एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है

एक क्रिप्टोक्यूरेंसी वॉलेट सार्वजनिक और निजी “कुंजी” ( key, पता) या बीज को संग्रहीत करता है जिसका उपयोग क्रिप्टोक्यूरेंसी प्राप्त करने या खर्च करने के लिए किया जा सकता है। निजी कुंजी के साथ, सार्वजनिक खाता बही में लिखना संभव है, प्रभावी रूप से संबंधित क्रिप्टोक्यूरेंसी खर्च करना। सार्वजनिक कुंजी के एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है साथ, दूसरों के लिए वॉलेट में मुद्रा भेजना संभव है।
टोकनोमिक्स की व्याख्या क्या है: टोकनोमिक्स 101
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2020 के बाद से , क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती लोकप्रियता बहुत प्रमुख रही है। बहुत सारे निवेशकों को क्रिप्टोक्यूरेंसी में रुचि रखने के साथ , टोकनोमिक्स पर एक संक्षिप्त अवलोकन बहुत से लोगों को लाभान्वित कर सकता है। तो यहाँ सभी नए निवेशकों के लिए टोकनोमिक्स 101 है जो क्रिप्टोक्यूरेंसी के दायरे में आ रहे हैं।
टोकनॉमिक्स क्या है?
‘ टोकनॉमिक्स ‘ शब्द एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है एक पोर्टमैंट्यू (सूटकेस) है , जो दो शब्दों से बना है : टोकन और अर्थशास्त्र। इसीलिए , टोकनॉमिक्स मूल रूप से टोकन अर्थशास्त्र या क्रिप्टो अर्थशास्त्र है। यह एक क्रिप्टो टोकन के अर्थशास्त्र का अध्ययन है – इसके गुणों से लेकर इसके एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है वितरण और उत्पादन तक , और भी बहुत कुछ।
एक टोकन क्या होता है?
टोकेनॉमिक्स में , क्रिप्टो टोकन ( या बस टोकन ) मूल्य की इकाइयां हैं जो ब्लॉकचैन एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है – आधारित परियोजनाएं मौजूदा ब्लॉकचेन के शीर्ष पर बनाती हैं। क्रिप्टो टोकन , जैसे क्रिप्टोक्यूरेंसी , का आदान – प्रदान किया जा सकता है और एक निश्चित मूल्य रखता है लेकिन वे पूरी तरह से अलग डिजिटल संपत्ति वर्ग हैं।
Cryptocurrency: निजी क्रिप्टोकरेंसी क्या है? क्यों सरकार ने की इसको लेकर टेढ़ी निगाहें, जानें सबकुछ
खबर है कि भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी ( cryptocurrencies) को लेकर संसद में एक विधेयक पेश करने वाली है। कुछ को छोड़कर भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी (private cryptocurrencies) को प्रतिबंधित किया जा सकता है। इस खबर के साथ ही सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी पिछले कुछ घंटों में नीचे की ओर आने लगी। केंद्र एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है सरकार अपना नया क्रिप्टोकरेंसी लाने की भी योजना बना रही है।
केंद्र अब भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के निर्माण के लिए एक अनुकूल ढांचा बनाने की योजना बना रहा है। 'द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021' आगामी शीतकालीन सत्र में संसद में पेश किए जाने की योजना है।
निजी क्रिप्टोकरेंसी टोकन
हाल ही में, क्रिप्टोकरेंसी की मांग तेजी से बढ़ी है। जबकि 2021 में बड़ी संख्या में नए क्रिप्टो निवेशक बाजार में आए, एथेरियम, बिटकॉइन और शीबा इनु जैसे कई सिक्कों ने उनके नाम का फायदा उठाया। ब्लॉकचेन तकनीक बिटकॉइन जैसे सिक्कों का उपयोग सुरक्षित और गुमनाम होने के लिए करती है। इनमें से कुछ सिक्के लेनदेन के मामले में अधिक निजी होते हैं। कुछ प्रमुख निजी करेंसी उपयोगकर्ताओं की एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है पहचान और गतिविधियों को छुपाकर रखते हैं।
Monero (XMR): मोनेरो एक लोकप्रिय टोकन है जो मुख्य रूप से उपयोगकर्ताओं को गुमनाम करने में मदद करने की क्षमता के लिए जाना जाता है। कई अन्य टोकन की तुलना में एक्सएमआर में लेनदेन का पता लगाना मुश्किल है क्योंकि वे रिंग सिग्नेचर का उपयोग करते हैं। ये विधियां किसी भी प्रकार के लेनदेन के लिए उपयोगकर्ता की पहचान छुपाकर सुरक्षित बबल प्रदान करती हैं। CoinMarketCap के अनुसार 24 नवंबर को सुबह 9:30 बजे तक XMR 240.68 अमेरिकी डॉलर पर एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है कारोबार कर रहा था।
क्रिप्टोकरेंसी क्या है और कैसे काम करती है (What is Cryptocurrency and How it Works ?)
आसान भाषा में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक डिजिटल कैश (Digital Money) प्रणाली है क्रिप्टोकरेंसी का मुख्य कार्य होता हैं एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में पैसे ट्रांसफर करना, और यह कार्य किया जाता हैं, ब्लॉकचैन के माध्यम से.
