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ईएमए क्या है

ईएमए क्या है
emi calculation formula with example

होम लोन EMI क्या होती है

ईएमआई (समान मासिक किश्त) वह मासिक भुगतान है जिसे आप अपने होम लोन चुकाने के लिए करते हैं. प्रत्येक ईएमआई को विभिन्न अनुपातों के ब्याज़ और मूल घटकों से बनाया जाता है. अगर आप होम लोन लेते हैं, तो आप पूरा लोन पूरा नहीं होने तक हर महीने मूलधन और ब्याज़ का एक हिस्सा भुगतान करेंगे.

होम लोन EMI की गणना के लिए फॉर्मूला:

लेंडर आमतौर पर निम्नलिखित होम लोन ईएमआई कैलकुलेशन फॉर्मूला का उपयोग करते हैं:

ईएमआई = [P x I x (1+I) N ] / [(1+I) N -1]

कहां,
P - मूल यानी लोन राशि
I - प्रति माह ब्याज़ दर
N – किश्तों की संख्या

होम लोन EMI की गणना कैसे करें?

1. लोन राशि, प्रति माह ब्याज़ दर और उपरोक्त फॉर्मूला में किश्तों की संख्या को बदलें
2. प्रति माह ब्याज़ दर की गणना प्रति वर्ष 12 तक ब्याज़ दर को विभाजित करके की जाती है
3 EMI प्राप्त करने के लिए ध्यान से गणना करें

उदाहरण:
कहते हैं कि आपको प्रति वर्ष 9.5% की ब्याज़ दर पर 10 वर्ष की अवधि के लिए रु. 25 लाख का होम लोन चाहिए; आपकी ईएमआई की गणना इस प्रकार की जा सकती है:

यहां पर,
P = रु. 25,00,000
I = /(12 x 100) = 0.0079
N = 10 साल = 120 महीने

ईएमआई = [25,00,000 x 0.0079 x (1+0.0079) 120 / (1+0.0079) 120 -1 = रु.32329*

*इस राशि में प्रोसेसिंग शुल्क शामिल नहीं है

वैकल्पिक रूप से, आप कुछ समय में अपनी ईएमआई प्राप्त करने के लिए हमारे ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग कर ईएमए क्या है सकते हैं. ईएमआई की वैल्यू देखने के लिए आपको बस मूलधन, ब्याज़ दर और अवधि को डिजिटल कैलकुलेटर में दर्ज करना होगा.

EMI क्या है?

EMI क्या है

भाग दौड़ के इस रोज मर्रा ज़िन्दगी में हमे घर, गाड़ी एवं कई ज़रूरतमंद चीजों के लिए लोन की आवश्यकता पड़ सकती है। अपनी इन ज़रूरतों को पूरा करने के लिए हमे लोन की आवश्यकता पड़ती है जो किसी भी बैंक से प्राप्त कर सकते है। जब भी आप किसी बैंक से लोन की पुष्टि करते हो तो इस बात का ध्यान ज़रूर रखेँ कि आपको EMI क्या है इसकी पूर्ण जानकारी ज्ञात है। कोई भी बैंक अपने लोन प्रक्रिया को नियमित रूप से व्यवस्थित रखती है।

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EMI क्या होती है?

EMI का अर्थ है समान मासिक किश्त। जब भी हम किसी बैंक या कंपनी से बड़े राशि का लोन लेते हैं, तो उसके साथ मूल राशि व ब्याज भी जुड़ जाता है। इस बढ़ती राशि को हम मासिक रूप से किश्त भर कर समाप्त कर सकते हैं। इस मासिक भुगतान को ही EMI कहते हैं। EMI की फुल फॉर्म होती है – Equity Monthly Installment जिसका मतलब है समान मासिक किश्त। EMI दो प्रकार के होते हैं-

  1. मूलधन पुनर्भुगतान
  2. ब्याज़

हर बैंक के लोन का ब्याज़ अलग होता है और जो बैंक अधिक मात्रा में लोन माफ़ करे वह बेहतर होता है।

EMI के तरीके

जब कभी भी आप लोन लेते हैं, तो आपको एक नियमित राशि मिलती है। इस मूल राशि में समय के हिसाब से ब्याज जुड़ते रहते हैं। इसी मूलराशि की भरपाई को ही EMI कहते हैं। इस लोन राशि में ब्याज सहित आपके मासिक किश्त में जुड़ती रहती है। जब कभी हम किसी लोन का भुगतान EMI के माध्यम से करते हैं तो इसके दो तरीकें होते हैं।

