एक व्यापार

शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें?

शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें?
किस शेयर में इन्वेस्ट करना चाहिए

डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?

डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है. जैसे एक सेविंग अकाउंट (बचत खाता) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है, वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? काम करता है.

डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?

TV9 Bharatvarsh | Edited By: मनीष रंजन

Updated on: Oct 20, 2022 | 11:17 AM

शेयर मार्केट में निवेश ( इन्वेस्टमेंट ) शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट ( खातों ) की जरूरत होती है . ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट , ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट . हर अकाउंट का अपना एक अलग काम होता है , लेकिन ट्रांजैक्शन ( लेन – देन ) को पूरा करने के लिए तीनों एक – दूसरे पर निर्भर होते हैं . शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ये तीन अकाउंट होने चाहिए .

डीमैट अकाउंट क्या है ?

डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है . जैसे एक सेविंग अकाउंट ( बचत खाता ) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है , वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है . डीमैट अकाउंट या डीमैटरियलाइज्ड अकाउंट इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयरों और सिक्योरिटीज को रखने की सुविधा देता है . ये अकाउंट फिजिकल शेयरों को डीमैटरियलाइज्ड फॉर्म में स्टोर ( संग्रहित ) करते हैं . फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म ( रूप ) में परिवर्तित करने की प्रक्रिया ( प्रोसेस ) को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है . जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो इन शेयरों को डीमैट अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट किया जाता है . डीमैट अकाउंट के प्रकार ( टाइप ) डीमैट अकाउंट खोलते समय निवेशकों को अपने प्रोफाइल के मुताबिक डीमैट अकाउंट का चुनाव सावधानी से करना चाहिए . कोई भी भारतीय मिनटों में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकता है . निवेशक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) के साथ डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . 5 पैसा https://bit.ly/3RreGqO एक ऐसा ही प्लेटफॉर्म है जहां आप आसानी से अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं . डीमैट अकाउंट चार तरह के होते हैं .

1)- रेगुलर डीमैट अकाउंट एक रेगुलर डीमैट अकाउंट भारतीय निवासी निवेशकों के लिए होता है जो केवल शेयर खरीदना और बेचना चाहते हैं और सिक्योरिटीज को जमा ( डिपॉजिट ) करना चाहते हैं . जब आप शेयर बेचते हैं तो शेयर अकाउंट से डेबिट हो जाते हैं . इसी तरह जब आप शेयर खरीदेंगे तो वह आपके अकाउंट में क्रेडिट हो जाएंगे . यदि आप फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में ट्रेडिंग कर रहे हैं तो डीमैट अकाउंट की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि इस तरह की डील के लिए स्टोरेज की कोई जरूरत नहीं होती है .

2)- बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट यह एक नए तरह का डीमैट अकाउंट है , जिसे बाजार नियामक ( मार्केट रेगुलेटर ) सेबी (SEBI) ने पेश किया है . छोटे निवेशकों को ध्यान में रखते हुए यह अकाउंट शुरू किया गया है . 50,000 रुपये से कम के स्टॉक और बॉन्ड रखने के लिए कोई मेंटेनेंस चार्ज ( रखरखाव शुल्क ) नहीं देना होगा . 50,000 रुपये से 2 लाख रुपये तक की सिक्योरिटी रखने पर सिर्फ 100 रुपये का चार्ज लगेगा .

3)- प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट (Repatriable Demat Account) प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट NRI ( अनिवासी भारतीयों ) के लिए है . इसके जरिए वे भारतीय बाजार में निवेश कर सकते हैं और विदेश में भी पैसा भेज सकते हैं . हालांकि फंड ट्रांसफर करने के लिए डीमैट अकाउंट को NRI (Non-Resident External) अकाउंट से जोड़ना होगा .

4)- गैर प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट (Non-repatriable Demat Account) अनिवासी भारतीयों (NRI) के लिए एक गैर – प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट भी मौजूद है . हालांकि इस अकाउंट के जरिए विदेश में पैसा ट्रांसफर नहीं किया जा सकता .