ब्लॉकचैन डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी ( DLT ) का उपयोग करती हैं ताकि सिस्टम से तीसरे पक्ष को हटाया जा सकें. इसका मतलब यह है कि जिस तरह से जब हम किसी के साथ लेनदेन करते हैं तो बीच में कुछ न कुछ तृतीय पक्ष होती हैं जो इस लेनदेन को पूरा करने में सहायक होती हैं लेकिन इसमें ऐसा नहीं होता हैं. क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन में जिस टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता हैं, यह टेक्नोलॉजी को ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी कहा जाता है. दरअसल ब्लॉकचैन हर लेनदेन का एक डेटाबेस हैं इसमें जो लेनदेन किये जाते हैं उसकी जानकारी ब्लॉक के रूप में होती हैं और फिर ये ब्लॉक्स एक – एक करके एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है डेटाबेस के साथ जुड़कर एक लंबी श्रंखला बना देते हैं. यही ब्लॉकचैन होती हैं.
वर्चुअल एसेट से वित्तमंत्री का मतलब क्या है?
आसान तरीके से समझें तो आप जो सोना खरीदते हैं या जो घर खरीदते हैं, वो आपकी एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है Assets होती है. मतलब आपकी सम्पत्ति, ना कि ये करेंसी है. ठीक इसी तरह Crypto Currency भारत सरकार के लिए एक Asset होगी और इस पर लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. अगर आप ये सोच रहे हैं कि Bitcoin, Ethereum, Tether, Ripple जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल माना गया है तो तकनीकी तौर पर बिल्कुल सही नहीं है. हालांकि, लोग इसमें निवेश कर सकेंगे.
सरकार के प्रतिनिधियों ने ये भी बताया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन साल 2017 से ही सरकार के राडार पर है. इस पर टैक्स लगाने से सरकारी खजाने में मोटी रकम पहुंचनी तय है. अभी अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, Netherlands और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) पर वहां की सरकारें टैक्स लगाती हैं. सरकार के इस फैसले के पीछे एक बड़ी वजह ये हो सकती है कि, हमारे देश में जितने लोगों ने CryptoCurrency में निवेश किया है, वो देश की आबादी का लगभग 8% हैं. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, इन लोगों ने अपने 70 हजार करोड़ रुपए इस समय ऐसी Virtual Currency में लगाए हुए हैं. पूरी दुनिया में CryptoCurrency में ट्रेड करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं. सरल शब्दों में कहें तो ये 30 प्रतिशत टैक्स, सीधे तौर पर 70 हजार करोड़ रुपए के निवेश को एक गारंटी देगा और हो सकता है कि भारत में इसका इस्तेमाल बढ़ जाए.
गिफ्ट पर भी लगेगा टैक्स, ऐसे होगा कैलकुलेट
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने वर्चुअल एसेट्स (Virtual Assets) के ट्रांजैक्शन से हुई कमाई पर 30% टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया. क्रिप्टोकरेंसी गिफ्ट करने को एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है भी ट्रांजेक्शन माना जाएगा. मतलब अगर आप क्रिप्टोकरेंसी किसी को गिफ्ट में देते हैं तब भी 30 फीसदी टैक्स की देनदारी बनेगी. गिफ्ट किए जाने के मामले में उस समय की वैल्यू पर टैक्स लगेगा. इस वैल्यू को Recipient का इनकम माना जाएगा और उसे वैल्यू पर टैक्स देना होगा.
एक और बात जो नोटिस करने वाली है कि ये नया टैक्स आने वाले कारोबारी साल यानी 1 अप्रैल से लागू होगा. यानी क्रिप्टो में कारोबार करने वालों के पास फिलहाल 31 मार्च तक की मोहलत है. वित्त मंत्री ने यह भी प्रस्ताव किया कि डिजिटल एसेट्स के दायरे में क्रिप्टोकरेंसी के अलावा NFT समेत सारे टोकन आते हैं, जो सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क में एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है नहीं हैं. वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी आने आने वाली है. ये सारे बदलाव बजट पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद 1 अप्रैल 2022 से लागू हो जाएंगे.
क्या आप कनफ़्यूज हैं कि कौन सी क्रिप्टोकरेंसी खरीदें? मार्केट वैल्यू के आधार पर 10 मुख्य क्रिप्टोकरेंसी में से सही करें . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : September 27, 2021, 19:38 IST
इस समय पूरी दुनिया में हजारों क्रिप्टोकरेंसी चलन में हैं . इतनी बड़ी संख्या , पहली बार क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करने वालों के लिए मुसीबत बन जाती है . वे समझ नहीं पाते कि वास्तव में किस क्रिप्टोकरेंसी पर भरोसा करें . इसके अलावा , कभी – कभी कुछ अज्ञात क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू अचानक 100% से ज़्यादा हो जाती है , जिससे उनके लापता होने का डर (FOMO) भी बढ़ जाता है .
अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करना चाहते हैं , तो क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जानने से पहले , कुछ जांची व परखी गई क्रिप्टोकरेंसी को समझना ज़रूरी है . इसे ध्यान में रखते हुए , हमने अगस्त 2021 तक की मार्केट वैल्यू के आधार पर 10 मुख्य क्रिप्टोकरेंसी को चुना है , ताकि आप क्रिप्टो के बारे में बेहतर तरीके से जान सकें .