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टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं?

टेक्निकल एनालिसिस  कैसे करते हैं?
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इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करके घर बैठे ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए ?

दोस्तों आज मैं आपको इस आर्टिकल में ऑनलाइन पैसे कैसे कमाते है? इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग के जरिये पैसे कमाना बताऊंगा। ये ऐसा तरीका है जिसे आप काम पैसे में ही शुरुआत करके लाखों रुपये कमा सकते हैं। आज इस तरीके से लोग घर बैठे ही लाखों रुपये कमा रहे है। तो चलिए जानते है कि इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करके घर बैठे ऑनलाइन पैसे कैसे कमाते हैं?

इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग क्या होता हैं ?

ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट दोनों ही शेयर मार्केट से पैसे कमाने के अलग-अलग तरीके है हालाँकि दोनों में ही आपको शेयर ही खरीदने व बेचने होते है तो सबसे पहले जानते है इन्वेस्टमेंट क्या होता है ?

इन्वेस्टमेंट

इन्वेस्टमेंट शब्द का हिंदी में मतलब होता है निवेश करना यानि अपने पैसे को कही ऐसी जगह देना जहाँ पर उसे अच्छा इंटरेस्ट यानि आसान शब्दों में बोले तो ब्याज मिलना। निवेश तो आप अपने पैसे को कई तरीके से कर सकते हैं – बैंक में, म्यूच्यूअल फण्ड में,बांड्स में,शेयर मार्केट में स्टॉक खरीद कर।

मैं जो इन्वेस्टमेंट (निवेश करना) करने की बात कर रहा हूँ वो शेयर मार्केट में स्टॉक्स खरीदकर निवेश करने की बात कर रहा हूँ तो आये जानते हैं स्टॉक मार्केट में कैसे इन्वेस्टमेंट करें। इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करके घर बैठे ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए ?

कैसे स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट करें ?

शेयर मार्केट में स्टॉक्स को लम्बे समय तक खरीदकर इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। लेकिन शेयर मार्केट में स्टॉक्स में इन्वेस्टमेंट करने के लिए भी आपको काफी रीसर्च करना होगा। आप ऐसे ही किसी कंपनी के बारें में जानें बिना उसमें इन्वेस्ट नहीं कर सकते है। बिना किसी कंपनी को जानें बिना उसमें निवेश करना अँधेरे में तीर चलाना वाला बात होगी इसलिए निवेश करने के लिए आपको कुछ रिसर्च करना होता यानि कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।

सबसे पहले आपको केटेगरी तय करना होता है कि आप अपना पैसा किस केटेगरी में निवेश करना चाहते है जैसे – आईटी सेक्टर, बैंकिंग सेक्टर,मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर,पावर सेक्टर,लोजिस्टिक्स सेक्टर,ऑटोमोबाइल सेक्टर इसके अलावा बहुत से सेक्टर हैं आप चाहे तो हर सेक्टर के कम्पनीज के स्टॉक को चुन सकते हैं।

सेक्टर का चुनाव करने के बाद आपको उस सेक्टर के टॉप कम्पनीज की लिस्ट बनायेंगे फिर आप उस सेक्टर के कम्पनीज के स्टॉक्स को compare करेंगे मतलब फंडामेंटल एनालिसिस करेंगें जैसे – स्टॉक का प्राइस, एअर्निंग पर शेयर,कंपनी का कैपिटल मार्केट,रेवेनुए, प्रॉफिट ग्रोथ, सेल्स ग्रोथ,कंपनी की लीअब्बिलिटी,प्रमोटर्स की होल्डिंग,कंपनी का आने वाले समय में क्या प्लान है, कंपनी की मैनेजमेंट इन सभी बातों का आपको पता टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? लगाना होगा।

फंडामेंटल एनालिसिस करने के बाद आप अपने बजट के हिसाब से चाहे तो सभी सेक्टर के अच्छी कमपनीज़ में इन्वेस्ट कर सकते है।

ट्रेडिंग

अगर आप ट्रेडिंग करके ऑनलाइन पैसे कमाना चाहते है तो आपको पहले ट्रेडिंग के बारें में जानना व सीखना होगा। ट्रेडिंग से दो प्रकार के होते है।

स्विंग ट्रेडिंग

स्विंग ट्रेडिंग में आप किसी भी स्टॉक को कुछ दिनों के लिए होल्ड कर सकते है यानी 2 से लेकर 15 दिन उससे ज्यादा दिन के लिए कर सकते है। इसका ट्रेडिंग का इस्तेमाल तब करते है जब हमें किसी स्टॉक का प्राइस लगातार बढ़ रहा हो या लगे ये आने वाले दिन में बढ़ेगा।