  1. ऑफलाइन – जिस भी बैंक संस्थान से आपने लोन लिया हो, उसके नजदीकी ब्रांच में भुगतान कर सकते हैं।
  2. ऑनलाइन – ऑनलाइन माध्यम का इस्तेमाल करके हम क्रेडिट या डेबिट कार्ड से भुगतान कर सकते हैं।

लोन की अवधि

कोई भी बैंक या संस्थान जब हमे एक बड़ी राशि देती है तो साथ ही साथ एक नियमित समय भी देती है जिसके अंदर कुछ ब्याज़ भी जुड़े रहते हैं। अगर हम इस नियमित समय में भुगतान नहीं कर पाते हैं तो कानूनी कार्रवाई हो सकती है। लोन कई प्रकार के होते हैं जैसे कार लोन,होम लोन,बाइक लोन,बिज़नेस लोन,आदि। अपनी जरूरतों के अंतर्गत ही हम सही लोन का चयन करते हैं।

हम इस लोन की राशि को एक बार में भी चुका सकते हैं किन्तु मूलराशि बड़ी होने के कारण ये संभव नहीं होता है और इसी कारण मासिक किश्त भरना बेहतर विकल्प होता है। हमारी अवधि हमारे लोन के राशि पर निर्भर करती है। जितनी बड़ी लोन राशि होती है उतनी ही कम EMI होती है।

नो कॉस्ट EMI क्या है?

जैसा कि हमे नाम से मालूम पड़ गया कि वो हर प्रकार कि EMI जिसमे सिर्फ प्रोडक्ट कि कीमत का भुगतान करना पड़ता है उसे No Cost EMI कहते हैं। दूसरे शब्दों में नो कॉस्ट EMI वह तरीका है जिसमे हमे ब्याज नहीं देना पड़ता है। जैसे कि एक उदाहरण ले सकते हैं – ईएमए क्या है मैंने एक प्रोडक्ट INR 10,000 में किश्त पर ख़रीदा तो दो महीने की इसकी नो कॉस्ट EMI INR 5,000-5,000 रूपये होगी।

EMI कैसे निकालें?

हमारे EMI की गणना मासिक आधार पर की जाती है। इसका हिसाब हम किसी बैंक या संस्थान से लिए हुए मूलराशि से कर सकते हैं। हम अपने EMI लिए मूलराशि का गणित ब्याज़ दर एवं समय कार्यकाल से करेंगे जो हमारी देय अमाउंट यानी EMI होती है।

EMI की गणना निम्नलिखित गणितीय सूत्र के आधार पर की जाती है: EMI = P × R × (1 + R) ^ n / ((1 + R) ^ n -1) जहां, P = ऋण (Principal) राशि, R = ब्याज दर, जिसकी गणना मासिक आधार पर की जाती है।

EMI का पूरा नाम है Equated Monthly Installment जिसका अर्थ है समान मासिक किश्त।

वह EMI जिसमे न ब्याज़ लगता है और न ही कोई प्रोसेसिंग मनी, इस प्रकार की EMI को नो कॉस्ट EMI कहते हैं।

जी नहीं,पर्सनल लोन पर किसी भी प्रकार का कोई नहीं टैक्स लागू नहीं है।

आशा करते हैं कि आपको EMI क्या है का ब्लॉग अच्छा लगा होगा। अगर आप विदेश में पढ़ाई करना चाहते है तो आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।

EMI क्या है EMI कैसे करे पूरी जानकारी

EMI क्या है EMI कैसे करे पूरी जानकारी अगर आपने बैंक या क्रेडिट कार्ड के जरिये लोन लिया है या फिर लेने की सोच रहे है तो आपको यहां EMI की गणना की पूरी जानकारी जान लेना चाहिए. जब आप बैंक से कोई लोन लेते है तो बैंक आपसे EMI के जरिये ही रूपये लेती है और अब तो ऑनलाइन शोपिंग साईट जैसे अमेज़न और फ्लिप्कार्ट में भी आप किसी भी सामान को EMI के जरिये खरीद सकते है ऐसे में सवाल उठता है कि ये EMI क्या होता है और ये कैसे काम करता है अगर आप भी नहीं जानते तो आज हम आपको इसी विषय के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं.

