Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है

Trading क्या है? stock market Trading कितने प्रकार की होती है
Trading क्या है? यह उन लोगों को जानना चाहिए जो लोग stock marketing मे आना चाहते है or लोगों को सबसे पहले trading का मतलब जानना चाहिए की trading क्या होता है और इसके कितने प्रकार होते है चलो हम देखते है trading mean in hindi या trading क्या है इस आर्टिकल मे आपको इस विषय की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त होगी तो चलो हम स्टेप by स्टेप देखते है join me if you want more telegram
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Trading क्या है?
हम आसान शब्दों मे trading क्या है को हिन्दी मे “व्यापार” बोलते हो या कहते है इसका मतलब किसी बस्तु या किसी service का आदान प्रदान करके मुनाफा प्राप्त करना |
इसी प्रकार जो लोग share marketing या stock market मे आना चाहते है और बो शेयर मार्केट मे कंपनी के share को खरीदते है और उन्हे buy बेच कर मुनाफा कमाते है उसे हम stock market ट्रैडिंग बोल सकते है अगर हम और अंदर बात को समझे तो trading stock market या हम share market मे trading की अवधि 1 बर्ष की होती है अगर कोई भी trader किसी कंपनी के शेयर को 1 साल से और अधिक होल्ड करता है तो उसे हम investment के रूप मे जानते है तो उसे हम trading न बोलकर उसे इनवेस्टमेंट बोलते है यह पूरा व्यापार पहले ऑफलाइन हुआ करता था पर यह पूरा व्यापार अब पारदर्शी अनलाइन हो गया है
चलो आपको एक example देकर समझते है ( FREE DEMAT ACCOUNT OPENING )
कोई भी ट्रैडर मेरे कहने का मतलब कोई भी व्यक्ति जो कोई भी किसी company का share buy करता जिसकी 1 share की कीमत 100 रुपए है आज और उसने 10 दिन बाद उसी share की कीमत 10 दिन बाद 1500 रुपए की हो गई और उसे उसने 1400 रुपए का मुनाफा कमा कर बेच दिया उसे हम trading बोल सकते है अतः आप समझ गए होंगे ट्रैडिंग क्या होती है
हम देखते है ट्रैडिंग Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है के प्रकार के बारे मे जो निनमप्रकार के है
share market Trading कितने प्रकार की होती है
share market को चार प्रकार की होती है जो इस प्रकार है
Scalping Trading
scalping trading हैलो दोस्तों आप आज जानेगे scalping trading के बारे मे यह क्या होती है यह आज कल बहुत ज्यादा इसका उपयोग करते है ट्रैडर becouse आजकल किसी को मार्केट मे पूरा समय बिताने के लिए समय नहीं होता है बो नहीं बैठ सकते 9:15 am to 3:30 pm पूरे समय मार्केट देखने के लिए इसलिए बहुत ज्यादा ट्रैडर scalping trading का उपयोग करते है मुनाफा कामने के लिए
Scalping Trading का मतलब आप एक छोटी सी move को एक बड़े postion साइजिंग के अगएनिस्त trade क्या जाता है यह trade कुछ सेकंड के लिए ली जाती है अगर आप इसे और अच्छे से समझना चाहते है तो आपको मेरा टेलग्रैम चननले जॉइन करना चाहए जिससे आप लाइव इसे समझ सके की scalping trading कैसे करते है पर यह बहुत रिस्क trade होती है इसमे लालच नहीं करना चाहए इस ट्रैड का use करके आप कुछ सेकंड मे लाखों पेसे earn कर सकते है
Intraday Trading