डीमैट अकाउंट के फायदे

डीमैट अकाउंट बिना किसी परेशानी के शेयरों को तेजी से ट्रांसफर करने की सुविधा देता है . शेयर या सिक्योरिटीज सर्टिफिकेट एक डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म से रखे जाते हैं . ऐसे में उनकी चोरी , जालसाजी और नुकसान होने की संभावना बहुत कम होती है . ट्रेडिंग एक्टिविटीज को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है . डीमैट अकाउंट को कभी भी और कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है . बोनस स्टॉक , राइट्स इश्यू , स्प्लिट शेयर अपने आप अकाउंट में जमा हो जाते हैं .

डीमैट अकाउंट कैसे खोलें

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खोलना अनिवार्य है . आप किसी वित्तीय संस्थान या ब्रोकर के जरिए डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . सबसे पहले आपको इसके लिए एक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) को चुनना होगा . यह एक वित्तीय संस्थान , अधिकृत बैंक या ब्रोकर हो सकता है . आप उनके साथ एक डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . DP को ब्रोकरेज चार्ज , सालाना चार्ज और लीवरेज के आधार पर चुना जाना चाहिए . DP का चयन करने के बाद आपको अकाउंट खोलने का फॉर्म , KYC फॉर्म भरना होगा और उसे जमा करना होगा . इसके साथ आपको कुछ शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? दस्तावेज भी देने होंगे . इनमें पैन कार्ड , रेजिडेंस प्रूफ , आईडी प्रूफ और पासपोर्ट साइज फोटो शामिल हैं .

लाभ कमाने के लिए शेयर मार्केट (Share Market) के किस शेयर में इन्वेस्ट करना चाहिए?

शेयर मार्केट (Share Market) के किस कंपनी में निवेश करना चाहिए : जब हम निवेश करते हैं या व्यापार करते हैं, तो हमारा शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? उद्देश्य पैसा कमाना होता है। लेकिन शेयर बाजार में, हमें हमेशा यह परिभाषित करना होता है कि हम कितना रिटर्न कमाना चाहते हैं। हमारा निवेश हमारी इच्छा के अनुसार होता है, लेकिन हमे निवेश किया हुआ पैसा खोने के लिए भी तैयार होना चाहिए!

किस शेयर में इन्वेस्ट करना चाहिए

किस शेयर में इन्वेस्ट करना चाहिए

स्टॉक मार्केट (Share Market) में निवेश करने से पहले किसी को क्या सावधानी रखनी चाहिए?

  • ट्रेडिंग में अपने अनुभव के लिए मैंने हमेशा देखा है कि जब लोग तेजी के दिन स्टॉक खरीदते हैं तो वे उच्च जोखिम के लिए कम रिटर्न कमाते हैं। जब भी आप किसी स्टॉक को खरीदने का ऑर्डर देते हैं तो उसे कम से कम 1% के अंतराल के साथ छोटे लॉट में रखें ताकि आप कीमत का औसत निकाल सकें।
  • शेयर बाजार में निवेश करने का सबसे अच्छा समय सुबह 9:30 बजे से पहले है क्योंकि जब ज्यादातर लोग बाजार को आंकने की कोशिश कर रहे हैं तो आप पहले से ही बाजार का हिस्सा होंगे और अंत में या तो राजा बन जाएंगे या आपको कुछ पूंजी का नुकसान हो सकता है।
  • अगर आप किसी शेयर को लंबी अवधि के लिए खरीदना चाह रहे हैं तो सही समय वह होगा जब बाजार लगातार 2 से 3 दिनों के लिए नकारात्मक हो उस समय आपको सबसे सस्ते दाम पर स्टॉक शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? मिलेगा।
  • शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें?
  • यदि आप लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो अच्छी कंपनियों के शेयर सर्वोत्तम कीमतों पर उपलब्ध हैं। लेकिन आपको धैर्य की जरूरत है और इस समय अपनी पूंजी का 50% निवेश करें और बाकी निवेश की प्रतीक्षा करें।

शेयर कब खरीदना चाहिए?

