क्या दिन के व्यापारी अमीर हैं

खरबों रुपये की इस डील से अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं है कि मस्क दुनिया के सबसे मालदार शख्सियत हैं. लेकिन बहुत पुरानी बात नहीं है जब उनकी कंपनी पैसों की तंगी से जूझ रही थी और साल 2018 में कई दिक्कतों से जूझ रही थी.
दुनिया का सबसे अमीर आदमी कौन है | Duniya Ka Sabse Amir Aadami Kaun Hai
दुनिया का सबसे अमीर आदमी कौन है : यह वास्तव में कोई नहीं जानता। फोर्ब्स पत्रिका हर साल टॉप १० दुनिया का सबसे अमीर आदमी की सूची पेश करती है, लेकिन फोर्ब्स पत्रिका जैसे प्रकाशन केवल उन लोगों पर रिपोर्ट करते हैं जिनके वित्त सार्वजनिक हैं। जेफ बेजोस के पास अमेज़ॅन के प्रसिद्ध शेयरों की संख्या लेना और किसी भी दिन स्टॉक के समापन मूल्य से गुणा करना आसान है। आप कह सकते हैं कि इस उपाय से वह निस्संदेह बहुत धनी है।
हालांकि सऊदी अरब के किंग सलमान जैसे किसी की दौलत का अंदाजा लगाने का ऐसा कोई आसान तरीका नहीं है। बिज़नेस प्रेस द्वारा अनुमान के हिसाब से शाही परिवार द्वारा नियंत्रित संपत्ति 200 ट्रिलियन यूएस डॉलर (US Dollar) के आसपास है।
दुनिया के 10 सबसे अमीर आदमी कौन है
- एलोन मस्क (Elon Musk)
- जेफ बेजोस (Jeff Bezos)
- बर्नार्ड अरनॉल्ट एंड फैमिली (Bernard Arnault & family)
- बिल गेट्स (Bill Gates)
- वारेन बफेट (Warren Buffett)
- लेरी पेज (Larry Page)
- लैरी एलिसन (Larry Ellison)
- सर्गी ब्रिन (Sergey Brin)
- मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani)
- स्टीव बाल्मर (Steve Ballmer)
अरबपतियो की संपत्ति एक उल्लेखनीय गति से जमा होती रहती है, इसलिए हम फोर्ब्स रीयल-टाइम अरबपतियों की सूची के आंकड़ों के आधार पर 2022 में दुनिया के सबसे अमीर लोगों का एक सूचि आपके सामने पेश करने जा रहे हैं।
1. एलोन मस्क (Elon Musk)
दिवाली पूजा 2023
दिवाली हिंदुओं के सबसे महत्वपूर्ण और प्रतिभाशाली त्योहारों में से एक है। दिवाली को दीपावली और ‘रोशनी का त्योहार’ के रूप में भी जाना जाता है और दिवाली शब्द ‘दीपावली’ शब्द का गलत रूप है, जिसका अर्थ है कि प्रकाश की पंक्तियां।
यह त्यौहार कार्तिक के महीने में 15 वें दिन होता है (आमावस्य) जब सर्दी के मौसम की शुरुआत होती है। इसके बारे में विभिन्न राय हैं जैन का मानना है कि इस दिन महावीर स्वामी स्वर्ग में गए और देवताओं ने उन्हें प्राप्त किया और इस प्रकार उन्हें मोक्ष मिला।
हिंदुओं ने इसलिए मनाते है क्योंकि इस दिन श्री राम चंद्र लंका के राजा रावण की हत्या के बाद अयोध्या लौट आए थे, और लोगों ने अपने सम्मान में अपने घरों को रोशन कर दिया था।
कैसे करे दिवाली पूजा
बाजार में आजकल दीपावली के पोस्टर पूजा हेतु मिलते हैं। इन्हें दीवार पर चिपका लेते हैं या दीवार पर गेरूआ रंग से गणेश लक्ष्मी की मूर्ति बनाकर पूजन करते हैं।