इंट्राडे ट्रेडिंग

इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब होता हैं की आपको आज ही शेयर खरीदना व बेचना होता है यानी आप रोज सुबह 9:15 से इंट्राडे शुरू कर सकते हैं। और तीन बजकर पंद्रह मिनट तक आप ट्रेडिंग कर सकते हैं लेकिन अगर इन टाइम के बीच में अगर शेयर खरीद कर बेचते नहीं है तो आटोमेटिक वो 3:15 तक सेल हो जायेगा।

ट्रेडिंग में लगभग सभी ब्रोकरेज कम्पनियाँ ट्रेडिंग करने के लिए आपको आपके फंड्स से ज्यादा पैसे देती है यानी अगर आपके डीमैट अकाउंट में 1000 रुपये है और आप किस कंपनी के स्टॉक में ट्रेडिंग करना चाहते है तो आपको आपकी ब्रोकरेज कंपनी आपके फंड्स से 5 गुना लिवरेज है यानि आप 1000 की जगह 5000 तक के स्टॉक्स से ट्रेडिंग कर सकते हैं लेकिन अगर आपको नुकसान होता है तो आपको अपने फंड्स से देना होता हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? हैं।

सबसे पहले ये ध्यान रखना होता है कि इसमें बहुत ही हाई रिस्क होता हैं क्यूंकि एक दिन में किसी स्टॉक का प्राइस किधर जायेगा ये बात कोई भी 100% कन्फर्म नहीं होता हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस आना चाहिए क्यूंकि टेक्निकल एनालिसिस से ही आप किसी भी स्टॉक को पढ़ सकते है कि उसका प्राइस ऊपर जायेगा या निचे जायेगा लेकिन अगर आपको टेक्निकल एनालिसिस आता है तो स्टॉक का प्राइस ऊपर जाये या निचे जाये आप दोनों अवसर में पैसे कमा सकते हैं।

अगर आप भी डिमैट अकाउंट खोलकर इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करना चाहते है तो निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें जहाँ अकाउंट खोलना बिलकुल फी हैं।

Swing Trading क्या है? | स्विंग ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते है ?

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दोस्तों आप में से बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में शेयर्स को खरीदने और बेचने में इन्वेस्टमेंट करते होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है और स्विंग ट्रेडिंग कैसे की जाती है अगर नही, तो आइये आज हम आपको स्विंग ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी लेते है तो जो कैंडिडेट स्विंग ट्रेडिंग बारे में पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.

swing trading kya hai

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Table of Contents

स्विंग ट्रेडिंग क्या है (What is Swing Trading in Hindi)

स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जहाँ पर ट्रेडर्स शेयर्स को खरीदने के कुछ दिन के बाद बेचते हैं मतलब कि एक दिन से ज्यादा के लिए शेयर्स खरीदते हैं और थोड़े समय तक होल्ड करने के बाद दाम बढ़ने पर शेयर्स को बेच देते है जिससे उन्हें कुछ न कुछ फायदा हो जाता है.

एक अच्छी स्विंग ट्रेडर की ओप्पोर्चुनिटी को ढूंढने के लिए टेक्निकल एनालिसिस का और कभी-कभी फंडामेंटल एनालिसिस का भी उपयोग करता है साथ ही चार्ट के माध्यम से मार्केट ट्रेंड और पैटर्न्स का विश्लेषण करता है. स्विंग ट्रेडिंग को मंथली ट्रेडिंग भी कहा जाता है क्योंकि एक महीने के अंदर ही शेयर्स को खरीदना और बेचना होता है स्विंग ट्रेडिंग से महीने का 5% से 10% तक रिटर्न कमाया जा सकता है स्विंग ट्रेडिंग में टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग किया जाता है.

स्विंग ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते है ?

स्विंग ट्रेडिंग शुरू करने के लिए किसी भी ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अमाउंट और डीमैट अकाउंट होना जरूरी होता है क्युकी ट्रेडिंग अकाउंट शेयर को खरीदने के लिए और डीमैट अकाउंट ख़रीदे हुए शेयर्स को रखने के लिए जरूरी है.

Swing Trading काम कैसे करती है?

