फ्यूचर्स और ऑपशंस क्या हैं?

लगातार चौथे दिन बाजार में तेजी का मूड, आशीष बहेती से जानिये निफ्टी, बैंक निफ्टी पर राय और दमदार फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस कॉल्स
बैंक निफ्टी में आज दोपहर 12 बजे के दौरान सबसे ज्यादा पुट राइटर्स 40500, 40400 और 40300 के लेवल पर एक्टिव नजर आये
NAV Investment के आशीष बहेती ने कहा कि ऐसी तेजी बनी रही तो निफ्टी में 18200 और बैंक निफ्टी में 41400 के लेवल भी देखने को मिल सकते हैं
बाजार में लगातार चौथे दिन तेजी का मूड है। निफ्टी 18000 की दहलीज पर पहुंच गया है। सीएनबीसी-आवाज़ के फ्यूचर एक्सप्रेस में आज के हमारे एक्सपर्ट NAV Investment के आशीष बहेती हैं। आशीष ने बाजार पर अपनी रणनीति बताई। इसके साथ ही ट्रेडिंग के लिए उन्होंने दमदार ट्रेड बताया। आज उन्होंने कमाई के लिए एक शानदार ऑप्शन ट्रेड भी दिया।
NIFTY में राइटर्स की रेंज
आज दोपहर 12 बजे के दौरान निफ्टी में सबसे ज्यादा कॉल राइटर्स 18000, 18100 और 18200 के लेवल पर एक्टिव नजर आये
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आज दोपहर 12 बजे के दौरान निफ्टी में सबसे ज्यादा पुट राइटर्स 17900, 17800 और 17700 के लेवल पर एक्टिव नजर आये
NIFTY BANK में राइटर्स की रेंज
आज दोपहर 12 बजे के दौरान बैंक निफ्टी में सबसे ज्यादा कॉल राइटर्स 40800, 40900 और 41000 के लेवल पर एक्टिव नजर आये
आज दोपहर 12 बजे के दौरान बैंक निफ्टी में सबसे ज्यादा पुट राइटर्स 40500, 40400 और 40300 के लेवल पर एक्टिव नजर आये
बता दें कि इंडेक्स या शेयर में ऑप्शन के तहत किसी स्ट्राइक पर कॉल या पुट ट्रेड लेने वाले ट्रेडर्स को राइटर्स कहते हैं।
NAV Investment के आशीष बहेती की बाजार पर राय
आशीष ने निफ्टी पर राय देते हुए कहा कि इसका स्ट्रक्चर अच्छा लग रहा है। इसलिए हमारा मानना है कि इसमें जिनके पास लॉन्ग पोजीशन है उन्हें इसमें बने रहना चाहिए। हालांकि इसके उन्हें अपना स्टॉपलॉस अब उसे 17880 के करीब लगाना चाहिए। हमें लगता है कि निफ्टी अगर 18000 के लेवल को क्रॉस करता है तो इसमें और तेजी आ सकती है। इसके बाद ये 18200 के स्तर तक जाता हुआ भी दिखाई दे सकता है।
बैंक निफ्टी पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसका स्ट्रक्चर भी अच्छा नजर आ रहा है। इसमें भी जिनके पास लॉन्ग पोजीशन है उन्हें बने रहना चाहिए। निवेशकों को बैंक निफ्टी में 40400 के स्टॉपलॉस के साथ बने रहें। इसमें पहला टारगेट 40900 का देखने को मिल सकता है। अगर ये लेवल क्रॉस करता है तो बैंक निफ्टी में 41400 के लेवल भी देखने को मिल सकते हैं।
फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है | Basics of Future and Option trading for Beginners in Hindi
शेयर मार्केट में आप अलग अलग प्रकार से शेयर खरीद और बेच सकते है जैसे इंट्राडे (Intraday ), डिलीवरी (Delivery) अदि। इसी प्रकार से शेयर मार्केट में हम इसमें फ्यूचर एंड ऑप्शन (Future And Option Trading) ट्रेडिंग भी कर सकते है। फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है
अगर आप फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहते है और इसके बारे में सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस लेख को अंतिम तक जरूर पढ़े क्योकि इसमें आपको शेयर मार्केट के बारे में और फ्यूचर एंड ऑप्शन (Future and Option) के बारे में सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराई है।
फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है फ्यूचर्स और ऑपशंस क्या हैं? Basics of Future and Option trading for Beginners in Hindi
Derivative Market क्या है ? (What is Derivative Market?)
सिम्पल शब्दो में बोले तो, डेरीवेटिव मार्केट (Derivative Market) एक प्रकार का कांटेक्ट (Contract) होता है जिसका वैल्यू कोई भी एक तारीख तक सिमित होता है उसके बाद कॉन्ट्रैक्ट (contact) का वैल्यू जीरो हो जाता है जिसे हम डेरीवेटिव मार्केट (Derivative Market) कहते है।
डेरीवेटिव मार्केट, दो संस्थाओ के बिच एक कॉन्ट्रैक्ट को दर्शाता है इसमें दरअसल शेयरों का आदान प्रदान करके पैसा कमाया जाता है। what are Future and Option
Derivative Market के प्रकार (Types of Derivative Markets)
- Forward
- Future
- Option
- Swap
फ्यूचर्स ट्रेडिंग क्या है ? (What is Futures Trading?)