intraday trading वह ट्रैडिंग होती है जो ट्रैडर उस ट्रैड को केवल एक दिन के ही लिए ले सकते है इसे intraday बोलते है आज कल बहुत से ट्रैडर interday खेल कर लाखों pese Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है earn करते है
वो भी 1 दिन मे interday को खेलने के लिए किसी कंपनी के share को खरीद जाता है बो भी 9:15 am to 3:30 pm के लिए इसमे आपको समय दिया जाता 9:15 am से 3:30 pm तक जब आप को मुनाफा होता है तब आप अपने शेयर को बेच सकते है पर यह आपकी लिमिट केवल 1 दिन की होती है
इसमे रिस्क काम होता है scalping के अपेक्षा पर यह बहुत ज्यादा ट्रैडर इसको nifty या bank nifty मे खेलते है intraday अगर आप जानना चाहते है nifty kya है तो इस आर्टिकल को जरूर पड़े nifty 50
Swing Trading
Swing Trading यह अपने जरूर सुन होगा किसी ट्रैडर से तो चलो हम देखते है Swing Trading क्या होती है Swing Trading का मतलब शेयर मार्केट मे बार बार ट्रैड करते है 1 दिन मे दस बार कर सकते है यह ट्रैड करने मे रस्क बहुत काम होता है इसमे किसी कंपनी का फूँदमेंटेल देख कर किया जाता है इस ट्रैड को अपनाकर आप अच्छा pese earn कर सकते share मार्केट मे इसकी ऐक्यरसी बहुत Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है अच्छी होती है और आप घर बैठे पेसे कमा सकते है
Positional Trading
Positional Trading वह ट्रेड जो कुछ लॉंग टर्म के लिए होल्ड किए जाने बाली trading होती है । यह मार्केट का long term movement को कैप्चर करने के लिए किया जाता है। ताकि एक अच्छा मुनाफा हो सके। शेयर बाजार की रोजाना के up-down से इन पर जायदा असर नहीं होता है। यह बाकी सभी trading से कम रिस्की होता है
शेयर मार्केट क्या है?, स्टॉक मार्केट क्या है? | What is Share Market In Hindi
आज हम इस पोस्ट में शेयर बाजार के बारे में जानेंगे की, Share Market क्या है, Share Market के कितने प्रकार होते है और Share Market में पैसा कैसे invest करना चाहिए। शेयर बाजार यह किसी भी विकसित देश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। उद्योग या व्यवसाय चलाने के लिये capital चाहिए होता है तो यह उन्हें शेयर बाजार से मिलता है। तो दोस्तों आज हम Share Market/शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट क्या है? के बारे विस्तारित रूप से जानेंगे।
What Is Share Market in Hindi? - शेयर बाज़ार क्या है?
Share का अर्थ होता है "हिस्सा" या "भाग" लेकिन शेयर बाजार या Share Market की भाषा में बात करे तो Share का अर्थ होता है कंपनियों में हिस्सा लेना, किसी कंपनी का Share खरीदना याने उस कंपनी का हिस्सेदार या भागीदार बन जाना।
शेयर बाज़ार के माध्यम से आम आदमी भी बड़े से बड़े उद्योग या व्यवसाय मे अपनी भागीदारी कर सकता है लेकिन Share Market यह एक ऐसी जगह है की, यहा पर बहुत से लोग पैसे कमा भी लेते है और पैसे गवा भी लेते है याने Share Market में किसी को बहुत फायदा होता है या फिर किसी का नुकसान भी हो जाता है।
Share Market में Share ख़रीदे और बेचे जाते है। भारत में मुख्य रूप से Bombay Stock Exchange (BSE) और National Stock Exchange (NSE) यह दो Stock Exchange है।
Share खरीदने और बेचने के लिए कई शेयर ब्रोकर्स यानी शेयर दलाल होते है, वो अपना कमीशन लेकर किसी व्यक्ति या कंपनी को शेयर खरीदने बेचने का काम करता है। शेयर बाजार में ब्रोकर या दलाल स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते है और सिर्फ वो ही स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