स्विंग ट्रेडर का काम किसी भी स्टॉक को खरीदने से पहले मार्केट का ट्रेंड शेयर्स की कीमत में उतार-चढ़ाव ट्रेडिंग चार्ट में बनने वाले पैटर्न का विश्लेषण करना होता है. सिम्पल तौर पर एक स्विंग ट्रेडर उन शेयर्स पर विश्लेषण करता है जिसमें ट्रेडिंग अधिक होती है. अन्य तरह की ट्रेडिंग की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग में ज्यादा रिस्क होता है क्युकी इसमें गैप रिस्क शामिल होता है, अगर मार्केट के बंद होने के बाद कोई अच्छी खबर आती हैं तो स्टॉक के प्राइस मार्केट खुलने के बाद अचानक से ही बढ़ जाते हैं लेकिन अगर मार्केट के बंद होने के बाद कोई टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? बुरी खबर आती हैं तो मार्केट खुलने के बाद स्टॉक के प्राइस में भारी गैप डाउन भी देखने को मिलती हैं इस तरह के रिस्क को ओवरनाईट रिस्क’ कहा जाता है.

स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है?

स्विंग ट्रेडिंग करने के निम्नलिखित फायदे है-

  • स्विंग ट्रेडिंग में शेयर्स को कुछ दिनों या कुछ हफ्तों के लिए होल्ड करके रखा जाता है इसलिएइंट्राडे की तुलना में लाइव मार्केट में ज्यादा समय रहने की जरूरत नहीं होती है.
  • स्विंग ट्रेडिंग मेंट्रेडर्स को बाजार के साइडवेज़ होने पर एक अच्छा रिटर्न मिलता है.
  • स्विंग ट्रेडिंग जॉब या बिज़नेस करने वाले लोगो के लिए सबसे अच्छा होता हैं.
  • स्विंग ट्रेडिंग में छोटे-छोटे रिटर्न्स साल में एक अच्छा रिटर्न भी बन जाता है.
  • इंट्राडे की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग करना आसान होता हैं क्युकी इसमें सिर्फ आपको सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस आना चाहिए.
  • इंट्राडे की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग में स्ट्रेस लेवेल कम कुछ होता है.

स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है?

स्विंग ट्रेडिंग करने के कुछ नुकसान भी है-

  • स्विंग ट्रेडिंग में ओवरनाईट और वीकेंड रिस्क भी रहता है.
  • स्विंग ट्रेडिंग में गैप रिस्क भी शामिल होता है
  • अगर किसी तरह से मार्केट का अचानक ट्रेंड बदल जाता है तो यहां काफी देय भी नुकसान हो सकता है.

स्विंग ट्रेडिंग कैसे करे?

सुपोर्ट एंड रेसिसिटेंस: स्विंग ट्रेडिंग में सुपोर्ट एंड रेसिसिटेंस बहुत जरूरी होता है तो इसीलिये आप भी यही कोशिश यही करना कि सपोर्ट पर ब्रेकआउट के बाद शेयर्स ख़रीदे और रेजिस्टेंस पर ब्रेकडाउन पर बेच दे.
न्यूज़ बेस्ड स्टॉक: एक स्विंग ट्रेडर ऐसे शेयर्स को चुनता है जिसमें बाजार की किसी खबर का असर हो और उस खबर के कारण वह स्टॉक किसी एक दिशा में ब्रेकआउट देने की तैयारी में हो या ब्रेकआउट दे चुका हो, वह खबर बुरी या अच्छी किसी भी प्रकार की हो सकती है खबर अच्छी हुई तो ऊपर की तरफ ब्रेक आउट होगा, नहीं तो नीचे की तरफ ब्रेडडाउन होगा.
स्विंग ट्रेडिंग टेक्निक्स: स्विंग ट्रेडिंग के लिए आपको हमेशा हाई Liquidity शेयर्स को चुनना होता है इसके अलावा शेयर में एंट्री और एग्जिट के लिए MACD, ADX और Fast Moving Average का यूज किया जा सकता है.

इसे भी पढ़े?

आज आपने क्या सीखा?

हमे उम्मीद है कि हमारा ये (swing trading kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको स्विंग ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.

हमारी ये (swing trading kya hai) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.

टेक्निकल एनालिसिस किस तरह होता है?

टेक्निकल एनालिसिस समझने के लिए सबसे पहले चार्ट को समझने की जरूरत है। चार्ट चार तरह के होते हैं, लाइन चार्ट, बार चार्ट, कैंडलस्टिक चार्ट और पॉइंट एंड फिगर चार्ट.