EMI क्या है

Table of Contents

EMI क्या है

इसकी फुल फॉर्म Equated monthly installment होती है जिसे हिंदी भाषा में कन्वर्ट करे तो ये समान मासिक किश्तें होता है यानी किसी लोन को चुकाने या सामान को खरीदने पर जो समान मासिक किश्तों का भुगतान किया जाता है उसे हम EMI कहते हैं. आज हर किसी को लोन की जरुरत पड़ जाती है लोन में तो आपको एक साथ पूरे रूपये मिल जाते है लेकिन जब आपको लोन को चुकाना होता है तो आप एक साथ पूरे रूपये नहीं चुका सकते है इसलिए इसे आसान बनाने के लिए बैंक आपको EMI का ऑप्शन देती है जिसके जरिये आप हर महीने भुगतान करके अपने लोन को आसानी से चुका सकते हैं आपको बता दे कि जब आप EMI यानी मासिक किश्त चुकाते है तो इसमें आपके मूल रूपये के अलावा ब्याज भी शामिल होता है यानी जो आपकी मासिक किश्त होती है उसमें ब्याज के रूपये भी जोड़ दिए जाते हैं.

EMI कैसे करे

आपको ये तो पता चल गया होगा कि मासिक किश्त को ही EMI कहते हैं अब आप ये भी जानना चाहते होंगे कि EMI कैसे काम करती है तो आपको बता दे कि जो आपने लोन लिया उसे अवधि के हिसाब से बाँट दिया जाता इसके साथ पूरे लोन की राशी में लगने वाले ब्याज को भी अवधि के हिसाब से बाँटकर उसे मासिक किश्त में जोड़ दिया जाता है. उदाहरण से समझे तो जैसे किसी व्यक्ति ने एक साल यानी 12 महीनों के लिए 1 लाख रूपये का लोन लिया है और इसमें बैंक 10% का ब्याज ले रही है तो आपकी एक महीने की किश्त 8792 रूपये बनेगी. इस किश्त में 8333 रूपये प्रिंसिपल यानी मूल राशी रहेगी वहीं इसमें 458 रूपये ब्याज जोड़ा गया है. EMI की ऑनलाइन गणना के लिए आप वेबसाइट emicalculator.net पर जा सकते हैं.

EMI के भुगतान करने के तरीके

मासिक किश्त यानी EMI के भुगतान करने के मुख्यतः दो तरीके हैं जिसमे पहला ऑनलाइन होता है वहीं दूसरा ऑफलाइन होता है. EMI भुगतान के ऑनलाइन तरीके में आप अपने क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से कर सकते है इसके लिए आपको बैंक की वेबसाइट पर जाना है और वहां अपना क्रेडिट या डेबिट कार्ड नंबर डालना है आपके अकाउंट से मासिक किश्त के रूप में रूपये कट जायेंगे. वहीं ऑफलाइन तरीके में आपको बैंक में जाकर नगद पैसो में भुगतान करना पड़ता हैं.

ऊपर बताई गयी कुछ बातों से अब आपको पता चल गया होगा कि EMI क्या है और EMI कैसे करे अब इन्टरनेट में कई ऐसी वेबसाइट आ गयी है जो आपको ऑनलाइन EMI की गणना करके देती हैं इन वेबसाइट में आपको मूल राशी और ब्याज का प्रतिशत लिखता होता इसके बाद आपको मासिक किश्त या EMI क्या होगी आपको बता दिया जाता है. ऐसी ही एक वेबसाइट emicalculator.net है जिसपर आप EMI की गणना कर सकते हैं.

ईएमआई क्या है | EMI का मतलब हिंदी में

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आप जब भी कोई लोन लेते हैं या मोबाइल, बाइक और कार लेते हैं तो एक कॉमन वर्ड सुनने को मिलता है, ईएमआई, आप जरुर सोचते होंगे कि आखिर ये ईएमआई है क्या और इसका मतलब क्या है, कैसे इसकी गणना होती है और हर महीने ये किस हिसाब से तय होती है. हम कैसे पता लगाए की किस लोन पर कितनी ईएमआई लगने वाली है.

EMI Full Form in Hindi (EMI meaning in Hindi) EMI का मतलब हिंदी

EMI Full Form in Hindi (EMI Full Form in english) – equated monthly installment (समान मासिक किस्त)

Equated Monthly Installment meaning in Hindi

Equated Monthly Installment ईएमए क्या है यानी EMI, जिसका हिंदी में अर्थ समान मासिक किस्त होता है जो हम किसी भी लोन का भुगतान करने के लिए हर महीने भुगतान करते हैं.