शेयर ब्रोकर्स या शेयर दलाल के जरिये शेयर ख़रीदे या बेचे जाते है। ग्राहक या कंपनी खुद शेयर खरीद या बेच नही सकते। कहा जाता है की, स्टॉक एक्सचेंज, ब्रोकर या दलाल और निवेशक यानी गुंतवणूकदार यह शेयर बाजार या Share Market की तीन कडियाँ है।
Types of Share Market in Hindi - शेयर मार्केट के कितने प्रकार होते है
मुख्यतः Share Market के दो प्रकार होते है एक Primary Share Market और दूसरा Secondary Share Market इसका विश्लेषण नीचे दिया गया है।
1. Primary Share Market (प्राथमिक शेयर मार्केट)
सबसे पहले कंपनी को अपने शेयर्स की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग करवाकर अपने शेयर को बेचती है पर उसे Initial Public Offering या IPO लाना पड़ता है और उसके बाद ही निश्चित किये हुए मूल्य पर अपने शेयर को पब्लिक को ख़रीदने के लिए उपलब्ध किया जाता है।
स्टॉक एक्सचेंज जैसे BSE, NSE और ब्रोकर के जरिये कंपनियां प्राथमिक बाजार के माध्यम से निवेशकों तक पहुँचती हैं।
अगर कोई कंपनी को Initial Public Offering या IPO के लिए जाते समय उसको अपने बारे में, promoters, financials, businesses, अपने शेयर या स्टॉक और उनकी कीमत की पूरी जानकारी देनी होती है।
2. Secondary Share Market (द्वितीयक शेयर मार्केट)
जब हम शेयर मार्केट में पैसा लगाने की बात करते है तो हम Secondary Share Market की बात करते है और उनमे ही पैसा लगाते है। इस मार्केट में पहले से ही लिस्टेड कंपनी के शेयर की खरेदी बिक्री होती है।
Secondary Share Market प्रकार के शेयर बाजार में एक स्टॉक या शेयर की कीमत लगाई जाती है और उसे ख़रीदा-बेचा जाता है लेकिन उस शेयर की उसके फायदे या नुकसान के साथ ख़रीदा-बिक्री होती है।
किसी व्यक्ति के पास जो शेयर बाजार का भाव रहता उस रेट से ही किसी दूसरे व्यक्ति को रियल टाइम मे बेच देते है। दलाल या ब्रोकर के जरिये ही खरेदी-बिक्री होती है।
इस Secondary Share Market में ऐसा भी होता है की, कोई गुंतवणूकदार अपना शेयर किसी ओर को बेचकर शेयर मार्केट या बाजार से बाहर निकल जा सकता है।
शेयर बाजार में पैसा कैसे निवेश करें? How to Money Invest in Share Market?
शेयर मार्केट में Invest करने से पहले हमारे सामने कई सवाल होते हैं जैसे कि, How to invest in share market, कहां निवेश और कैसे निवेश करें या Invest करने में कोई धोखा तो नहीं। इन ही बातो का हमने खयाल रखा तो हम आसानी से शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं।
- जब कभी भी Invest करना हो उससे पहले उस कंपनियों की हालातों पर नजर रखें।
- शेयर विकास दर कम हो या महँगाई दर ज्यादा हो तो तब बड़ी कंपनियों पर नजर रखें, क्योंकि ऐसी स्थिति में छोटी कंपनियों के मुकाबले बड़ी कंपनियों के शेयर अच्छी स्थिति में होते हैं।
- जब भी शेयर बाजार की हालत थोड़ी कमजोर हो तो बड़ी कंपनियों की तरफ ध्यान रखे।
- कोई भी शेयर खरीदने और बेचने के लिए हमेशा एक स्टॉक ब्रोकर की जरूरत होती है, जब आप स्टॉक मार्केट में निवेश या Invest करने के लिए स्टॉक ब्रोकर के पास जाते है, तो आपको सबसे पहले उनके पास से दो account खोलने पड़ते है " Demat Account " और " Trading Account " यह account खोलने के बाद आप आसानी से कोई भी शेयर की खरेदी-बिक्री कर सकते है।