बार चार्ट कैसे तैयार होता है?

दिनों को एक्स अक्ष और भाव को वाई अक्ष पर रख कर हर दिन के लिए एक बार खींचा जाता है और फिर बहुत से बार मिलकर एक चार्ट तैयार करते हैं। इस चार्ट में गिरावट वाले दिनों (यानी जब बाईं ओर की क्षैतिज रेखा ऊपर हो और दाईं ओर की नीचे) को लाल या काले रंग में दिखाया जाता है और बढ़त वाले दिनों (यानी जब बाईं ओर की क्षैतिज रेखा, दाईं के मुकाबले नीचे हो) को हरा या सफेद दिखाया जाता है।

टेक्निकल एनालिसिस में वॉल्यूम का क्या महत्व है?

वॉल्यूम यानी कारोबार किए गए शेयरों की संख्या। जैसा कि 18 जून को तकनीकी विश्लेषण की पहली कड़ी में बताया गया था कि टेक्निकल एनालिसिस दरअसल पूरे बाजार के मनोविज्ञान को पढ़ने का एक विज्ञान है। तो स्वाभाविक है कि इस मनोविज्ञान का सही निष्कर्ष केवल तभी निकाला जा सकेगा अगर ज्यादा से ज्यादा लोग भागीदारी कर रहे हों। क्योंकि कम वॉल्यूम वाले शेयरों में अक्सर कीमतों का नियंत्रण कुछ ऑपरेटरों के हाथ में होता है।

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Fundamental Analysis In Hindi

“Fundamental Analysis In Hindi तब किया जाता है जब लम्बी समयावधि के लिए निवेश करना हो इस स्थिति में हम यह सोचकर विश्लेषण करते हैं कि हम कंपनी का केवल शेयर नहीं खरीद रहे है बल्कि एक अच्छा बिज़नस खरीद रहे हैं वो भी हमेशा के लिए |”

Fundamental Analysis in Hindi क्या होता है यह जानने से पहले कुछ और जरुरी जानकारी होनी आवश्यक है | नीचे कुछ सवाल दिए गए हैं जो जो शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले किसी भी Beginner के मन में उठ सकते हैं- (Go to Fundamental Analysis)

  1. शेयर मार्केट क्या है ?
  2. शेयर मार्केट कैसे काम करता है ?
  3. शेयर्स क्या होते हैं ?
  4. ब्रोकर क्या काम करते है?
  5. स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है ?
  6. शेयर मार्केट में शेयर कैसे ख़रीदे और बेचे जाते हैं ?
  7. Demat Account क्या होता है और कैसे ओपन किया जाता है ?

अगर आप ऊपर दिए गए सवालों के जवाब हिंदी में जानना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक पर जाकर देख सकते हैं-

अगर आप ऊपर दी हुई जानकारियों से परिचित हैं और आपने Demat Account ओपन कर लिया है तो अब अगला काम होता है Analysis करना | अगर आप शेयर मार्केट में सफल होना चाहते हैं तो किसी भी स्टॉक या कंपनी में निवेश करने से पहले उसका विश्लेषण (Analysis) करना जरुरी है बिना Analysis के शेयर खरीदना निवेश नहीं सट्टेबाजी या जुआ कहलाता है और सट्टे या जुआ खेलने से नुकसान होने कि संभावना बढ़ जाती है | किसी भी स्टॉक का analysis हम दो तरह से कर सकते हैं टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? |

Types of Stocks Analysis –

  1. Technical Analysis
  2. Fundamental Analysis

Technical Analysis-

टेक्निकल analysis का उपयोग तब किया जाता है जब हमारी निवेश की अवधि छोटी होती है यह कुछ मिनटो से लेकर कुछ महीनो तक हो सकती है | टेक्निकल एनालिसिस में कंपनी के बिज़नस का कोई विश्लेषण (analysis) नहीं किया जाता है बल्कि share price के historical pattern का विश्लेषण किया जाता है | इस विधि में शेयर के price का , उसके उतार चड़ाव का, buy/sell volume का analysis किया जाता है | Technical Analysis के लिए प्रयोग होने वाले मुख्य पैरामीटर हैं -Price Chart, Volume Chart, Candle Stick Pattern, RSI, Moving Average, Bollinger Band, MACD, Resistance and Support, etc. इन सभी पैरामीटर्स की सहायता से मार्केट की दिशा का पूर्वानुमान लगाने की कोशिश की जाती है |