ईएमआई क्या है? (emi kya hai)

EMI या समेकित मासिक किस्त वह निश्चित राशि है, जो आपके द्वारा बैंक या किसी भी वित्तीय संस्था को हर महीने एक विशेष तारीख पर भुगतान की जाती है। जब भी हम कोई लोन लेते हैं, जिसे एकबार में चुकाना मुमकिन नहीं होता है, तो बैंक हमें उसे चुकाने के लिए EMI का ऑप्शन देती है। यानि ईएमआई(EMI) के तौर पर हमें प्रत्येक महीने उस लोन की कुछ तय रकम बैंक में जमा देनी पड़ती है। यानि बैंक हमें लोन को आसान किश्तों में चुकाने की सुविधा प्रदान करती है। बैंकों या वित्तीय संस्थाओं द्वारा लोन को किस्तों में भुगतान की सुविधा को EMI कहते है।

EMI का मतलब बैंक या किसी वित्तीय संस्थान से प्राप्त ऋण के लिए एक समान मासिक किस्त है, जो हमें हर माह जमा करवानी होती है। EMI में ऋण राशि और ब्याज का मूल भाग होता है।

इसलिए, EMI = मूल राशि + ऋण पर चुकाया गया ब्याज।

EMI, आमतौर पर, आपके ऋण की पूरी अवधि के लिए सामान रहता है, और इसे मासिक आधार पर ऋण की ईएमए क्या है अवधि के दौरान चुकाया जाता है। EMI का ब्याज घटक शुरुआत के महीनों के दौरान अधिक होगा और प्रत्येक भुगतान के साथ धीरे-धीरे कम होता जाएगा।

EMI का गणित क्या है?

भले ही आपका मासिक EMI भुगतान समान रहता है, लेकिन समय के साथ मूलधन और ब्याज घटकों का अनुपात बदलता चला जाता है। प्रत्येक क्रमिक भुगतान के साथ, आपका मूलधन बढ़ेगा और ब्याज में कमी आएगी, क्योंकि आपका शेष मूलधन कम होता जाता है।

आसान शब्दों में समझे तो मानलो आपकी EMI 5000रु है और 12 माह तक आपको ये राशि जमा करवानी है तो पहले महीने जैसे आप 5000 रु जमा करवाए तो उसमे 4000रु आपका मूलधन और 1000रु ब्याज जमा हो रहा है। ऐसे ही अगले महीने 4100रु मूलधन और ब्याज 900रु जमा होगा, फिर 4200रु मूलधन और 800रु ब्याज जमा होगा। ऐसे ही ये सभी ईएमआई 5000रु की जमा होगी लेकिन मूलधन और ब्याज बदलता जाएगा। ये गणना सटीक नहीं है, सिर्फ आपको समझाने के लिए बताया है। ऐसा क्यों होता है – आप ईएमआई जमा करवाते जाएंगे तो आपकी मूल राशि जो अपने लोन के रूप में ली है, कम होती जाएगी जिससे ब्याज भी कम होगा लेकिन ईएमआई को समान रखने के लिए ईएमआई में मूलधन को बढ़ा दिया जाता है, ईएमए क्या है जितना ब्याज कम होता है.

ईएमआई की गणना कैसे की जाती है? (ईएमआई कैसे चेक करें)

ईएमआई(EMI) की गणना तीन तथ्यों पर आधारित होती है। पहली ऋण की राशि, दूसरा लागू ब्याज दर और तीसरा रिपेमेंट की अवधि। जितनी अधिक लोन राशि और ब्याज की दर होती है, उतनी ज्यादा ईएमआई की राशि(मासिक किस्त) होती है। वहीं दूसरी ओर जितना अधिक भुगतान करने का समय होगा ईएमए क्या है उतनी ही कम ईएमआई होगी। आप इसके लिए नीचे दिए गए ऑनलाइन कैल्कूलेंटर्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जो कि बैंक और एग्रिगेटर्स की वेबसाइट पर उपलब्ध रहते हैं। या फिर आप इसकी गणना नीचे दिए गये फोर्मुले से स्वयं भी कर सकते हैं।

पर्सनल या बिजनेस लोन EMI calculator कैसे काम करता है? (EMI Kaise Nikale)

EMI calculator आपकी EMI निर्धारित करने के लिए एक आसान फॉर्मूले का उपयोग करता है।

प्रयुक्त सूत्र है(emi calculation formula): EMI Kaise Nikale

EMI Formula

emi calculation formula with example

E = ईएमआई

P = ऋण की मूल राशि

R = मासिक आधार पर गणना की गई ब्याज दर

N = ऋण अवधि

emi calculator

EMI Calculator Screenshot

ईएमआई की गणना आसानी से कैसे करें?(EMI Kaise Nikale )