- आपको स्टॉक ब्रोकर ऐसा चुनना चाहिए की, वह कम फ़ीस में आपको अच्छी और बेहतरीन सेवा दे।
- शेयर बाजार में पैसे लगाना ही सबकुछ नही है बल्कि आपको financial plan की भी जरूरत होती है। इन्वेस्ट करने से पहले आपको अपनी financial situation, cash flow और रिक्स लेने की क्षमता पर विचार करना चाहिए।
- शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने के लिए आपको उसके बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है वरना आपको बहुत बडी कीमत चुकानी पडती है। इसलिए आप किसी जल्दबाजी में कोई फैसला ना ले।
दोस्तों उम्मीद करते है की आपको Share Market क्या है, Share Market में पैसा कैसे इन्वेस्ट करना चाहिए और शेयर मार्केट के कितने प्रकार है इन सब के बारे में पूरी और सही जानकारी मिली होंगी।
अब आप भी "What is Share Market in Hindi - Types of share market and Tips" की पूरी जानकारी लेने के बाद ही शेयर बाजार में पैसा इन्वेस्ट करेंगे। तो दोस्तों आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों में शेअर करे और हमे comments करके बताये।
क्या Trading करना चाहिए? Trading करें या नहीं (2022)
क्या Trading करना चाहिए: Hello friends, आप सभी का हमारे इस ब्लॉग में स्वागत है। आज मैं आपको बताऊंगा की क्या Trading करना चाहिए? यानी की Trading करना गलत है या सही और अगर सही है तो इससे हम पैसे कैसे बना सकते है।
दोस्तों यह तो आपको मालूम ही होगा में आज का युग डिजिटल युग है और इस डिजिटल युग में पैसे कमाने की ढेरों तरीके मौजूद है। जिनमें से एक Trading भी है। जो पिछले कुछ समय से काफी ज्यादा Trending में चल रहा है।
हांलकी पहले भी लोग इसका उपयोग करते थे, लेकिन इतना ज्यादा नहीं जितना वे अभी करते हैं। और यदि आप भी Trading करना चाहते हैं और आपके मन में सवाल है की क्या हमें Trading करना चाहिए, तो आपको इस लेख को पूरा पढ़ना है, आपको आपके सवाल का जवाब मिल जायेगा।
तो चलिए दोस्तों अब हम जानते हैं की क्या Trading करना चाहिए या नहीं लेकिन उससे पहले मैं आपको बताऊंगा की Trading क्या है? ताकि आपके मन में कोई भी सवाल न रहें और आपको आपके सवाल का जावाब भी मिल जाए।
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Trading क्या है? (What is Trading in Hindi)
अगर मैं आसान शब्दों में कहूं तो Trading को व्यापार कहा जाता है। इसका साफ मतलब है किसी वस्तु या फिर किसी समान का आदान प्रदान करके पैसे कमाना। Trading में आपको Stocks खरीदने होते है जिसके बाद उसे बेचना होता है।
जिससे आपकी कमाई होगी। Trading की अवधि 1 साल के लिए रहती है। मेरा मतबल है की आप यदि कोई शेयर खरीद रहे हैं तो आपको उस शेयर को 1 साल के अंदर ही बेच देना है। अगर हम एक साल के बाद किसी शेयर को बेच देते हैं तो यह ट्रेडिंग नहीं कहलाता
बल्कि निवेश (Invest) कहलाता है। अगर आप शेयर खरीद रहे हैं तो इसका मतलब है की कोई और व्यक्ति शेयर बेच रहा होगा और यदि आप शेयर बेच रहे है तो कोई दूसरा व्यक्ति आपके शेयर को खरीदता है। इसी प्रकार से Trading होता ही।
क्या Trading करना चाहिए?