Fundamental Analysis In Hindi

Image : Fundamental Analysis In Hindi

Fundamental Analysis In Hindi –

Fundamental Analysis In Hindi तब किया जाता है जब लम्बी समयावधि के लिए निवेश करना हो इस स्थिति में हम यह सोचकर विश्लेषण करते हैं कि हम कंपनी का केवल शेयर नहीं खरीद रहे है बल्कि एक अच्छा बिज़नस खरीद रहे हैं वो भी हमेशा के लिए | यहाँ पर कम्पनी के बिज़नस का बहुत बारीकी से विश्लेषण किया जाता है जैसे कि कंपनी किस क्षेत्र (Industry) से जुडी हुई है और उस इंडस्ट्री का भविष्य कैसा होगा उस इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा कितनी है, कंपनी क्या प्रोडक्ट बनाती है और उस प्रोडक्ट की मार्केट में कितनी डिमांड है, कम्पनी आर्थिक रूप से कितनी मजबूत है | किसी कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस अपने आप में एक बहुत बढ़ा विषय है इसलिये इसे दो भागो में विभाजित किया जाता है –

  1. Qualitative Analysis – गुणात्मक विश्लेषण
  2. Quantitative Analysis – मात्रात्मक विश्लेषण

1- Qualitative Analysis

Qualitative analysis में हम कंपनी के बिज़नेस की गुणवत्ता को गहराई से समझने की कोशिश करते है। गुणवत्ता विश्लेषण के अंतर्गत कंपनी का विश्लेषण करते समय निम्न विशेषताओं का अध्ययन किया जाता है

  1. बिज़नेस मॉडल : कंपनी क्या करती है, कौन सा प्रोडक्ट बनाती है या कौन सी सर्विस देती है, पैसा कहा से कमाती है। इस तरह के बहुत से सवाल होते हैं जिनका जवाब कंपनी के बिज़नेस मॉडल को समझकर हम जान सकते हैं कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट (Annual Report) में बिज़नेस मॉडल से संबंधित जानकारी हम प्राप्त कर सकते हैं । महान निवेशक Warren Buffett कहते हैं कि हमे केवल उन कंपनियों में निवेश करना चाहिए जिनका बिज़नेस मॉडल हम आसानी से समझ सकते हैं।
  2. प्रतिस्पर्धात्मक लाभ (Competitive advantage) : कंपनी अपने प्रतिद्वंदियों (Comptetors) से क्या अलग करती है और किस तरह वह अपने प्रतिद्वंदियों से बेहतर है। कोई भी कंपनी लंबे समय तक तभी सफल (Long-Term Success) हो टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? सकती है जब तक वह इस प्रतिस्पर्धात्मक लाभ (Competitive advantage) को बनाए रखने में सफल हो।
  3. मैनेजमेंट एनालिसिस : किसी कंपनी की ग्रोथ में उसके मैनेजमेंट बहुत बड़ा योगदान होता है। अगर कंपनी का मैनेजमेंट अच्छा न हो तो बेहतरीन बिज़नेस मॉडल और एक अच्छा Competitive advantage होते हुए भी कंपनी ग्रोथ नहीं कर सकती और प्रॉफिट नही बना सकती। मैनेजमेंट का एकदम सटीक विश्लेषण कर पाना मुश्किल होता है । कंपनी की वेबसाइट पर टॉप मैनेजमेंट और बोर्ड मेंबर की Resume देख सकते हैं और टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? इंटरनेट पर रिसर्च कर सकते हैं कि इससे पूर्व उनका प्रदर्शन कैसा रहा है।

2. Quantitative Analysis

Quantitative Analysis में कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स (Profit & Loss Statement,Balance Sheet and Cash Flow Statements ) में उपलब्ध आंकड़ों का उपयोग करके उसके आर्थिक हालातों को समझने की कोशिश की जाती है। कम्पनी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स उसकी Annual Report में हर साल प्रकाशित किए जाते हैं। Quantitative Analysis करने के लिए हम कुछ महत्वपूर्ण Numbers और Ratios का प्रयोग करते हैं |

Profit & Loss Statement से प्राप्त होने वाला Data –

  1. Sales
  2. Operating Profit
  3. Operating Profit Margin (OPM)
  4. Tax
  5. Interest
  6. Net Profit
  7. Dividend Payout