  • यह बाजार में शेयर खरीदने का सबसे अच्छा समय माना जाता है जब बाजार में लगातार वृद्धि हो रही है।
  • जब सरकार की नीतियों का झुकाव कारपोरेट क्षेत्र के विकास की ओर हो।
  • जब अच्छा प्रदर्शन करने वाली कंपनी के शेयर की कीमत में अचानक गिरावट आती है, तो इसे शेयर खरीदने का सबसे अच्छा समय माना जा सकता है। क्योंकि संभावना है तो वही शेयर फिर से अपने मूल्य में वृद्धि दिखाएगा।
  • जब कोई प्रतिष्ठित कंपनी दिवालिया होने के दरवाजे पर खड़ी हो, और अगर कंपनी लाभदायक कंपनी में विलय करने जा रही है तो उस कंपनी का हिस्सा खरीदने का सबसे अच्छा समय है।
  • जब एक अनुशासित व्यक्ति घाटे में चल रही कंपनी का सीईओ या एमडी या चेयरमैन बनने जा रहा है, तो अब बाजार में निवेश करने का समय है, यह निश्चित रूप से कई गुना रिटर्न देगा।

कमाई के दो दर्शन का अध्ययन

लंबी अवधि के लिए निवेश: निवेश अवधि के रूप में 3-4 साल से 7 साल तक होना चाहिए। धन सृजन निवेश का उद्देश्य है, हम इस उद्देश्य के लिए मौलिक विश्लेषण का उपयोग करते हैं।

विभिन्न शैलियाँ :

  • मूल्य निवेश,
  • विकास निवेश,
  • उपज निवेश,
  • संरचित निवेश,
  • वैकल्पिक निवेश आदि

शॉर्ट टर्म : कुछ मिनटों से लेकर कुछ महीनों तक ट्रेडिंग को शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहते है। आय सृजन व्यापार का उद्देश्य है, हम इस उद्देश्य के लिए तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करते हैं।

विभिन्न शैलियाँ :

  • डे ट्रेडिंग,
  • बीटीएसटी,
  • स्विंग ट्रेड,
  • पोजिशनल ट्रेडिंग,
  • और स्केलिंग।

2022 में 5 से 10 साल के लिए निवेश करने के लिए 10 स्टॉक कौन से हैं ?

यदि आप ज्यादा रिस्क लेना नहीं चाहते है, तो आपको उन कंपनियों में निवेश करना चाहिए जो मौलिक रूप से मजबूत हैं। कंपनी का प्रबंधन शीर्ष श्रेणी का होना चाहिए और कंपनी का लाभ सालाना आधार पर बढ़ रहा है, अगर कंपनी को लाभ हो रहा है तो स्टॉक ऊपर की ओर जायेगा और आपको भी लाभ मिलेगा।

यदि आप शेयर बाजार के एक्सपर्ट है, तो मेरा मानना है कि आपको उभरती हुई कंपनी में जाना चाहिए। लेकिन हमेशा याद रखें कि उभरती हुई कंपनी अधिक जोखिम वाली कंपनी होती है, लेकिन अच्छा रिटर्न भी देती है।

शेयर मार्केट(Share Market) में सबसे अच्छी कंपनी कौन सी है?

  • यहाँ शेयर मार्केट (Share Market) के कुछ लार्ज कैप कंपनी हैं जो मुझे व्यक्तिगत रूप से पसंद हैं :
  1. Hdfc bank (एचडीएफसी बैंक)
  2. Pidilite industries (पिडिलाइट उद्योग)
  3. Reliance industries (रिलायंस इंडस्ट्रीज)
  4. Tcs (टीसीएस)
  5. Infosys ( इंफोसिस)
  6. Asian paints ( एशियन पेंट्स)
  7. Bajaj finance ( बजाज फाइनेंस)
  8. Havells (हैवेल्स)
  9. Polycab india (पॉलीकैब इंडिया)
  10. Titan (टाइटन)
  • शेयर मार्केट (Share Market) के कुछ उभरती हुई कंपनी
  1. Iex (आईईएक्स)
  2. शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें?
  3. Berger paints (बर्जर पेंट)
  4. easy trip planner (ईजी ट्रिप प्लानर)
  5. lux industries (लक्स उद्योग)
  6. burger king (बर्गर किंग)
  7. happiest mind (हैप्पिएस्ट माइंड)
  8. info edge ( जानकारी बढ़त)
  9. orient electronic (ओरिएंट इलेक्ट्रॉनिक)
  10. Sbi cards (एसबीआई कार्ड)
  11. Deepak Nitrite (दीपक नाइट्राइट)

अंत में : नौसिखिया के लिए शेयर बाजार सीखना सबसे अच्छा निवेश है ! थोड़े पैसे से अभ्यास करें और लंबे समय तक बहुत अच्छा पैसा कमाना सीखें!

शेयर बाजार में निवेश करने से पहले क्या सावधानियां बरतें ?