स्टॉक मार्केट (Stock Market) में फ्यूचर्स ट्रेडिंग (Futures Trading) का अहम रोल होता है फ्यूचर्स ट्रेडिंग (Future trading) डेरीवेटिव मार्केट (Derivative Market) का एक अहम हिस्सा है जिसका एक अपना ट्रेडिंग Base होता है इसमें लोग फ्यूचर को को आधार मानकर ट्रेडिंग करते है। इसे हम उदाहरण से समझते है –
माना एक लड़का है जिसे फ्यूचर में आईपीएल के एक मैच का टिकट खरीदना है लेकिन मैच के दिनांक के समय उस टिकट का प्राइस बढ़ने वाला है तो फ्यूचर्स और ऑपशंस क्या हैं? वह लड़का अभी के प्राइस में उस टिकट को न खरीद कर उसके बदले एक डील या कॉन्ट्रैक्ट करता है कि आने वाले समय में उस टिकट का भाव बढ़े या घटे उसे अभी के प्राइस पर वह टिकट मिल जायगा लेकिन उस टिकट की समय अवधि उस मैच के दिनांक पर निर्धारित करेगा।
इस लेख में हम फ्यूचर्स ट्रेडिंग की सारी जानकारी आपको देंगे कि फ्यूचर्स ट्रेडिंग कैसे किया जाता है ?, इसमें कितना प्रॉफिट और लॉस हो सकता है ?
फ्यूचर्स ट्रेडिंग कैसे किया जाता है ? (How is future trading done?)
फ्यूचर ट्रेडिंग में हमे फ्यूचर के हिसाब से शेयर खरीदना और फिर बेचना होता है इसमें समय सिमा निर्धारित होता है जिसमे आपको अपने खरीदे गए शेयर को समय से पहले बेचना होता है इसका समय निर्धारित महीने के अंतिम सप्ताह में होता है। फ्यूचर एंड ऑप्शन के बारे में जाने।
ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है ? (What is Options Trading?)
जिस प्रकार स्टॉक मार्केट (Stock Market) में फ्यूचर्स ट्रेडिंग (Futures Trading) का अहम रोल है उसी प्रकार ऑप्शंस ट्रेडिंग (Options Trading) का भी महत्व पूर्ण भूमिका होता है ऑप्शंस ट्रेडिंग का अर्थ विकल्प होता है जो अपने अर्थ के अनुसार ही स्टॉक मार्केट में कार्य करता है।
ऑप्शंस ट्रेडिंग में आपको शेयर खरीदने के लिए बहोत सारे विकल्प मिल जायेंगे जिसमे आप अपने बजट के अनुसार शेयर को खरीद और बेच सकते है। इसमें कम लागत में अधिक लाभ कमा सकते है वो भी कम जोखिम में।
कॉल ऑप्शन क्या है ? (What is Call Option?)
कॉल ऑप्शन, ऑप्शंस ट्रेडिंग का ही एक हिस्सा होता है जिसमे मार्केट के इंडेक्स के माध्यम से देख कर सावधानी पूर्वक शेयर या लोट को उसके प्रीमियम के कीमत के फ्यूचर्स और ऑपशंस क्या हैं? आधार पर खरीदना होता है।
इसमें एक समय सिमा निर्धारित होती है जिसके अनुसार मार्केट में उतार चढ़ाओ बना रहता है और इसमें आप अपने अनुसार समय सिमा चुन सकते है।
कॉल ऑप्शन में स्ट्राइक प्राइस के ऊपर के खरीद को कॉल ऑप्शन कहते है इसका सही मतलब मार्केट के वृद्धि से होता है अगर मार्केट स्ट्राइक प्राइस से ऊपर चली जाती है जो मार्केट की तेजी को दर्शाता है उस समय हमे फ्यूचर्स और ऑपशंस क्या हैं? कॉल ऑप्शन को खरीदना होता है।
पुट ऑप्शंस क्या है ? (What are put options?)
पुट ऑप्शन में स्ट्राइक प्राइस के नीचे के खरीद को पुट ऑप्शन कहते है पुट ऑप्शन कॉल ऑप्शन की तरह ही काम करता है इसमें भी सारे कॉल ऑप्शन के तरह ही शेयर को खरीदा और बेचा जाता है बस फर्क इतना है कि इसमें स्ट्राइक प्राइस के नीचे या कॉल ऑप्शन के विपरीत शेयर खरीदा जाता है जिसका मतलब मार्केट में मंदी से है अगर मार्केट में गिरावट हो तब हमे पुट ऑप्शन को खरीदना चाहिए।
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फ्यूचर्स ट्रेडिंग क्या है ?
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ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है ?
जिस प्रकार स्टॉक मार्केट (Stock Market) में फ्यूचर्स ट्रेडिंग (Futures Trading) का अहम रोल है उसी प्रकार ऑप्शंस ट्रेडिंग (Options Trading) का भी महत्व पूर्ण भूमिका होता है ऑप्शंस ट्रेडिंग का अर्थ विकल्प होता है जो अपने अर्थ के अनुसार ही स्टॉक मार्केट में कार्य करता है।
कॉल ऑप्शन क्या है ?
कॉल ऑप्शन, ऑप्शंस ट्रेडिंग का ही एक हिस्सा होता है जिसमे मार्केट के इंडेक्स के माध्यम से देख कर सावधानी पूर्वक शेयर या लोट को उसके प्रीमियम के कीमत के आधार पर खरीदना होता है।
पुट ऑप्शंस क्या है ?
पुट ऑप्शन में स्ट्राइक प्राइस के नीचे के खरीद को पुट ऑप्शन कहते है पुट ऑप्शन कॉल ऑप्शन की तरह ही काम करता है इसमें भी सारे कॉल ऑप्शन के तरह ही शेयर को खरीदा और बेचा जाता है बस फर्क इतना है कि इसमें स्ट्राइक प्राइस के नीचे या कॉल ऑप्शन के विपरीत शेयर खरीदा जाता है जिसका मतलब मार्केट में मंदी से है अगर मार्केट में गिरावट हो तब हमे पुट ऑप्शन को खरीदना चाहिए।