Balance Sheet से प्राप्त होने वाला Data –

  1. Shareholder’s Equity – Share Capital, Reserve and Surplus
  2. Debt/Borrowings
  3. Current Liability
  4. Non Current Liability
  5. Tangible Assets (Property,Plants and Equipment)
  6. Intangible Assets (Brand,Patent,Goodwill)
  7. Current Assets

Cash Flow Statement से प्राप्त होने वाला data-

  1. Cash Flow from Operating Activities
  2. Cash Flow from Investing Activities
  3. Cash Flow from Financing Activities
  4. Free Cash Flow

ऊपर दिए हुए Data के अतिरिक्त कुछ Important Ratios भी हैं जो Fundamental Analysis In Hindi के लिए आवश्यक हैं –

  1. Debt to Equity Ratio (D/E)
  2. Return on Equity (ROE)
  3. Return on Capital Employed (ROCE)
  4. Return on Assets (ROA)
  5. Interest Coverage Ratio (ICR)
  6. Earning per Share
  7. Price to Earning Ratio (P/E)
  8. Price to Book (P/B)
  9. Current Ratio (Current Assets/Current Liability)
  10. Price to Sales
  11. Shareholding Pattern

दोस्तों आप देख सकते हैं कि किसी कंपनी का सही तरीके से Fundamental Analysis In Hindi करने के लिए काफी लम्बी प्रोसेस से गुजरना होता है जिससे इसमें बहुत अधिक समय लग जाता है और यही कारण है कि नए निवेशक यह सब करने से कतराते हैं और निवेश करने के लिए अच्छी कंपनी कि तलाश नहीं कर पाते | लेकिन अगर आपको शेयर टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? मार्केट में सफल होना है और लम्बे समय तक शेयर मार्केट में निवेश करना है तो fundamental analysis बहुत जरुरी हो जाता है आप इसे ignore नहीं कर सकते |

दोस्तों आपको ये जानकारी कैसी लगी कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं और अगर आपको ये जानकारी पसंद आयी हो तो आप इसे Social Media पर जाकर अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें|

बेस्ट स्टॉक मार्केट बुक्स हिंदी में | बिगिनर्स के लिए

शेयर मार्केट में निवेश से पैसा कमाना जब तक आसान नहीं हैं जब तक आप इसके बेसिक कॉन्सेप्ट को सही से सीख नहीं लेते। स्टॉक मार्केट सीखना एक निरतंर प्रक्रिया हैं जो आपको किताबों और मैगज़ीन से बेहतर शायद ही कहीं ओर से मिल पाएं।

शेयर मार्केट सीखने के लिए अंग्रेजी में आपको ढेरों किताबें मिल जाएगी। परन्तु हिंदी भाषा में कुछ गिनी-चुनी ही किताबे मौजूद हैं जो की आपको शेयर मार्केट सीखने में मदद कर सकती हैं।

आज इस आर्टिकल के माध्यम से मैं आपको Best Stock Market Books in Hindi बताऊंगा जिससे की आप अपने शेयर मार्केट ज्ञान को एक कदम आगे ले जा सकते हैं।

Best Stock Market Books in Hindi

आपको मैं 7 Best Stock Market Books in Hindi बताऊंगा जिनमें इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग से सम्बंधित बेस्ट किताबें शामिल होगी।

Best Stock Market Books in Hindi

(1) शेयर मार्केट गाइड

ये किताब शेयर मार्केट बिगिनर के लिए एक बेहतरीन किताब मानी जाती हैं। भारतीय लेखक द्वारा लिखित होने के कारण ये पढ़ने और समझने में बहुत आसान हैं।

शेयर मार्केट गाइड किताब श्रीमती सुधा श्रीमाली द्वारा लिखी गई हैं। ये किताब 1 जनवरी 2020 को प्रकाशित की गई थी।

किताब की सीधी, स्पष्ट-सरल भाषा, शेयर बाज़ार की कार्य प्रणाली, कमोडिटी मार्केट, म्यूच्यूअल फण्ड, एसेट एलोकेशन इसे एक अच्छी किताब बनाते हैं।

इस किताब में मुख्य रूप आपको ये जानकारी मिलेगी –

  • शेयर मार्केट की बेसिक जानकारी
  • प्राथमिक और द्वितीयक मार्केट
  • स्टॉक एक्सचेंज कैसे कार्य करता हैं?
  • ट्रेडिंग
  • स्टॉक ब्रोकर कैसे चुने
  • शेयर मार्केट में कैसे निवेश करें
  • कमोडिटी, म्यूच्यूअल फण्ड और डेरीवेटिव की जानकारी
  • शेयर मार्किट क्रैश