Things to remember before investing in Stock Market

1 – अपने लक्ष्य स्पष्ट रखें – शेयर बाजार में ज्यादातर लोग इस उम्मीद में आते हैं कि वह रातों-रात लखपति बन जाएंगे इस तरह की खबरें सुनते और पढ़ते हैं कि उस दिन उस तारीख को अगर इतना पैसा इस कंपनी में लगा दिया होता तो आज लखपति हो जाते हैं | लोग ऐसे ही अफवाहों पर यकीन करते हैं और फिर शेयर बाजार में आकर फस जाते हैं | जब उनके सपने पूरे नहीं होते तो वह हिम्मत हार जाते हैं | शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपका लक्ष्य निश्चित होना चाहिए कि आप बाजार से क्या चाहते शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? हैं |आपका लक्ष्य होना चाहिए कि आप 1 वर्ष में 15 से 20% का लाभ कमाना चाहते हैं | लोग 5% ब्याज के लिए साल भर के लिए अपना पैसा बैंक में जमा करवा देते हैं लेकिन शेयर बाजार के 15 से 20 परसेंट उनको बहुत कम लगता है वह इसमें संतुष्ट नहीं होते | अपने लक्ष्य को स्पष्ट और तर्कपूर्ण रखें गलत अफवाहों में अगर रातों-रात लखपति बनना चाहेंगे तो ऐसा ना होता दिखते हुए आप गलत कंपनियों में निवेश करके अपने पैसे को डूबा देंगे |

2 – लालच में आकर सारा पैसा ना लगाएं – बढ़ते हुए बाजार को देखकर लालच में ना फंसे हैं बढ़ते हुए दामों को देख कर अपना सारा पैसा इस उम्मीद में ना लगा दे कि कुछ ही महीनों में यह कई गुना हो जाएगा | बाजार किस वक्त किस शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? परिस्थिति में नीचे आना शुरू हो जाए कुछ नहीं कहा जा सकता | कोरोना में जब LOCK-DOWN लगा था तो लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिला और बाजार 50% तक नीचे गिर गया था | बाजार के बढ़ने की गति कम होती है लेकिन जब यह गिरता है तो बहुत तेजी से गिरता है| फिर आपको संभलने का मौका नहीं मिलेगा |आप डर में घाटे में ही उसको बेचने की कोशिश करेंगे इसलिए केवल वही पैसा बाजार में लगाएं जिसकी आपको कुछ महीनों तक जरूरत ना हो | आपके पास घर चलाने के लिए खर्च के लिए पैसे होना जरूरी है पूरी तरह से शेयर बाजार पर आश्रित ना रहे |

3 – आपातकालीन फंड अलग से रखें – शेयर बाजार में निवेश करते समय जितना पैसा भी या बाजार में लगाना चाहते हैं उसे कभी भी एक साथ ना लगाएं | ऐसा इसलिए क्योंकि अगर बाजार नीचे गिरने लगा तो कुछ समय बाद वह ऊपर भी आएगा | अगर बाजार नीचे गिरा और आपके शेयर्स के दाम कम हो गए आपके पास उस वक्त पैसा होना चाहिए ताकि आप उन गिरे हुए दामों पर पैसा लगा सके जिससे आप अपने घाटे को एवरेज कर सकते है इससे आपका घाटा जल्दी पूरा होगा और आपका मुनाफा शुरू होगा | आपको शायद यह अभी समझ ना आ रहा होगा | बाजार में बने रहिए आपको बाजार बहुत कुछ सिखा देगा |

4 –भावनाओं पर काबू – शेयर बाजार में हमारी साइकोलॉजी बहुत महत्वपूर्ण कार्य करती है | शेयर बाजार हमें लालच भी दिखाता है डराता भी है | जब शहर के दाम बढ़ रहे होते हैं तो ऐसा लगता है जैसे अभी कभी गिरने ही नहीं वाले और जब गिरने लगते हैं ऐसा लगता है अब कभी ऊपर नहीं जाएंगे आपको किसी भी परिस्थिति में अपनी भावनाओं के साथ नहीं जाना है | ना ही बढ़ते हुए दामों को देखकर अपना सारा पैसा लगा दे और ना ही दाम गिरते हुए देखकर घाटे में शेयर बेचकर निकल ले |अपना दिमाग इस्तेमाल करके पूरे तर्क के साथ ही किसी कंपनी में निवेश करें और अपना फैसला गलत होने पर कम घाटे में उस शेयर से निकल जाए | यदि आप यह इंतजार करते रहे कि दाम गिरने के बाद फिर से ऊपर आएगा ही ऐसा जरूरी नहीं कि वह आपके अनुसार ही समय पर ऊपर है | और यदि आपको लाभ हो रहा है तो वह भी निश्चित रखें कि आप को कितना लाभ लेकर निकलना है क्योंकि अक्सर जो शेयर लाभ दे रहे होते हैं वह कब घाटा देने लगे हैं कुछ नहीं कहा जा सकता |