ऐसे कई टूल वेबसाइट और ऐप हैं जो ऑनलाइन उपलब्ध हैं, जो आपको कुछ ही सेकंड में EMI की गणना करने में ईएमए क्या है मदद कर सकते हैं

उदाहरण के लिए: अभी ईएमआई की गणना करें EMI Calculator से

EMI कैलकुलेटर का उपयोग करने के लाभ

  • वित्तीय योजना:– ऑनलाइन ईएमआई कैलकुलेटर आपको अपने मासिक खर्च को समझने में सक्षम बनाते है और अन्य निवेशों के लिए आपकी वित्तीय योजना को आसान कर देते हैं।
  • सटीकता:– इनके द्वारा की गई गणनाएं कम्प्यूटरीकृत हैं, इसलिए परिणाम सटीक होते हैं
  • समय की बचत: – ईएमए क्या है ऑनलाइन ईएमआई कैलकुलेटर से आप तत्काल परिणाम प्राप्त कर सकते हैं
  • तुलना में आसानी:– आपको भिन्न EMI प्रस्ताव की तुलना करने का फायदा मिलता है, आवश्यक लोन राशि और पुनर्भुगतान अवधि दर्ज करके, आप एक अच्छा निर्णय लेने के लिए विभिन्न बैंकों को आज़मा सकते हैं और उनमें तुलना कर सकते हैं।

no cost emi का मतलब हिंदी में

no cost emi में आपका तो ब्याज लगता है प्रोसेसिंग फीस चुकानी होती है। बस जो लोन (प्रोडक्ट का दम जिसे आप खरीदते हैं) प्रदान किया जाता है वह निधार्रित समय में ईएमआई के माध्यम से आपके खाते से कट जाता है या आपको चुकाना होता है।

इसे भी पढ़े- सिबिल स्कोर कैसे बढ़ाएं

आप विभिन्न लोन स्कीम आजमाकर देख सकते हैं कि आपके लिए कौनसी बेहतर रहेगी.

FAQs About EMI Full Form in Hindi

EMI का अर्थ क्या होता है?

ईएमआई की फुल फॉर्म Equated monthly installment होती है जिसका हिंदी भाषा में अर्थ समान मासिक किश्तें होता है यानी किसी भी ऋण को चुकाने या सामान को खरीदने पर जो समान राशि प्रत्येक माह भुगतान करते हैं उसे हम EMI कहते हैं.

नो कोस्ट ईएमआई का क्या मतलब होता है?

no cost emi का मतलब है कि इसमें आपका तो ब्याज लगता है प्रोसेसिंग फीस चुकानी होती है। बस जो लोन (प्रोडक्ट का दम जिसे आप खरीदते हैं) प्रदान किया जाता है वह निधार्रित समय में ईएमआई के माध्यम से आपके खाते से कट जाता है या आपको चुकाना होता है।

कई बार ईएमआई क्यों नहीं कटती?

ईएमआई राशि नहीं काटे जाने के कई कारण हैं। एक वजह यह भी हो सकती है कि ईएमआई की तारीख के दिन अवकाश हो। उस स्थिति में इसे अगले दिन काटा जाएगा और यदि अगले दिन नहीं, तो उसी महीने के भीतर। यदि यह बैंक की छुट्टी है, तो आपसे विलंब शुल्क नहीं लिया जाएगा।

क्या ईएमआई पुनर्भुगतान अच्छा है?

ईएमआई विकल्प किश्तों में लोन चुकाने की सुविधा उपलब्ध करवाता है, आपको ये जरुर ध्यान रहना चाहिए कि लोन से ज्यादा भुगतान करना पड़ेगा। ब्याज और प्रसंस्करण शुल्क(प्रोसेसिंग फी) के रूप में अतिरिक्त शुल्क इसमें जुड़ जाते हैं। इसके अलावा, यदि आप ईएमआई भुगतान समय पर नहीं कर पाते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को बहुत अधिक प्रभावित करता है और आपको पेनल्टी के तौर पर अतिरिक्त शुल्क चुकाना पड़ सकता है। हालांकि, जब हम घर या गाड़ी खरीदने जैसे बड़े ऋण की बात करते हैं, तो ईएमआई सुविधा के साथ ऋण लेना अधिक फायदेमंद होता है, क्योंकि आप इसमें टैक्स में लाभ लेते हुए तय समय पर आसानी से भुगतान कर सकते हैं।