कुल मिलाकर अगर आप एक नए निवेशक हैं और शेयर मार्केट को शुरू से सीखना चाहते हैं तो आप निश्चित तौर पर इस किताब के साथ शुरुवात कर सकते हैं।

इस किताब को आप यहां से ख़रीद सकते हैं –

ये भी पढ़ें –

(2) बफ़े और ग्राहम से सीखें शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना

आर्यमन डालमिया द्वारा लिखित ये पुस्तक 1 जनवरी 2021 को प्रकाशित की गई थी। ये स्टॉक मार्केट की किताब इन्वेस्टिंग गुरु मिस्टर वारेन बफ़े और बेंजीमन ग्राहम के सिद्वान्तों पर आधारित हैं।

ये स्टॉक मार्किट की किताब हमें निवेश के मूलभूत सिद्धांत, वास्तविक उदाहरणों के साथ समझाती हैं। ये सभी निवेश के सिद्धांत निवेश सिद्धांतों के जनक बेंजामिन ग्राहम ने प्रतिपादित किये थे।

साथ ही इस पुस्तक में बताया गया हैं की कैसे मिस्टर वॉरेन बफे ने बेंजामिन ग्राहम के नियमों का पालन करके निवेश के द्वारा संपत्ति बनाई और विश्व के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए।

इस बुक के भारतीय लेखक होने की वजह से इसमें भारतीय स्टॉक मार्केट का संदर्भ बहुत ही आसान भाषा में समझाया गया हैं। इसलिए अगर आप एक नए निवेशक हैं तो ये किताब आपके लिए बेस्ट शेयर मार्केट बुक इन हिंदी हो सकती हैं।

इस किताब को आप यहां से ख़रीद सकते हैं –

(3) शेयर बाजार में कैसे नुकसान से बचें और धनवान बने

अगर Best Share Market Books in Hindi की बात की जाएँ तो ये बुक मेरी सबसे पसंदीदा बुक हैं। इसका एक बहुत बड़ा कारण हैं की ये किताब आपको वो सिखाती हैं जो की अच्छे-अच्छे लेखकों की किताब आपको सीखा नहीं पाती हैं।

स्टॉक मार्केट में पैसा सभी कमाना चाहते हैं लेकिन शेयर मार्केट में सबसे महत्वपूर्ण होता हैं अपना पैसा बचाना। ये आपको कोई नहीं सिखाता। ये किताब टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? आपको बखूबी सिखाती हैं की कैसे आप शुरुवाती दौर में नुकसान से बच सकते हैं। इस बुक में शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स बहुत ही आसान भाषा में दिए गए हैं।

अधिकतर लोगों की यहीं कहानी रहती हैं की वे बिना सोचे-समझे ट्रेडिंग करते हैं, फिर नुकसान खाते हैं और अंत में शेयर मार्केट को सट्टा मार्केट बताकर हमेशा के लिए अलविदा कह देते हैं।

इसलिए जिससे की आपको इन सब समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ें आपको ये बुक अवश्य पढ़नी चाहिए। ये टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? किताब टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? प्रसेनजीत पॉल द्वारा लिखी गई हैं।

इस किताब को आप यहां से ख़रीद सकते हैं –

(4) इंवेस्टोनॉमी

ये स्टॉक मार्किट की बुक मिस्टर प्रांजल कामरा द्वारा लिखी गई पुस्तक हैं। स्टॉक मार्किट में वैल्यू इन्वेस्टिंग पैसा बनाने की सबसे बेहतरीन टेक्निक मानी जाती हैं।

इंवेस्टोनॉमी भी हमें वैल्यू इन्वेस्टिंग के कांसेप्ट ही समझाती हैं। वैल्यू इन्वेस्टिंग के द्वारा ही जैसे बेंजामिन ग्राहम, वॉरेन बफे, चार्ली मुंगर, पीटर लिंच आदि ने संपत्ति बनाई हैं।

ये किताब आज के समय के निवेश के सिद्धांत समझाती हैं, साथ ही शेयर बाजार के रहस्यों से भी पर्दा उठाती हैं। ये बुक आम भ्रांतियों और गलत धारणाओं को भी दूर करने का प्रयास करती हैं। ये किताब मौजूदा निवेशकों के साथ ही भावी निवेशकों को सशक्त बनाने पर आधारित हैं।

साथ ही ऐसे निवेशक जो शेयर मार्केट से काफी डरते हैं, उनके लिए ये किताब काफी बढ़िया साबित हो सकती हैं।