गणेश लक्ष्मी की मिट्टी की प्रतिमा या चाँदी की प्रतिमा बाजार से लाकर दीवार पर रखी लक्ष्मी गणेश के चित्र के सामने रखते हैं। इस दिन धन के देवता कुबेर, विध्न विनाशक गणेशजी, इन्द्रदेव तथा समस्त मनोरथों को पूरा करने वाले विष्णु भगवान, बुद्धि की दाता सरस्वती तथा लक्ष्मी की पूजा साथ-साथ करते हैं।
दीपावली के दिन दीपकों की पूजा का विशेष महत्व है। इसके लिए दो थालों में दीपक रखें। छः चैमुखे दीपक दोनों थालों में रखें। छब्बीस छोटे दीपक भी दोनों थालों में सजायें। इन सब दीपकों को प्रज्जवलित करके जल, रोली, खील बताशे, चावल, गुड़, अबीर, गुलाल, धूप आदि से पूजन करें और टीका लगावें। व्यापारी लोग दुकान क गद्दी पर गणेश लक्ष्मी की प्रतिमा रखकर पूजा करें। इसके बाद घर आकर पूजन करें। पहले पुरुष फिर स्त्रियाँ पूजन करें। स्त्रियाँ चावलों का बायना निकालकर कर उस पर रुपये रखकर अपनी सास के चरण स्पर्श करके उन्हें दे दें तथा आशीर्वाद प्राप्त करें। पूजा करने के बाद दीपकों को घर में जगह-जगल पर रखें। एक चैमुख, छः छोटे दीपक गणेश लक्ष्मी के पास रखें। चैमुखा दीपक का काजल सब बड़े, बूढ़े, बच्चे अपनी आँखों में डालें।
निवेश कर अमीर बनने के ये हैं 10 बेहतरीन क्या दिन के व्यापारी अमीर हैं विकल्प
निवेश के किसी विकल्प को चुनते वक्त आपको जोखिम उठाने की अपनी क्षमता के बारे में जानना-समझना जरूरी है. कुछ निवेश ऐसे हैं जिनमें लंबी अवधि में अधिक जोखिम के साथ अधिक रिटर्न का मौका मिलता है.
निवेश के वास्तव में दो तरीके हैं-वित्तीय और गैर वित्तीय निवेश विकल्प.
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वित्तीय प्रोडक्ट में आप शेयर बाजार से संबद्ध विकल्प (शेयर, म्यूचुअल फंड) चुन सकते हैं या फिक्स्ड इनकम (PPF, बैंक FD आदि) के विकल्प चुन सकते हैं. गैर वित्तीय निवेश विकल्प में सोना, रियल एस्टेट आदि आते हैं. ज्यादातर भारतीय निवेश अब तक निवेश के इसी गैर वित्तीय निवेश विकल्प का प्रयोग करते रहे हैं.
Gautam Adani : गौतम अडानी बने दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स, मार्केट कैप में अडानी ग्रुप ने टाटा को पछाड़ा
Updated: September 16, 2022 4:01 PM IST
Gautam Adani Second Richest Person in the World : शीर्ष तीन में जगह बनाने वाले पहले एशियाई बनने के हफ्तों बाद, भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी शुक्रवार को फोर्ब्स रीयल-टाइम अरबपति ट्रैकर पर दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए.
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फोर्ब्स के अनुसार, स्व-निर्मित अरबपति की कुल संपत्ति रातोंरात $ 4 बिलियन बढ़कर 154 बिलियन डॉलर हो गई, जो उन्हें LVMH के बर्नार्ड अरनॉल्ट और अमेज़ॅन के जेफ बेजोस से आगे रखती है.
टेस्ला के संस्थापक एलन मस्क 270 बिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति के साथ अभी तक शिखर पर बने हैं.
