क्रिप्टो धन के लाभ

छोटी नावों से फंड का स्थानांतरण
क्रिप्टो करेंसी पर 1% टीडीएस लायेगा पारदर्शिता और वास्तविक खरीदार: विशेषज्ञ
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन पर मंगलवार को स्पष्टीकरण जारी किया. आयकर विभाग ने मंगलवार को कहा कि डिजिटल परिसंपत्ति (वीडीए) या क्रिप्टोकरेंसी के आदान-प्रदान में खरीदार एवं विक्रेता दोनों को ही अपने स्तर से टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) काटना होगा.
नई दिल्ली : केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने क्रिप्टोकरेंसी के क्रिप्टो धन के लाभ क्रिप्टो धन के लाभ लेनदेन पर मंगलवार को स्पष्टीकरण जारी किया. आयकर विभाग ने मंगलवार को कहा कि डिजिटल परिसंपत्ति (वीडीए) या क्रिप्टोकरेंसी के आदान-प्रदान में खरीदार एवं विक्रेता दोनों को ही अपने स्तर से टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) काटना होगा. सीबीडीटी ने कहा कि आयकर अधिनियम की धारा 194एस के मुताबिक खरीदार को वीडीए के लेनदेन में कर कटौती करनी होगी. बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि बिटकॉइन, एथेरियम, टीथर, शिबू इनु और डॉगकोइन जैसी क्रिप्टो मुद्राओं और ऐसी अन्य आभासी मुद्राओं और अपूरणीय टोकन के लेनदेन पर एक प्रतिशत कर की कटौती पारदर्शिता लाएगी और वास्तविक खरीदारों को प्रोत्साहित करेगी. सरकारी विनियमन क्रिप्टो धन के लाभ क्रिप्टो धन के लाभ के अनुसार, क्रिप्टो और अन्य आभासी मुद्राओं के व्यापार पर 1% टीडीएस 1 जुलाई से लागू हो गया है. इसके परिणामस्वरूप क्रिप्टो-मुद्राओं जैसे वजीरएक्स, जेबपे और कॉइनडीएक्स जैसे क्रिप्टो-मुद्राओं के व्यापार में भारी कमी आई है.
क्रिप्टो करेंसी से मिसाइल प्रोग्राम के लिए धन जुटा रहा उत्तर कोरिया
संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया मिसाइल परीक्षण से बाज नहीं आ रहा है। अपने हथियार कार्यक्रम के लिए धन जुटाने को वह वित्तीय संस्थानों और क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर साइबर हमलों का सहारा ले रहा है। मंगलवार को लीक हुई संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की एक गोपनीय रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
120 अरब रुपये इकट्ठे किए
33 पन्नों की यूएन रिपोर्ट क्रिप्टो धन के लाभ में कहा गया है, ‘उत्तर कोरिया के साइबर हमलावर वित्तीय संस्थाओं और क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज को निशाना बना रहे हैं। वे देश के नरसंहारक हथियार कार्यक्रम के लिए अनुमानित दो अरब डॉलर (लगभग 120 अरब रुपये) एकत्रित कर चुके हैं।’ यह रिपोर्ट बीते दो हफ्ते में मंगलवार क्रिप्टो धन के लाभ को उत्तर कोरिया की ओर से किए गए चौथे मिसाइल परीक्षण के बीच आई है।
भारत में नियमन के बाद कैसा होगा क्रिप्टो करेन्सी का सफ़र, जानिए ज्योतिष के अनुसार
क्रिप्टो करेन्सी यानी कि एक तरह की डिजिटल करेन्सी जिसका लेखा-जोखा डिजिटल रूप से क्रिप्टो बेचने वाली संस्था के पास होता है। यह करेन्सी भौतिक रूप में नहीं होती है। कई देशों ने इस पर लगाम लगा रखी है तो अधिकतर देशों ने इसे बैन किया है। भारत में भी इस पर संसद के शीत सत्र में चर्चा होने की सम्भावना है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, पश्चिमी देशों में इस करेन्सी के तेजी से बढ़ने के आसार कम हैं। वहाँ डॉलर का आधिपत्य बरकरार रहेगा। परन्तु, यूरोपीय देशों में यह तेज़ी से प्रगति कर सकता है, ख़ासकर अल-सल्वाडोर के आस-पास।
विश्वभर के विभिन्न देशों जैसे- तुर्की, अल्जीरिया, इराक, इरान, मिस्र, कोलंबिया और बोलिविया में सभी प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी या तो बैन है, या फिर बहुत से देशों में इनके नियमन की व्यवस्था है। अल-सल्वाडोर के अतिरिक्त, कई देशों ने तो क्रिप्टो करेंसी को पूर्ण रूप से वैधायिक मान्यता भी दी है। अल-सल्वाडोर की राशि मेष होने के कारण यहाँ पर यह करेन्सी चलना स्वाभाविक है। परन्तु, कई देशों में इसका विपरीत प्रभाव भी दिखेगा। भारत में क्रिप्टोकरेंसी रेग्युलेशन किए जाने की सम्भावना है। वित्तीय मामलों की संसदीय समिति ने क्रिप्टोकरेंसी के लिए हुई चर्चा में पाबंदी लगाने के बजाय नियमन का प्रस्ताव रखा।
Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग करने वाले निवेशकों पर टैक्स की मार, 1 जुलाई से देना होगा TDS!