इस किताब को आप यहां से ख़रीद सकते हैं –

(5) धन-सम्पति का मनोविज्ञान

शेयर मार्केट को सीखने के लिए ये आवश्यक नहीं की आप बस स्टॉक मार्केट की ही किताबें पढ़े। धन-सम्पति का मनोविज्ञान (The Psychology of Money) बुक एक ऐसी किताब हैं जो आपको वेल्थ, निवेश, लालच और धन का मनोविज्ञान बताती हैं।

साथ में ये किताब समझाती हैं की कैसे पैसे को काम पर लगाएं, कैसे पैसों को मैनेज और निवेश करें।

मनी सम्बंधित ये पुस्तक मेरी पसंदीदा बुक्स में से एक हैं। मेरी राय में आपको ये किताब एक बार अवश्य पढ़नी चाहिए। ये किताब आपकी मनी सम्बंधित धारणा को बिलकुल परिवर्तित कर देगी। धन-सम्पति का मनोविज्ञान बुक मॉर्गन हाउजल द्वारा लिखी गई हैं।

इस किताब को आप यहां से ख़रीद सकते हैं –

(6) टेक्निकल एनालिसिस और कैंडलस्टिक की पहचान

अगर आप स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करना सीखना चाहते हैं तो हिंदी में ये किताब आपकी लिए बढ़िया विकल्प हो सकता हैं। ये किताब मिस्टर रवि पटेल द्वारा लिखी गई हैं।

इस शेयर मार्केट की बुक में आपको निम्न बाते जानने को मिलेगी –

  • स्टॉक मार्केट विश्लेषण का परिचय
  • तकनीकी विश्लेषण की मूल बातें
  • कैंडलस्टिक का परिचय
  • चार्ट पैटर्न का परिचय
  • टेक्निकल इंडिकेटर
  • टेक्निकक्ल एनालिसिस
  • स्टॉप लॉस थ्योरी
  • केस स्टडीज

इस टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? प्रकार ये किताब आपको इंट्राडे और नियमित ट्रेडिंग में काफी बढ़िया सहायता कर सकती हैं।

इस किताब को आप यहां से ख़रीद सकते हैं –

(7) ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसों का पेड़ कैसे लगाए

ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए ये किताब Best Stock Market टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? Book in Hindi मानी जाती हैं। ऑप्शन ट्रेडिंग से सम्बंधित मार्केट में अनेक किताबें मौजूद हैं परन्तु वो नए निवेशकों को समझने में काफी कठिन साबित होती हैं।

परन्तु ये ऑप्शन ट्रेडिंग की बुक पढ़ने और समझने में बहुत ही आसान हैं जिसे कम पढ़ा-लिखा आदमी भी आसानी से समझ सकता हैं।

अगर आप ट्रेडिंग से अपनी एक नियमित आय का जरिया बनाना चाहते हैं तो आपको निश्चित तौर पर एक बार तो ये किताब जरूर पढ़नी चाहिए।

ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसों का पेड़ कैसे लगाए बुक महेश चंद्र कौशिक द्वारा लिखी गई हैं।

इस किताब को आप यहां से ख़रीद सकते हैं –

निष्कर्ष

अगर स्टॉक मार्केट को सीखने की बात की जाए तो ये कोई एक दिन का काम नहीं हैं। इसे सीखने में समय लगता हैं। स्टॉक मार्केट को सीखने के लिए बुक्स सबसे बेहतरीन विकल्प माना जा सकता हैं। साथ ही आप धीरे-धीरे अपने अनुभव से स्टॉक मार्केट में सीखते जाएंगे।

स्टॉक मार्केट में सफल होने के लिए आवश्यक हैं कि आप अच्छी तैयारी के साथ शेयर मार्केट में निवेश की शुरुआत करें। अगर आप बिना सोचे-समझे और किसी की टिप्स के आधार पर ही स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं तो आप को भारी नुकसान हो सकता हैं। जिससे आप लंबी अवधि में अच्छी वेल्थ बनाने से चूक सकते हैं।

इसीलिए हमेशा रिसर्च और एनालिसिस करने के बाद ही किसी कंपनी के स्टॉक में निवेश करें।

दोस्तों, आज आपने इस आर्टिकल में Best Stock Market Books in Hindi के बारें में जाना। अगर आपके कोई भी सवाल या सुझाव हैं तो आप मुझे कमेंट बॉक्स के माध्यम से बता सकते हैं।

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