AFP के मुताबिक, अरनॉल्ट – जो कई बार मई 2021 में शीर्ष स्थान पर रहे – और अडानी ने दिन के दौरान नंबर दो स्थान पर कारोबार किया क्योंकि उनकी कंपनियों के शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव आया.
60 वर्षीय अडानी ने बंदरगाहों और वस्तुओं के क्या दिन के व्यापारी अमीर हैं व्यापार में अपना भाग्य आजमाया और अब कोयला खनन और खाद्य तेलों से लेकर हवाई अड्डों और समाचार मीडिया तक के हितों के साथ भारत का दूसरा सबसे बड़ा समूह संचालित करते हैं.
उनकी सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में एक समतापीय वृद्धि को दर्शाता है, क्योंकि निवेशक अडानी समूह के पुराने और नए व्यवसायों के आक्रामक विस्तार का समर्थन करते हैं.
कौन हैं एलन मस्क और क्या-क्या करते हैं?
एलन मस्क के काम का दायरा सिर्फ़ भविष्य की कारें बनाने वाली कंपनी तक सीमित नहीं है. उनकी कंपनी टेस्ला इलेक्ट्रिक कारों में लगने वाले पुर्ज़े और बैट्रियाँ बनाती है जिन्हें दूसरे कार निर्माताओं को बेचा जाता है.
वे घरों में लगने वाले 'सोलर एनर्जी सिस्टम' बनाते हैं जिसकी माँग वक़्त के साथ बढ़ी है. वे एक अंतरिक्ष अन्वेषण कंपनी भी चलाते हैं. साथ ही वे अमेरिका में 'सुपर-फ़ास्ट अंडरग्राउंड ट्रांसपोर्ट सिस्टम' का ख़ाका तैयार कर रहे हैं.
आज के समय में एलन मस्क क्या दिन के व्यापारी अमीर हैं की पहचान एक अमेरिकी उद्यमी के तौर पर है, पर उनका जन्म दक्षिण अफ़्रीका में हुआ था. उनकी माँ मूल रूप से कनाडा की हैं और पिता दक्षिण अफ़्रीका के. मस्क के अनुसार, उन्हें बचपन से ही किताबें पढ़ने का बहुत शौक़ था.
वे कहते हैं कि 'बचपन में मैं बहुत ज़्यादा शांत रहता था, इस वजह से मुझे बहुत परेशान भी किया गया.'
मस्क की सफलता का राज़ क्या है?
बीबीसी के संवाददाता जस्टिन रॉलेट ने एलन मस्क से एक साक्षात्कार के दौरान यह प्रश्न पूछा था कि 'आपकी सफलता का राज़ क्या है?' और रॉलेट को इसका जो जवाब समझ आया वो है: 'एलन मस्क का बिज़नेस के प्रति 'एटिट्यूड' यानी व्यापार और अपने काम को लेकर उनका अलग नज़रिया.'
कुछ वर्ष पहले हुए इस साक्षात्कार में मस्क ने कहा था, "मैं नहीं जानता कि मेरे पास कितनी संपत्ति है. ये इस तरह से नहीं है कि कहीं नोट के बंडल पड़े हुए हैं. इसे ऐसे देखना चाहिए कि टेस्ला, स्पेस-एक्स और सोलर सिटी में मेरी हिस्सेदारी है और बाज़ार में उस हिस्सेदारी की कुछ क़ीमत है. पर मुझे वाक़ई इससे फ़र्क़ नहीं पड़ता क्योंकि मेरे काम करने का लक्ष्य ये नहीं है."
रॉलेट लिखते हैं कि 'मस्क का यह नज़रिया शायद काम कर रहा है. उनके पास आज जितनी संपत्ति है, उसमें वे चाहें तो दुनिया की कई बड़ी कार निर्माता कंपनियों को एक साथ ख़रीद सकते हैं. वे इस साल 50 वर्ष के हो जायेंगे, पर एक 'दौलतमंद शख़्स' के तौर पर दुनिया को अलविदा कहने का उनका सपना बिल्कुल नहीं है.'