By: ABP Live | Updated at : 15 Jun 2022 07:20 PM (IST)
Edited By: manishkumar
प्रतिकात्मक फोटो ( Image Source : Getty )
TDS On Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के निवेशकों को 1 जुलाई, 2022 से बड़ा झटका लगने वाला है. एक जुलाई 2022 से सभी क्रिप्टो के ट्रांजैक्शन पर 1 फीसदी टीडीएस का भुगतान करना होगा चाहे वो मुनाफे में बेचा गया हो या नुकसान में. तब से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर उत्साह घटा है. टीडीएस लगने के बाद से ये और घट सकता है.
क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं पर लगता है टैक्स
सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं दिया है लेकिन इस वर्ष 2022-23 क्रिप्टो धन के लाभ से क्रिप्टोकरेंसी को होने वाले इनकम पर 30 फीसदी क्रिप्टो धन के लाभ टैपिटल गेन टैक्स लगाने का फैसला किया है. साथ ही अब 1 जुलाई से क्रिप्टो के लेन देन पर 1 फीसदी टीडीएस का भी भुगतान करना होगा. आपको बता दें जो निवेशक क्रिप्टोकरेंसी को मुनाफे में नहीं भी बेचते हैं उन्हें भी टैक्स चुकाना होगा. ऐसे क्रिप्टो में निवेश करने वाले निवेशकों को एक फीसदी टीडीएस क्रिप्टो धन के लाभ का भुगतान करना होगा जिससे सरकार क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन करने वालों के ठौर ठिकानों का पता लगा सके.
कुछ समय से समाचारों में क्रिप्टो करेंसी के बारे में तेजी से सुनाई पड़ रहा है। हाल ही में हमारे प्रधानमंत्री ने सिडनी डायलॉग में सभी लोकतंत्रों से क्रिप्टो के लिए साथ मिलकर काम करने की अपील की है, ताकि वे गलत हाथों में पड़कर हमारे युवाओं को बर्बाद न करे। आरबीआई गवर्नर ने मैक्रोइकॉनॉमी और वित्तीय स्थिरता के लिए क्रिप्टो को संशय की दृष्टि से देखा है।
यदि सरकार के नजरिए से देखें, तो बिना किसी विनियमन के चलने वाली क्रिप्टो मुद्रा; मनी लॉड्रिंग, क्रिप्टो धन के लाभ ड्रग तस्करी तथा आतंकवाद की फंडिंग जैसी अवैध गतिविधियों का माध्यम बन सकती है। दूसरी ओर, क्रिप्टो को मान्यता देने और विनियमन के द्वारा इसे एसेट वर्ग में लाकर ट्रेडिंग गतिविधि की मॉनिटरिंग, निवेशकों के लाभ पर कर लगाने, और पारदर्शिता के सिद्धांत लागू करने में क्रिप्टो धन के लाभ सफल हो सकती है।
आरबीआई की संभावित आशंकाएं-
- आरबीआई में शामिल केंद्रीय बैंकों को सबसे अधिक डर यह क्रिप्टो धन के लाभ है कि क्रिप्टो, उनकी मौद्रिक संप्रभुता को नष्ट कर सकता है।