EMI क्या है और EMI कैसे काम करती है, जानिए पूरी जानकारी

क्योंकि एक साथ कम ब्याज पर ढेर सारी रकम की पूर्ति बैंक ही कर सकता है। लेकिन बैंक से लोन लेने के पहले आपको उस लोन की EMI जे विषय में पूरी जानकारी होना चाहिए। दरअसल बैंक आपको जो राशि लोन के रूप में देता है, वह उसे ईएमआई के माध्यम से ही वापस लेता है।

आज कल ई कॉमर्स वेबसाइट भी अपने सामान को EMI में खरीदने जैसे ऑप्शन देती है। ऐसे में आपके लिए ईएमआई के विषय ईएमए क्या है में जानना जरूरी हो जाता है। आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से आपको बताएंगे कि EMI क्या है और यह कैसे काम करती है।

EMI क्या है और EMI कैसे काम करती है, जानिए पूरी जानकारी

EMI क्या है और EMI कैसे काम करती है, जानिए पूरी जानकारी

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क्या है EMI

आपको बता दे कि EMI का फुल फॉर्म होता है Equated Monthly Installment। अगर हिंदी भाषा में कहे तो सामान मासिक किस्तें। इसे अगर एक लाइन में समझे तो किसी लोन का समान मासिक किश्तों के रूप में भुगतान करना EMI कहलाता है।

अगर सीधी भाषा में समझा जाए तो जब आप अपनी जरुरत के अनुसार बैंक से लोन लेते है, तो बैंक द्वारा आपको एक साथ पूरे पैसे दे दिए जाते है।

इन पैसों का भुगतान करने के लिए बैंक आपको मासिक किस्त या कहे ईएमआई का विकल्प देता है। जिसमें आपको मूल रकम के अलावा ब्याज भी देना होता है। यह ब्याज बैंक द्वारा आपकी मासिक किस्त में ही जोड़ दिया जाता है।

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EMI कैसे काम करती है

आपको यह तो पता चल गया की EMI क्या है, अब यह जानना जरूरी ईएमए क्या है है कि ईएमआई कैसे काम करती है। जानकारी के लिए आपको बता दे कि आपके द्वारा लिए गए लोन और उसपर समायावधी के हिसाब से लगने वाले ब्याज को लोन को चुकाने की समयावधी के हिसाब से बांटकर उसे मासिक किस्तों के हिसाब से लिया जाता है।

अगर उदाहरण से समझे तो यदि किसी व्यक्ति ने 1 लाख रूपए का लोन बैंक से 12 महीनों के लिए लिया है। ईएमए क्या है अब बैंक इस लोन पर 10 फीसदी ब्याज ले रही है तो उस व्यक्ति की मासिक EMI 8792 रूपए होगी। जहां 8333 रूपए मूल राशि तथा 458 रूपए ब्याज की राशि होगी। आप अपनी ईएमआई की गणना ऑनलाइन वेबसाइट emicalculator।net के माध्यम से कर सकते है।

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EMI का भुगतान करने का तरीका

जैसा कि हमने आपको EMI क्या है और यह कैसे काम करता है, इस तरीके को बताया। वहीं अब हम आपको बताने जा रहे है कि आखिर ईएमआई का भुगतान किस तरह से किया जाता है। बता दे कि ईएमआई का भुगतान करने के दो मुख्य तरीके होते है।

पहला तरीका ऑनलाइन होते है, जहां आप अपने बैंक की वेबसाइट पर जाकर अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड से भुगतान कर सकते है। दूसरा तरिका ऑफ़लाइन होता है, जिसमें आपको बैंक जाकर अपनी ईएमआई का भुगतान ईएमए क्या है करना होता है।

ग़ौरतलब है कि कुछ बैंक हर महीने ऑटोमेटिक सीधे आपके अकाउंट से EMI के भुगतान का विकल्प भी देते है। जिसका चयन करने पर ईएमआई सीधे आपके अकाउंट से कट जाती है।

उम्मीद है आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया होगा और आप यह जान गए होंगे कि EMI क्या है और EMI कैसे काम करती है।

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EMI का फुल फॉर्म क्या होता है?

EMI का फुल फॉर्म होता है Equated Monthly Installment। अगर हिंदी भाषा में कहे तो सामान मासिक किस्तें।

इसे अगर एक लाइन में समझे तो किसी लोन का समान मासिक किश्तों के रूप में भुगतान करना EMI कहलाता है।

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