'लोग मुझे इंजीनियर के रूप में जानें'
दो देश,दो शख़्सियतें और ढेर सारी बातें. आज़ादी और बँटवारे के 75 साल. सीमा पार संवाद.
मस्क चाहते हैं कि लोग उन्हें एक निवेशक से ज़्यादा, एक इंजीनियर के रूप में जानें. रॉलेट से साक्षात्कार में उन्होंने कहा था, "मैं हर सुबह किसी नई तकनीकी समस्या का हल ढूंढने के लिए उठना चाहता हूँ. बैंक में कितना पैसा है, इसे मैं सफलता का पैमाना नहीं मानता."
रॉलेट क्या दिन के व्यापारी अमीर हैं लिखते हैं कि "मस्क कार उद्योग में क्रांतिकारी बदलाव लाना चाहते हैं, वे मंगल ग्रह पर कॉलोनी बनाना चाहते हैं, वैक्यूम टनल में चलने वाली सुपर-फ़ास्ट ट्रेनें चलाना चाहते हैं, मनुष्यों के दिमाग़ से एआई यानी आर्टिफ़िशयल इंटेलिजेंस को जोड़ना चाहते हैं और सौर उर्जा से दुनिया चलाना चाहते हैं. इन सब चीज़ों में एक चीज़ समान है, वो ये कि ऐसी भविष्य की कल्पनाएं आपको 1980 के दशक की शुरुआत में मिलने वाली बच्चों की पत्रिकाओं में मिलती थीं. और इसमें कोई छिपी हुई बात नहीं कि मस्क का बचपन दक्षिण अफ़्रीका में बहुत सारी पत्रिकाएं, क़िताबें पढ़कर और फ़िल्में देखकर गुज़रा."
जोख़िम उठाने की आदत
एलन मस्क जोख़िम उठाने वाले शख़्स हैं और उन्होंने यह साबित किया है. 2008 में जब दुनिया ने आर्थिक मंदी का सामना किया तो मस्क की हालत भी काफ़ी ख़राब हो गई थी. इसके बाद उनकी नई कंपनियों ने कई असफलताएं देखीं. स्पेस-एक्स के पहले तीनों लॉन्च फ़ेल हुए. टेस्ला में भी उत्पादन से जुड़ी कई समस्याएं आती रहीं और मस्क तंगी में फँस गये.
अपने साक्षात्कार में एलन मस्क ने बताया था कि एक वक़्त ऐसा भी आया जब उन्हें अपने ख़र्चों के लिए दोस्तों से पैसे उधार लेने पड़े.
पर क्या उन्हें कभी दिवालिया होने का डर नहीं हुआ? इस सवाल के जवाब में एलन मस्क ने जस्टिन रॉलेट से कहा था, "ज़्यादा से ज़्यादा क्या होता, मेरे बच्चों को सरकारी स्कूल में जाना पड़ता, तो इसमें क्या बड़ी बात होती, मैं ख़ुद सरकारी स्कूल में पढ़ा हूँ."
रॉलेट लिखते हैं, "हमारी मुलाक़ात के दौरान मैंने पाया था कि मस्क एक चीज़ से ज़रूर निराश थे और वो थीं आलोचनाएं. उनका कहना था कि आलोचनाएं किसी आधार पर होनी चाहिए, पर यहाँ तो लोग खुलेतौर पर टेस्ला के डूबने का इंतज़ार कर रहे हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि वे आलोचनाओं की वजह से अपने इरादों में कभी बदलाव नहीं करते. मस्क के अनुसार, जब उन्होंने स्पेस-एक्स और टेस्ला की नीव रखी थी, तब उन्हें ख़ुद विश्वास नहीं था कि वो इससे पैसा कमा सकेंगे."