5 – बहुत सारे शेयर ना खरीदें – कहा जाता है कि बच्चे और शेयर उतने ही रखे हैं जितने आप संभाल सकते हैं | किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले आपको यह पता होना चाहिए कि अगर फायदा हुआ तो कितना फायदा लेकर निकल जाना है और अगर घटा हुआ तो कितना घटा को लेकर निकलना है | अगर आप बहुत ज्यादा शेयर खरीद लेंगे तो आप यह ध्यान नहीं रख पाएंगे |\

6 – शेयर्स का (Diversification) विविधीकरण करें – शेयर्स खरीदते वक्त यह ध्यान रखें कि आप जिन कंपनियों के शेयर खरीद रहे हैं वह एक ही सेक्टर की ना हो | शेयर बाजार में कई सेक्टर की कंपनियां होती हैं जैसे METAL, IT, PHARMA, BANK, ENERGY. कभी भी एक ही सेक्टर की कंपनियों के शेयर ना लें जैसे HDFC BANK, ICICI BANK, PNB BANK, SBI BANK,AXIS BANK यह सभी एक ही सेक्टर की कंपनियां हैं और यदि यह सेक्टर नीचे आता है तो इन सभी के दाम नीचे आएंगे जिससे आप घाटे में रहेंगे |

7 – अच्छी कंपनी के शेयर – शुरू में आप केवल ब्लूचिप कंपनियों के ही शेयर लीजिए क्योंकि यदि बाजार किन्हीं परिस्थितियों में गिरता भी है तो यही कंपनियां हैं जो सबसे कम गिरती हैं और जब बाजार फिर से ऊपर जाएगा यही है जो सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ती हैं |

भास्कर नॉलेज सीरीज: एक्सपर्ट्स ने कहा- शेयर बाजार से फायदे के लिए धैर्य, समझ और समय की परख जरूरी

शेयर बाजार में निवेश से कतराते हैं कई लोग
मार्केट एक्सपर्ट्स ने कहा, देश में शेयर बाजार में निवेश करने वालों की संख्या 8 करोड़ पार कर गई है। इसमें भी सालभर के भीतर 2 करोड़ से ज्यादा निवेशक जुड़े हैं। लेकिन अधिकांश निवेशक शेयर बाजार में निवेश और फायदा कमाने के मूलभूत नियमों का पालन नहीं करते। ऐसे भी कई निवेशक हैं जो शेयर बाजार में निवेश से कतराते हैं।

उन्होंने कहा, म्यूचुअल फंड शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? के फंड मैनेजर बहुत ही अनुभवी होते हैं। इनसे कम जोखिम के साथ अपने निवेश पर अधिक फायदा ले सकते हैं। मार्केट में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। ज्यादा लालच करने या बहुत ज्यादा डरने से स्टॉक मार्केट से लाभ नहीं कमाया जा सकता।

इन एक्सपर्ट ने कई वास्तविक कहानियों से शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में निवेश करके सैकड़ों गुना लाभ कमाने वाले लोगों का उदाहरण दिया। एक्सपर्ट्स ने शेयर बाजार में निवेश के लिए किन बातों का ध्यान रखें और किन गलतियों शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त ये सावधानियां रखें? से बचें, इस पर कई सुझाव भी दिए।

इस मौके पर दैनिक भास्कर समूह के चेयरमैन स्वर्गीय रमेशचंद्र अग्रवाल के शून्य से शिखर तक पहुंचने के सफर को भी याद किया गया। कार्यक्रम का संचालन सीएनबीसी आवाज के पूर्व प्रबंध संपादक आलोक जोशी ने किया। दैनिक भास्कर समूह के डायरेक्टर गिरीश अग्रवाल भी वेबिनार में मौजूद थे।

रेटिंग: 4.41
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 755
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *