयर खरीदने और अकाउंट खुलवाना बहुत ही टेडी खीर थी ,आपको भौतिक (physical) रूप से जाकर डाक्यूमेंट्स देकर सारी प्रक्रिया में बहुत समय लगता था।

लेकिन डीमटीरिअलाईज़ेशन (dematerialisation) के आने के बाद सारा कार्य डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक रूप से शुरू हो गया , जानते है What is Demat Account Meaning in Hindi.

डीमैट अकाउंट क्या है?

डीमटीरिअलाईज़ेशन (dematerialisation) का शॉर्ट नाम डीमैट है ,यह एक बैंक अकाउंट की तरह काम करता है ,जिसके माध्यम से आप भौतिक शेयरों और सिक्योरिटीज़ को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखा जाता है ,इसमें आपके शेयर्स ,म्यूच्यूअल फंड्स ,गोवेर्मेंट बांड्स ,सिक्योरिटीज़ ,इ टी एफ,इन्शुरन्स आदि निवेशों के रिकार्ड्स को आसानी से रखा जाता है।

उदाहरण के लिए आपको एक किसी कमपनी के शेयर खरीदने है ,ये शेयर आपके नाम होने के लिए कुछ डॉक्यूमेंटेशन होता है ,जो डीमटीरिअलाईज़ेशन (dematerialisation) से पहले भौतिक रूप से होता था मतलब आप जितनी बार शेयर खरीदोगे या बेचोगे आपको पेपर वर्क होता था ,इसी कागजी कार्यवाही को सरल बनाने के लिए भारत में एन एस सी पर बिज़नेस के लिए डीमैट खता की शुरुआत की।

आज के समय में कोई भी पेपर वर्क अनिवार्य नहीं है सारा काम ऑनलाइन इलेक्ट्रॉनिक रूप से हो जाता है ,और इस सबको आसान बनाने में दो डीमैट खाते होने के फायदे कुछ मोबाइल एप्लीकेशन का भी अच्छा सहयोग रहा है जिनके माध्यम से आप आसानी से कोई भी शेयर बाजार में कर सकते है। जानिए Best 5 Mutual Fund Apps 2022 in India Hindi

क्यों जरुरत पड़ती है शेयर बाजार में डीमैट अकाउंट की ?

डीमैट अकाउंट आपके द्वारा ख़रीदे गए शेयर्स ,म्यूच्यूअल फंड्स और अन्य सरकारी बांड्स को सुरक्षित रखने और आपके जितने भी ट्रेड और लेनदेन के इलेक्ट्रॉनिक सेटलमेन्ट के लिए यह बहुत अनिवार्य है , पेपर वर्क से भी आपको छुटकरा मिल जाता है। अगर आपको शेयर बाजार में निवेश करना है तो डीमैट ,ट्रेडिंग और सेविंग अकाउंट तीनो की जरुरत होती है। read more-What is Demat Account Meaning in Hindi

डीमैट खाते के प्रकार

डीमैट को हम मुख्य तीन प्रकार से देखते है।

  • Regular Demat account
  • Repatriable demat account
  • Non-repatriable demat account

Regular Demat Account

भारत में अधिकतर लोग रेगुलर डीमैट खातों का ही उपयोग करते है ,ये खाते सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) और नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) जैसे स्टॉकब्रोकर प्रदान करते है। इस खाते का मुख्य उद्देश्य प्राथमिक उद्देश्य व्यापार संचालन को और भी आसान और सरल बनाना है। शेयरों की खरीदारी ,हस्तांतरण और बिक्री कुछ ही घंटों के बहुत काम समय में हो जाती है

  • निवेशकों को उनके निवेश में सुरक्षा प्रदान होती है
  • बाजार टिकटों और शेयरों की बिक्री पर प्रतिबंध जैसे अतिरिक्त शुल्कों को हटा दिया गया है, जिससे निवेशकों को अपनी मेहनत की कमाई बचाने में मदद मिली है।
  • यह कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया को बिलकुल हटा देता है।