दोस्तों Trading करना कोई गलत काम नहीं है। आपको Trading जरूर करना चाहिए, यह पैसे बनाने का जबरदस्त तरीका है। लेकिन Trading करने से पहले आपको इसके बारे में काफी चीजें मालूम करना होता है और ट्रेडिंग सीखना होता है।
यदि आपको मालूम है की Trading कैसे किया जाता है, तो आप थोड़े बहुत पैसों से Trading करना शुरू कर सकते हैं और यदि आप अपने शुरुआती चरण में हैं, तो आपको सभी ट्रेडिंग एप में ट्रेडिंग करने के लिए 10 हजार डॉलर दिए जाते हैं, जिनका उपयोग आप ट्रेडिंग करने के लिए कर सकते हैं।
ये Real Money नहीं होते, केवल आपके सीखने के लिए आपको दिए जाते है। एक बार जब आप Trading सिख जाओगे तब आप इससे पैसे कमाना भी शुरू कर दोगे, यह काफी बढ़िया तरीका है Trading से पैसे कमाने का।
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Trading कैसे करें?
दोस्तों अब मैं आपको बताऊंगा Trading कैसे करें? Trading से पैसे कमाने के लिए आपको Trading करना भी सीखना होगा। तो चलिए जानते हैं Trading कैसे करें। Basically दोस्तों इसे हम एक उदाहरण द्वारा आपको समझाएंगे।
दोस्तों मान लीजिए की आप कोई शेयर खरीद रहे है जिसके कीमत 20 रुपए है। अब अगर आपको उससे मुनाफा कमाना है तो आपको उस शेयर को बेचना भी पड़ेगा। आपको थोड़ा इंतजार करना है की इस शेयर की कीमत में थोड़ा बढ़ोतरी हो, यानी 3 से 5 रुपए या इससे अधिक की बढोतरी।
अब मान लेते हैं की वह शेयर जिसे आपने खरीदा था उसकी कीमत अब 25 रुपए हो गई है। ऐसे में आप 25 रुपए में उसे बेचेंगे, यहां आपको 5 रुपए का शुद्ध मुनाफा होगा। यदि आपने 2 शेयर खरीदे हैं, तो आपको सीधा 10 रुपए का मुनाफा होगा।
शेयर की कीमत बढ़ने या घटने का समय एक सप्ताह तक का हो सकता है, इस बीच आप अपने हिसाब से शेयर को बेच और खरीद सकते हैं। यहां तक की आपने जिस समय शेयर को खरीद है उसी समय भी उसे बेच सकते हैं। Share Market में हर सेकंड उतार चढ़ाव होते रहता है
इसलिए यदि कभी आपने जो शेयर खरीद है उसकी प्राइस में कमी हो जाए तो घबराएं बिल्कुल नहीं। कुछ दिन इंतजार करे और जब प्राइस बढ़ जाए तो उसे बेच दे। हां दोस्तों लेकिन इसमें आपका लगी नुकसान भी होता है, इसलिए सोच समझ के ही शेयर खरीदें। इसके लिए आपको सबसे पहले अच्छे शेयर की पहचान करनी होगी, फिर ट्रेडिंग करना शुरू karna है।
1. क्या ट्रेडिंग करना सही है?
जी हां दोस्तों ट्रेडिंग करना बिलकुल सही, आप भी ट्रेडिंग कर अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं।
2. Trading कितने रुपए से शुरू कर सकते हैं?
दोस्तों आप ट्रेडिंग मात्र 100 रुपए से शुरू कर सकते हैं।
Conclusion (क्या ट्रेडिंग करना चाहिए?)
तो दोस्तों इस लेख में आपने जाना की Trading क्या है? और कैसे किया जाता है? साथ ही ट्रेडिंग करना चाहिए या नहीं इसके बारे में भी मैंने आपको अच्छे से बताया है। अब आप चाहें तो ट्रेडिंग करना अभी से शुरू कर सकते हैं।
आखिर में मैं आपको यही सलाह दूंगा की जब भी शेयर खरीद रहे हो तो खुद के रिसर्च के हिसाब से ही शेयर खरीदें। किसी दूसरे व्यक्ति की बातों में आकर ऐसे ही किसी भी शेयर को न खरीद लें, इससे आपका फायदा तो नहीं होगा लेकिन नुक्सान काफी अधिक होगा।
दोस्तों यदि यह पोस्ट आप लोगों को अच्छी लगी है, तो कृपया इसे अपने दोस्तों और सभी सोसल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर जरूर करें। साथ ही अगर आपके मन में कोई सवाल या डाउट है तो कृपया करके उसे भी पूछ लें। हम आपके सवालों का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।
Pre Open Market में क्या होता है? ट्रेडिंग के टॉप सीक्रेट्स!
स्टॉक मार्केट की जानकारी रखने वाले या स्टॉक मार्केट में ट्रेड करने वाले लगभग सभी लोगों को ये पता है कि मार्केट खुलने से पहले 09:00 AM से लेकर 09:15AM के बीच एक सेशन होता है जिसे हम Pre Open Market के नाम से जानते हैं. लेकिन बहुत से लोगों को ये नहीं पता है कि प्री ओपन मार्केट के में होता Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है क्या है और इस बीच शेयर्स की प्राइस क्यूँ घटती-बढती है और फिर प्री ओपन मार्केट सेशन के बाद शेयर्स की ओपनिंग प्राइस कैसे तय की जाती है?
आज हम इसी को डिकोड करने की कोशिश करेंगे कि Pre Open Market सेशन के दौरान होता क्या है? एक आम आदमी या रिटेल ट्रेडर प्री ओपन मार्केट में हिस्सा ले कर कैसे शेयर्स की प्राइस बढ़ने या घटने से पहले उसे खरीद या बेच सकता है?
SOURCE
Pre Open Market सेशन क्या है?
प्री ओपन मार्केट के कांसेप्ट को NSE ने स्टार्ट किया था जो खासतौर पर रिटेल ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स के हित को ध्यान में रख कर बनाया Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है गया था. इसके बारे में हम आगे और डिटेल में समझेंगे. उससे पहले हम ये जान लेते हैं कि Pre Open Market सेशन होता क्या है?
दरअसल प्री ओपन मार्केट को तीन हिस्सों में डीवाइड किया गया है जिनमें अलग-अलग तरह के काम और कैलकुलेशंस होते हैं:
- ऑर्डर एंट्री सेशन: यह सेशन 09:00 AM से लेकर 09:07 AM तक या कभी-कभी 09:08 AM तक चलता है. इस सेशन के दौरान ट्रेडर्स मार्केट में बाय या सेल ऑर्डर प्लेस कर सकते हैं, उन्हें मॉडिफाई कर सकते हैं या चाहे तो अपने आर्डर को 09:07 AM से पहले कैंसिल भी कर सकते हैं.
- ऑर्डर मैचिंग सेशन: 09:08 AM से लेकर 09:12 AM तक चलने वाले इस सेशन के दौरान प्लेस किये गए ऑर्डर्स को डीमांड और सप्लाई के बेसिस पर कैलकुलेट करके एक एवरेज निकाला जाता है जिससे प्रत्येक शेयर की एक निश्चित या आईडीयल या संतुलित ओपनिंग प्राइस तय होती है.
- बफर सेशन: यह सेशन 09:12 AM से लेकर 09:15 AM तक चलता है जिसमें यह सुनिश्चित किया Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है जाता है कि प्री ओपन मार्केट के बाद रेगुलर मार्केट ठीक प्रकार से खुले जिसमें सभी लोग बिना किसी रुकावट के ट्रेड कर सके.
मुझे लगता है ओपनिंग प्राइस को लेकर अभी भी आपके मन में डाउट्स ज़रूर होंगे कि डीमांड और सप्लाई को कैसे कैलकुलेट कर के ओपनिंग प्राइस तय किया जाता है. इस पूरे प्रोसेस को NSE ने अपने ऑफिसियल वेबसाइट पर बड़े ही सरल तरीके से एक टेबल के ज़रिये समझाया है. जिसकी एक झलक आप ऊपर के इमेज में देख सकते हैं. इसे डिटेल में समझने के लिए कृपया यहाँ क्लिक करें.
ओपनिंग प्राइस तय करने के लिए NSE द्वारा दर्शाए गए टेबल को समझने में यदि आपको कोई कठिनाई हो रही हो तो कृपया हमें संपर्क करें. आपकी मदद कर के हमें बेहद खुशी होगी.
Pre Open Market सेशन क्यूँ बनाया गया?
प्री ओपन मार्केट का कांसेप्ट इसलिए लाया गया था ताकि ट्रेडर और इन्वेस्टर्स को हाई वोलिटिलिटी से बचाया जा सके. मार्केट में न जाने कितने ऐसे ट्रेडर और इन्वेर्स्टर हैं रेगुलरली मार्केट न्यूज़, इवेंट्स, अनाउंसमेंट, डीवीडेंट और रिजल्ट्स जैसी चीज़ों को ट्रैक नहीं कर पाते हैं. ऐसे में रातों रात इस तरह के इवेंट्स से शेयर की प्राइस में अचानक बढ़ोत्तरी या गिरावट देखने को मिल सकती हैं. इसी चीज़ को स्टेबल करने के लिए प्री ओपन मार्केट सेशन का Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है कांसेप्ट लेकर आया गया.
क्या कोई भी Pre Open Market में ट्रेड कर सकता है?
प्री ओपन मार्केट को लेकर बहुत से मिथ (मिथक) फैले हैं कि नार्मल लोग जैसे कि रिटेल ट्रेडर्स प्री ओपन मार्केट में ट्रेड नहीं कर सकते, ये सिर्फ बड़े ट्रेडर और इंस्टीट्यूशन के लिए हैं. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है.
प्री ओपन मार्केट सेशन में कोई भी ऑर्डर प्लेस करके शेयर्स को बाय या सेल कर सकता है. प्री ओपन मार्केट सेशन सभी के लिए है.
कई ब्रोकर अपने कस्टमर को हाई वोलिटिलिटी से बचने के लिए बाई डिफ़ॉल्ट इस फीचर को बंद ही रखते हैं लेकिन आप अपने ब्रोकर से संपर्क करके इस फीचर को कभी भी इनेबल करवा सकते हैं. बस ध्यान ये रहे कि प्री ओपन मार्केट में ऑर्डर प्लेस करते समय आपको सिर्फ लिमिट ऑर्डर या मार्केट ऑर्डर का ही आप्शन सेलेक्ट करना है. अगर आपको लगता है कि किसी न्यूज़ या किसी अन्य वजह से किसी शेयर का प्राइस बढ़ या घट सकता है और आप सोच रहे हैं कि प्रीवियस क्लोज्ड प्राइस पर उस शेयर को बाय या सेल कर लें तो आप ऐसा नहीं कर सकते हैं. आपका ऑर्डर सिस्टम द्वारा ऑटोमेटिकली रिजेक्ट कर दिया जाएगा.
ट्रेडिंग के सीक्रेट्स
प्री ओपन मार्केट सेशन का इस्तेमाल करके आप ऐसे स्टॉक्स को आईडेंटीफाई कर सकते हैं जिनमें प्री ओपनिंग के बाद भारी गिरावट या बढ़ोत्तरी हुयी हो. ऐसे स्टॉक को फ़िल्टर कर के आप उन स्टॉक में अपने अनुसार ट्रेड कर सकते हैं. Pre Open Market सेशन के बाद और रेगुलर मार्केट ओपन होने से पहले आप NSE ऑफिसियल वेबसाइट पर जा कर स्टॉक्स को फ़िल्टर कर सकते हैं.
हम उम्मीद करते हैं कि आप समझ गए होंगे कि प्री ओपन मार्केट क्या है, इसकी ज़रुरत क्यूँ थी और इसका इस्तेमाल कर के कैसे आप अपने ट्रेडिंग स्किल को और भी बेहतर बना सकते हैं. स्टॉक मार्केट से जुडी अन्य किसी भी तरह की जानकारी हासिल करने के लिए आप हमसे बेझिझक संपर्क कर सकते हैं.