Repatriable Demat Account

इस तरह का अकाउंट अनिवासी भारत के उन लोगों के लिए होता है जो विश्व में कहीं से भी भारतीय शेयर बाजार में निवेश करना चाहते है। यह खाता सभी अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) के लिए सही है क्यों की इससे आप अपने धन को विदेशों से स्थानांतरित कर सकते हो।
कोई एनआरआई अगर इस डीमैट अकाउंट को लेना चाहता है तो उसे संबद्ध एनआरई बैंक खाते की जरुरत पड़ेगी।
भारत में ,निवासी और अनिवासी (एनआरआई) दोनों इससे आसानी से शेयर बाजार में निवेश आकर सकते है। वहीँ एनआरआई को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के नियमों का पालन करना पड़ेगा।

Repatriable Demat Account खोलने के लिए, एक एनआरआई को पैन कार्ड, पासपोर्ट, वीजा, विदेशी पते के प्रमाण जैसे रेंटल/लीज एग्रीमेंट, उपयोगिता बिल, पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ, एनआरई/एनआरओ खाते के रद्द किए गए चेक लीफ की एक प्रति बनानी चाहिए।
और इन सरे डाक्यूमेंट्स का उन्हें उस देश के भारतीय दूतावास में सत्यापित किया जाना चाहिए जहां एनआरआई रहता है।

Non-repatriable demat Account

यह Repatriable Demat Account के जैसा ही है यह NRI भारतियों के लिए भी है ,लेकिन इसमें NRI को विदेश में फंड ट्रांसफर करने का अधिकार नहीं है क्योंकि इसके लिए एनआरओ बैंक खाते की आवश्यकता होती है। जिन NRI की भारत और विदेशों दोनों में कमाई के जरिये है और उसके पास एनआरई और एनआरओ दोनों खाते हैं, तो उन्हें बिल्कुल भी पैसे भेजने में कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।

How to open demat account in Hindi

डीमैट अकाउंट आप ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से खुलवा सकते है ,

ऑफलाइन में आपको जिस ब्रोकर से अकाउंट खुलवाना है उसके ऑफिस जाना होगा और अपने डाक्यूमेंट्स का सत्यापन करके आप ऑफलाइन डीमैट अकाउंट आसानी से खोल सकते है

  • आवेदन पत्र
  • केवाईसी आवश्यकताएं
  • आवेदक की फोटो
  • पैन कार्ड की कॉपी
  • पहचान प्रमाण-Aadhaar Card
  • निवास प्रमाण – पत्र

कुछ फीस भी लगेगी उसे देकर आप खाता चालू करा सकते है।

ऑनलाइन

ऑनलाइन डीमैट खुलवाना ऑफलाइन से भी आसान है बहुत सरे प्लेटफार्म आपको इसकी सुविधा देते है ,जैसे Groww app ,Zerodha etc इनकी मदद से आप बहुत ही कम समय में kyc पूरा करके अपना निवेश शुरू कर सकते है।

डीमैट अकाउंट खोलने से क्या फायदा होता है?

डीमैट खाते के कुछ प्रमुख फायदे-

  • आपके निवेश के डॉक्युमेंट सुरक्षित रहते है।
  • फ्रॉड का जोखिम न के बराबर
  • बहुत ही कम समय में खाता खुल जाता है
  • डीमैट सिक्योरिटीज पर कोई टीडीएस नहीं
  • पारदर्शिता रहती है
  • लोन लेना आसान हो जाता है

सबसे अच्छा डिमैट अकाउंट कौन सा है?

आज के समय में दो डीमैट अकाउंट बहुत प्रचलन में है एक तो Groww app और ,Zerodha यही सबसे सस्ते दामों में डीमैट अकाउंट प्रदान करते है।

उम्मीद है आपको डीमैट के बारे में सब कुछ समझ आगया हो होगा ,इस टॉपिक Demat Account Meaning in Hindi को यही समाप्त करते है।

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